Nayi Dagar, Naye humsafar – Episode 4
मैं ऑफिस की सालाना पार्टी में पूरी तरह तैयार होकर गयी की आज बॉस राहुल से तारीफ़ सुन ही लुंगी। मेरा प्लान एकदम सही जा रहा था और जो नहीं सोचा वो भी हो रहा था।
मैं ऑफिस की सालाना पार्टी में पूरी तरह तैयार होकर गयी की आज बॉस राहुल से तारीफ़ सुन ही लुंगी। मेरा प्लान एकदम सही जा रहा था और जो नहीं सोचा वो भी हो रहा था।
छोटे कपडे पहन कर भी मेरे जवान बॉस का ईमान नहीं डोला सकी. मैंने एक कदम और आगे बढ़ाया तो मुझे थोड़ी कामयाबी मिल ही गयी. कैसे? इस एपिसोड में जानिए!
मैंने अब प्रयास शुरू किये कि मेरे बॉस का ईमान डोल जाये और मेरी तारीफ़ कर दे। मेरे इन प्रयासों में मैं अपनी सीमा लांघ गयी। इसका क्या परिंणाम हुआ इस भाग में जाने।
ये मेरी वापसी की कहानी है। नयी नौकरी ज्वाइन की थी अपनी इज्जत बनाने के लिए और बॉस भी ईमानदार मिला था पर फिर भी मेरी जिद मुझे कहा ले गयी ये इस रोमांचक यात्रा में मेरे साथ चल कर पता करिये।