दोस्त के बॉयफ्रेंड से चुदी-1 (Dost ke boyfriend se chudi-1)

एक दिन मैं अपने कॉलेज के दोस्तों के साथ कैफे गई।‌ उस दिन मेरी ऑफिस की दोस्त से फोन पर बात हो रही थी। दोस्त की उसके बॉयफ्रेंड से लड़ाई चल रही थी, तो दोनों में बातें नहीं हो रही थी। वो मुझे लड़ाई सॉल्व करने को बोल रही थी। मैंने उसे बोला कि तुम मुझे अपने बॉयफ्रेंड का नंबर दे दो, मैं उससे बात करती हूं।

मुझे नंबर मिल गया। मैंने उसे कॉल लगाया। उसने मुझसे मिलने को बोला ठीक 30 मिनट के बाद। टाइम बीत गया, मैंने अपने दोस्तों को बाय बोला, और उससे मिलने चली गई।

मैं आपको अपने बारे में बताना भूल गयी। मेरी उम्र 23 साल है और मैं गोरी-चिट्टी हूँ, मेरे स्तन काफ़ी बड़े और टाइट हैं। उस

दिन मैंने पीले रंग की क्रॉप टॉप पहनी थी, और जींस भी। टॉप मेरे बड़े स्तनों को काफी उभार के बाहर दिखा रहा था।

ख़ैर कहानी पर आते हैं।

वो अपनी कार से आया था, उसका रंग सांवला और ऊंचाई 6 फीट और बॉडी बनी हुई थी। उसने मुझे नमस्ते कहा, कार चल रही थी और मैंने उससे पूछा कि वह क्यों बात नहीं कर रहा था। जब मैंने उससे बहुत पूछा तो उसने मुझे बताया कि उसे सेक्स करने की आदत थी और दीक्षा जल्दी सेक्स के लिए तैयार नहीं होती थी।

ये सुन के मैं चुप हो गई तो उसने मुझे ऊपर से नीचे घूरते हुए पूछा, “आपका भी बॉयफ्रेंड होगा, और आप वीक में 4-5 दिन सेक्स तो करते ही होंगे”। मैंने उसे बताया कि, “मेरा बॉयफ्रेंड दूसरे शहर में रहता है”। उन्होंने मेरे सुन्न कानों में कहा कि, “तुम्हारी परेशानी भी मेरी तरह ही है”। मैंने कुछ नहीं कहा, और उसे समझाने की कोशिश की कि, “तुम दोनों को खुद को समझने की जरूरत है”। ये सुन कर वो बोलने लगा वो सेक्स के बिना नी रह सकता था।

तभी मेरे बॉयफ्रेंड का कॉल आने लगा। मैं बात करने लगी। फिर चलती कार में अचानक से उसने मेरी जाँघो पे हाथ फेरा। मैंने इग्नोर किया‌ लेकिन वो मेरी जाँघो पे हाथ फेरता रहा और मुझे घूर रहा था। मैं उसकी तरफ मुड़ी और उसके हाथ को हटा दिया। उसने कुछ मिनटों के बाद फिर से हाथ फेरा।

कॉल ख़तम होते ही उसने मुझे बोला कि, “क्यों ना हम दोनों एक दूसरे की ज़रूरतें पूरी करें?” मैंने बोला, “ये क्या बकवास कर रहे हो तुम?” वो चुप हो गया। मैंने बोला, “मुझे आगे रास्ते पे छोड़ दो, मैं घर चली जाउंगी”।‌ वो ड्राइव कर रहा था। अचानक से मेरी मम्मी का कॉल आया। मम्मी पूछ रही थी, “कब तक घर आओगी?”

मैंने झूठ बोला कि, “मेरी दोस्त की तबीयत खराब हो गई है, तो मैं उसे उसके घर पे ड्रॉप करने जा रही हूं”। मैंने बोला, “मैं आपको थोड़ी देर में कॉल करती हूं”। कॉल कट करते जैसे ही मैं उसकी तरफ़ मुड़ी, उसने मुझे किस कर लिया।

मैं खुद को रोक नहीं पाई और उसका साथ देने लगी। लगभग 5 मिनट तक हम दोनों एक-दूसरे को फ्रेंच किस करते रहे। मुझे पता ही नी चला कब उसने मेरे स्तन दबाना शुरू कर दिया। वो मुझे बोलने लगा कि, “होटल चलते हैं”। मैं मान गई पर मम्मी को क्या बहाना बनाती। तभी मैंने अपने कैफे वाली फ्रेंड को कॉल लगाया, और उसे समझाया कि, “क्या तू बस कॉल पे बात कर सकती है मेरी मम्मी से, कि तेरी तबीयत खराब है?”

वो मान गई। फिर मैंने कॉन्फ्रेंस कॉल पे बात करवायी। मैंने मम्मी को बोल दिया कि, “मैं कल आउंगी”। मम्मी मान गई। फिर उसने कार होटल की तरफ बढ़ाई।

गाड़ी काफ़ी महंगे होटल के पास रुकी। उसने 16वीं मंजिल पर कमरा बुक किया था। हम लिफ्ट से रूम पहुंचे। उसने कार्ड की से रूम ओपन किया, और मुझे आगे जाने को बोला।

मैंने देखा पूरा रूम ग्लास का था। अचानक से वो पीछे से मुझ पर टूट पड़ा। वो मेरे बूबस दोनों बड़े हाथो से दबाने लगा, और गर्दन पर किस करने लगा। मैं भी अपनी गांड उसके लंड पे घिसने लगी। उसने मेरी टॉप उतार दी, मुझे अपनी तरफ किया, और किस करने लगा। मैंने किस करते हुए उसकी शर्ट खोल दी। उसकी छाती बनी हुई थी, और पेट पर एब्स निकले हुए थे, और छाती पे एक भी बाल नहीं था।

मैं उसकी छाती को चूमने लगी। तभी उसने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और ब्रा को निकाल फेंका। मैं अब आधी नंगी थी। मेरे बड़े-बड़े बोबे आजाद हो गए थे। स्तन को घूरने के बाद वो मेरे दाहिने स्तन को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा और बीच-बीच में चबाने लगा।

मैं बहुत गर्म हो गई थी, मैं उसकी जींस को खोलने लगी। एक-एक बूब्स 10 मिनट तक उसने मेरे स्तनों को चूसा, चबाया, काटा। मेरे स्तनों पर दांत के निशान आ गए थे। फिर उसने मुझे नीचे घुटने पे बिठा दिया, और अपनी जींस उतार दी। वो बोला, “मेरी अंडरवियर उतारो”। जैसे ही मैंने उसका अंडरवियर उतारा, मेरे होश उड़ गए। उसका लंड अचानक से मेरे चेहरे पर आ गया।

उसका लंड एक-दम काला, मोटा, और काफी लंबा था, लगभग 8 इंच‌ का। मैंने इससे बड़ा लंड नहीं देखा था। मेरे बॉयफ्रेंड का 5 इंच का था, और काफी पतला। उसका लंड खड़ा होता और पूरी तरह खड़े हो गए पे और वी लंबा और वेनी दिख रहा था। उसने मेरे सर पे हाथ रख के चूसने को बोला। मैंने उसके लंड को मुंह में लिया, और थोड़ा अंदर तक चूसने लगी। वो आह ओह की आवाज निकालने लगा।

अचानक से उसने मेरे सर के पीछे हाथ रखा, और जबरदस्त लंड को मेरे मुँह में घुसाने लगा, और मेरे मुँह को चोदने लगा। मैं अक-बक हो गयी। थोड़े देर मशक्कत करने के बाद उसने लंड बाहर निकाला और मुझे बिस्तर पर जाने को बोला। मैं जींस में थी। बेड पे जाते ही उसने मेरी जींस और चड्ढी उतार फेंकी। अब मैं पूरी नंगी थी। मेरी गोल-गोल गांड या बिना बालों वाली चूत उसके सामने थी।

वो मेरी चूत चाटने लगा। मैं सिसकियां लेने लगी। थोड़े देर के बाद उसने मेरी जांघों को अपने कंधे पी रखा और मेरी चूत मारने को तैयार हो गया। वो अपना बड़ा सा लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा। मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। मैंने बोला, “प्लीज मुझे चोदो, प्लीज”।

तब तक वो अपना लंड मेरी चूत में घुसाने लगा। उसका लंड मेरी चूत को फाड़ते हुए आगे बढ़ने लगा। तभी मेरे आंसू निकल गए। वो रुक गया। 2-3 मिनट के बाद उसने एक और धक्का मारा, और आधा लंड मेरी चूत में था। फिर थोड़ी देर बाद एक ज़ोर का धक्का मारा, और पूरा लंड मेरी चूत के समा गया। मैं रोने लगी कि, “प्लीज मुझे जाने दो, मैं मर जाऊंगी”।

वो मुझे चुप कराने लगा, और मुझे किस करना लगा, और मेरी चूत में अंदर-बाहर होने लगा। थोड़ी देर में मुझे काफी मजा आने लगा। अब वो मेरे स्तनों को चूसते हुए मेरी चूत मार रहा था, तभी मुझे दीक्षा की कॉल आई।

मैं कॉल पे बात करने लगी तो वो रुक गया और पानी-पीने चला गया। मैंने उसे बोला, “कल से सब ठीक हो जाएगा। तुम अब सो जाओ”। फिर वो चली गई।

कॉल रखते ही उसने मुझे घोड़ी बनने को बोला। मैं घोड़ी बन गई और पीछे से वो मुझे चोदने लगा। मैं काफ़ी मजे से आह आह आह चोदो मुझे करके चुदने लगी। तभी मेरे बॉयफ्रेंड का कॉल आया। मैंने हिम्मत कर ली। मैंने रुकने को बोला, और वो धीरे हो गया।

मैंने कॉल रिसीव किया। वो बोलने लगा, “बेब कहां हो? आज कॉल नहीं की?” मैंने उसे सब बताया कि अभी मैं अपनी दोस्त के घर उसकी देखभाल कर रही थी। पीछे से वो मेरी गांड पी थप्पड़ मार‌ के चोदने लगा। मेरी आवाज सिसकियों भरी निकलने लगी।

बॉयफ्रेंड ने बोला, “क्या हुआ, तुम ठीक हो ना?” मैंने बोला, “हां”। पीछे से उसने मुझे तेजी से चोदना शुरू कर दिया, जिससे थप-थप की आवाज गूंजने लगी। ये सुन के मेरे बॉयफ्रेंड ने बोला, “ये कैसी आवाज है? क्या हो रहा है वहां?” मैंने बोला, “अरे दीक्षा बुला रही है, वो आवाज लगा रही है”। बॉयफ्रेंड ने बोला, “फिर ठीक है, ख्याल रखो”। और उसने लव यू बोले के कॉल कट किया। कॉल कट करते ही वो मेरे बालों को खींचते हुए मुझे काफी तेजी से चोदने लगा। थप-थप की आवाज रूम में गूंजने लगी। पूरे रूम में हमारी सेक्स की महक भर गई थी। वो मेरे बाल खींचते हुए किस करने लगा।

लंड बाहर निकलते ही उसने मेरे बालों को अपने हाथों में भर कर मुझे शीशे की दीवार में धकेल दिया, और पीछे से मेरे लंड को चाटने लगा। मेरे स्तन दीवार से टकरा रहे थे, और मैं चुद रही थी, आह आह बहुत दिनों के बाद। वह मुझे एक बड़े दर्पण के सामने ले गया, और मुझे दर्पण में दिखा कर चोदने लगा, और मेरे स्तनों को बुरी तरह से लाल करने लगा। मैं खुद को उसमें चुदते हुए देख कर पागल हो रही थी।

फिर उसने मुझे अपनी तरफ घुमाया, और एक लंबा फ्रेंच किस करने लगा, और मेरी जांघ को अपने हाथ में ले लिया, और दूसरे हाथ से अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। मैं उसकी गोद में थी। वह आगे आ रहा था। उसका पूरा लंड मेरी चूत को फाड़ रहा था। उसने मुझे शीशे के सामने खड़े होकर चोदना शुरू कर दिया।

मैं खुद को चुदते हुए देख रही थी। मेरे स्तन उसकी छाती पर रगड़ रहे थे, और उसका लंड मेरी चूत में था। वह अंदर जा रहा था, और बहुत तेजी से। वह और अधिक उत्तेजित हो गया। उसने मुझसे कहा कि, “मुझे जोर से पकड़ो”। मैंने कहा, “बहुत जोर से”। वह मुझे बहुत जोर से चोदने लगा, और मेरा पानी निकल गया।

रुकने के बाद उसने अपना लंड निकाला। मैं खड़ी नहीं हो पा रही थी, जैसे मेरी टांगो में शक्ति नहीं हो। उसने मेरे स्तन दोबारा चबाये और मुझे बिस्तर पर ढक दिया। अब वो वी झड़ने वाला था। उसने मुझसे पूछा, तो मैंने बोला, “आज सुरक्षित दिन है”। वो सुन के काफी खुश हो गया और मुझे बिस्तर पर लिटा के वो मेरी चूत दोबारा से मारने लगा।

8-9 मिनट के बाद वो आह आह करके मेरे अंदर झड़ गया। उसने पूरा माल मेरे अंदर उतार दिया, और लंड निकल के वो मेरी चूत देखने लगा। 2 मिनट के बाद मेरी चूत से उसका स्पर्म टपकने लगा। उंगली डाल के उसने मेरी चूत से कुछ माल निकाला, और मुझे चाटने को बोला। मैं उसका पूरा माल चाट गई। तभी उसने बोला, “मेरा लंड साफ करो”। और मैं उसके लंड को चूस-चूस कर साफ करने लगी।

थोड़े देर बाद हम दोनों बिस्तर पर पड़े थे, और अपना-अपना फोन चेक कर रहे थे। फिर मैंने अपने बॉयफ्रेंड को कॉल लगाया, और बात करने लगी ताकि उसे शक ना हो। लगभग 40 मिनट बाद कॉल रखने के बाद मैं सोने गई तो देखा उसका लंड पूरा खड़ा था। खैर इस कहानी को यहीं ख़तम करती हूं, अगर आपको पसंद आई तो मुझे बताएं, ताकि मैं दूसरा पार्ट लेकर आ सकूं। ये रात काफी लंबी और जोरदार सेक्स से भरी थी।

अगला भाग पढ़े:- दोस्त के बॉयफ्रेंड से चुदी-2

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