हैलो दोस्तों, मैंने पहले बहुत सी सेक्स कहानियां पढ़ी है। तो मेरी भी इच्छा हुई कि क्यों ना मैं भी मेरे साथ बीती हुई घटना आप लोगों को लिख कर शेयर करूं।
मेरा नाम पुनम है। मेरे पति नाम अजय है, और वो प्राइवेट जॉब करते है। हम लोग बड़वानी (म.प्र.) के रहने वाले है। अजय की उम्र 29 साल है, 5.2 फीट कद है। मेरी उम्र 28 साल है, 5 फीट कद है, जिस्म 32-30-34 है, और दिखने में सावली सी एक-दम सुंदर औरत हूं। हमारा एक बच्चा भी है जो 2 साल का है, और हम घर वालों के साथ बड़े परिवार में रहते है।
वैसे तो शादी के बाद से ही हमारी सेक्स लाइफ काफी अच्छी चल रही थी। क्योंकि मैंने शादी से पहले कभी किसी से सेक्स नहीं किया था, तो मेरे पति अजय के लंड से ही मुझे अच्छा मजा मिल जाता था। पर शादी के दो साल बाद जब मुझे बच्चा हुआ तो मेरी चूत ढीली हो गई। और उस वजह से अब मुझे मेरे पति के लंड से मजा आना कम हो गया। मेरी चाह किसी और बड़े लंड से चुदने की होने लगी।
एक रात मेरे पति अजय और मैं चुदाई कर रहे थे। अजय शुरु से चुदाई में बहुत रोमेंटिक रहे है। तो उस रात जैसे ही घर का सारा काम खत्म करके मैं हमारे कमरे में पहुंची, तो अजय ने मुझे सीधे दबोच कर बेड पर पटक दिया, और मेरे ऊपर आकर मुझे किस्स करने लगा। मैं भी उसका साथ देने लगी।
किस करते हुए अजय ने मेरी साड़ी निकाल दी, और ब्लाउज के ऊपर से मेरे बूब्स दबाने लगा। मैं अब धीरे-धीरे गर्म होने लगी। फिर अजय ने मेरा ब्लाउज निकाल कर फेंक दिया, और मेरे बूब्स चूसने और दबाने लगा।
मैं लेटे हुए आहें भरने लगी आह हहहहहह, आ आ आ हहहहहह। फिर धीरे से अजय ने मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोला, और मेरी पैंटी निकाल कर मेरी चूत चाटने लगा। मैं मजे से आहें भरने लगी, और मजे से बेड़ पर तड़पने लगी।
5-7 मिनट में मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, और अजय ने उस पानी को मजे से चाट लिया। फिर ऊपर आ कर मुझे किस्स देते हुए मुझे ऊपर आने को बोला।
अब मेरी तो प्यास जाग चुकी थी। तो मैं कहां रुकने वाली थी? मैंने भी अजय को नीचे लिटा दिया, और अजय के ऊपर आकर उनकी टी-शर्ट उतारी। फिर उनकी छाती पर किसी करने लगी, और उनकी नाइट पेंट और चड्डी उतार कर उनके लंड को हाथ से सहलाने लगी।
अजय: अब देख क्या रही है? जल्दी से अपना काम शुरू कर मेरी रानी।
मैं भी अजय का मजा लेते हुए बोली-
मैं: इतनी जल्दी क्यों कर रहे हो? थोड़ा मजा तो लेने दो। जल्दी के चक्कर मे दो तीन धक्कों में काम खत्म हो जाता है आपका।
और मैं लंड चूसने लगी। 5 मिनट लंड चूसने के बाद अजय ने मुझे लिटा दिया, और अपने लंड पर कंडोम पहन कर, मेरे दोनों पैर फैला कर, मेरी चूत में लंड डाल दिया। चुत गीली होने की वजह से अजय का लंड एक-दम से मेरी चूत में चला गया, और अजय चोदने लगा।
(मैं आप को पहले भी बता चुकी हूं, कि मेरे पति अजय के लंड से मुझे मजा नहीं आता, और मेरी चूत को कुछ फर्क भी नहीं पड़ता।) थोड़ी देर अजय मुझे वैसे ही चोदता हुआ मेरे बूब्स चूसता रहा, और फिर थक कर एक तरफ लेट गया।
मैं: क्या हुआ, हो गया सारा जोश खत्म?
अजय: यार तुझे पता तो है मेरे लंड से तुझे कुछ असर तो होता नहीं। मैं तो बस तेरा मन रखने को तेरी चुदाई कर देता हूं।
मैं: तो अब क्या करूं? मेरी प्यास जो जगा दी, उसे तो ठंडा कर दो। अपना पानी तो निकाल दो।
अजय: यार हमेशा की तरह तू ही मेरे ऊपर आजा, और काम खत्म कर।
फिर मैं अजय के ऊपर बैठ कर उसका लंड अपनी चूत में लेकर उछलने लगी, और 5-7 मिनट में अजय का पानी निकल गया। फिर मैं वैसे ही उनके पर लेट गई, और किस्स करने लगी। फिर अजय ने मुझे साइड में लिटाया, और अपने वीर्य से भरा कंडोम अपने लंड से निकाल कर, चड्डी पहन कर, मुझे अपनी बाहों में भर कर लेट गया। फिर वो कहने लगा-
अजय: पूनम मेरी जान, मैं तेरे से बहुत प्यार करता हूं। पर तेरी प्यास नहीं मिटा सकता। मुझे माफ़ कर देना।
मैं: आप ऐसा क्यों कहते हो? याद है आपको, बच्चा होने से पहले आप मुझे किस तरह से चुदाई करके थका देते थे? अब बच्चा होने से मेरी चूत का साइज बढ़ गया, तो इसमें आपकी क्या गलती?
अजय: यार तू मुझे छोड़ कर किसी दूसरे से शादी तो नही करेगी ना?
मैं: नहीं, ऐसा सोचना भी मत। मैं आपको किसी भी हाल में नहीं छोडूंगी।
और हम दोनों किस्स करने लगे।
अजय: अच्छा मैं बहुत दिनों से एक बात सोच रहा हूं। बहुत दिनों से तुझे बोलने का सोच रहा था, पर बोलने की हिम्मत नहीं हुई।
मैं: अरे, मुझसे बोलने में कैसी हिम्मत? मैं आप की बीवी हूं, बता सकते हो।
अजय: ठीक है, बताता हूं। वो मैं…।
मैं: क्या वो मैं? अब बोलो ना।
अजय: पुनम पहले तुम मुझे वादा करो, कि बुरा नही मानोगी, और मुझे गलत नहीं समझोगी, और मेरी बात मानोगी।
मैं: ठीक है! वादा करती हूं।
अजय: यार! पुनम मैं सोच रहा था कि तुझे मेरे से मज़ा नहीं आता तो क्यो ना मैं तेरी चुदाई बाहर किसी मर्द से करवाऊं, जिसका लंड मुझसे बड़ा हो, और वो तुमको मजा दे।
(अजय के मुंह से ये बात सुन कर मैं मन ही मन खुश हो गई। क्योंकि मैं तो खुद चाह रही थी, कि किसी बड़े लंड से चुदने को मिल जाये। पर फिर भी मैंने अजय के सामने शरीफ बनने का नाटक किया।)
मैं: आप पागल तो नहीं हो गए हो? अपनी बीवी को किसी दूसरे से चुदवाना चाहते हो। नहीं-नही, मैं ये सब नहीं करने वाली।
अजय: तो क्या दिक्कत है किसी और से करने में? तुम ये सिर्फ मजा लेने के लिए करवा सकती हो। और वैसे भी मुझसे तुम्हें मज़ा नहीं मिलता, तो तुम वहीं मज़ा किसी और से लो तो मुझे क्या दिक्कत है?
मैं: नहीं, मुझे किसी और से नहीं करना। मुझे डर लगता है।
अजय: देखो पुनम तुमने मुझसे वादा किया है मेरी बात मानने का। अब तुम ऐसे मना नहीं कर सकती। और मैं तुम्हारे साथ हूं, तो तुमको डरने की क्या जरूरत? मैं तुमको गलत रास्ते पर क्यों भेजूंगा कुछ सोचा होगा मैंने, तभी तो ये बात बोल रहा हूं।
मैं: ठीक है, आप कह रहे हो तो मान जाती हूं। पर कुछ प्रॉब्लम होती है तो उसके जिम्मेदार आप रहेंगे, मैं नहीं।
यह सुनते ही अजय खुश हो गए और मेरा माथा चूम लिए। अब मेरे पति ने मुझे किसी दूसरे मर्द के साथ सेक्स करने के लिये तैयार तो कर लिया था, पर दिक्कत ये थी कि सेक्स किस्से करवाये? फिर मैंने पति से पूछा कि मुझे किसके साथ सेक्स करना था।
तो अजय ने कहा: वो सब मुझ पर छोड़ दो। मैं कोई अच्छे मर्द को तेरे लिए तैयार कर लूंगा।
आगे की सेक्स कहानी अगले भाग में। दोस्तों आप लोगो को मेरी कहानी पसन्द आई हो तो आप लोग मुझे कमेंट करके बताइये।