Meri Didi Ki Garam Jawani – Part 12
मै अपनी दीदी रिया के लिए तड़प रहा था, क्योकि अब वो मुझे अपनी चूत नही दे रही थी। फिर मुझे मम्मी से पता चला की कल रिया को देखने लड़के वाले आ रहे है।
मै अपनी दीदी रिया के लिए तड़प रहा था, क्योकि अब वो मुझे अपनी चूत नही दे रही थी। फिर मुझे मम्मी से पता चला की कल रिया को देखने लड़के वाले आ रहे है।
दीदी और मेरी शर्त लगी हुई थी, और ७ दिनों तक मैंने दीदी को छुआ तक नही था। पर जब मैं एक दिन उसके रूम में उसकी ब्रा पन्टी देखी तो मेरा लंड खड़ा हो गया।
आज हम दोनों ने सिर्फ मुख मैथुन से ही मजे लेने की सोची थी, इसलिए मैं दीदी की चूत को अच्छे से चाट चाट कर उसका पानी निकल रहा था, फिर दीदी की बारी थी।
सुबह पहले मै उठा और मैंने दीदी को उठाया, फिर हम दोनों शावर के निचे एक साथ रोमांस करते हुए नहाये। उसके बाद मैं मार्किट में से ग्रभ निरोधक गोली लेने गया!
जैसे ही हमारे माँ बाप एक हफ्ते के लिए बहार गये, तो हम दोनों भाई बहन काफी खुश हो गये। मैं बाज़ार से ७ दिन का सारा सामान घर ले आया। फिर रात का खाने के बाद मैंने दीदी की चूत खायी।
कुछ दिनों बाद दीदी की चूत में फिर से आग लग गयी, और दीदी ने मुझे कॉलेज की स्पेशल क्लास के लिए बोल दिया। फिर में दीदी को अपने साथ एक बड़े होटल में ले गया।
रिया दीदी और मेरे बीच शारीरिक संबंध कई बार बन चुके थे ,दोनों अपने रिश्ते को भूलकर एक नए रिश्ते को जोड़ो थे। दीपक और रिया अब घर में भी चुदाई करने लगे!
मेरी बड़ी बहन रिया के साथ मेरे शारीरिक संबंध बन चुके थे और दोनों अब काम वासना के आगे रिश्ते को भूल चुके थे,इस कहानी के चार भाग लिख चुका हूं अब पांचवां पढ़िए!
रिया और दीपक के बीच जिस्मानी रिश्ते बन चुके थे और दोनों ने भाई और बहन के पवित्र रिश्ते को शर्मशार कर दिया , लेकिन बुर और लंड का रिश्ता सबसे अनोखा होता है।
मेरी बड़ी बहन रिया और मै दीपक राजवंशी दोनों एक नए रिश्ते का आनंद ले रहे थे। हम दोनों का संबंध जिस्मानी हो चुका था और मुझे पहली बार बुर का दीदार हुआ था!
मेरी बड़ी बहन रिया ने मुझे काम वासना का अर्थ समझाया था और उस रात मै दीदी के साथ सेक्स का आनंद तो किया था लेकिन बुर में लंड डालना अभी बाकी था।
मेरी बड़ी दीदी रिया एक रात मुझे अपना हुस्न का दीदार कराई तो मेरे अंदर का जानवर जाग उठा और मै बड़ी दीदी को चोद कर रिश्ता को शर्मसार कर दिया।