पिछला भाग पढ़े:- मम्मी को गिरवी रखा-4
नमस्कार पाठकों, मैं Thor आपके सामने अरुण की सेक्स कहानी का अगला पार्ट लेके हाजिर हूं। आशा करता हूं, कि आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ लिया होगा। अगर किसी ने अभी तक पिछले पार्ट को नहीं पढ़ा है, तो कृपया पहले उसको जरूर पढ़ ले। उसमें आपको निश्चित रूप से मजा आएगा।
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था कि अरुण की मां सुमन उसके बॉस के पास चोदने के लिए पहुंच चुकी थी। फिर बॉस पहले सुमन के साथ बातें करता है, और उसके साथ खाना खाता है। वो सुमन के साथ थोड़ा हंसी-मजाक भी करता है। इस सब से सुमन बॉस के साथ कंफर्टेबल हो जाती है। फिर गुलाबजामुन खाते हुए दोनों की किस्स होती है, और बॉस सुमन की नंगी सेक्सी जांघों पर अपना हाथ फेरने लगता है। इससे सुमन के बदन में कपकपी सी होने लगती हैं। अब आगे-
बॉस बड़े मजे से सुमन के होंठ चूस रहा होता है, और उसके जांघों पर हाथ फेरने से सुमन भी उत्तेजित होने लगती है। अब वो भी गर्मजोशी से बॉस के किस्स का जवाब देने लगती है। बॉस सुमन की जांघ को सहलाते हुए अपना हाथ उसकी चूत की तरफ बढ़ाता है, और पैंटी पर पहुंचते ही उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से सहलाने लगता है।
उसके ऐसा करने से सुमन सिहर जाती है, और अचानक से किस्स तोड़ कर बॉस से दूर हो जाती है। बॉस ये देख कर सुमन से पूछता है-
बॉस: क्या हुआ सुमन?
सुमन: कुछ नहीं, बस बहुत वक्त से ये सब नहीं किया, तो थोड़ा अनकंफर्टेबल महसूस कर रही हूं।
बॉस: सुमन तुम चिंता मत करो किसी बात की, और बेफिक्र हो कर प्यार का मजा लो। मैंने बहुत सारी लड़कियां और औरतें जरूर चोदी है। लेकिन उनको चोदने में और तुम्हें चोदने में बहुत फरक है। उनको मैंने हवस भरे मन से चोदा था। लेकिन तुमसे मुझे प्यार हो गया है। उम्मीद है मैं इस लायक तो हूं कि तुम भी मुझे प्यार दो। और वैसे भी तुम्हारे पति नहीं है, तो तुम्हें भी तो किसी का प्यार चाहिए होगा। अगर फिर भी तुम्हें लगता है कि ये सही नहीं है, तो तुम जा सकती हो। मैं अरुण का प्रोमोशन जैसे का तैसा रहने दूंगा।
सुमन बॉस की बातें सुन कर भावुक हो जाती है। फिर वो कहती है-
सुमन: मैं नहीं जानती थी, कि आप मुझसे प्यार करते है। और हां आपने सही कहा। मुझे भी पति के जाने के बाद प्यार की तलाश है। लेकिन आज-कल प्यार मिलता कहां है? क्या आप मुझसे सच में प्यार करते है?
बॉस: हां सुमन।
ये बोल कर बॉस सुमन का हाथ अपने हाथ में पकड़ लेता है। सुमन भी आगे बढ़ कर अपने होंठ बॉस के होंठो के साथ चिपका देती है, और फिर से दोनों की किसिंग शुरू हो जाती है। इस बार जब बॉस अपना हाथ सुमन की चूत पर रख कर सहलाता है, तो सुमन और उत्तेजित हो जाती है, और बॉस के होंठ काटने लगती है। उसकी पैंटी गीली होने लगती है।
फिर बॉस सुमन को जांघ से पकड़ कर अपने गोद में बिठा लेता है। वो सुमन के होंठ छोड़ कर उसकी गर्दन को किस्स करने लगता है। सुमन भी उसकी किसिंग का मजा लेती हुई अपने कंधों से ड्रेस को नीचे खिसका देती है, ताकि उसको क्लीवेज का ज्यादा एरिया मिले किस्स करने के लिए।
बॉस सुमन की खुशबूदार क्लीवेज में मुंह डाल कर उसको चूमने चाटने लगता है, और सुमन बॉस के बालों में हाथ डाल कर उसके सर को अपनी छाती में दबाती है, और आह आह की सिसकियां भरने लगती है। कुछ देर सुमन की क्लीवेज चूमने के बाद बॉस सुमन की ड्रेस को नीचे करने लगता है। ड्रेस थोड़ी नीचे होने के बाद उसके बूब्स पर आके फंस जाती है, तो बॉस ड्रेस को फाड़ कर सुमन के रसीले बूब्स को बाहर निकाल देता है।
फिर वो किसी भूखे बच्चे की तरह सुमन के बूब्स को चूसने लग जाता है। सुमन आह आह करते हुए मदहोश होने लगती है, और बॉस के सिर को अपने बूब्स में दबाती है। फिर बॉस सुमन को अपनी मजबूत बाजुओं में उठा कर अपने कमरे में ले जाता है। वहां जा कर वो सुमन को बिस्तर पर लिटा देता है। इस वक्त ड्रेस फटी होने की वजह से सुमन ऊपर से नंगी थी, और उसकी नाभि के नीचे का हिस्स ही ड्रेस से ढका हुआ था।
अब बॉस सुमन की तरफ देखते हुए अपने कपड़े उतारने लगता है। सुमन भी बॉस की बराबरी में अपनी बाकी की ड्रेस निकाल देती है, और गीली पैंटी में आ जाती है। उधर बॉस पूरा नंगा हो जाता है, और सुमन उसका लंड देख कर हैरान और खुश दोनों होती है। सुमन जल्दी से गांड बाहर निकाल कर घोड़ी बन जाती है, और उसको लंड मुंह में देने का इशारा करती है। बॉस अपना लंड सुमन के मुंह में दे देता है, और सुमन एक रंडी की तरह उसका लंड चूसने लगती है।
चुदाई हुए को इतना वक्त होने के बाद भी सुमन की लंड चुसाई का तरीका बहुत अदभुत था। बॉस तो उसकी लंड चुसाई का दीवाना हो जाता है। वो लंड चूसने हुए उसकी गांड दबाने लगता है। जब लंड पूरी तरह से थूक से चिकना हो जाता है, तब सुमन लंड मुंह से निकालती है, और टांगे खोल कर सीधी लेट जाती है।
तभी बॉस उससे पूछता है: सुमन पैंटी क्यों नहीं उतारी?
सुमन कहती है: पैंटी उतारना मर्दों का काम होता है।
बॉस मुस्कुराता है, और जल्दी से सुमन के ऊपर आ कर उसकी पैंटी निकाल देता है। सीमा की चिकनी चूत देख कर बॉस की आँखें चमक जाती है। वो पागलों की तरह सुमन की चूत को चूमने, चूसने, और चाटने लगता है। सुमन भी अब चुदाई के लिए तड़पने लगती है। वो बॉस के बाल पकड़ कर उसको ऊपर खींचती है, और कहती है-
सुमन: अब चोदो मुझे।
ये सुनते ही बॉस लंड को चूत पर सेट करता है, और एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर पेल देता है। सुमन की चीख निकलती है, और उसको मजा भी उतना ही आता है। अब बॉस घपाघप सुमन को चोदने लगता है, और सुमन भी आह आह की सिसकारियां भरते हुए उसकी पीठ पर अपने नाखून गाड़ने लगती है। वो गांड उठा-उठा कर बॉस का साथ देती है।
10 मिनट में सुमन की चूत पानी छोड़ देती है। फिर बॉस उसकी चूत से लंड निकालता है, और उसको घोड़ी बना लेता है। अब पहले वो सुमन की गांड को अच्छे से चाटता है, आहे फिर पीछे से चोदने लगता है। थप थप की जोर की आवाज़ गूंज रही होती है। चोदते हुए बॉस कहता है-
बॉस: सुमन मैं बहुत प्यार करता हूं। सारी जिंदगी तुम्हें चोदना चाहता हूं।
सुमन कहती है: अब मैं आपकी ही हूं। जब चाहे जहां चाहे चोदो।
2 घंटे दोनों जम कर चुदाई करते है, और फिर साथ ही सो जाते है। उस दिन के बाद से सुमन घर नहीं जाती, और बॉस के घर में ही उसकी बीवी बन कर रहने लगती है। अरुण और अपनी बेटी को वो समझा देती है, तो उनको भी कोई दिक्कत नहीं थी। फिर एक दिन बॉस और सुमन दोनों शादी कर लेते है। कहानी समाप्त। इसकी फीडबैक आप gulati.gulati555@gmail.com पर दे सकते है। मेरी कहानी Didi Ka Kundali Dosh भी पढ़ें।