नौकर ने रंडी बनाया-3 (Naukar Ne Randi Banaya-3)

पिछला भाग पढ़े:- नौकर ने रंडी बनाया-2

मैं ईशा अपनी हिंदी सेक्स कहानी का अगला पार्ट लेके आई हूं। आपने पिछला पार्ट तो पढ़ ही लिया होगा? अगर नहीं पढ़ा तो पढ़ ले।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मुझे मेरे यार के साथ थिएटर में रोमांस करते हुए मेरे ससुर के ड्राइवर ने देख लिया। अब मुझे डर था कि वो ससुर जी को सब बता ना दे। जब मैंने उसको बुलाया, तो उसने कहा वो उनको जरूर बताएगा। फिर उसको मैंने जैसे तैसे सिड्यूस किया, और उसकी प्यास बुझाने के बदले मेरा राज छुपाने को कहा। वो मान गया। फिर जब मैं बेडरूम जाने लगी, तो उसने मुझे थप्पड़ मार दिया, और फिर मेरे पास आके बैठ गया। अब आगे-

मैं नीचे जमीन पर बैठी थी। गोकुल मेरे पास आके बोला-

गोकुल: सुन रंडी, मुझसे पूछे बिना तुम अपना मर्जी से कुछ नहीं करोगी। और तुम मुझे मालिक कह कर बुलाओगी।

मैं: जी मालिक।

मेरे ये बोलते ही गोकुल ने मुझे बालों से पकड़ा, और मेरे मुंह को अपने मुंह के करीब ले गया। फिर उसने अपने होंठ मेरे होंठों से चिपका दिए, और मेरे होंठों को पागलों की तरह चूसने लगा। मैं भी उसका साथ देने लगी। ये मेरी आज तक की सबसे वाइल्ड किस्स थी, जिसमें मुझे भी मजा आ रहा था।

तकरीबन 5 मिनट उसके मेरे होंठ चूसे। फिर वो खड़ा हो गया। मेरे बाल उसके हाथ में थे। फिर वो मेरे बाल खींच कर बोला-

गोकुल: चल कुतिया, बिस्तर पर चलते है।

ये बोल कर वो मेरे बाल हाथ में लिए हुए ही चलने लगा। मैं घुटनों पर चल कर उसके साथ-साथ जाने लगी। ऐसा फील हो रहा था जैसे मैं उसकी कुतिया थी, जिसको वो हाथ में पट्टा लेके अपने साथ चला रहा था।

फिर बेडरुम में जा कर उसने मुझे बाल खींच कर उठाया। उसके बाद उसने मुझे गले लगाया, और दोबारा मेरे होंठ चूसने लगा। किस्स करते हुए वो हाथ मेरा गांड पर ले गया, और मेरी लेगिंग्स में डाल कर लेगिंग्स नीचे खींच दी। उसने मेरी लेगिंग्स उतार दी, और अब मैं नीचे सिर्फ पैंटी में थी। फिर उसने मेरी टी-शर्ट भी उतार दी।

अब मैं उसके सामने सिर्फ ब्रा पैंटी में थी। वो मुझे ऊपर से नीचे तक घूर कर देखने लगा, और बोला-

गोकुल: साली तू तो बहुत खूबसूरत है। तुझे चोदने की मेरी प्यास कभी शांत नहीं होने वाली।

ये बोल कर उसने ब्रा के ऊपर से मेरे चूचे पकड़ लिए, और उन्हें जोर-जोर से दबाने लगा। साले की पकड़ इतनी मजबूत थी, कि मेरे चूचों में दर्द होने लगा। फिर उसने पीछे हाथ डाल कर मेरी ब्रा का हुक तोड़ दिया, और ब्रा को चूचों से अलग कर दिया। अब मेरे गोरे-गोरे चूचे उसकी आंखों के सामने थे। वो देखते ही मेरे चूचों पर झपट पड़ा, और उनको चूसने लगा। वो एक चूचे को चूस रहा था, और दूसरे को दबा रहा था। मुझे दर्द हो रहा था, लेकिन मज़ा भी आ रहा था।

कुछ दी चूचे चूसने के बाद जब मेरे चूचे लाल हो गए, तब उसने मुझे चूचों से पकड़ कर बेड की तरफ खींचा, और बेड पर लिटा दिया। अब मैं बिस्तर पर सीधी लेट थी, और सिर्फ पैंटी में थी। मुझे वासना भरी आंखों से देखते हुए वो अपने कपड़े उतारने लगा। देखते ही देखते वो पूरा नंगा हो गया। उसका लंड जैसे ही मैंने देखा, मैं हैरान हो गई। कम से कम 8 इंच का लंड था उसका। आज तक मैंने ऐसा लंड सिर्फ पोर्न वीडियोस में देखा था।

उसका लंड देख कर मुझे खुशी भी हो रही थी, और डर भी लग रहा था। खुशी इस चीज की, कि आज तो असली मर्द से चुदाई होगी, और डर इस बात का कि उसका लंड मुझे बहुत दर्द देने वाला था।

फिर वो मेरे ऊपर आया, और मेरी पैंटी खींच कर उतार दी। मेरी चिकनी चूत गीली हो कर उसको आवाज दे रही थी। उसने देखते ही मेरी चूत पर अपना मुंह लगा लिया, और ऐसे चूसने लगा जैसे कोई रस भरे आम को चूसता है। मेरे मुंह से सिसकियां निकलने लगी। आज तक ऐसा अनुभव नहीं मिला था मुझे। मैं अपने हाथ से उसके सर को चूत में दबाने लगी, और गांड हिलाने लगी।

वो जीभ अन्दर डाल रहा था मेरी चूत के, और उंगलियों से चूत के दाने को मसल रहा था। मैं इतनी गरम हो गई थी, कि मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया। वो मेरी चूत का सारा पानी पी गया।

फिर उसने मुझे लंड चूसने का इशारा किया। मैं उठ कर उसके सामने घोड़ी बन गई, और वो बिस्तर के नीचे खड़ा था। अब उसका लंड मेरे मुंह के सामने था। उसके लंड को जैसे ही मैंने छुआ, मेरे बदन में करेंट सा दौड़ गया। अब मेरे अंदर की रंडी जाग रही था। मैंने लंड को सहलाते हुए चाटना शुरू कर दिया। फिर मैंने उसके मुंह में डाल कर चूसना शुरू कर दिया।

पूरा लंड तो मेरे मुंह में नहीं जा रहा था, लेकिन जितना हो सकता था मैं मजे से चूस रही थी। फिर गोकुल ने मेरे बाल पकड़े, और बेरहमी से मेरे मुंह में धक्के देने लगा। अब उसका लंड मेरे गले में लग कर मुझे दर्द दे रहा था। लेकिन इस सब में मुझे मजा आ रहा था। जब उसका लंड मेरी थूक से पूरी तरह भीग गया, तो उसके लंड बाहर निकाला, और वापस मुझे बिस्तर पर लिटा दिया।

फिर वो मेरे ऊपर आया, और लंड चूत पर रखा। उसके बाद एक जोर का झटका मार कर उसने अपना लंड मेरे अंदर घुसा दिया। मेरे मुंह से चीख निकली, तो उसने एक हाथ से मुंह दबा दिया, और धक्के मारने लगा। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने लोहे का सलिया घुसेड़ दिया हो, हालांकि मैं पहले कितनी बार चुद चुकी थी। शायद ऐसा इसलिए था, क्योंकि उसका लंड पति के लंड से बहुत बड़ा था।

गोकुल मेरी चूत में पूरा लंड घुसेड़ चुका था, और मजे से धक्के मार रहा था। धीरे-धीरे मेरा दर्द कम हो गया, और मुझे भी मजा आने लगा। अब मैं उसको अपने चूचे चुसवाते हुए चूत मरवा रही थी। मेरे मन में आने लगा कि अब तो घर में ही लंड का इंतेज़ाम हो चुका था, क्योंकि मैं गोकुल से जब चाहे चुदवा सकती था।

तभी अचानक उसको पता नहीं क्या हुआ, कि वो लंबे और जोर के धक्के मारने लगा। मुझे दोबारा दर्द होने लगा। मैंने नीचे देखा तो चूत से खून आ रहा था। मैंने गोकुल को धीरे करने को कहा, लेकिन उसने नहीं सुना।

वो बोला: तेरी चूत को अच्छे से खोल रहा हूं रंडी।

वो धक्के मारता गया। मुझे लग रहा था जैसे उसका लंड मेरे पेट तक जा रहा हो। मैं चीखती रही, और वो चोदता गया। फिर उसने लंड बाहर निकाला, और मेरे मुंह पर पिचकारी मार दी। फिर वो बोला-

गोकुल: मुझे मजा आया रंडी तुझे चोद के। अब तेरा राज़ राज़ ही रहेगा।

और ये बोल कर वो चला गया। मैं खड़ी भी नहीं हो पा रही थी। फिर जैसे-तैसे मैंने खुद को साफ किया। उस दिन के बाद गोकुल ने मुझे बहुत चोदा। उसने मेरी गांड भी पूरी फाड़ दी थी। कुछ ही वक्त में मेरी चूत और गांड का पूरा भोंसड़ा बन गया था, और मेरी आग पूरी तरह ठंडी हो चुकी थी।

तो ये थी मेरी कहानी। अगर आपको पसंद आई हो तो [email protected] पर फीडबैक दें।

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