पिछला भाग पढ़े:- बहन की सील तोड़ी दोस्त ने-4
दोस्तों मैं रोहित एक बार फिर आपका स्वागत करता हूं अपनी इस सच्ची सेक्स कहानी में। कहानी के पिछले पार्टस को पढ़ कर आप लोगों ने बहुत सराहना की, उसके लिए धन्यवाद। ये कहानी बिल्कुल सच्ची है, बस रोचक बनाने के लिए थोड़ा सा मसाला जोड़ा गया है। बाकी कहानी बिल्कुल सच्ची है। तो शुरू करते हैं कहानी को।
दोस्तों उस रात के बाद हिमानी और सलीम आपस में काफी खुल गए थे। अब हिमानी रेगुलर फैजान के साथ सलीम के फ्लैट पर जाती थी, और चुदाई के मज़े लेती थी। हर बार चुदाई के बाद वो तीनों बाहर बैठ कर गप्पे मारते थे। लेकिन फैजान और सलीम का मकसद सिर्फ हिमानी के मन में उन जैसे मर्द के लिए इज्जत और बाकी लोगों के लिए नफरत भरना था। इस काम में वो सफल भी हो रहे थे।
एक रात की बात है। हिमानी और फैजान चुदाई के बाद सलीम के साथ बाहर सोफे पर बैठ कर कॉफी पी रहे थे। हिमानी ने सिर्फ फैजान की टी-शर्ट पहनी थी, जो कि उसकी जांघों तक आ रही थी। उसने अंदर कुछ भी नहीं पहना था। सलीम बातों-बातों में हिमानी को जांघों पर छू रहा था, और हिमानी को सलीम से कोई दिक्कत नहीं थी।
मैं हैरान था और हमेशा की तरह अंदर रूम में बैठ कर हिला रहा था। लेकिन आज की रात मेरे लिए बहुत यादगार होने वाली थी, ये मुझे पता नहीं था।
सलीम हिमानी से बोला: फैजान से चुदने के बाद तुम्हारा फिगर और भी निखर कर है। तुम पहले से और भी ज्यादा सेक्सी लगने लगी हो।
हिमानी ने बोला: थैंक यू सलीम जी। आप भी बस झूठी तारीफ करते हो।
सलीम बोला: अरे विश्वास नहीं होता तुमको? देखो जरा अपने बूब्स और गांड को, कितने बड़े हो गए हैं, और मस्त दिख रहे हैं।
हिमानी शर्मा गई लेकिन बहुत ज्यादा चौकी नहीं वो। क्योंकि सलीम अक्सर खुल कर कुछ भी बोल देता था।
हिमानी ने कहा: ये तो सही बोला आपने। मेरे कपड़े भी टाइट होने लगे हैं अब तो।
ये सुन कर तीनों हंसने लगे।
सलीम ने मौका देख कर कहा: ये तो तुम्हारी किस्मत अच्छी है कि फैजान जैसा तगड़ा मर्द तुमको मिला है। वरना तुमको कभी असली सुख मिलता ही नहीं। तुम हमेशा दुबले पतले मोटे पति या बॉयफ्रेंड से 1-2 मिनट करके गरम ही रह जाती। कभी ठंडी नहीं हो पाती।
हिमानी हस कर फैजान के हाथ पर हाथ रख कर उसको देखती है, और फैजान उसको एक किस्स करता है।
फिर हिमानी बोलती हैं: हमारे सारे मर्द ऐसे थोड़ी ना होते हैं। कुछ लोग होती होंगे मरियल, छोटी लुल्ली वाले।
इस पर सलीम ज़ोर देकर बोला: इनकै मर्द मत बोलो। साले सारे के सारे छोटी लुल्ली वाले हैं। किसी में दम नहीं है औरत को खुश करने का। इनको तुम नामर्द या गांडू कह कर बोला करो।
हिमानी चुप हो गई। इस पर सलीम बोला: बाहर के लोगों को तो छोड़ो, तुम्हारे घर के लोग भी असली मर्द नहीं है। वो भी गांडू हैं।
हिमानी को थोड़ा बुरा लगा, हालांकि उसको लगता हैं कि हमारे सभी लोग असली मर्द नहीं हैं।
हिमानी ने बोला: ऐसा मत बोलो प्लीज, मेरे घर वालो के लिए।
सलीम बोला: बुरा मत लगाना, लेकिन मैंने अगर प्रूव कर दिया कि तुम्हारा भाई गांडू है, तो तुम क्या करोगी?
हिमानी ने बोला: जो आप बोलोगे वो करुंगी। लेकिन मन ही मन हिमानी को डर था कि सलीम सही साबित ना हो जाए। मैं अंदर रूम में था। मेरी गांड फट रही थी, कि अब क्या होने वाला था?
तभी सलीम ने मुझे आवाज लगा कर बाहर बुलाया। मैंने कोइ जवाब नहीं दिया, तो उसने बोला: बहनचोद बाहर आ।
तो मैं डर कर बाहर आ गया। मुझे देख कर हिमानी शॉक हो गई और थोड़ा डर गई।
सलीम ने हिमानी को बोला: डरो मत, ये गांडू कुछ नहीं करेगा, और करेगा तो इसकी गांड मार लूंगा।
हिमानी बोली: आप यहां क्या कर रहे हों? और मैं सर झुका कर खड़ा था और अंदर से सलीम को गाली दे रहा था।
हिमानी फैजान की टी-शर्ट जो उसने पहनी थी, उससे अपनी जांघों को कवर करने लगी, तो फैजान ने उसको रोक दिया और बोला: इस गांडू से शर्माने की जरूरत नहीं है।
फिर सलीम ने हिमानी को बोला: ये गांडू यहां आकर मेरा लंड चूसता है। इसको पता है तुम फैजान की गर्लफ्रेंड हो, और आकर चुदाई करती हो। ये तुम्हारी चुदाई देखने के बदले में मेरा लंड चूसता है। जब तुम दोनों रूम में सेक्स करते हो, ये बाजू के कमरे में तुम्हारी चुदाई देख कर मेरा लंड चूसता है।
सलीम ये बोल कर हंसने लगता हैं। हिमानी को ये एहसास हुआ कि अगर उसका भाई चुदाई देखता था, तो सलीम जी भी देखते होंगे। उसको शर्म आ रही थी।
उसने फैजान से पूछा: तुमको पता था क्या ये? और तुमने मुझे बताया नहीं।
फैजान बोला: अगर बता देता तो तुम नाराज हों जाती, और मैं इस गांडू की वजह से मेरी रानी को नाराज नहीं कर सकता।
ये बोल कर फैजान ने हिमानी को हग कर लिया।
फैजान बोला: मैं इस गांडू की सच्चाई तुम्हारे सामने भी लाना चाहता। लेकिन सही समय पर।
हिमानी को यकीन नहीं हो रहा था कि मैं वहां सलीम का लंड चूसता था। तो उसने सलीम को बोला-
हिमानी: मुझे इस बात पर यकीन नहीं।
तो सलीम बोला: अभी दिला देता हूं यकीन, कि ये गांडू मेरा लंड चूसता है। और ये भी कि तुम्हारे सभी लोगों की लुल्ली कितनी छोटी होती है (और हंसने लगा)।
सलीम ने मुझसे पूछा: बता अपनी बहन को की तू मेरा लंड चूसता है।
मैं सर झुका कर खड़ा रहा।
हिमानी बोली: बताओ भैया।
मैं कुछ नहीं बोला। तभी सलीम ने लूंगी खोली, और उसका मूसल लंड एक झटके के साथ बाहर आ गया। हिमानी उसको देख कर देखती रह गई कि इतना बड़ा लंड भी होता है। लेकिन वो शर्माई नहीं, क्योंकि अभी उसके दिमाग में मेरे ऊपर गुस्सा आ रहा था।
सलीम अपने लंड को हाथ में लेकर बोला: मादरचोद, जल्दी आ इसको चूस।
फिर आखिरकार मुझे झुकना पड़ा। मैं घुटनों पर बैठ कर सलीम का लंड चूसने लगा। अंदर ही अंदर मुझे भी मज़ा आने लगा अपनी बहन के सामने लंड चूस कर। सलीम और फैजान हंसने लगे, और हिमानी को मुझ पर गुस्सा आने लगा।
सलीम हिमानी को बोला: देखा कैसे तुम्हारा भाई मेरा कुत्ता बन कर लंड को लॉलीपॉप जैसे चूस रहा है।
सलीम का लंड इतना बड़ा था कि सिर्फ टोपा ही मेरे मुंह में आ रहा था, और हिमानी ये सब देख रही थी।
अब सलीम ने बोला: गांडू जल्दी से अपने कपड़े उतार।
मैंने बोला: प्लीज सलीम भाई रहने दो ना।
तो हिमानी ज़ोर से बोली: सलीम जी बोल रहे है कपड़े उतारने को, तो जल्दी से उतार अपने कपड़े साले गांडू।
हिमानी के मुंह से ये सुन कर मैं शॉक हो गया, और सलीम और फैजान दोनों खुश हो गए। मुझे हार कर अपने कपड़े उतारने पड़े। जैसे ही मैंने टी-शर्ट और पजामा उतारा, मेरी पतली-दुबली चिकनी बॉडी देख कर सलीम और फैजान हंसने लगे, और हिमानी को शर्म आने लगी। फिर मैंने अपनी चड्डी भी उतारी, और मेरे छोटे से लंड को देख कर जो खड़ा भी नहीं हुआ, सलीम और फैजान हंसने लगे, और हिमानी ने अपना सर झुका लिया।
सलीम ने मुझे बोला: कुत्ता बन कर मेरा लंड चूस।
और मैं एक वफादार कुत्ते की तरह घुटने पर बैठ कर सलीम लंड चूसने लगा। सलीम ने मेरी गांड पर एक थप्पड़ लगाया, और मेरे मुंह से सिसकारी निकल गई।
हिमानी गुस्से में बोली: देखो इस गांडू को कैसे मज़े लेकर सलीम जी का लंड चूस रहा है। सलीम जी आप सही बोल रहे थे। ये गांडू है, और बाकी सब लोग भी इसके जैसे छोटी लुल्ली वाले ही होते है। असली मर्द तो आप लोग हैं।
हिमानी ने मेरी गांड पर जोर से थप्पड़ मारा और बोली: तुम्हारी वजह से हमारी सारी औरतें प्यासी रह जाती हैं, और उनको कभी चुदाई का असली सुख नहीं मिल पाता। ये तो सलीम जी है, जिन्होंने तुम्हारी सच्चाई बता दी, वरना मैं तो तुमको इज्जत देती रहती हमेशा। हिमानी ने 2-3 गालियां भी दी मुझे।
हिमानी ने कहा कि यह तो उसकी किस्मत अच्छी थी कि फैजान जैसा मर्द उसका बॉयफ्रेंड था, जिसने उसको चुदाई का असली सुख दिया। वरना वो तो हमेशा मेरे जैसे किसी गांडू की बीवी बन कर रह जाती। मैं अभी भी सलीम का लंड चूस रहा था।
हिमानी बोली: देखो इसको तो कोई शर्म ही नहीं है। कैसे अभी भी सलीम जी के लंड को चूस रहा है।
सलीम बोला: हिमानी तुमको मेरा लंड कैसा लगा?
हिमानी बिना किसी शर्म के बोली: आपका लंड तो असली लंड है। मैंने इतना बड़ा लंड सिर्फ पिक्स में देखा है। आप ही असली मर्द हो जिसको देख कर औरत को यकीन हो जाता है, कि ये मुझे हमेशा खुश रखेगा और मेरी रक्षा करेगा। आप जो बोलोगे मैं वो करुंगी।
सलीम बोला: पहले ये बताओ इस गांडू का अब क्या करे?
हिमानी सलीम के पास जाकर बैठी और बोली: इस गांडू को इतना चोदो कि ये पूरी औरत बन जाए। वैसे भी लड़कियों जैसा ही दिखता है ये तो।
मैं सुन रहा था, लेकिन अब मज़ा आ रहा था, और मेरा छोटा सा लंड खड़ा हो रहा था।
हिमानी गुस्से में बोली: इस मादरचोद की लुल्ली इसकी बेइज्जती सुन कर खड़ी हो गई (और ये बोल कर हिमानी ने मुझे चाटा मार दिया। मुझे अच्छा लगा ये।)
सलीम हिमानी से बोला: वैसे तो मैं लड़कों को नहीं चोदता, क्योंकि बहुत सी औरते चुदाने के लिए तैयार है मुझसे। लेकिन तुम बोलती हो तो मे इसको चोदूंगा। लेकिन तुम अपनी बात भूल गई। तुमने बोला था कि जो मैं बोलूंगा वो करोगी तुम।
हिमानी बोली: आप बताओ क्या करना है मुझे?
तो सलीम बोला: तुमको मेरे साथ सेक्स करना होगा, वो भी फुल मज़े लेकर। मैं तुमको खुश कर दूंगा।
हिमानी ने फैजान की तरफ देखा, तो फैजान ने उसको हग करके बोला: तुम चाहो तो सलीम भाईजान से खुल कर चुदवा सकती हो। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। तुमको भी मज़ा आएगा और शर्त भी पूरी हो जाएगी।
हिमानी सलीम का लंड और बॉडी देख कर आकर्षित तो पहले से थी, और फैजान ने भी हा बोल दिया था। और इधर मेरी नामर्दगी की वजह से भी उसको गुस्सा आ रहा था। ये तीनों बाते एक साथ हुई और हिमानी ने सलीम को कहा-
हिमानी: सलीम जी, मैं आपसे चुदने के लिए तैयार हूं। जैसा आप बोलोगे वैसा करुंगी मैं आज से। जब आप बोलोगे तब आपसे चुदूंगी मैं आज से। लेकिन पहले इस गांडू को लड़की बना कर चोदो आप।
सलीम खुश हो गया और बोला: जैसा तुम बोलो मेरी जान।
ये सुन कर मेरी गांड फट गई। पर मैंने सोचा जो होगा देखा जाएगा। हिमानी ने मुझे नहा कर आने को कहा। मैं बाथरूम में गया और नहा कर आया। हिमानी मुझे रूम में ले गई, और अपनी ब्रा पेंटी और कपड़े मुझे पहनाए। फिर मेरा मेक अप किया और बोली-
हिमानी: आज तुमको सलीम जी को खुश करना है।
मैंने सर झुका कर हां बोल दिया। जैसे ही मैं बाहर आया, सलीम और फैजान हंसने लगे और बोले: अब तू पूरी लड़की लग रहा है।
हिमानी भी हंसने लगी, और सलीम के पास जाकर बैठ गई। सलीम ने उसके कंधे पर हाथ रख दिया, और हिमानी ने कुछ भी नहीं कहा।
अब सभी के सामने मेरी चुदाई होनी थी। हम सब लोग कमरे में गए। सलीम पूरा नंगा हो गया। उसका मर्दाना शरीर देख कर हिमानी खुश हो रही थी। सलीम ने मेरी टी-शर्ट और शॉर्ट्स उतारे, और ब्रा के ऊपर से मेरे निप्पल दबाने लगा। मैं सलीम को किस्स करने लगा, तो उसने मुझे थप्पड़ मार दिया। ये देख कर हिमानी और फैजान हंसने लगें।
सलीम ने मेरी ब्रा फाड़ दी, और पेंटी को खींच कर उतार दिया। हिमानी ये देख कर गरम हो गई, और फैजान को किस्स करने लगी। फैजान भी हिमानी की चूत में उंगली करने लगा।
सलीम मेरा दाया निप्पल चूस रहा था, और बाया निप्पल दबा रहा था। वो किसी जानवर कि तरह दबा रहा था। हिमानी मन ही मन सोच रही थी, कि जल्दी ही ये उसके साथ भी होने वाला था।
अब सलीम ने मेरी गांड के नीचे तकिया लगाया और गांड के छेद पर वेसलिन लगाई। फिर मेरे हाथों को पकड़ा, और जोर से एक धक्का मेरी गांड में लगाया, और उसका टोपा मेरी गांड में घुस गया। मैं जोर से चिल्लाया। उसने मेरा मुंह दबा दिया, और एक मिनट के लिए रुका। फिर अचानक से एक जोर का झटका दे दिया।
अभी भी सलीम का आधा लंड ही मेरी गांड में घुस पाया था। मेरी आंखों के आगे अंधेरा छा गया, और हिमानी ये देख कर मज़े ले रही थी। वो उठी, मेरे पास आई, मेरे सर को गले लगा कर मुझे चुप कराने लगी। सलीम ने अगले झटके में पूरा लंड अंदर घुसा दिया था, और हिमानी मेरा सर अपने बूब्स के बीच लगा कर मेरे सर पर किस्स करने लगी।
वो बोली: अब तू एक औरत बन गई है।आज से तू सलीम जी की रंडी है। जब वो चाहेंगे तेरे को चोदेंगे।
हिमानी एक हाथ से मेरे निप्पल मसल रही थी। अब मुझको थोड़ा आराम मिल रहा था। सलीम मुझे हचक कर चोद रहा था। मैं भी अब गांड उठा कर मज़े ले रहा था। करीब 35-40 मिनट बाद सलीम झड़ा, और मेरे ऊपर से उठा। इस दौरान उसने मुझे अलग-अलग तरीको से चोदा, और मेरी गांड के छेद को खोल दिया।
जैसे ही सलीम उठा, तो हिमानी ने अपनी पेंटी उठा कर सलीम के लंड को साफ किया, और एक कातिलाना मुस्कान दी। वो सलीम से बहुत आकर्षित हो गई।
सलीम ने कहा: हिमानी अब अपनी सुहागरात कब मनानी है?
फैजान बोला: भाईजान देर किस बात की? कल ही रात को कर लो।
हिमानी शर्मा गई। सलीम ने हिमानी को पैसे दिए और बोला: अच्छी सी साड़ी और नकली मंगलसूत्र खरीद लेना, और एक-दम दुल्हन की तरह तैयार हो कर कल इस कमरे में मेरा इंतेज़ार करना।
हिमानी ने शर्मा कर पैसे ले लिए, और सलीम को हग किया। मैं उसी बिस्तर पर पड़ा हुआ था।
सलीम बोला: हिमानी तुम और फैजान भी कमरे में जाकर सो जाओ, थक गए होगे, और कल तो पूरी रात जागना है।
हिमानी को फैजान अपनी गोद में उठा कर ले गया, और दोनों लोग सो गए।
दोस्तों आज के लिए इतना ही। अगली कहानी में हिमानी और सलीम की सुहागरात लिखूंगा। ये कहानी भी जल्दी ही आएगी। आप अपना फीडबैक मुझे जरूर भेजे, ताकि जल्दी ही अगला पार्ट अपलोड कर सकू।
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