नौकर ने रंडी बनाया-2 (Naukar Ne Randi Banaya-2)

पिछला भाग पढ़े:- नौकर ने रंडी बनाया-1

मैं ईशा अपनी हिंदी सेक्स कहानी का अगला पार्ट लेके आई हूं। आपने पिछला पार्ट को पढ़ ही लिया होगा? अगर नहीं पढ़ा तो पढ़ ले।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि पति के प्यार की कमी ने मुझे तड़पा दिया, और मैंने एक जवान लड़के को अपना यार बना लिया। उस लड़के का नाम अर्जुन था। फिर एक दिन जब मैं सिनेमा देखने गई उसके साथ तो वहां हमारे ड्राइवर ने मुझे देख लिया। अब मुझे ये डर था कि उसने कौन-कौन सी हरकतें देख ली थी। चलिए आगे बढ़ते है-

फिल्म खत्म हो चुकी थी, और मैं और अर्जुन बाहर आ गए। बाहर आते ही मैंने अर्जुन को कहा कि मुझे घर जाना होगा, और मैं वहां से निकल आई। मुझे बहुत टेंशन हो रही थी, की अगर गोकुल ने वो सब देख लिया होगा जो मैंने अर्जुन के साथ किया था, तो कहीं वो ससुर जी को बता ना दे। लेकिन ये पता करने का कोई तरीका नहीं था। 2 दिन ऐसे ही बीत गए। इन 2 दिनों में मेरी गांड फटती रही। फिर तीसरे दिन जब घर से सब जा चुके थे, तब मैंने गोकुल को बुलाया। वो आया और बोला-

गोकुल: जी मालकिन, बुलाया आपने? कोई काम था?

मैं: हां गोकुल, मुझे आपसे कुछ पूछना था।

गोकुल: जी पूछिए।

मैं: मैं वो… (मुझे समझ नहीं आ रहा था कि किस तरीके से पूछती मैं)।

तभी गोकुल बोला: लगता है आपको समझ नहीं आ रहा कि कैसे पूछना है आपको।

ये सुन कर मैं उसकी तरफ हैरान हो कर देखने लगी।

फिर वो बोला: चलिए मैं आपको खुद ही जवाब दे देता हूं। हां उस दिन सिनेमा में आप अपने दोस्त के साथ जो भी कर रही थी वो मैंने देखा था। अच्छे घर की बहु-बेटियों को ऐसे काम शोभा नहीं देते। अब आपको ये डर होगा कि मैं साहब को ये सब बताऊंगा के नहीं। तो इसका जवाब ये है, कि मैं उनको सब बताऊंगा। क्योंकि मैं उनका वफादार हूं। अभी तक इसलिए नहीं बताया क्योंकि आज कल साहब किसी टेंशन में है। जैसे ही उनकी टेंशन हटी, मैं उनको सब बता दूंगा।

गोकुल की ये बात सुन कर मेरी गांड फट गई। अब मुंह अपनी जिंदगी अपने हाथों से फिसलती हुई नज़र आ रही थी। मेरी आवाज कांपने लगी, और मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैं झट से उठ कर अपने घुटनों पर आ गई, और बोली-

मैं: नहीं प्लीज, आप ऐसा ना करना। मेरा घर टूट जाएगा। मुझसे गलती हो गई। उनकी मिले मुझे बहुत वक्त निकल जाता है, तो मैं बहक गई थी। मां कसम मैं उससे पहली बार ही ऐसे मिली हूं। अब दोबारा ऐसा नहीं होगा।

गोकुल: मालकिन ये सब आप साहब को बोलना, मैं तो उनको बताऊंगा ही।

मैंने उस दिन एक लेगिंग्स और डीप गले वाली स्लीवलेस टी-शर्ट पहनी थी। गला डीप होने की वजह से मेरे गोरे बूब्स के बीच गहरी क्लीवेज बन रही थी। जब मैं गोकुल के सामने बैठी थी, तो उसकी नज़र बार-बार मेरी क्लीवेज पर जा रही थी। ये देख कर मैंने मन में सोचा, कि गोकुल मान तो रहा नहीं था, तो क्यों ना उसको सिड्यूस करने की कोशिश करूं, क्या पता बात बन जाए। ये सोच कर मैंने उसको बोला-

मैं: देखिए गोकुल जी, पापा को बता कर आपको किसी चीज का फायदा नहीं होने वाला। उल्टा वो दुखी हो जाएंगे, और उनकी जान भी जा सकती है डिप्रेशन में आके। लेकिन अगर आप नहीं बताओगे, तो मैं आपका कई तरह से फायदा करवा सकती हूं।

गोकुल: क्या फायदा?

मैं: मैं आपको पैसे दे सकती हूं, जीतने आप बोलो।

गोकुल: मुझे कोई पैसे नहीं चाहिए आप से।

मैं: वैसे सिर्फ पैसे ही नहीं, और कुछ भी दे सकती हूं।

गोकुल: वो क्या?

मैं: जिस चीज की तरफ तुम इतनी देर से घूर-घूर कर देख रहे हो, तुम्हें वो दे सकती हूं।

ये बोल कर मैंने उसको आंख मार दी। वो समझ गया कि मैं क्या बोलना चाह रही थी। वैसे गोकुल एक 35-40 साल का आदमी है। उसका शरीर तगड़ा है, और कद लंबा। पेट उसका थोड़ा निकला हुआ है, और रंग उसका काला है। इस तरह के आदमी मेरे जैसी औरत के साथ मिलने वाले मजे को कभी मना नहीं कर सकते। और गोकुल ने भी मुझे मना नहीं किया।

वो मुझे बोला: ठीक है मालकिन। मुझे आपका प्रस्ताव मंजूर है। लेकिन पहले आपको ये बता दूं, कि बाद ।इन आप मुकर नहीं सकती।

मैं: नहीं मुकरती।

गोकुल: मैं जो चाहूं आपके साथ कर सकता हूं?

मैं: हां, जो चाहे के लेना।

गोकुल: देखिए बाद में अगर मुझे शारीरिक संतुष्टि नहीं मिली, तो मैं साहब को सब बता दूंगा।

मैं: ठीक है। लेकिन अगर तुम्हें संतुष्टि मिली, तो तुम किसी को कुछ नहीं बताओगे।

गोकुल: ठीक है। तो कब शुरू करें?

मैं: जब चाहो। जब भी घर पे कोई ना हो, तो तुम कर सकते हो।

गोकुल: अभी करें? कोई घर पर नहीं है।

मैं: हां ठीक है। चलो बेडरूम में चलते है।

फिर जैसे ही मैं बेडरूम में जाने के लिए खड़ी होने लगी, तो गोकुल ने मुझे जोर का थप्पड़ मारा। उसका थप्पड़ खा कर मैं वहीं फर्श पर गिर गई।

फिर वो बोला: साली रंडी, मैंने बोला तुझे बेडरूम में जाने को। अगर मुझे यहीं करना हो तो? बहुत आग लगी है तुझे जो बाहर मुंह मारती फिरती है। तुझे देख कर ही पता चलता है कि तेरे खूबसूरत बदन में कितनी गर्मी है। और इतनी गर्मी निकालना इन अमीर लोगों के बस की बात नहीं है। तेरे इस खूबसूरत जिस्म की गर्मी तो मैं निकलूंगा। तुझे ऐसे चोदूंगा कि तेरे जिस्म का रोम-रोम मेरा गुलाम हो जाएगा। आज तक तेरी जैसी खूबसूरत लड़की को मैंने हाथ नहीं लगाया। लेकिन अब मैं वो सब मजे लूंगा जो तुझे देख कर मैंने सोचे थे।

गोकुल की ये बातें सुन कर मैं हैरान हो गई। मुझे लगा कहीं मैंने उसको गलत प्रस्ताव तो नहीं दे दिया। कहीं ऐसा ना हो कि ये मेरा बुरा हाल कर दे। लेकिन अब तो मैं कदम आगे बढ़ा चुकी थी, जिसको मैं पीछे नहीं ले सकती थी। और वैसे भी अगर मैं उसको ये प्रस्ताव नहीं देती, तो वो ससुर जी को सब बता देता। उसके बाद तो मेरी जिंदगी खराब होनी ही थी। मेरे साथ सेक्स करके वो क्या ही मेरा बुरा हाल कर देता। वो घर से बाहर निकलने से बुरा तो नहीं हो सकता था। फिर गोकुल मेरे पास नीचे बैठ गया घुटनों पर।

इसके आगे क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा। कहानी का मजा आया हो, तो [email protected] पर अपनी फीडबैक दें।