मम्मी को चोदा दुकान वाले ने-2

This story is part of the मम्मी को चोदा दुकान वाले ने series

    हैलो दोस्तों, मेरा नाम अमित कुमार है और मेरी मां का नाम रेखा है। पिछली कहानी में आपने पढ़ा था कि कैसे चार लोगों ने मेरी मां को चोदा और मूत और वीर्य पिलाया था दुकान के अंदर। अब आगे की कहानी।

    मम्मी ने चाय वाले और उन शराबियों को बोला: अगली बार मेरे को मार-मार कर चोदना।

    और फिर घर की तरफ चल दी थी मम्मी। जैसे ही वो रास्ते पर आई, तो मैं भी आ गया रास्ते पर। मम्मी ने मुझे देख लिया और थोड़ा सा डर गई। मैं मम्मी के पास गया और देखा कि मम्मी के मुंह में सफेद कलर का कुछ लगा हुआ था, और कपड़े भी थोड़े भीगे हुए थे।

    तो मैंने मम्मी से पूछा: ये कपड़े कैसे भीगे हुए है आपके?

    तो मम्मी ने ने बोला: रास्ते में पानी पिया था, तभी भीग गए।

    फिर मैंने पूछा: आप तो बहुत देर के निकले हो, कंपनी से अभी घर तक नहीं पहुंचे?

    तो मम्मी ने बताया: एक फ्रैंड के घर रुक गई थी।

    मैं मन में सोचने लगा कि मुझे पता था कि कौन से फ्रैंड के यहां रुक थे।

    फिर मैंने पूछा: अब आपकी तबियत ठीक है?

    तो उन्होंने बोला: हां बहुत ठीक है।

    फिर मैंने कहा: आपके मुंह पर कुछ लगा हुआ है सफेद-सफेद।

    तो मम्मी ने बोला: तू उसे हटा दे।

    तो मैंने बोला: ओके।

    फिर मैं जैसे ही उनके मुंह के पास गया, बहुत ही गंदी महक आ रही थी पेशाब और वीर्य की।

    मैंने मम्मी से पूछा: ये गंदी महक आपके मुंह से आ रही है क्या?

    तो मम्मी ने बोला: जो सफेद-सफेद लगा है, तू बस उसे हटा।

    मैंने कहा: ओके।

    फिर मैंने उसे हटा या और हम दोनों घर की तरफ चल दिए। रास्ते में मैंने हिम्मत करके मम्मी से पूछ ही लिया-

    मैं: मम्मी मैंने भी आपके जाने के तुरंत बाद छुट्टी ले ली थी, और आपके पीछे-पोछे ही आया हूं।

    ये सुन कर मम्मी चौंक गई और बोली: तूने और क्या देखा?

    मैं बोला: वो सब, जो आपने उन चाय वाले अंकल और शराबियों के साथ किया। कैसे उसने आपके कपड़े फाड़े, और कैसे आपने अपने मुंह में मूतवाया और उनका माल पिया। और कैसे आपने उन्हें कल के लिए प्रोमिस किया है चुदने के लिए।

    मम्मी मेरे मुंह से ये सब सुन कर डर गई और बोली: किसी को कुछ बोलना मत।

    मैंने कहा: एक शर्त पर किसी को कुछ नही बोलूंगा। तो उन्होंने कहा: क्या?

    तो मैंने बोला: आपको अभी मेरा लंड चूसना होगा यही पर।

    तो मम्मी ने बोला: यहां पर तो रास्ता है, और बहुत सारे लोग जा रहे है।

    तो मैंने बोला: आपको चूसना तो पड़ेगा ही, नहीं तो मैं पापा को बता दूंगा सब कुछ, और कल उन लोगों के पास भी नहीं जाने दूंगा।

    तो मम्मी ने बोला: घर पर चल, वहा चूस दूंगी।

    तो मैंने कहा: नहीं, यही पर चूसना पड़ेगा।

    तो मम्मी ने बोला: ठीक है, आगे चलो आगे रास्ता सुनसान है।‌ वहां पर चूस दूंगी।

    और मैं चल दिया और मम्मी भी। आधे किलोमीटर बाद रास्ता सुनसान हो गया, क्योंकि रात के साढ़े नौ बज रहे थे। दोनों तरफ घर थे, और बीच में रोड थी।

    तो मम्मी ने बोला: यही पर चूस दूं?

    तो मैंने बोला: ठीक है।

    फिर मम्मी ने मुझे दीवार के सहारे लगा के खड़ा कर दिया, और खुद घुटनों पर बैठ के मेरी पेंट नीचे करके मेरा लोड़ा मुंह में ले लिया और चाटने लगी। मैंने पहली बार किसी के मुंह में दिया था। रास्ता सुनसान था, तो कोई था नहीं, बस एक लाइट जल रही थी।

    मेरा जैसे ही होने बाला था, तभी वहा से एक बूढ़ा आदमी निकल आया। मैंने तो उसको देख लिया, पर मम्मी ने नहीं देख पाई। उसकी उमर कम से कम अस्सी के करीब होगी। मम्मी लोड़ा चूसने में मस्त थी।

    वो वहा आ गया और मेरा भी पानी निकल ही गया मम्मी के मुंह में।‌ मम्मी ने सारा पानी पी लिया, और मुंह साफ करते हुए उठी। तब तक बो बुड्ढा हमारे पास आ चुका था, और उसने मम्मी को देख लिया था ये सब करते।

    उसने पीछे से मम्मी के बाल पकड़े, और बोला: रास्ते में क्या कर रही है रण्डी? मम्मी डर गई और पीछे देखा तो उनकी गांड फट गई।

    वो बोली: कुछ नहीं, बस मेरे बेटे की पेंट में कुछ गिर गया था, उसे साफ कर रही थी।

    तो बुड्ढा बोला: लंड चूस रही थी तू, मुझे पागल बना रही है साली रण्डी।

    तो मैंने मम्मी के कान में बोला: मम्मी, हम तो फस गए।

    तो मम्मी ने बोला: तू टेंशन ना ले।

    फिर वो उस बूढ़े की तरफ बढ़ते हुए बोली: लाओ मैं तुम्हारा भी निकाल देती हूं।

    ये सुन कर मैं चौंक गया, और बुड्ढा भी बोला: साली पक्की वाली रण्डी लग रही है। चल मेरे घर पर चल, वहीं देखेंगे।

    तो मम्मी चल दी। मैंने रोकते हुए कहा: पापा भी आने वाले होंगे।

    तो मम्मी ने बोला: वो आज रात नही आयेंगे, उनकी नाइट लगी हुई है।

    मैंने बोला: फिर तो चलो।

    फिर मैं और बुड्ढा आगे चल दिए। मम्मी हमारे पीछे-पीछे चल दी। तो मैंने बुड्ढे को बताया, कि मम्मी अभी चार लोगों से चुद कर आ रही थी।

    तो उन्होंने कहा: अच्छा, इतनी बड़ी रण्डी है क्या ये?

    मैंने बोला: हां।

    तो उन्होंने बोला: घर चलते है, फिर देखेंगे।

    हम उसके घर पहुंच गए। उसका घर बहुत बड़ा और अच्छा था, कोठी थी। तो घर जैसे ही पहुंचे, उसकी बहू ने दरवाजा खोला।

    तो उसने बताया: ये लोग हमारे घर काम मांगने आए है। एक बार देख लेता हूं इन्हें।

    और‌ फिर वो अपने कमरे की तरफ चल दिए। पीछे-पीछे हम भी चल दिए।

    मम्मी को मैंने बोला: ये आपकी आज फाड़ देगा चूत।

    तो उन्होंने हंस कर बोला: देखा जायेगा।

    मैं और मम्मी उसके कमरे में पहुंच गए। उसने कमरे में पहुंचते ही कुंडी लगा दी, और मम्मी से बोला-

    बुड्ढा: कपड़े उतार अपने।

    मम्मी मेरे सामने अपने कपड़े उतारने लगी, और वो बुड्ढा भी। उसका लोड़ा सो रहा था तब चार इंच का था। मम्मी ने सारे कपड़े उतारे, और अपने घुटनों पर बैठ गई। उसने अपना लोड़ा मम्मी के मुंह में दे दिया। मम्मी ने उसका सुपाड़ा खोला जो कि बहुत गंदा था।

    मम्मी ने उसे पहले चाट कर साफ करा, और फिर उसे मुंह में लेकर चूसने लगी। दो मिनट बाद उसका लोड़ा अपने आकार में आ गया, जो कि कम से कम दस इंच का था। मम्मी के मुंह में जा भी नही पा रहा था। मम्मी ने पूरी कोशिश करके मुंह में तो ले लिया, पर उनके आंसू निकल आए।

    फिर बुड्ढे ने अपना लोड़ा निकाला मम्मी के मुंह से, और उनकी चूत पर रख दिया, और धक्का मारा तो लोड़ा अंदर गया कम से कम पांच इंच। मम्मी को कोई फर्क नही पड़ा। फिर दूसरे धक्के में पूरा चला गया। अब मम्मी को थोड़ा दर्द हुआ। फिर वो भी उसका साथ देने लगी।

    फिर मम्मी ने उसके ऊपर बैठ के लंड के ऊपर कूदना शुरु कर दिया। मैं ये सब देख रहा था बैठ कर। मेरा भी लंड खड़ा हो गया, और मैंने मुठ मारनी शुरु कर दी। बुड्ढे ने मम्मी के दूध पकड़ कर दबाने शुरु कर दिए। मम्मी को दूध में दर्द हो रहा था, फिर भी वो लंड पर कूदती रही।

    फिर उसका निकलने को हुआ, और उसने मम्मी की चूत में ही निकाल दिया। बहुत सारा लावा निकला उसका, और शायद मम्मी का पानी भी उसमें मिक्स था। मैं बैठा मुठ मार रहा था। फिर बो बुड्ढा मम्मी के ऊपर से हटा, और बाथरूम में चला गया।

    इतने में मेरा भी निकलने को हुआ। मैं भी मम्मी के पास पहुंचा, और उनके मुंह में लोड़ा डाल दिया, और सारा वीर्य फिर पीला दिया। मैंने दो मिनट तक लोड़ा उनके मुंह में रखा। फिर मम्मी भी बाथरूम की तरफ चल दी, और मैं भी।

    हम सब अभी नंगे थे बाथरूम में। बुड्डा मूतने ही वाला था कि मैंने उसे रोका और बोला-

    मैं: वहां मत मूतो, मेरी मम्मी के मुंह में मूतो।

    तो उसने बोला: क्या सच में?

    मैंने बोला: हां।

    फिर मम्मी मुस्कुराती हुई बाथरूम में नंगी लेट गई, और मैंने बुड्ढे का लंड पकड़ा, जो कि बहुत गर्म था।

    मैंने मम्मी के मुंह की तरफ करते हुए बोला: अब मूतो।

    तो उसने मूतना शुरु किया और सारा मूत मम्मी के मुंह पर गिरा। कुछ पी भी गई मम्मी।

    फिर बुड्ढे ने बोला: तू भी मूत।

    तो मैंने भी उनके ऊपर मूतना शुरु किया, और पूरे शरीर पर मूता। फिर मम्मी ने वही नहाया और कपड़े पहने। मैंने भी पहने और चलते टाइम मम्मी ने उस बुड्ढे के लंड पर किस किया और चल दिए।

    घर पहुंच कर मम्मी ने मुझे बताया: कल मुझे उन चाय वाले अंकल के पास जाना है।

    तो मैंने बोला:‌ वो आपको बहुत दर्द देंगे।

    तो उन्होंने बोला: कोई बात नहीं।

    फिर हम दोनों खाना खा कर सो गए।