पुरानी पड़ोसन की पलंगतोड़ ठुकाई–1
अब मैने आँटी की चिकनी टांगो को फैला दिया और मैं आँटी के भोसड़े पर टूट पड़ा। अब मै भूखे कुत्ते की तरह आँटी के भोसड़े को चाटने लगा।
Jab kabhi ghar ki padosan sexy mil jati hai, to uske sath aankh ladane ka maja hi aur hai. Padhiye padosan bhabhi aur aunty ki chudai kahaniya.
अब मैने आँटी की चिकनी टांगो को फैला दिया और मैं आँटी के भोसड़े पर टूट पड़ा। अब मै भूखे कुत्ते की तरह आँटी के भोसड़े को चाटने लगा।
Mujhe toh ab Neha aunty ki gaand maarni thi jo ki abhi tak virgin thi, fir kaise maine unhe mana ke unki gaand maari padhiye..
Padhiye kaise maine pados me rehne wali Neha aunty ko garam karke unhi ke ghar par choda jab unhone mujhe help ke liye bulaya tha.
कहानी के पहले भाग में आपने पढ़ा की किस तरह से मैंने ऋतू आंटी को पटाया और फिर किस तरह से मैंने उनको बजाया। अब कहानी आगे…
मैं मौके की नजाकत को समझते हुए आंटी की गांड के पीछे खड़ा हो गया।अब मैं आंटी की रोटी बनाने में हेल्प करने का नाटक करने लगा।
Padhiye kaise maine ek taalak shuda padosan jo dikhne me ekdum maal lagti hai, usko uske ghar me jamkar choda aur apni hawas mitayi.
Bhabhi chhat se jaldi jaldi kapde utaar rahi thi to apni panty utarna bhul gayi, padhie kaise maine panty dene ke bahane unki chut li.
Jaha mai apne kamre me soo raha tha wahi dusri aur chachi ke kamre me chachi padosi Dubey ji ke sath nangi so rahi thi.
Padhiye kaise meri padosi uncle, Dubey ji ne meri sundar chachi ko pataya aur mere ghar me hote hue bhi unke maje liye.
वहाँ सेठी साहब अगर टीना और अंजू की चुदाई कर रहे थे तो उनके ही घरमें उनकी बीबी उनके ही दोस्त से चुद रही थी। उतना ही नहीं वह दो दो मर्दों से चुदवाना चाह रही थी।
वहाँ सेठी साहब अगर टीना और अंजू की चुदाई कर रहे थे तो उनके ही घरमें उनकी बीबी उनके ही दोस्त से चुद रही थी। उतना ही नहीं वह दो दो मर्दों से चुदवाना चाह रही थी।
चुदाई और प्यार में काफी फरक होता है, अगर पत्नी किसी और मर्द के निचे सोती है इसका मतलब यह नहीं की वह अपने पति के प्यार नहीं करती, ऐसे ही कुछ रिश्तो के बारे में पढ़े।
वहाँ सेठी साहब अगर टीना और अंजू की चुदाई कर रहे थे तो उनके ही घरमें उनकी बीबी उनके ही दोस्त से चुद रही थी। उतना ही नहीं वह दो दो मर्दों से चुदवाना चाह रही थी।
वहाँ सेठी साहब अगर टीना और अंजू की चुदाई कर रहे थे तो उनके ही घरमें उनकी बीबी उनके ही दोस्त से चुद रही थी। उतना ही नहीं वह दो दो मर्दों से चुदवाना चाह रही थी।
पढ़िए कैसे रात को मैं भाभी के साथ सोया और उनके जिस्म के मजे लेने लगा, लेकिन वो जाग गयी, तब कैसे मैंने उन्हें मनाया उनके दूध पिने के लिए।
मेरे पड़ोस में रहने वाले भैया की अभी नयी शादी हुई थी, पढ़िए कैसे मुझे मौका मिला भाभी के करीब जाने का जब उनकी सास ने उन्हें मुझे अपने साथ सुलाने के लिए कहा।
मुझे नहीं पता था की मेरा साला सुषमा जी और सेठी साब को पहले से जानता है इसलिए मुझे अच्छा नहीं लगा जब अचानक मेरा साला घर आया।
सुषमा की बातो का असर मुझ पर काफी हो रहा था क्युकी वो जो बाते बता रही थी वैसा मैंने कभी नहीं सोचा था और नए मोड़ आये पढ़िए कहानी में।
उस तरफ जब टीना और भाभी की सेठी साहब तगड़ी चुदाई कर रहे थे तो इधर सुषमा की चुदाई मैं कर रहा था। पर इस बिच यह मोड़ और घुमाव कैसा?
कुछ रिश्ते ऐसे मजबूत बन जाते है की आप उनके लिए किसी भी हद तक जा सकते हो, ऐसे ही रिश्ते अब बन चुके थे कुछ लोगो के जिनके बारे में पढ़िए।