हैलो दोस्तो, मेरा नाम नितिन है, मेरी उम्र 28 साल है, मैं उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में रहता हूं। मैं झांसी में एक जगह प्राईवेट नौकरी करता हूं। मेरे लंड का साईज 6.5 इंच है। इस कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैनें अपनी सगी मां को पटा कर चोदा।
मेरे घर में मेरे पापा 50 साल, मेरी 2 छोटी बहन 26 और 23 साल दोनों मस्त जवान और खूबसूरत हैं। मेरी मां का नाम नीतू (बदला नाम) उम्र 48 साल है, पर वो दिखने में 38 साल की मस्त माल लगती हैं और उनका साईज 36-38-42 है। उनकी गांड और चूत देख कर तो किसी को भी उन्हें चोदने का मन होने लगे ऐसी मस्त माल है मेरी मां।
पापा किराने की दुकान चलाते है, जिससे वह ज्यादा मां को समय नहीं दे पाते है, और अब पापा ने मां को चोदना लगभग बन्द ही कर दिया है। मेरा उनको चोदने का मन शुरु से ही होता था जब से मैंने पापा मां की चुदाई देखी थी। उनकी चुदाई देख कर ही मैं बड़ा हुआ हूं।
पापा उनको हचक कर, कुतिया बना कर, कभी गाली देते हुए घोड़ी बना कर रात में चोदते थे, तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
चलिये कहानी शुरू करते हैं।
बात मई 2023 की है। लाईट ना होने की वजह से हम सभी लोग एक ही कमरे सो रहे थे। पापा के बगल में मां, फिर दोनों बहनें सो रही थी। मैं अलग बेड में सो रहा था।
मुझे रात को लगभग 2 बजे पेशाब लगी, तो मैंने मोबाइल की टार्च जलायी। तो एक-दम से मां की तरफ मेरी नजर गयी। उनका पेटीकोट उनकी कमर तक था। जिससे उनकी मांसल भरी पूरी गोरी टांगे दिखी। फिर उनकी मस्त सेक्सी चूत दिखी जहां से मैं निकला था।
उनकी मस्त चूत देख कर, जो बिल्कुल चिकनी थी, मेरा लंड आसमान छूने लगा। मेरा पूरा लौडा एक दम टाइट और खड़ा हो गया। मन करने लगा कि अभी मां की चूत में अपना लंड डाल के साली की चूत को चोद-चोद कर लाल कर दूं, भोंसड़ी वाली की चूत को। मुझे चुदाई में गाली बहुत ज्यादा पसंद हैं।
उस रात उनकी नंगी चूत को देख कर मेरा अगले दिन से दिमाग बस इसी जुगाड़ में लगा रहता, कि कैसे मैं अपनी मां को चोदूं।
फिर एक दिन मुझे आइडिया आया कि क्यूं ना मां को पहले उत्तेजित किया जाए, फिर उनको पटा कर चोदूं। क्योंकि पापा अब मां को बिल्कुल भी नहीं चोदते थे।
तो मैंने मां की यूट्यूब की आईडी को अपने मोबाइल में साइन इन करके उनके यूट्यूब में सेक्सी कहानियों और वीडियो के चैनल सब्सक्राइब करके उनको प्ले करके छोड़ दिये। जिसे देख कर उनका चुदने का मूड बन जाए।
फिर अगले एक दो दिन तक तो कुछ भी नहीं हुआ। उसके बाद मैंने उनकी यूट्यूब की हिस्ट्री में देखा कि मां ने बहुत सारी सेक्स कहानियां और चुदाई की वीडियो देख रखी थी। ये देख कर मेरा प्लान थोड़ा सफल होता हुआ नज़र आ रहा था, और मेरा लौड़ा खड़ा हो गया। तो मैंने उनकी पैन्टी में मुठ मार कर अपना माल निकाल दिया।
फिर कुछ दिन बाद फिर से घर में लाइट नहीं थी तो सब लोग वहीं पहले के जैसे सोए थे। एक बेड में पापा, फिर मां, और उनके बगल में दोनों बहनें। और मैं अलग सोया था।
मैं रात को 12:30 बजे के करीब पेशाब करने को उठा तो देखा कि मां यूट्यूब में कहानियां सुन रही थी। तो मैंने सोचा कि चूत गरम है डाल दो लौड़ा। पर मेरी हिम्मत नहीं हुई। जब मैं पेशाब करके वापस आया तो मां अपनी चूत में धीरे-धीरे उंगली कर रही थी।
उनको उंगली करते देख मेरे लंड में आग लग गई। फिर मैंने धीरे-धीरे हिम्मत करके अपनी मां की चूत की तरफ हाथ बढ़ाया। मेरी गांड फट रही थी, कि अगर उन्होंने पापा को या किसी को भी कुछ भी बता दिया, तो मेरा बाप मेरी गांड फाड़ देगा।
फिर भी मैंने चूत के नशे में हिम्मत करके अपना हाथ मां की चूत पर रख दिया, और मां की चूत को सहलाने लगा। क्योंकि मां की चूत पाने के लिए थोड़ा रिस्क लेना ही पड़ेगा।
मां की चूत पूरी गीली थी, फिर मां ने मेरे हाथ को पकड़ लिया (मां ने सोचा कि ये हाथ पापा का था, ये बात बाद में मुझे मां ने बतायी, जब मैंने उनका चोदा था)। पर मैं अपनी 2 उंगली मां की चूत में डाल के जल्दी-जल्दी अंदर बाहर करने लगा। मां को भी मजा आने लगा। वो बिल्कुल धीरे-धीरे आह आह उफफ की आवाज निकालने लगी। क्योंकि बहनें भी साथ में सो रही थी।
फिर उनकी चूत में उंगली कर-कर के मैंने उनकी चूत का माल पूरा निकाल दिया, और वो निढाल हो गयी। मैंने उस उंगली को पूरा चाट लिया। मेरी मां की चूत का माल गाढ़ा था। बिल्कुल मस्त स्वाद था उनकी चूत के माल का। मां के चूत के माल की खुशबू एक-दम मदहोश कर देने वाली थी। ऐसा लग रहा था कि साली की पूरी चूत को बर्गर के जैसे मुंह में भर कर खा जाऊं।
पर मैं मन मार कर सोने की कोशिश करने लगा, और मां को भी नींद आ गयी। फिर जब सुबह मेरी आंख खुली तो मेरी गांड फट रही थी, कि मां को कुछ पता तो नहीं चला। उन्होंने किसी को कुछ बता तो नहीं दिया। लेकिन सब सही था। पापा अपनी दुकान चले गये थे, दोनों बहनें अपने कॉलेज चली गयी थी, तब जाकर मेरा दिमाग थोड़ा शांत हुआ।
फिर मैंने सोचा कि कैसे भी करके मां को अपना लंड दिखाया जाए, जिससे वो गरम हो जाये। तो फिर उसको पटक कर चोद लूं। फिर मैंने जब दोपहर में खाने का समय हुआ, तो मैं अपने कमरे में आकर अपनी अंडरवियर नीचे करके मां के खाने को बुलाने को लेकर इंतजार करने लगा। मां के आने की जैसे ही आहट हुई, तो मैं अपना लंड निकाल कर गेट की तरफ मां को याद करके हिलाने लगा।
मां जैसे ही गेट के पास आयी, और मां ने मुझे लंड हिलाते देखा, तो वही खड़ी हो गयी और लंड को गौर से देखने लगी। ये सब मैं आंखों से साइड से देखने लगा। मां गेट के पास आकर खड़ी होकर लंड देखने लगी, और थोड़ी देर बाद फिर वो अपने हाथ से अपनी चूत को सहलाने लगी।
फिर जब मेरा माल निकलने को हुआ तो मैं जोर-जोर से अपनी मां का नाम लेते हुए आवाज निकालने लगा-
मैं: आह नीतू, आह, उफफ, साली तेरी चूत मारूं कुतिया बना के आह, साली रंडी आह तेरी गुलाबी चूत को चाटूं। तेरा माल पी जाऊं।
ये सब मैंने जान-बूझ कर बोला, ताकि मैं उनको उत्तेजित करके चोद पाऊं। उसके बाद मां का भी माल शायद निकल गया था। फिर हम दोनों की नजरें एक-दूसरे से मिली, तो मां ने एक-दम से वहां से हट कर थोड़ी दूर जाकर आवाज दी-
मां: नितिन, खाना लगा दिया है, आकर खा लो जल्दी से।
मेरा तीर बिल्कुल सही जगह लगा था, फिर भी डर लग रहा था कि मां कुछ कहे ना मुझसे या पापा से।
जब मैं खाना खाने गया तो मां भी खा रही थी, और वह धीरे-धीरे मुस्कुरा भी रही थी।
तो मैंने पूछा: क्या हुआ मां, आप ऐसे क्यों मुस्कुरा रही हो?
तो मां ने कहा: अच्छा बेटा, अभी तो तू मेरा नाम ले रहा था, और क्या-क्या बोल रहा था मेरे बारे में। मैंने सब सुन लिया है, और देख भी लिया है। ये सब कुछ मुझे सोच के क्यों करता है? कोई जी.एफ. बना ले ना।
अगले पार्ट में आपको मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी मां को कुतिया बना कर चोदा।
तो दोस्तों, आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बतायें। कोई मां अपने बेटे से या बेटे अपनी मां को चोदने का आइडिया लेना चाहते हैं, या लड़कियों को पर्सनल सेक्स चैट करनी हो, तो मुझे मेल करे। धन्यवाद।
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