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बहन की सील तोड़ी दोस्त ने-4 (Behan Ki Seal Todi Dost Ne-4)

पिछला भाग पढ़े:- बहन की सील तोड़ी दोस्त ने-3

दोस्तों बहन की चुदाई कहानी के अगले पार्ट में आपका स्वागत है। पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मेरी बहन फैजान के लंड की दीवानी हो गई थी। फिर फैजान ने उसको सलीम के फ्लैट में रहते हुए चुदाई के लिए मनाया। फिर सलीम ने अपनी बातों से मेरी बहन को अपनी तरफ आकर्षित किया, और बहकाया। उसके बाद फैजान मेरी बहन को रूम में ले गया। अब आगे-

फैजान झट से हिमानी पर टूट पड़ा, हिमानी भी बियर के नशे में थी, और सलीम की बातों से बहुत उत्तेजित हो गई थी, तो वह भी फैजान का पूरा साथ दे रही थी।

दोनों ने अपने कपड़े उतार कर फेंक दिए, और फैजान ने हिमानी को अपना लंड चूसने बोला। हिमानी भी बिना किसी देर के उसका लंड किसी पोर्नस्टार की तरह चूसने लगी। आज वो फैजान के लंड को बार-बार देख रही थी, क्यूंकि सलीम ने मुस्लिम लंड की बहुत तारीफ की थी।

इसी बीच सलीम अंदर आया, और लुंगी खोल कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैं समझ गया मुझे क्या करना था। मैं बिना कुछ बोले उसका लंड चूसने लगा। आज मुझे भी मज़ा आ रहा था, क्योंकि बाहर सलीम की बाते सुन कर मैं भी मुस्लिम मर्द की तरफ आकर्षित हो गया था।

सलीम मुझे बोला: क्या मस्त चूस रहा है तू आज। बहुत जल्दी तेरी रंडी बहन को चुसाऊंगा अपना ये मूसल लंड।

उधर रूम में अब फैजान हिमानी की चूत चाट रहा था, और हिमानी बहुत जोर-जोर से सिसकारियां ले रही थी। उसने फैजान का मुंह अपनी चूत पर दबा रखा था। अब फैजान उठा और अपना लंड हिमानी की चूत पर रगड़ने लगा।

हिमानी बोली: जान अब मत तड़पाओ, जल्दी से अंदर डाल दो।

लेकिन फैजान ने उसे मना कर दिया और बोला: नहीं चोदूंगा।

मैं हैरान हो गया कि वह ऐसा क्यों बोल रहा था?

तभी हिमानी ने बोला: क्या हुआ जान, कुछ गलती हो गई क्या मुझसे?

तभी फैजान बोला: मैं अपना लंड तुम्हारी चूत में तभी डालूंगा जब तुम मुझसे भीख मांगोगी चुदाई की और बोलोगी कि अपना ये मूसल मेरी चूत में डाल कर फाड़ दो इसको।

हिमानी हवस के नशे में चूर होकर बोली: फैजान में तुमसे हाथ जोड़ कर भीख मांगती हूं, कि अपना ये मूसल लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत को फाड़ दो।

ये सुन कर सलीम हंस पड़ा और बोला: देख रहा है अपनी रंडी बहन को? कैसे चुदने के लिए बेताब हैं।

मैं सर झुका कर उसका लंड चूसने लगा। उसने जोर से मेरी गांड पर एक थप्पड़ मारा और मेरी सिसकारी निकल गई। उसने 2-3 बार और मारा, जो मुझे भी अच्छा लगा। उधर फैजान हिमानी को बोला-

फैजान: बोल तू मेरी रांड है।

तो हिमानी बोली: फैजान मैं तुम्हारी रंडी हूं। जल्दी से अपना मूसल लंड मेरी चूत में घुसा दो।

अब फैजान ने भी देर ना करते हुए उसकी चूत में लंड डाल दिया और उसको चोदने लगा। पूरे रूम में सिर्फ हिमानी की चीखने की आवाजे आ रही थी।
इधर सलीम ने मुझसे अपने निपल्स चूसने को बोला, और वो बिस्तर पर लेट गया। मैं उसके ऊपर चढ़ कर उसके छाती को चूमने लगा। उसका मर्दाना शरीर छूने के बाद मुझे एहसास हुआ कि क्यों औरतें उससे चुदाने के लिए राजी होती है।

वहां फैजान ने लगातार हिमानी को चोद रहा था। फिर करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद फैजान ने अपना माल हिमानी के मुंह पर निकाल दिया जिसमें से थोड़ा हिमानी ने पी लिया। हिमानी इस चुदाई में करीब 3 बार झड़ गई थी। उसके चेहरे पर संतुष्टि साफ-साफ दिख रही थी।

अब हिमानी को सलीम की बाते वापस याद आने लगी़। उसका बियर का नशा भी उतर गया था।

उसने फैजान को पूछा: सच में तुम्हारे सब मर्द ताकतवर होते है?

फैजान बोला: बिल्कुल, तुमने देखा नहीं सलीम भाईजान को, कितना ताकतवर शरीर है उनका?

हिमानी बोली: वो तो बिल्कुल सांड जैसे मजबूत लगते है। मैं तो उनके सामने बिल्कुल नन्हीं बच्ची लग रही थी। सच में हमारे लोग सेक्स में औरत को संतुष्ट नहीं कर पाते है?

तो फैजान को मन में लगा यहां तो शिकार सामने से हलाल होने आ रहा था। उसने हिमानी को अपना ट्विटर अकाउंट खोल कर कुछ हमारे लोगों के लंड के फोटोस दिखाए। वो सब लंड बहुत छोटे और बेकार दिख रहे थे।

हिमानी बोली: इतने से ही होते हैं क्या?

और ये बोल कर उसने फैजान के हाथ से फोन ले लिया, और बाकी पोस्ट्स देखने लगी। हिमानी मूसल लंड देख कर पागल हो गई। साथ ही उसको छोटे लंड देख कर हसी आ रही थी। फैजान को अपनी मंजिल पास आती दिखाई देने लगी।

हिमानी ने बोला: अगर सभी लोगों का लंड ऐसा होता है तो मैं हमेशा तुम्हारे साथ ही रहूंगी, और जो बोलोगे वो करुंगी। हमारे पूरे परिवार में तुम्हारे जैसी बॉडी किसी की नहीं। सब लोग दुबले है, या तो पेट निकला हुआ है।

ये बोल कर वो फैजान से लिपट गई। हिमानी को प्यास लग रही थी, तो वो बाहर पानी पीने के लिए उठी, और अपना टॉप और पेंटी पहनी। वैसे भी रात के 3 बज रहे थे, तो बाहर कोई नहीं होगा, तो उसने जींस पहनना ठीक नहीं समझा। वो सिर्फ़ टीशर्ट और पेंटी पहन कर बाहर जाने लगी।

इधर सलीम ने भी अपना सारा माल मुझे पिला दिया और लुंगी पहन कर जान-बूझ कर हिमानी के सामने बाहर जाने लगा। हिमानी टीशर्ट और पेंटी में बाहर किचन में पहुंची, और सलीम भी वहां आ गया और उसके पीछे खड़ा हो गया। जैसे ही हिमानी पानी पीकर पीछे मुड़ी, वो सलीम से टकरा गई। हिमानी गिरने को हुई लेकिन सलीम ने उसकी कमर को पकड़ कर अपने पास खींच लिया।

हिमानी सलीम की आगोश में थी, और वो भूल गई कि उसने नीचे सिर्फ पेंटी पहनी हुई थी।

सलीम ने उसे छोड़ा और बोला: कैसी रही रात? तुम्हारी सिसकारियों से तो लग रहा था कि फैजान ने बहुत खुश कर दिया तुमको।

हिमानी शर्म से लाल हो गई और वहां से जाने लगी। तभी फैजान बाहर आ गया और हिमानी से पानी मांगा।

वो सलीम को देख कर बोला: आप सोए नहीं भाईजान अभी तक?

तो सलीम बोला: तेरी गर्लफ्रेंड की चीखों ने सोने ही नहीं दिया।

दोनों इस बात पर ठहाके लगाने लगे।

सलीम ने फैजान को शाबाशी दी: ऐसे ही हिमानी को मज़े दो और खुद भी मज़े करो।

फैजान बोला: सब आपसे ही सीखा है भाईजान।

तभी फैजान ने कहा: कॉफी पीने का मन कर रहा है। हिमानी तुम बना दोगी क्या अपन तीनों के लिए।

हिमानी: बिलकुल बना दूंगी। ये भी कोई पूछने की बात है।

उसी समय हिमानी को एहसास हुआ कि उसने नीचे सिर्फ पेंटी पहनी हुई थी, और वह सलीम के साथ खड़ी है। वो शर्मा कर जल्दी रूम कि तरफ भागने लगी, तो सलीम ने उसे रोका और बोला-

सलीम: मुझे पता है तुम रूम में जींस पहनने जा रही हो। लेकिन आधी रात में टाइट जींस पहनोगी तो खुद ही अनकंफर्टेबल हो जाओगी। तुम्हे शर्माने की जरूरत नहीं है, और वैसे भी मैंने तुमको पेंटी में देख लिया है। और मैंने खुद ने भी सिर्फ लुंगी ही पहनी हुई है।

फैजान बोला: सलीम भाईजान सही कह रहे हैं। ये तुम्हारा घर नहीं हैं जहां तुमको पूरा ढक कर रहना पड़ता हैं। इस घर में तुमको किसी से शर्माने की जरूरत नहीं है।

हिमानी को उसकी बात ठीक लगी। वो बोली: आप लोग सोफे पर बैठो, मैं कॉफी बना कर लाती हूं (और वो अंदर जा कर काफी बनाने लगी)।

हिमानी कॉफी लेकर बाहर आई और टेबल पर रखी। लेकिन सलीम और फैजान सोफे पर इस तरह बैठे थे, कि हिमानी को उन दोनों के बीच में बैठना पड़ा। सलीम ने कॉफी की सिप ली और हिमानी की तारीफों के पुल बांधने लगा।

हिमानी बोली: इतनी भी अच्छी नहीं है कॉफी। आप भी बस मजाक करते हैं।

मैं अंदर से सब देख रहा था और सोच रहा था कि पहली मुलाकात में हिमानी सलीम से इतना घुल-मिल गई।

तभी फैजान हिमानी को छेड़ते हुए बोला: वैसे हिमानी इस टीशर्ट और पेंटी में तुम बहुत सेक्सी लग रही हो।

हिमानी शर्मा गई और उसने फैजान की कमर पर चुटकी करी, और चुप रहने का इशारा किया।

हिमानी बोली: मैं अन्दर जाती हूं।

तो सलीम बोला: अरे हिमानी शरमाओ मत। फैजान बिलकुल सच बोल रहा है‌‌। तुम तो बिल्कुल बॉलीवुड हीरोइन से भी ज्यादा सेक्सी लग रही हो।

हिमानी ने कहा: इतनी भी सुंदर नहीं हूं मैं।

लेकिन मन ही मन वो अपनी तारीफ सुन कर खुश हो रही थी। अब हिमानी सलीम से काफी खुल गई थी। सलीम उसकी गोरी-गोरी टांगों को घूर रहा था, जिसे हिमानी ने भाप लिया और वो बोली-

हिमानी: आपने तो इतनी औरतों के साथ मज़े किए है। मेरी टांगें इतनी अच्छी है क्या जो आप बार-बार देख रहे हों (हिमानी ने ये बात हस कर मजाक में कही)।

सलीम बोला: मैंने बहुत औरतों को संतुष्ट किया है। लेकिन तुम्हारी जैसी चिकनी टांगें किसी की नहीं है। फैजान के तो मज़े है।

फैजान बोला: ये बात तो आपने सही कही भाईजान (और ये बोलते हुए फैजान ने हिमानी को लिप्स पर किस्स किया)।

हिमानी भी सलीम के सामने खुल गई थी, तो उसने भी फैजान को खुल कर किस्स किया। कॉफी खत्म कर सब अपने रूम में चले गए, और थोड़ी मस्ती करने के बाद फैजान और हिमानी भी सो गए।

तो दोस्तों आज की ये कहानी यही खत्म होती है। कहानी के अगले भाग में लिखूंगा कैसे हिमानी और सलीम आपस में खुलने लगे। ये भी लिखूंगा कि कैसे हिमानी को मेरे और सलीम के बारे में पता चला, और उसने मुझे साड़ी पहना कर सलीम के साथ सुहागरात मनाने के लिए तैयार किया, और मेकअप किया।

कहानी में और भी मज़ा आने वाला है। ये बिलकुल सच्ची कहानी है। इसे पढ़ कर अपना फीडबैक जरूर दें। आपके मेल से ही अगली कहानी अपलोड करने का प्रोत्साहन मिलता है Mail I’d – jainhimangi306@gmail.com

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