पड़ोसन बनी दुल्हन-50

संजयजी सेक्स के मामले में बड़े ही उदार दिल के हैं। वह मुझे कई बार उनके दोस्तों से जबरदस्ती मिलाते थे और उनके साथ मेलजोल बढ़ाने के लिए उकसाते रहते थे।

पड़ोसन बनी दुल्हन-48

जेठजी माया को अपनी दो टांगों के बिच रख कर माया के बदन पर उसे चोदने के लिए तैयार हो गए। जेठजी ने माया की चूत की पंखुड़ियों अपने लण्ड से रगड़ कर खोला।

पड़ोसन बनी दुल्हन-47

माया ने जेठजी का सर अपने स्तनोँ पर टिकाया और बोली, ” जी, आप मेरे स्वामी हो और सदा रहोगे। आप की इच्छा मेरे लिए आज्ञा है।

पड़ोसन बनी दुल्हन-46

जब माया कमरे में दाखिल हुई तो जेठजी बिकुल नंगे पलंग पर बैठे हुए थे। उनके पलंग पर उनके बाजू में एक किताब पड़ी थी। ऊपर पंखे के चलते हुए किताब के पन्ने फरफरा रहे थे।

पड़ोसन बनी दुल्हन-44

अब आगे की कहानी अंजू की जुबानी, कैसे उसके जेठजी को माया ने अपना जिस्म सौंप दिया, अब एहसान के तले या प्यार की वजह से ये पढ़िए।