Site icon Desi Kahani

मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे अपने रूम में रात भर चोदा (Mere boyfriend ne mujhe apne room mein raat bhar choda)

मेरे प्यारे दोस्तों, मैं आपकी प्यारी रण्डी दोस्त नेहा हूं। वहीं नेहा हूं जो कई लौड़े खा चुकी हूं। फिर भी बुर की गर्मी शांत नहीं हुई।

मैं 20 साल की मस्त जवानी वाली, कोमल गांड वाली, और रुई जैसी मुलायम बुर वाली लड़की हूं। जो मेरी चोदे, वो बार-बार नेहा रानी की ही बुर मांगे, इतनी हॉट हूं मैं दोस्तो आपकी नेहा।

मैं अभी बी.ए. द्वितीय वर्ष में हूं। फिगर 32″ है, और गांड गोल-गोल है। बुर रुई जैसी मुलायम है।

मुझे खाली समय में बुर में उंगली करनी बहुत पसंद हैं और बुर में मूली गाजर डालनी भी।

मैं रात में ज्यादा उंगली ही करती हूं, क्यूंकि लंड हर समय कहा मिले भला।

मेरी बुर में अभी बाल थोड़े बहुत है।अमित मेरा बॉयफ्रेंड है। वो ही मेरी बुर के बाल साफ करता है। अमित अभी शहर में है, तो बुर कौन चोदे भला। इसलिए अभी मेरी बुर सूनी थी। पर इसका मतलब ये नहीं है दोस्तों कि मैं चुदी नही हूं।

मैं बहुत चुदी हूं बड़े-बड़े लौड़े से, मेरी बुर किसी रण्डी की बुर से कम नहीं है। क्यूंकि मैं खुल के चुदवाती हूं अपनी कोमल बुर। दोस्तों मैं कई दिनों से चुदी नही थी, तो बुर लौड़ा माग रही थी। इसलिए बुर में मूली गाजर डाल देती थी। पर कब तक मूली गाजर डालूंगी? असली मजा तो असली लौड़े से आता‌ हैं।

इसलिए अब मैं ठान चुकी थी कि मैं अब बिना लौड़ा पाए मानूंगी नहीं किसी भी कीमत पे।

दोस्तों मैं एक लड़की हूं, तो बुर में लौड़े की कितनी ज्यादा प्यास होती है मैं जानती हूं लौड़े के लिए। तो हम लड़कियां कुछ भी कर सकती है। मैं तो हूं ही बुर की रानी रण्डी नेहा, तो भला मैं बिना लौड़े के कैसे रह सकती थी?

मैं गांव की रहने वाली हूं। दोस्तों आपको बता दूं कि गांव में चूदाई करने की बहुत जगह होती है, चाहे जहा चोद सकते है।

पर मैं क्या करती, मेरा एक गांव का ही बॉयफ्रेंड है सागर, उसके लौड़े की साइज 7.2 इंच है।

मैं सागर से पहले भी चुद चुकी हूं, इसलिए अब सागर से आसानी से चुद सकती हूं।

एक दिन मैं बहुत जोश में थी लंड ना पाने की वजह से मैं सागर से बोली: बेबी आ जाओ कहीं।

वह बोला: आऊंगा सोना, जल्दी ही।

मैं बोली: सागर आज रात कुछ करोगे?

तो बोला: ठीक है नेहा, देख लूंगा।

दोस्तों लंड ना पाने की वजह से मेरी बुर में हलचल मची थी। खुजली हो रही थी। कब लौड़ा पाए मेरी रुई जैसी बुर। उस रात मैं बहुत गरम थी। सागर को फोन की मैं, और बोली-

मैं: सागर आ जाओ प्लीज़।

वो बोला: नेहा घर नहीं आ सकता तुम्हारे।

मैं बोली: मैं ही आती हूं तुम चाहो तो।

वो बोला: ठीक है।

दोस्तों वो मेरे गांव का ही था। इसलिए मैं उसके घर चली गई, और उसे फ़ोन करके बोली: सागर आ जाओ, बाहर हूं मैं।

सागर बाहर आया और बोला: चल मेरे रूम में।

वो मुझे अपने रूम में उठा के ले गया। मैं हंस रही थी, और वो मेरी आखों में देख रहा था। वो मुझे अपने रूम में ले आया। मैं उसके बेड पे लेट गई। वो भी मेरे पास आने लगा। मैं उसे हंसते हुए मना कर दिया।

वो बोला: नेहा, मेरी गुलाबो, मेरी जान, आ जाओ मेरी बाहों में।

वो भी पहले से ही गरम था, और मैं भी गरम थी। कुछ देर किस किया हम दोनों ने। फिर दोनों बेड पे लेट गए, और खूब किसिंग किए। उसके बाद सागर मेरी कुर्ती हटाने लगा। धीरे धीरे मैं भी मजे ले रही थी, और चुप थी। क्योंकि मुझे भी अपनी बुर फड़वानी है।

धीरे-धीरे हम दोनों नंगे हो गए। ओ गॉड, हम दोनों एक-दूसरे के सामने नंगे थे। दोस्तों पूरी नंगी सोचो।

सागर मेरी दोनों टांगों को फैला कर मेरी बुर को चाटने लगा अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह। दोस्तों वो क्या मस्त फीलिंग थी यार अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह। सागर मेरी बुर चाट रहा था अह्ह्ह्ह अअह्ह्ह्ह।

उसके बाद उसने मेरी बुर में अपना मोटा लौड़ा पेल दिया। हे भगवान, मेरी बुर, ओ गॉड दोस्तों, मेरी बुर की हालत गंभीर हो गई। मैं कराह रही थी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह करके।

पर सागर मेरी नंगी बुर में अपना ताकतवर हथियार पेले ही जा रहा था, पेले ही जा रहा था। मेरी भी बुर रूई जैसी कोमल गुलाबी उसका लंड सहे जा रही थी।

अब उसने कहा: नेहा मुझे गांड चाहिए तुम्हारी।

मैं बोली: नहीं सागर, प्लीज मेरी गांड मत मारो।

वो गुस्सा हो गया और बोला: नेहा, रण्डी की औलाद। बुर चोदी रण्डी, हरजाई बुर चुदवा ली मुझसे, तो गांड भी मरा रण्डी।

मैं मुस्कुराई और बोली: सागर मेरी जान मार लो।

वो खुश हो गया और बोला: हाय मेरी नेहा जान। अब तो घोड़ी बन जाओ।

और मैं घोड़ी बन गई।

मेरी कमर पकड़ के मेरी गाड़ की ऐसी चूदाई की सागर ने, कि क्या ही बताऊं मेरे दोस्तों। मेरी गांड में उसका लौड़ा घुस रहा था। मैं चिल्ला रही थी, पर वो लगातार मेरी गांड फाड़े जा रहा था।

उसके बाद जब थक गया तो बोला: नेहा कभी गांड नही मरवाई क्या तूने?

मैं बोली: नहीं री, बस बुर ही मरवाती हूं।

दोस्तों फिर से वह मेरी बुर में शुरु हो गया। मेरी एक टांग उठा के मेरी बुर में लौड़ा पेल रहा था। मैं हंस रही थी और मजे से उसका लौड़ा अपनी कोमल बुर में लिए जा रही थी। आह आह आह आह मजा आ रहा था मुझे बहुत ज्यादा।

अंत में उसने अपना सारा मॉल मेरी जवान बुर की फाकों पर गिरा दिया। मेरी जवान बुर उसका माल अंदर खींच लेती, पर मैं अपने हाथों से उसका माल रोक ली और उंगली में लेके चूसने लगी।

उसका गरम गरम माल आह, दोस्तों मैं तो पूरी चाट गई।

फिर उसने भी मेरी बुर चाटी और सारी गंदगी साफ कर दी। अब मेरी बुर एक-दम नई जैसी चमक रही थी।

सागर बोला: नेहा, आई लव यू मेरी जान। तुम ही तो मेरी रानी हो। अब मैं तुम्हें हमेशा चोदता रहूंगा मेरी जान नेहा।

मैं बोली: आह आह आह सागर।

तो वह हंसने लगा। इस तरह से दोस्तों मैं अपनी बुर की आग शांत करने उसके रूम में गई, और सागर ने अपने ही रुम में मेरी बुर की बैंड बजा दी। दोस्तों मैं तो बहुत खुश थी सागर से बुर मरवा के।

आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताइएगा। आज तक मैं कई लड़को को संतुष्ट कर चुकी हूं अपनी कोमल बुर देके।

अगर आपको भी मेरी बुर का स्वाद लेना है, तो मेल कर सकते है।

nehakumarit158@gmail.com

Exit mobile version