मैं बनी चपड़ासी के बच्चे की मां-2 (Main bani chapdasi ke bachhe ki maa-2)

पिछला भाग पढ़े:- मैं बनी चपड़ासी के बच्चे की मां

अब आगे कि कहानी पर आती हूं। मैं और राजन रोज बैंक मे चुदाई का मजा लेते। जब सब कर्मी चले जाते, तो हम दोनों का नंगा नाच बैंक मे शुरु हो जाता। मैं अब अपने पति के साथ बहुत कम समय बिताती, जितना राजन के साथ रहती थी। 2 महीने लगातार राजन की चुदाई से मैं प्रेगनेंट हो गई। जब डॉक्टर ने मुझे और मेरे पति को बताया, तो हम दोनों बहुत खुश हो गए।

मेरे से ज्यादा मेरे पति बहुत खुश थे। उनको लगा उनका ही बच्चा मेरे अंदर था। पर मैं अंदर से राजन को धन्यवाद कर रही थी। 3 दिन बैंक की छुट्टी थी, तो मैं यह बात राजन को नहीं बता सकती थी। फिर मैं अपने पति को बोली, कि मुझे अपनी फ्रेंड के घर जाना है, तो पति ने एक-दम से हां कर दी।

मैं कार लेकर राजन के घर चली गई। राजन मुझे देख कर हैरान रह गया, और बोला-

राजन: मैम आप मेरे छोटे से घर पर। कुछ काम था तो मुझे बुला लेती, मैं आ जाता।

राजन उस समय बनियान और लुंगी में था। मैं उसको देख कर स्माईल कर रही थी। राजन भी हल्की सी स्माईल दे रहा था। अब मैंने राजन के घर का दरवाजा बंद कर दिया, और राजन को अपनी बाहों में भर लिया। राजन के होंठ पर अपने होंठ रख दिए। अब हम दोनों एक-दूसरे को पागलों की तरह चूमने लग गए।

काफी देर तक हम दोनों एक-दूसरे के साथ चुम्मा-चाटी करते रहे। फिर हम अलग हुए तो मैंने राजन को बताया-

मैं: मैं आपके बच्चे की मां बनने वाली हूं।

राजन बहुत खुश हो गया, और फिर से मुझे चूमने लग गया।

मैंने राजन की लुंगी निकाल दी। राजन नीचे से नंगा हो गया। मैंने राजन का लंड हाथ में ले लिया, और हिलाने लग गई। राजन ने भी देर ना करते हुए मेरी कमीज को उतार दिया। राजन ब्रा के ऊपर से ही मेरे चूचों को पीने लगा। फिर राजन ने मेरे चूचों को ब्रा से आजाद कर दिया।

एक हाथ से राजन ने सलवार का नाड़ा खोल दिया,‌ और मेरी सलवार नीचे हो गई। राजन ने मुझे उठा कर बैड पर लिटा दिया। वो खुद भी पूरा नंगा हो गया, और मेरी चूत पर मुँह लगा दिया। वो चूत को पीने लग गया, और मैं भी राजन के सर को अपनी चूत मे दबाने लग गई।

कुछ देर में ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, और राजन पूरा पानी पी गया। अब मैं राजन के लंड को मुँह मे भर ली और चूमने-चाटने लग गई। राजन भी पूरा लंड मे मुँह मे डाल कर मुँह को चोदता रहा।काफी समय बाद राजन ने अपना पानी मेरे मुँह में ही छोड़ दिया। मैं राजन के लंड का पूरा पानी पी गई, और लंड चाट कर साफ कर दिया।

राजन मेरे साथ चिपक कर लेट गया, और मुझे बोलने लगा: मैम आपको मैंने इतनी बडी खुशी दी है, आप मुझे क्या खुशी दोगी?

मैंने भी राजन को चूमते हुए बोला: जो तुम बोलो सब करुंगी तुम्हारे लिए।

राजन बोला: फिर मना तो नहीं करोगी?

मैं: नहीं करुंगी।

राजन बोला: बहुत समय से मैं आपकी गांड का मजा लेना चाहता था, पर डरता था। पर आज आपने मुझे वादा किया है। अब मुझे आपकी गांड में डालना है।

मैं यह सब सुन कर थोड़ा परेशान हुई। पर राजन ने मुझे इतनी बड़ी खुशी दी थी, तो मना भी नहीं कर सकी। फिर राजन ने मुझे घोड़ी बना दिया और रसोई घर से तेल की बोतल ले आया। राजन मेरी गांड के छेद पर तेल लगाने लग गया। साथ में एक ऊंगली गांड के छेद मे डालने लगा। मुझे बहुत दर्द होने लगा।

मैं राजन को बोली: राजन बहुत दर्द हो रहा है। गांड में रहने दो, कुछ गलत ना हो जाए मेरे साथ।

राजन बोला: जानेमन गांड से जो मजा आएगा तुम्हें, याद करोगी। और अब तुम मेरे बच्चे की मां भी बनने वाली हो, तो आगे से ज्यादा करना भी अच्छा नहीं होता है।

थोडा सा दर्द होगा। फिर हम दोनों बहुत मजा करेंगे।

राजन ने मेरी गांड के छेद पर खूब तेल लगा कर अपने लंड पर भी तेल लगा दिया। अब राजन ने लंड को गांड के छेद पर लगाया, और अंदर डालने के लिए झटका मारा। पर लंड फिसल कर नीचे चला गया।

राजन ने अब लंड को फिर से गांड के छेद पर सेट किया, और मेरी कमर को जोर से पकड़ कर एक जोर का झटका मारा। लंड मेरी गांड चीरते हुए अंदर चला गया। मेरी चीख निकल गई। राजन ने एक हाथ से मेरे मुँह को बंद कर दिया।

मैं दर्द से तड़पने लगी। राजन मुझे वैसे ही पकड़े हुए खड़ा रहा। मेरा थोड़ा दर्द कम हुआ, तो राजन ने एक और झटका मारा,‌ और पूरा लंड गांड के अंदर चला गया। मैं फिर से तड़प उठी। राजन अब मेरी गांड में आराम-आराम से लंड डालने लग गया।

राजन ने मुझे अब एक असली घोड़ी बना दिया। राजन के हाथ में मेरे बाल थे, और मुझे बालों से खींचता हुआ लंड अंदर-बाहर करने लगा। मेरी आँखो से आंसू निकल रहे थे, पर राजन मेरी गांड को लगातार चोदे जा रहा था।

काफी समय बाद राजन ने मेरी गांड के अंदर अपना पानी छोड़ दिया। मैं वैसे ही पेट के बल बैड पर लेट गई। राजन ने लंड को मेरे मुँह के सामने कर दिया। मुझे मजबूरी में लंड को मुँह मे लेकर चूसना पड़ा। राजन ने मेरी गांड को साफ कर दिया,‌ और मेरे साथ लेट गया। मुझे भी नींद आ गई।

थोड़ी देर के बाद मैं उठी, पर मुझसे चला नहीं जा रहा था। मेरी गांड मे बहुत दर्द हो रहा था। राजन मुझे पकड़ कर बाथरूम ले गया वहां, पर राजन ने गर्म पानी से मेरी गांड को अच्छे से सेक दिया।

अब मुझे थोड़ा आराम मिला।

राजन अब मुझे उठा कर फिर से बैड पर ले आया। वो अब मेरी चूत पर आ गया, और चूत मे मुँह लगा कर चाटने लग गया। थोड़ी देर बाद राजन ने अपना लंड मेरे मुँह मे डाल दिया, और अपना मुंह फिर से चूत में लगा दिया।

काफी देर तक हम एक-दूसरे के लंड और चूत चाटते रहे। फिर राजन ने चूत में लंड लगा दिया। चूत मे लंड आराम से चला गया, और राजन मेरी चूत चोदने लग गया। मैं राजन के होंठ पर किस करने लग गई।

हम दोनों चुदाई का मजा लेने लग गए। मैं 2 बार झड़ चुकी थी, पर राजन आज मुझे जम कर चोद रहा था। आधे घंटे तक राजन ने मेरी चूत को चोदा, फिर मेरी चूत के अंदर ही झड़ गया।

मैंने राजन का लंड फिर से मुँह मे लेकर साफ कर दिया। राजन ने फिर से मेरे पूरे बदन पर किस किए, और गांड में लंड लेने के लिए धन्यवाद किया। अब हम दोनों साथ में नहा कर बाहर आ गये। हम दोनो ने कपड़े पहन लिए। मैंने थोड़ा मेकअप किया, और मैं राजन के घर से अपने घर के लिए आ गई।

अब मैं घर पर आ गई। मुझे लंगड़ाते चलते हुए पति ने पूछा क्या हुआ मुझे। मैं बोली थोड़ी पांव में मोच आ गई थी। अब पति मुझे उठा कर बैड पर ले गए, और मेरे पांव की मालिश करने लगे। फिर मेरे लिए खाना बना कर ले आए,‌ और हम दोनों खाना खा कर सो गए।

कैसी लगी मेरी कहानी मुझे जरूर बताना। अगली कहानी में बताऊंगी राजन ने कैसे और कहां मेरे साथ चुदाई का मजा किया। [email protected]

अगला भाग पढ़े:- मैं बनी चपड़ासी के बच्चे की मां-3