मैं काव्या शर्मा, उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में रहने वाली लड़की हूं। मेरा जीवन सीधा-साधा था, लेकिन अचानक से मेरी पूरी जिंदगी बदल गई, जब रियांश ओबेरॉय नाम का एक बहुत बड़ी कंपनी का मालिक मेरी जिंदगी में आया। उसने मुझसे शादी कर ली, और शादी के बाद मैं आपके सामने लेकर आई हूं मेरी दर्द भरी चुदाई की दास्तान।
शादी से पहले मुझे इस बारे में पता ही नहीं था कि मेरी शादी किससे हो रही थी। क्योंकि हमारे यहां लड़कियों को दूल्हे की शक्ल नहीं दिखाई जाती। शादी के बाद वह मुझे लेकर दिल्ली आ गए। लेकिन दिल्ली तक भी मैंने उनकी शक्ल नहीं देखी। मैं तो अपने परिवार से दूर हो जाने की वजह से रोए जा रही थी।
सुबह के करीब हम घर पहुंचे, और सारी रस्मों के बाद शाम को मुझे मेरे पति के कमरे में भेज दिया गया। मैं लाल रंग की साड़ी में बड़ी खूबसूरती से बेड पर बैठी अपने पति का इंतजार कर रही थी।
मैं घबरा तो रही थी, लेकिन साथ ही पहले सेक्स अनुभव के लिए भी एक्साइटेड भी थी। तभी कमरे का दरवाजा खुलता है, और एक 6 फीट का बलवान आदमी कमरे में दाखिल होता है।
कमरे का दरवाजा खुलते ही मैं तुरंत अपने चेहरे पर घूंघट डाल देती हूं। वो आगे आ कर मुझे ऊपर से लेकर नीचे तक देखने लग जाता है। इस वक्त मुझे थोड़ी घबराहट भी हो रही थी, लेकिन अपनी घबराहट को काबू में करते हुए मैं बेडशीट कस के पकड़ लेती हूं। वह वही पलंग पर बैठ कर एक झटके से मेरे सर से दुपट्टा हटा देता है।
मुझे तो इस बात की उम्मीद ही नहीं थी, कि वह यह करेगा। मुझे तो लगा था वह आकर मुझे दो शब्द कहेंगे। उसके तुरंत बाद ही गुस्से में अपने होठों को मेरे होठों पर रख देते हैं, और मुझे किस करने लग जाते है। इस वक्त मैं कुछ भी समझने की हालत में नहीं थी। वह खींच कर मेरा ब्लाउज फाड़ कर फेंक देते हैं। इस वक्त मैं ब्लैक कलर की ब्रा में उनके सामने थी, जहां मेरी साड़ी अभी भी मेरे शरीर से लिप्टी हुई थी।
वह मुझे एक टक देखने लग जाते हैं। अचानक से वह अपना हाथ बढ़ा कर मेरे बूब्स पर रख देते हैं, और जोर से दबाते हैं, जिससे मेरी इस चीख निकल जाती है और उनके चेहरे पर जहरीली मुस्कुराहट आ जाती है।
रेयांश जोर-जोर से हंसते हुए कहता है, “अभी तो रात की शुरुआत हुई है, तुम अभी से चिल्ला रही हो”।
इतना बोलकर वह अपनी पेंट उतार देते है। उनका लंड देख कर मैं हैरान रह जाती हूं। 9 इंच लंबा 3 इंच मोटा जो इस वक्त किसी डंडे की तरह खड़ा था। मेरी आंखों में हैरानी देख कर वह और भी ज्यादा हंसने लग जाते हैं और एक बार फिर मेरे बूब्स कस के दबा देते हैं।
अचानक से वह मेरा सर अपने लंड पर लेकर आते हैं, और लंड मेरे मुंह में डाल देते हैं। मुझे इस बात की जरा भी उम्मीद नहीं थी कि वह मेरे साथ पहली ही रात में ऐसा करेंगे।
मैं उन्हें हटाने की कोशिश करती हूं, लेकिन उनकी ताकत के आगे मेरी ताकत ना के बराबर थी। कुछ देर में जब उन्हें महसूस होता है कि मुझे सांस नहीं आ रही थी, तो वह मेरा सर हटा देते हैं, और मैं जोर-जोर से सांस लेते हुए बेड पर गिर जाती हूं।
जोर-जोर से सांस लेने की वजह से मेरे बूब्स ऊपर-नीचे हो रहे थे। मैं इस वक्त 22 साल की थी, और मेरे बूब्स 34″, कमर 28″, और हिप्स 30” के थे।
मैं दिखने में काफी खूबसूरत थी और साथ ही साथ पहाड़ी इलाके में रहने की वजह से मेरे निप्पल का कलर एक-दम पिंक था।
मैं अभी उस हमले से उभरी भी नहीं थी कि तभी वह मेरी साड़ी खींच कर उत्तर देते हैं, और मेरा पेटिकोट फाड़ कर साइड मे फेंक देते हैं। अब मैं ब्लैक कलर की पेंटी में उनके सामने थी। वह बिना देर ही करें मेरी पैंटी भी हटा देते हैं। इन सब से मुझे सिर्फ दर्द हो रहा था, जिस वजह से मैं सेक्स के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी।
पैंटी उतारने के बाद वह मुझे ध्यान से देखने लग जाते हैं। अचानक वह अपना एक हाथ बूब्स पर लेकर आते हैं, और कस कर दबा देते हैं। साथ ही झुक कर मेरी चूत को बड़ी गौर से देखने लग जाते हैं, और उस पर हाथ फेरते हुए अपनी जीभ घुमाते हुए कहते हैं, “तुम तो वर्जिन हो, और साथ ही साथ इतनी गुलाबी भी। मजा आएगा तुम्हारे साथ खेल कर। आज तुम्हें ऐसा चोदूंगा कि तुम्हारा पिंक कलर भी काला हो जाएगा”।
ऐसा बोल कर वह जोर-जोर से कुत्तों की तरह मेरी चूत चाटने लग जाते हैं। उनकी इस हरकत से मैं भी थोड़ी-थोड़ी गर्म होने लगती हूं। अचानक से उनका हाथ जो इतनी देर से मेरे बूब्स के साथ खेल रहा था, वह मेरे होठों पर आकर होंठ दबा देता है। मुझे लगा वह यह सब मेरी सिसकारियां रोकने के लिए कर रहे थे, लेकिन मुझे क्या पता था कि इसके तुरंत बाद मुझे मेरी जिंदगी का पहला सबसे बड़ा दर्द मिलने वाला था।
अचानक ही वो अपना बड़ा लौड़ा जो किसी डंडे की तरह खड़ा था, उसको छोटी सी चूत में डाल देते हैं, जिससे मुझे इतना दर्द होता है। लेकिन मैं चिल्ला भी नहीं पाती और बेहोश हो जाती हूं। पर इससे मेरे पति पर कोई असर नहीं होता। वह एक और झटका देते हैं, जिससे मुझे होश आता है, और मैं उनका हाथ हटाने की कोशिश करने लग जाती हूं।
लेकिन वह अपना हाथ मेरे मुंह से नहीं हटाते, और जोर-जोर से धक्का लगाने लगते हैं। उनके हर धक्के से मुझे दर्द हो रहा था, और मैं “आआह आआ प्लीज़ छोड़ दो, वरना मैं मर जाऊंगी” इतना ही बोल पा रही थी। लेकिन उससे भी उन पर कोई असर नहीं हो रहा था। वह वैसे ही तेज़-तेज़ धक्के लगाए जा रहे थे। अचानक से उनकी पकड़ फिर से मेरे 34″ के बड़े बूब्स पर आकर फिर से मज़बूत हो जाती है।
अचानक से वह मेरे बूब्स पर जोर-जोर से मारना शुरू करते हैं, जिस वजह से मेरा चिल्लाना और भी तेज़ हो जाता है। लेकिन शायद उन्हें मेरे चिल्लाने से मुझ पर रहम की जगह और भी मजा आ रहा था, और वह वैसे ही अपनी रफ्तार बढ़ाते हुए मुझे चोदे जा रहे।
कुछ वक्त बाद वो खुद नीचे बैठते हैं, और मुझे इस पोजीशन में अपने ऊपर कर लेते हैं। इस पोजीशन में मुझे उनका लौड़ा अपनी बच्चेदानी तक महसूस हो रहा था, और मैं जैसे ही उनके ऊपर से उठने वाली होती हूं, वह मेरी गर्दन पकड़ कर फिर से नीचे से जोर-जोर से धक्के देना शुरू कर देते हैं। उनका एक हाथ अभी भी मेरे बूब्स को बेरहमी से मसले जा रहा था।
अचानक से उनके धक्के शांत हो जाते हैं। मुझे इस बात की हैरानी थी कि उनका माल अभी तक नहीं निकला। वह शांति से वैसे ही मेरी चूत में अपना 9 इंच का लंड रख कर आंखें बंद कर लेते हैं और जैसे ही मैं उनके ऊपर से उठने वाली होती हूं, वह बूब्स पर एक बार और थप्पड़ मारते हुए कहते हैं, “साली ऐसे ही सो जाओ, वरना अभी इतना गंदा चोदूंगा कि तू मर ही ना जाए”। जैसे ही मैं यह सुनती हूं, वैसे ही उनके ऊपर लेट जाती हूं।
इस वक्त उनका लंड मेरी चूत में था और मुझे बहुत दर्द हो रहा था। लेकिन मैं उठ भी नहीं सकती थी।
तो यह थी मेरी सुहागरात की पहली दास्तान। अगर आपको आगे पढ़ना है तो मुझे कमेंट करके बताइए। या मेरी ईमेल पर ईमेल भेज सकते हैं।