आफिस स्टाफ की वाईफ को चोदा (Office Staff Ki Wife Ko Choda)

हेलो फ्रेंड्स, मेरी सेक्स कहानी पर आने का शुक्रिया। मेरा नाम अभिराज है। मैं जयपुर का रहने वाला हूं, और अभी मैं दिल्ली में नौकरी कर रहा हूं। मेरी उम्र 27 साल है। मैं अच्छी कद-काठी का सांवला युवक हूं। ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी हैं।

2 साल पहले मेरी नौकरी दिल्ली में एक अच्छे पद पर लग गई। वहां पर मुझे रहने के लिए क्वार्टर भी मिल गया। मैं जिस क्वार्टर में रहता था, वहां पर सामने ही मेरे से बड़े पद के आदमी संजय अपनी वाइफ और अपने दो बच्चों के साथ रहते थे।

संजय की वाइफ कीर्ति उम्र में मेरे से 10 साल बड़ी थी। उसका फिगर 38-32-42 था। उसका रंग सांवला था, लेकिन वह बहुत जवान लगती थी। वह ज्यादातर वेस्टर्न कपड़े पहनती थी। घर में भी सेक्सी नाईटी पहनती थी। जब कभी बाहर जाती, तो टाइट योगा पैंट और टाइट टी-शर्ट पहन कर जाती थी, जिसमें उसके बड़े-बड़े बूब्स और बड़ी गांड के दर्शन हो जाते थे।

जब वह चलती थी तो उसकी हिलती हुई गांड हम सब के लंड खड़े कर देती थी। वह खुद भी बहुत सेक्सी थी, और संजय सर से वह सेटिस्फाई नहीं होती थी। वह बाहर जिम जाती थी, और ज्यादातर मॉल में घूमती रहती, या जब अकेले होती, तो घर पर किसी से बातें करती रहती थी।

मैं हमारे क्वार्टर्स की छत के ऊपर रोज सुबह योग करता था।‌ फिर एक दिन वह भी सुबह छत पर आई और मुझे योग करते हुए देखा।

वो बोली: अभिराज तुम योग करते हो, मुझे भी सिखा दो।

तो मैंने कहा: ठीक है कीर्ति मैडम, आप कल से आ जाना।

तो बोली: तुम मुझे मैडम मत कहो, सिर्फ कीर्ति कहो।

मैं बोला: ठीक है कीर्ति, कल से तुम भी मेरे साथ योग करने आ जाना।

फिर अगले दिन से कीर्ति मेरे साथ योग करने आ गई। मैं योग करते समय शॉर्ट निक्कर और बनियान पहना था, जिसमें मेरा कसरती शरीर दिखता था, और कीर्ति मुझे घूर-घूर कर देखती थी।

योग करते समय कीर्ति बहुत टाइट योग पैंट और शर्ट पहनती थी, जिसमें उसके बड़े-बड़े बूब्स और बड़ी-बड़ी गांड हिलती हुई मुझे दिखती थी, तो मेरा लंड ज्यादातर खड़ा ही रहता था। फिर मैंने देखा कि कीर्ति भी मेरे लंड को घूर-घूर कर देखती रहती थी, तो मैं भी जान-बूझ कर उसे दिखाने लगा।

एक बार कीर्ति बोली: मेरा वजन बढ़ गया है। मुझे कम करना है।

तो मैंने पूछा: तुम्हारा वजन कितना है?

तो कीर्ति बोली: मैं 65 किलो की हो गई हूं।

मैंने कहा: 65 किलो तो ज्यादा नहीं होता। आप बहुत अच्छे लगते हो इसमें।

तो कीर्ति बोली: कहां अच्छी लगती हूं। मैं थोड़ी मोटी लगने लगी हूं।

मैंने कहा: लोगों को तो मोटी औरतें ज्यादा पसंद आती है।

कीर्ति बोली: तुम्हें भी मोटी औरतें पसंद आती है क्या?

तो मैंने कहा: हां मुझे भी बहुत पसंद है।

फिर कीर्ति बोले: मुझे वजन थोड़ा कम करना है।

तो मैंने कहा: आपका वजन ज्यादा नहीं है। आप तो बहुत हल्के हो।

कीर्ति बोली: मैं कहां हल्की हूं?

मैंने कहा: आपको तो कोई भी गोद में उठा लेगा।

कीर्ति बोली: मैं भारी हूं। मुझे कोई गोद में नहीं उठा सकता।

तो मैंने कहा: ठीक है, मैं आपको अभी गोद में उठा कर दिखा सकता हूं।

कीर्ति बोली: ठीक है, ट्राई कर लो।

फिर मैं कीर्ति को हाथों-हाथ गोद में उठा लिया। उसने अपने दोनों हाथ मेरे गले के दोनों तरफ कर लिए। मैंने उसे टाइट पकड़ रखा था, और गोद में उठा कर ऊपर-नीचे कर रहा था। मुझे उसके कोमल शरीर का एहसास हो रहा था, और उसकी कोमल गांड मुझे बहुत ज्यादा अच्छी लग रही थी। मेरा लंड बहुत ज्यादा टाइट हो गया था।

फिर मैं कीर्ति को जब वापस नीचे उतारा, तो उसे सामने से मेरे से चिपका लिया। इस कारण मेरा खड़ा हुआ लंड कीर्ति की चूत और पेट से रगड़ गया। इस कारण कीर्ति को मेरे लंड की लंबाई और मोटी के बारे में थोड़ा सा एहसास हो गया।

कीर्ति बोली: तुम तो बहुत ज्यादा ताकतवर हो।

मैं बोला: अगर मैं ताकतवर हूं तो तुम मेरा इस्तेमाल क्यों नहीं कर लेती?

कीर्ति बोली: मैं तो इस्तेमाल कर लूंगी, तुम तैयार हो क्या?

तो मैं बोला: कीर्ति अगर तुम्हारे जैसी खूबसूरत और सेक्सी लेडी मेरे से फ्रेंडशिप करे तो मैं क्यों नहीं तैयार रहूंगा? मैं तो अभी तैयार हूं।

तो कीर्ति बोली: अब तो मेरे हस्बैंड नीचे हैं। हम कभी अकेले में मिलते हैं।

तो मैंने कहा: ठीक है।

फिर कीर्ति रोज सुबह योगा करने छत पर आती थी। तो मैं कीर्ति को छत के ऊपर बने सीढ़ियों वाले कमरे में ले जाता, और सीढ़ियों के ऊपर ही उसे किस्स करते हुए उसके बूब्स को दबाता और उसे चूसता था। कई बार मैंने कीर्ति का योगा पेंट नीचे करके उसकी चूत में अंगुली भी डाल दी थी।

फिर मैं रोज कीर्ति को अपना लंड चुसाने लगा। उसे मेरा बड़ा लंड बहुत अच्छा लगता था। कुछ दिन बाद संजय सर को किसी काम से लखनऊ जाना था, और वह सुबह लखनऊ निकल गए। कीर्ति के दोनों बच्चे भी स्कूल जा चुके थे। उस दिन शनिवार था,‌ तो मेरी भी ऑफिस की छुट्टी थी। मैंने कीर्ति को फोन किया और बोला-

मैं: कीर्ति आज खाली टाइम है। मेरे क्वार्टर पर आ रही हो क्या?

तो कीर्ति बोली: तुम रुको, मैं अभी तुम्हारे क्वाटर पर आता हूं।

फिर आधे घंटे में कीर्ति मेरे क्वार्टर पर आ गई। कीर्ति ने उस समय काले कलर का टाइट योग पैंट और टाइट काले कलर का शर्ट पहना हुआ था, जिसमें उसके बड़े-बड़े बूब्स और बड़ी-बड़ी गांड साफ नज़र आ रही थी।

कीर्ति जैसे ही मेरे क्वार्टर में आई, तो मैंने मेरे क्वार्टर का दरवाजा बंद किया, और कीर्ति को गले से लगा लिया। कीर्ति ने भी मुझे अपनी बाहों में भर लिया। कीर्ति को मैं किस्स करने लगा। उसकी हाइट मेरे से कम है, तो कीर्ति अपना मुंह ऊपर करके वापस मुझे किस्स कर रही थी। फिर मैं कीर्ति के कंधे पर और उसकी गर्दन पर किस्स करना शुरू कर दिया। इस कारण वो मदहोश होकर अपनी आंखें बंद करने लगी।

वह अपनी आंखें बंद करके मजे ले रही थी। फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठाया, और अपने बेडरूम में लेकर चला गया। वहां मैं कीर्ति को अपने बेड पर लिटा दिया, और खुद उसके पास जाकर लेट गया।

मैं कीर्ति के चेहरे पर, उसके गले पर, और उसके कंधे पर किस्स कर रहा था। 10-15 मिनट तक मैं रोमांस करते हुए कीर्ति के बूब्स भी दबा रहा था। इस कारण कीर्ति गर्म हो गई थी, और वह मेरे शॉर्ट निक्कर के ऊपर से ही मेरे लंड को दबा रही थी।

फिर मैं अपना बनियान और अपना शॉट निक्कर उतार दिया। अब मैं कीर्ति के सामने वी-शेप अंडरवियर में खड़ा था, जिसमें मेरा तना हुआ 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड दिख रहा था। फिर मैं कीर्ति का टी-शर्ट और उसका योग पैंट उतार दिया। कीर्ति ने पतले वाली ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी, जिसमें उसके बूब्स और उसकी चूत थोड़ी सी ढकी हुई थी।

फिर मैं कीर्ति को वापस अपनी गोद में उठा लिया, और उसे लेकर किचन में चला गया। वहां मैं किचन के स्टैंड पर कीर्ति को बिठा दिया, और हम दोनों के लिए कॉफी बनाने लगा।

कीर्ति बोली: अभिराज अभी कॉफी की क्या जरूरत है?

तो मैंने कहा: ठीक है कीर्ति, जैसा तुम कहो।

फिर मैं कीर्ति को वापस अपनी गोद में उठाया, और बेडरूम में लेकर आ गया। बेडरूम में मैंने एलइडी टीवी पर एक पॉर्न फिल्म चला दी, जिसमें एक अफ्रीकन एक अमेरिकन लड़की के साथ सेक्स कर रहा था, और वह लड़की बहुत ज्यादा चिल्ला रही थी, और मजे लेकर चुदवा रही थी। यह देख कर कीर्ति भी बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी।

फिर मैं करती के ब्रा और पैंटी को उतार दिया और उसके बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं उसके दोनों बड़े-बड़े बूब्स को 20-25 मिनट तक चूसता रहा और दबाता रहा। फिर मैं कीर्ति की चूत पर अपना मुंह लगा दिया। उसकी चूत गीली हो गई थी। मैंने अपना लंड कीर्ति के मुंह में दे दिया। वो उसे पूरा मुंह में लंड को चूसती रही।

फिर वो बोली: अभिराज अब चोद दे मुझे।

मैंने अपना लंड कीर्ति की चूत पर लगाया, और उसकी गीली चूत में डालने लगा। मेरा लंड थोड़ा अंदर गया होगा, कि उसे दर्द होने लगा।

वो बोली: अभी थोड़ा रुक कर डालो।

मैं थोड़ा रुका, और फिर एक-दम झटके के साथ पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया। उसने दर्द के कारण आहहह ओओओ आआआआ करना शुरु कर दिया।

वो बोली: तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है। मेरे हसबैंड का तुमसे आधा भी नहीं हैं।

फिर मैं मिशनरी पोजीशन में उसकी चूत में लंड अंदर-बाहर करने लगा। 5-6 मिनट में ही मेरे लंड से स्पर्म निकल गया। मैंने कीर्ति की चूत में स्पर्म गिरा दिया। मैं कीर्ति को वापस किस्स करने लगा। मैं उसके बूब्स मुंह में लेकर चूस रहा था। उसके बड़े-बड़े बूब्स बहुत कोमल थे। मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैं उसके बूब्स को दबाते हुए चूस रहा था। फिर मैं बैड पर लेट गया। कीर्ति मेरे उपर 69 की पोजीशन में आ गई। वो मेरा लंड और मैं उसकी चूत चूस रहे थे।

थोड़ी देर बाद कीर्ति को डॉगी स्टाइल में करके मैं चोदने लगा। अब कीर्ति की मोटी गांड मेरे सामने फैली हुई थी, और मैं उसकी गांड पकड़ कर चुदाई कर रहा था। मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब मैं कीर्ति की चूत में तेज धक्के लगा रहा था। जिससे कीर्ति आगे-पीछे हो रही थी। मैं उसके बूब्स को भी दबा रहा था। मेरी तेज स्पीड के कारण कीर्ति के मुंह से सेक्सी आवाजें निकलने लगी।

कीर्ति: ओहहहह अभि, तेज करो यार। मेरी चूत को ठंडा कर दो यार। मेरा हसबैंड मुझे अच्छे से नहीं चोदता हैं।

मैं: कीर्ति डार्लिंग, अब मैं रोज तुम्हें इसी तरह अच्छे से चोदूंगा। तुम मेरा लंड कभी भी ले सकती हो।

कीर्ति: तेज मारो मेरी चूत में धक्के। मैं अपनी सारी चुदास आज मिटा दूंगी।

मैं: ले साली रंडी आज देख असली लंड का मजा।

मैं उसकी तेज चुदाई करने लगा।

कीर्ति: ओओओओओओओओ आहहहहहह आईईईईई आहहहहह ओओओओओओ।

मैं उसकी चूत में तेज झटके मार रहा था।

कीर्ति: आज बहुत मज़ा आ रहा है अभि। पहली बार किसी अच्छे लंड के नीचे आई हूं। चोद मुझे राजा, आज अपनी माशुका को चोद अच्छे से।

मैं: कीर्ति रानी आज तो तुझे चोद कर नया अनुभव दूंगा।

मैं और तेज स्पीड में चोदने लगा। 15-20 मिनट की चुदाई के बाद मेरे लंड से स्पर्म निकलने वाला था, तो मैंने कीर्ति के मुंह में अपना लंड डाला, और उसके मुंह में स्पर्म गिरा दिया। वो मेरा पूरा स्पर्म पी गई। अब वो थक गई थी, तो मैं उसके लिए कॉफी बना कर लाया। वो मेरे बैड पर लेटी थी।

वो बोली: अभि, अब मेरे बच्चों को लाने जाना होगा।

मैं बोला: ठीक है कीर्ति। वापस कब आओगी?

तो बोली: अभी तो बच्चों को लेने जाऊंगी, फिर देखूंगी।

फिर वो अपने घर चली गई। रात को मैंने उसे फोन किया: कीर्ति तुम्हारे बच्चे सो गए क्या?

वो बोली: हां।

तो मैंने कहां: ठीक है मैं आ रहा हूं (और मैं कीर्ति के घर चला गया)।

कीर्ति ने मेरे अंदर जाते ही दरवाजा बंद कर लिया। उसके क्वार्टर में हल्की लाईट थी। मैंने पूछा बच्चे कहां सो रहे हैं, तो वो बोली हमने बैडरुम में हैं।

मैंने कहां: हम कहां चुदाई करेंगे?

तो वो बोली: हमारे बैडरुम में।

फिर मैं और कीर्ति उसके बैडरुम में चले गए। अंदर से मैंने दरवाजा बंद कर लिया, और कीर्ति को बोला-

मैं: अब जल्दी से नंगी हो जा।

तो कीर्ति अपने पूरे कपड़े उतार कर नंगी हो गई। मैं भी नंगा हो गया, और कीर्ति को बैड पर लिटा कर किस्स करने लगा। मैं उसके बूब्स पर किस्स करते हुए चूसने लगा और दबाने लगा। वो मेरा लंड सहला रही थी।

मैंने कीर्ति की दोनों टांगों को फैलाया, और उसकी चूत में लंड डाल दिया, और झटके मारने लगा। मेरे तेज झटके मारने के कारण बैड चरर चरर चरर की आवाजें करने लगा।

कीर्ति बोली: बच्चे उठ जाएंगे।

तो मैंने कहा: बैड का गद्दा नीचे लग देते हैं।

फिर बैड का गद्दा नीचे लगा दिया, और कीर्ति के साथ मिशनरी पोजीशन में चुदाई करने लगा। अब मैं उसकी चूत में तेज-तेज झटके मार रहा था, और हर बार कीर्ति के मुंह से आह निकल रही थी। फिर मैंने कीर्ति को उल्टा सुला दिया, और उसकी चूत में पीछे से लंड डालने लगा।

मैं उसके ऊपर लेट कर लंड डाल रहा था। फिर मैंने कीर्ति को टेढ़ा लिटा दिया, और उसकी एक टांग मेरे कंधे के बराबर रख कर चोदने लगा। मैं उसके बूब्स दबाता हुआ उसकी चुदाई कर रहा था। उसे बहुत मजा आ रहा था।

10-15 मिनट चुदाई के बाद मैंने कीर्ति की चूत में ही स्पर्म गिरा दिया। फिर मैं कीर्ति को किस्स करने लगा, और उसके पूरे शरीर को चाटने लगा।

वो बोली: अभि आज तुम मुझे औरत का पूरा मजा दे रहे हो। मेरे हसबैंड ने आज तक इतना मजा मुझे नहीं दिया।

मैं उसकी बड़ी गांड को चूसने-चाटने और दबाने लगा। कीर्ति खड़ी हो गई और अपनी टांगें और गांड चटवाने लगी। मेरा लंड भी वापस खड़ा हो गया था। कीर्ति ने मेरा लंड अपने मुंह में लिया और चूसने लगी। मैंने कीर्ति को खड़ा कर दिया और नीचे बैठ कर उसकी चूत चाटने लगा। वो बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी।

अब मैं गद्दे पर लेट गया, और कीर्ति मेरे लंड पर बैठ कर चुदवाने लगी। वो बहुत स्पीड से मेरे लंबे लंड पर ऊपर-नीचे हो रही थी। उसके हिलते हुए बड़े-बड़े बूब्स देख कर मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था। कीर्ति 10 मिनट तक लगातार ऊपर-नीचे होती रही। तब तक उसकी चूत ने तीन बार पानी छोड़ दिया था।

फिर वो बोली: अभि अब मैं थक गई हूं।

तो मैंने उसे घोड़ी बनाया और चोदने लगा।

कीर्ति: आआ ओओ आईईईई ओहहह आहहहह।

मैं तेज स्पीड में चोद रहा था। 20-25 मिनट की लगातार चुदाई के बाद मैंने कीर्ति के मुंह में स्पर्म गिरा दिया। वो मेरा स्पर्म पी गई। फिर वो उठी और उसने नाइटी पहन ली और बैडरुम से बाहर जाने लगी।

मैंने पूछा: कहां जा रही हो?

तो बोली: बच्चों को देख कर आती हूं।

मैंने पूछा: वापस कब तक आओगी?

तो कहा: दो-तीन घंटे में आ जाऊंगी।

मैंने कहा: ठीक हैं।

फिर वो जाकर बच्चों के पास सो गई। मैं भी सो गया। लेकिन मुझे खड़े लंड के कारण चुदाई करनी थी। मैंने कीर्ति को फोन किया तो वो मेरे पास आ गई, और बोली-

कीर्ति: अभी आधा घंटा भी नहीं हुआ हैं।

मैंने कहा: एक बार करने दो। फिर मैं भी अपने क्वार्टर पर चला जाऊंगा।

वो बोली: ठीक हैं।

मैंने कीर्ति से कहा: क्रीम लेकर आओ।

वो बोली: क्या करोगे?

मैंने कहां: तुम्हारी गांड मारूंगा।

वो बोली: आज नहीं फिर कभी कर लेना।

मैंने कहा: आज ही करने दो।

तो वह मान गई। फिर वो क्रीम लेकर आई। मैंने कीर्ति की नाईटी उतार दी, और उसकी गांड में क्रीम लगा कर अंगुली करने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने दो अंगुली उसकी गांड में डाल दी। मैंने मेरे लंड पर क्रीम लगाई और उसकी गांड में डालने लगा।

कीर्ति को दर्द हो रहा था। मैं धीरे-धीरे करने लगा तो कीर्ति बोली: अभि तुम्हारे लिए दर्द सहन कर रही हूं।

मैंने कहा: कीर्ति रानी, आज एक बार करने दो। फिर तुम खुद मुझे तुम्हारी गांड मारने के लिए कहोगी।

फिर मैंने अपना पूरा लंड उसकी गांड में डाल दिया और चोदने लगा। अब कीर्ति भी मजे ले रही थी। 10-15 मिनट तक गांड चोदने के बाद मैंने अपना स्पर्म कीर्ति के बूब्स पर गिरा दिया।

फिर मैं अपने क्वार्टर पर आ गया। कीर्ति अब रोज मुझसे चुदवाती हैं।
[email protected]