Aakhiri Dagar, Purane Humsafar – Episode 18

मैंने राहुल से विदा ली और घोड़े के जैसे लंड वाला मेरा दूसरा हमसफ़र मुझे अपनाने को मेरा इंतजार कर रहा था, जिससे मुझे मेरी खोयी हुयी खुशियाँ फिर से मिल गयी।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 73

अच्छी अच्छी मानिनीयाँ भी चुदवाने को बेताब हुई? पहले तो पति से ही चुदती थी, गैरों पर क्यों मोहताज हुई?” दवा जो वफ़ा का करते थे जो ढोल वफ़ा का पीटते थे। क्यों वह झुक कर डॉगी बन लण्ड लेने को सरताज हुई?