Drishyam, ek chudai ki kahani-49

जिंदगी प्यार की दो चार घडी होती है चाहे छोटी भी हो यह उमर बड़ी होती है। कड़ी चुदाई हो तेरी अगर मोहब्बत से आखिरी लम्हें तक वह याद खड़ी होती है।

कार की डिक्की में अपनी सील तुड़वायी

पता नहीं कैसे मेरे चचेरे भाई को मेरे ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पता चल गया। फिर उसने इस चीज़ का फायदा उठाया और मेरी कुंवारी चूत की सील तोड़ डाली।