ट्रेनर सहित जिम के लड़कों से चुदी सपना और साजिया-1 (Trainer sahit gym ke ladkon se chudi sapna aur saziya-1)

मेरी पिछली दोनों कहानियों में आपको बताया कि कैसे मैंने अपनी बहन सपना को जयपुर में चोदा और फिर उसके बाद मैंने जयपुर से लौट कर सपना की चुदाई खेत में की।

धीरे-धीरे मेरी सपना के साथ जबरदस्त चुदाई का असर सपना के शरीर पर नज़र आने लगा था। सपना की चूचियां बड़ी हो गयी, कमर चौड़ी हो गयी, और गांड पीछे की तरफ उठ ग‌ई थी। सपना का फिगर जो पहले 32-30-32 का था, वो अब तक बढ़ चुका था। और ये बात कोई भी चुदक्कड़ आदमी सपना के चढ़ती जवानी और बढ़ते बूब्स और चौड़ी कमर को देख कर अंदाजा लगा सकता था।

अगस्त महीने में एक दिन तो कॉलेज में लड़कियां भी मजे-मजे में सपना को बोलने लगी, “क्या बात है सपना, कोई मिल गया क्या?” तो सपना मना कर देती‌ है, कि ऐसा कुछ नहीं है। एक बार तो एक लड़की जिसका नाम साजिया था, सपना को अकेला देख कर पूछ भी ली कि, “अरे सपना, किसकी जान बन गई हो तुम? आजकल तुम फैलती जा रही हो। हमें भी बता दो किस का लंड ले रही हो तुम?”

तो सपना बोली, “पागल हो गई हो क्या? कुछ भी बोल रही हो”।

तो लड़की बोली, “पागल तो तुम मुझे बना रही हो। अभी दो महीने पहले तक तो तुम्हारा फिगर ठीक-ठाक ही था, पर अब तो तुम हाॅट होती जा रही हो। चलो छुपा लो, पर सच तो यही है कि कोई तो मिल गया तुम्हें”।

तभी उधर से रियाज अब्दुल और रमेश तीनों गुज़र रहे थे। रमेश मेरा चचेरा भाई है जिसने सपना को जयपुर में पहली बार चोदने का प्रयास किया था, पर वो बाजी मैंने मार ली थी, और मैंने सपना को चोद कर सील तोड़ दी थी।

तो रमेश बोला, “यहां बाहर क्या कर रही हो सपना?” तो वो बोली, “कुछ नहीं भैया, बस जा ही रही हूं क्लास में”।‌फिर सपना और वो लड़की क्लास में जाने लगी। तभी वो लड़की रियाज को अपने पास बुलाई तो रमेश और अब्दुल आगे निकल गए। वो लड़की रियाज से बोली, “अच्छा ये बताओ रियाज, ये सपना जो है इसका कोई बॉयफ्रेंड है या नहीं?” तो रियाज ने सपना को ऊपर से नीचे तक देखा,‌ और वो बोला कि, “क्यूं कोई शक है क्या?”

तो लड़की बोली कि, “मैंने सपना को बोला तो वो कह रही कि नहीं है, पर मुझे लगता है कि कोई है जरूर”। तो रियाज बोला, “तू सही बोल रही है, इसका बॉयफ्रेंड है भी, और उसने अच्छे से बजाया भी है इसको”। तभी रियाज सपना को देख कर बोला, “क्यूं सपना नहीं है क्या कोई?” तो सपना मना की।‌ फिर रियाज मुस्कुराते हुए बोला, “तो मुझे बना लो, खुश कर दूंगा”।

तभी वो लड़की रियाज को बोली, “तो मेरा क्या होगा?” क्यूंकि रियाज उस लड़की का बॉयफ्रेंड था, तो रियाज बोला, “दोनों को मजे दूंगा”।

फिर रियाज सपना को आंख मार कर आगे निकल गया। सपना झुंझलाते हुए उस लड़की से बोली, “कितना गंदा है यार रियाज”। तो वो लड़की बोली, “एक बार तुम ले लोगी इसका ना, तो अच्छा लगने लगेगा”। फिर छुट्टी के समय रियाज ने उस लड़की से कुछ तो बोला, और उसके बाद से उस लड़की वो सपना के सामने हर रोज रियाज की बात करने लगी, और उसकी तारीफ करते हुए नहीं थकती।

फिर धीरे-धीरे साजिया सपना के पास बैठने लगी, और फिर सपना को दोस्त बना ली, और अब दोनो हंसते हुए बातें करने लगी। एक दिन साजिया बोली, “यार सपना, तुम्हारे बारे में एक C सेक्शन का एक लड़का बोल रहा था, कि सपना सबसे खूबसूरत लड़की है अपने कॉलेज की, और वो तुम्हे पटाने की किसी से शर्त लगाया है। तो सपना झटके में बोल गई कि, “मुझे कोई नहीं पटा पाएगा, मैं पहले से ही पट चुकी हूं किसी… से”। और इतना कह कर रूक गयी।

तभी साजिया बोली, “सपना आज तुम सच बोल ही दी। चलो अब बता भी दो कौन है वो?” सपना बताने से कतरा रही थी, तो साजिया ने अपनी दोस्ती का वास्ता दे दिया, और फिर सपना ने बताया कि, “यार मैं जब जयपुर गयी थी, तभी रमेश मुझे चोदना चाहता था, और उसने मुझे पटा भी लिया। वो चोदने ही वाला था कि बड़े भैया का फोन आ गया, तो चुदाई नहीं कर पाए हम दोनों”।

तो फिर साजिया बोली, “तो फिर कभी चुदाई नहीं की? तो सपना ने जोश-जोश में उस दिन को याद करके पूरा माजरा साजिया को बता दिया। फिर साजिया बोली, “तुम्हारे भैया कैसे दिखते हैं?” तो वो मेरी फोटो साजिया को दिखाई। साजिया बोली, “बहुत हाट हैं तुम्हारे भैया। कभी मुझसे भी मिलाओ”। तो सपना बोली कि, “वो सिर्फ मेरे हैं, और किसी के नहीं हो सकते”।

तो साजिया सपना को समझाई कि, “लड़के किसी एक लड़की पर नहीं टिकते। वो कहीं ना कहीं कोई दूसरी चूत ढूंढ लिए होंगे। तो तू भी कोई नया लंड ढूंढ”। फिर सपना बोली, “नहीं यार, मैं भैया को धोखा नहीं दूंगी”। तो साजिया बोली, “भैया को मत बताना नये लंड के बारे में, तो वो कैसे जानेंगे? अगर तू कहे तो मैं ढूंढ दूं?” तो सपना कुछ नहीं बोली। फिर शाम को छुट्टी हुई तो दोनों अपने-अपने घर चले गए।

अब साजिया रोज सपना से लड़कों के बारे में ही बात करने लगी, तांकि सपना किसी कॉलेज के लड़के से चुद जाए। पर सपना मेरे अलावा किसी और को नहीं चाहती थी। फिर अक्टूबर में कॉलेज में फेयरवेल पार्टी का दिन डिसाइड हो गया, कि जनवरी 18th को फेयरवेल पार्टी है। तो सभी लड़के और लड़कियां अपने-अपने लिए ड्रेस लेने की तैयारी में लग गए।

तो एक दिन साजिया ने सपना से बोला, “तुम क्या पहनोगी?” तो सपना बोली, “अभी कुछ सोची नहीं हूं”। तो साजिया बोली, “तू साड़ी पहन, मस्त लगेगी”। सपना बोली, “तुम क्या पहनोगी?” तो साजिया बोली, “मैं भी साड़ी पहनूंगी”। फिर सपना बोली,‌ “साड़ी मेरे ऊपर पता नहीं अच्छी लगेगी या नहीं?” तो साजिया बोली, “तुझ पर नहीं अच्छी लगेगी तो किस पर लगेगी? अगर तू भी थोड़ा जिम ज्वाइन कर ले, तो फिगर तेरा एक-दम मेनटेन हो जाएगा, और तू सबसे हाट लगेगी”।

तो सपना बोली, “तुम जाती हो क्या जिम?” तो साजिया बोली, “मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ती, मेरे घर के बगल ही जिम है। वहीं पर जाती हूं। मेरे ही भैया का है”। तो सपना बोली, “तब तो तेरा मस्त है”। सपना कुछ और बोलती उससे पहले ही साजिया बोली, “तू भी आजा, मेरे भैया ही ट्रेनर हैं, कोई दिक्कत नहीं।‌ और पैसे का टेंशन मत लेना, मैं भैया से बात कर लूंगी”।

तो सपना बोली, “घर पर क्या बोलूंगी?” तो साजिया बोली कि, “बोल देना कोचिंग जाते हैं। 1 ही घंटे की तो बात रहेगी। शाम को 5-6 बजे आ जाना, ज्यादा लोग नहीं रहते”। सपना मान गयी और फिर साजिया भी खुश हो गयी। फिर दूसरे दिन शाम को 5 बजे सपना साजिया के घर गई और वो दोनों जिम में गई तो साजिया अपने भैया से सपना को मिलवाई, जिनका नाम अफजल था।

वो सपना से हाथ मिलाए और फिर साजिया अपने भैया को बोली कि, “ये सपना है मेरी दोस्त, और ये भी आज से जिम करने आएगी”। लेकिन उस दिन जाने कैसे लड़कों की संख्या बढ़ी थी। रियाज और अब्दुल भी आए थे। तो सपना साजिया से बोली कि, “तुम तो बोली थी कि ज्यादा लोग नहीं होंगे”। तो साजिया बोली कि, “अरे शरमाओ मत, कोई दिक्कत नहीं है”।

इसके आगे की कहानी अगले पार्ट में। अपनी फीडबैक जरूर दे।

अगला भाग पढ़े:- ट्रेनर सहित जिम के लड़कों से चुदी सपना और साजिया-2

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