हेलो दोस्तों, ये चुदाई की कहानी मेरे और मेरी सास के बीच हुई चुदाई की है। बात उन दिनों की है जब मेरी शादी हुई थी, और मैं शादी के बाद पहली बार अपनी बीवी को लेकर ससुराल गया था। वहां जाने के बाद सबसे मिले। पहले दिन मेहमान थे जो दूसरे दिन सुबह सभी मिल कर चले गए। उसी दिन दोपहर में घर पे सिर्फ मैं ओर मेरी बीवी थे। साला और ससुर जी काम पर गए थे, और साली कॉलेज गयी थी, और सास मंदिर गयी थी।
उस समय मेरी बीवी किचन में काम कर रही थी। तभी मैंने पीछे से बीवी को मेरी बाहों में भर लिया, और दोनों हाथों से ब्लाउज के ऊपर से बीवी के बूब्स मसलने लगा।
तो बीवी बोली: क्या कर रहे हो? छोड़ो कोई आ जायेगा।
मैंने कहा: जान अभी घर में सिर्फ हम दोनों है। शाम तक कोई नहीं आने वाला।
फिर भी बीवी नहीं मानी। वो मना करती रही, और मैं उसके बूब्स मसलता रहा। इससे मेरी बीवी गरम हो गयी, और लपक के हम दोनों किस करने लगे। किस करते हुए मैंने मेरी बीवी की साड़ी निकाल दी, और ब्लाउज खोलने लगा। फिर ब्लाउज और ब्रा निकाल कर बीवी को उपर से नंगी कर दिया। मैं बीवी को हॉल के सोफे पर लिटा कर बीवी के बूब्स चूसने लगा, और बीवी के मुंह से जोर-जोर से सिसकारियां निकलने लगी ‘अहहह अहहह बेबी’ की।
वो मेरे बालो में हाथ फेरती रही, और एक साथ मेरी पैंट खोल कर मेरा लंड मसलने लगी। फिर मैंने बीवी के पेटीकोट का नाड़ा खोल कर, पेटीकोट और पैंटी निकाल कर बीवी को नंगी कर दिया, और खुद भी नंगा हो गया। बूब्स चूसते हुए बीवी के पूरे बदन को चाटने लगा। फिर नीचे आके, बीवी की दोनों टांगे खोल कर, बीवी की चूत में मुंह लगा के, चूत को चूसने लगा। इससे बीवी की वासना और भड़क गई, और जोर-जोर से सिसकारियां निकालने लगी।
वो दोनों हाथों से मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी। कुछ देर बाद मैंने चूत से मुंह हटा कर मेरा लंड बीवी के मुंह के आगे कर दिया, तो उसने भी लपक कर मेरा लंड चूसना शुरु कर दिया। तभी मेरी भी सिसकारियां निकलने लगी, और मैं भी जोर-जोर से लंड चुसाने लगा। फिर बीवी की दोनों टांगे चौड़ी करके लंड बीवी की चूत पर रगड़ने लगा, तो बीवी बोली-
बीवी: प्लीज अब चोद डालो मुझे। अब रहा नहीं जाता।
तो मैंने भी एक ही झटके में पूरा लंड चूत में डाल दिया। इससे बीवी की चीख निकल गयी। तभी मैं बीवी को किस करने लगा, और बीवी को चोदने लगा। फिर अचानक मेरी नजर मेन गेट के पास वाली खिड़की पर पड़ी। मैंने देखा कि मेरी सास खड़े-खड़े मेरी और मेरी बीवी की चुदाई देख रही थी। ये देख में घबरा गया, तो सास ने मुझे इशारा किया कि कोई बात नहीं, चोदते रहो।
मैं रिलैक्स हुआ और जोर से बीवी की चूत चोदने लगा। सास की ओर देखते हुए मैं और जोर से चूत में झटके लगाते हुए बीवी को चोदने लगा। फिर कुछ देर बाद बीवी का पानी निकल गया तो बीवी बोली-
बीवी: जान जल्दी करो, मेरा निकल गया है।
मैंने भी जोर-जोर से झटके लगा कर मेरे लंड के पानी से बीवी की चूत को भर दिया। फिर बीवी ने मेरे लंड को चूस कर साफ कर दिया, और दोनों नंगे बाथरूम में जा कर नहाए। फिर कुछ टाइम बाद सास ने घर की बेल बजाई तो बीवी पहले तो डर गई, फिर रिलैक्स होकर दरवाजा खोला।
सास आ गयी, और फिर वहीं पारिवारिक बाते होने लगी, और बीच-बीच में सास मुझे कामुक नज़रों से देखने लगी। तभी मैं समझ गया कि सास की चूत लंड की प्यासी थी। फिर मैं और मेरी बीवी वापिस मेरे घर आ गए। तब से मैंने सास को सास-दामाद की चुदाई की कहानियां भेजना शुरु कर दिया।
पहले तो सास ने गुस्सा किया, लेकिन फिर कुछ नहीं बोली, ओर फिर हमारी सेक्स चैट होने लगी। तभी पता चला कि सास की चूत बहुत प्यासी थी, और ससुर सास को चोदते नहीं थे। फिर एक दिन मैंने मेरे लंड की फोटो सास को भेजी, तो सास ने भी अपनी चूत और बूब्स के फोटो मुझे भेजे।
फिर सास बोली: क्या दामाद जी, कब तक अपने लंड का फोटो भेजते रहोगे? कब आप अपनी प्यासी सास को चोदोगे?
तो मैंने कहा: बहुत जल्दी आपकी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा।
ये सब चलता रहा। फिर कुछ टाइम बाद सास ने मुझे कहा: आज घर पर कोई नहीं है।
तो मैं भी बीवी को बिना बताए ससुराल चला गया, और जब मैं ससुराल पहुंचा, तो वहां सास के अलावा कोई नहीं था। सास किचन में काम कर रही थी। फिर मैंने घर का मेन गेट बंद करके किचन में काम कर रही सास को पीछे से बाहों में भर लिया। इससे सास एक-दम से डर गई, और पीछे मुड़ी तो मुझे देख कर राहत की सांस ली।
वो बोली: बड़ी जल्दी आ गए दामाद जी।
तो मैंने कहा: जिसकी इतनी सेक्सी सास हो, वो कहां रह पाएगा। आपने आने का कहा तो हम आपकी सेवा में हाजिर हो गए।
सास: आप हमारे दामाद है, सेवा तो हम करेंगे आपकी।
और बाते करते हुए मैं पीछे से ब्लाउज के ऊपर से सास के बूब्स मसलने लगा, और गर्दन पर किस करने लगा। तो सास के मुंह से सिसकारी निकल गयी-
सास: आह दामाद जी, धीरे।
सास बोली: कई सालों से आपकी सास प्यासी है। अब रहा नहीं जाता। मिटा दीजिये अपनी सास की प्यास।
फिर मैं और सास एक-दूसरे को किस करने लगे और मैं सास की साड़ी हटा कर ब्लाउज के हुक खोलने लगा, और बूब्स मसलने लगा। दोस्तों मेरी सास के बूब्स ना तो ज्यादा बड़े है, और ना ही ज्यादा छोटे है। मेरी सास ब्लाउज के अंदर ब्रा नहीं पहनती है, इसलिए ब्लाउज के हुक खोलते ही बूब्स लटकने लगे, जिनको मैं दोनों हाथों से मसलने लगा। इससे सास गरम होने लगी, और एक हाथ से पैंट के ऊपर से मेरे खड़े लंड को मसलने लगी।
फिर मैंने सास की साड़ी और ब्लाउज निकाल कर सास को ऊपर से नंगी कर दिया। अब सास सिर्फ पेटीकोट में मेरे सामने थी। मैं खुद भी नंगा हो गया, और सास के बूब्स चूसने लगा। सास के मुंह से कामुक सिसकारियां निकलने लगी-
सास: आह दामाद जी।
सास मेरे बालों में हाथ फेरते हुए सिसकारियां निकाल रही थी, और दामाद को अपने बूब्स चुसवा रही थी। फिर मैं बूब्स चूसते हुए नीचे बढ़ने लगा। फिर सास को हर जगह चूसने लगा, जैसे नाभि, पेट गाल, गर्दन, होंठ आदि। फिर मैंने सास के पेटीकोट का नाड़ा खोल कर सास का पेटीकोट निकाल दिया। अब सास मेरे सामने सिर्फ पैंटी में थी, और पैंटी सास की चूत के पानी से पूरी गीली हो गयी थी।
फिर जांघो पर किस करते हुए सास की गीली पैंटी को चाटने लगा और फिर सास की पैंटी निकाल कर सास को पूरी नंगी कर दिया, और खुद भी पूरा नंगा हो गया। अब मैं सास की सेक्सी चूत को चाटने लगा, जिस पर छोटे-छोटे बाल थे। चूत चटवाते हुए सास सिसकारियां लेते हुए मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी और बोली-
सास: आह आह दामाद जी, जोर-जोर से चूसो अपनी सास की चूत। खा जाओ अपनी सास की चूत। अपने इस मोटे लंड से अपनी सास को चोद कर अपनी रखैल बना लो।
फिर मैंने अपना लंड सास के मुंह की ओर किया तो सास ने लपक के मेरा लंड चूसना चालू कर दिया, जैसे सालों से लंड की भूखी हो। फिर मैंने सास को सोफे पर लिटा कर दोनों टांगे चौड़ी करके एक बार में ही मेरा पूरा लंड सास की चूत में घुसा दिया। इससे सास के मुंह से चीख निकल गयी।
वो बोली: आह दामाद जी, धीरे, आपका लंड बहुत मोटा है, और मेरी चूत पिछले 10 साल से नहीं चुदी है।
फिर मैं सास के ऊपर लेट कर, सास को किस करते हुए चोदने लगा। उस समय मेरे और मेरी सास के मुंह से बस सिसकारियां ही निकल रही थी। हम दोनों चरमसुख की अवस्था में थे। मैं सास को हर पोज़ में चोदता रहा, और फिर करीब 20 मिनट के बाद हम दोनों एक साथ जड़ गए। मैंने मेरा वीर्य से सास की चूत में भर दिया, जिससे वीर्य चूत के बाहर बहने लगा। फिर मैंने देखा सास के चेहरे पर एक अलग ही खुशी दिख रही थी।
हम दोनों नंगे एक-दूसरे की बाहों में लेटे हुए थे। मैंने खुशी का कारण पूछा तो बोली: मुझे आजतक आपके ससुर ने कभी इतने अच्छे से नहीं चोदा। बस गरम करके प्यासी ही छोड़ देते थे। लेकिन आज आपने मुझे चोद कर मेरी सालों की कामवासना को शांत किया है। आज से मैं आपकी रखैल हुई। आपका जब मन करे मुझे चोद सकते है।
ये कह कर सास मुझसे लिपट गयी, और फिर हम दोनों ने 2 राउंड और चुदाई की। शाम को जब मैं जाने लगा, तो सास पीछे से आके लिपट गयी, और रोने लगी। तो फिर सास को समझा कर शांत किया। फिर सास वहीं नीचे मेरे सामने बैठ कर मेरी पेंट खोल कर मेरा लंड चूसने लगी, और मैंने भी वहीं मेन गेट के पास (गेट अंदर से बंद था, और बाहर से कोई अंदर नहीं देख सकता) सास की साड़ी ऊपर करके, खड़े-खड़े सास की एक टांग उठा कर चूत चोदने लगा।
सास बोली: इस बार अंदर मत डालना अपना ये रस। अपनी इस रखैल सास को पिलाना।
फिर जब मेरा निकलने को हुआ तो मैंने मेरा लंड सास की चूत से निकाल कर सास के मुंह में डाल दिया, और सारा पानी सास को पिला दिया। फिर ससुराल से मैं मेरे घर आ गया। उसके बाद जब भी मौका मिलता में सास को चोद लेता और अब तक मैं मेरी सास को इतनी बार चोद चुका हूं कि उतना तो मेरे ससुर ने भी मेरी सास को नहीं चोदा होगा। इस बीच मेरी सास ने मुझसे मेरे साले की बीवी और सास की बड़ी बहन को भी चुदवाया। अब तो जब मन करता है ससुराल जाता हूं, तो सास, या साले की बीवी, या दोनों को एक साथ चोद लेता हूं। मेरी परिवार में चुदाई की कहानी आपको कैसी लगी जरूर बताएं।