मेरी कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा की स्वरा मेरे और शुभम के साथ थ्रीसम सेक्स करना चाहती थी। शुभम पहले तो राज़ी नहीं हुआ लेकिन मैंने उसे समझाने के बाद वो थ्रीसम के लिए मान गया। फिर मैं, स्वरा, शुभम मेरे बैडरूम गए और अपने एक नए एडवेंचर की शुरवात की।
अब आगे..
मैंने स्वरा को तैयार रहने को कहा और शुभम को लौंड अंदर डालने का इशारा किया। वो धीरे धीरे लौंड को अंदर डालने लगा लेकिन क्यूंकि स्वरा वर्जिन थी उसे दर्द होने लगा और उसकी आँखों से आंसू आने लगे।
मैंने शुभम को रुकने को कहा। वो रुका। उसका लौंड का टोपा स्वरा की चुत में ही था। स्वरा को अभी भी दर्द हो रहा था। मैं उसके पास गयी और उसके होठोंको चूसने लगी।
जब मुझे महसूस हुआ की स्वरा का दर्द कम हुआ है, मैंने शुभम को लौंड अंदर डालने को कहा। शुभम फिरसे लौंड को धीरे धीरे अंदर डालने लगा।
इस बार उसका आधेसे ज्यादा लौंड स्वरा के चुत में समां गया। जिसकी वजह से स्वरा की सील टूट गयी। मैंने अपने होठोंको उसके होठोंपे जोरसे दबा दिए थे जिसकी वजह से वो चींख नहीं पायी।
स्वरा ने अपनी हाथों की मुट्ठी को जोर से बंद कर लिया था। शुभम रुक गया। सील टूटने की वजह से स्वरा के चुत से खुन निकलने लगा। शुभम ने पास में पड़े रुमाल से खून को साफ किया।
फिर वो दोबारा स्वरा की चुत में लौंड को डालने लगा लेकिन स्वरा दर्द की वजह से मना करने लगी। शुभम ने स्वरा को अपने नजदीक खिंचा और उसे चूमते हुए अपना पुरे लौंड को धीरे से चुत में डालकर अंदर बहार करने लगा। मैं भी स्वरा के बालोंमे हाथ फेरने लगी।
कुछ देर बाद स्वरा का दर्द कम हुआ और वो भी गांड उठा उठा कर लौंड को अंदर लेने लगी। स्वरा का दर्द काम होते ही शुभम ने उसे चूमना बंद किया। स्वरा की मुँह से कामुक आवाज़ें आने लगी।
उसकी इस मादक कामुक अवाज़ों से शुभम भी जोश में आगया और उसने अपने गति को तेज़ किया। अब वो जोर जोर से लौंड को स्वरा की चुत में अंदर बहार करने लगा। कमरे में सिर्फ चुदाई की आवाज़ें गूंज रही थी।
बिच बिच शुभम स्वरा के स्तनोंको मसलता। कुछ देर बाद स्वरा झड़ने लगी। स्वरा की चुत की गर्मी की वजह से शुभम का पानी भी जल्दी निकल गया। उसने अपने लौंड को चुत से बहार निकला। अपने लौंड से कंडोम को निकल कर उसे कोने में फेंक दिया और बाथरूम चला गया।
मैंने स्वरा के कानों में पूछा – कैसा लगा।
स्वराने मुस्कुराते हुए कहा – बहोत मजा आया यार।
और हम दोनों हसने लगे। 5 मिनट बाद शुभम बहार आया।
हमे हस्ता हुआ देख वो पूछने लगा – क्या हुआ। लगता है स्वरा ने चुदाई का भरपूर आनंद लिया है।
मैं – हा हा। तुम्हारी ही तारीफ कर रही है।
और उसकी चुतपर प्यार से हल्का सा चाटा मारा। मेरी इस बात पर स्वरा शर्माने लगी।
तभी शुभम कहने लगा – अरे अभी तो और भी तारीफ करोगी। लेकिन अभी थोड़ा फ्रेश हो जाओ।
मैं और स्वरा मुस्कुराते हुए बाथरूम चले गए। 10 मिनट बाद हम फ्रेश होकर बहार आए। हमने देखा शुभम फ्रिज से आइस-क्रीम ले आया था। हम बेड पे जाकर बैठ गए। हम तीनो अभी भी नंगे ही थे। मैंने देखा शुभम ने आइस-क्रीम खाने के लिए कटोरी नहीं लायी थी।
मैंने उससे पूछा – अरे कटोरी कहा है। बिना कटोरी के आइस-क्रीम कैसे खाएंगे। रुको मैं लेकर आती हूँ।
मैं जैसे ही उठने लगी उसने मुझे रोका। मैंने उसे आश्चर्य से देखा।
वो कहने लगा – अरे इतनी पोर्न देखि है स्टोरीज पढ़ी है कुछ समझ नहीं पायी तुम।
मैं तो नहीं समझ पायी लेकिन स्वरा समझ गयी और वो हसने लगी। मैंने उसकी तरह देखा तो उसने मेरे पैर फैलाये।
मेरी चुत के तरफ इशारा करते हुए कहा – इसके जरिये आइस-क्रीम खाएंगे।
शुभम बोलै – वाह स्वरा तू तो छुपी रुस्तम निकली।
मैं स्वरा का इशारा समझ गयी। फिर हम दोनों बेड पे अपने पैर फैलाकर बैठ गए। शुभम ने सबसे पहले मेरी चुत पे आइस-क्रीम डाली और उसे खाने लगा। उसके बाद उसने स्वरा की चुत पे आइस-क्रीम डाली और उसे खा लिया। वो इसी तरह हमारी चुत पे बारी बारी आइस-क्रीम डालकर खाने लगा।
मैंने उसे रोका और कहा – अरे मेरी जान क्या सारी आइस-क्रीम अकेलेही खाओगे। हमारे लिए भी कुछ छोड़ोगे या नहीं ?
उसने आधेसे ज्यादा आइस-क्रीम ख़तम कर दी थी।
वो कहने लगा – अरे यार तुम दोनों की चुत की रस की वजह से आइस-क्रीम का स्वाद और बढ़ गया था। इसलिए मुझे ध्यान ही नहीं रहा और मैं उस एक्स्ट्रा टेस्टी आइस-क्रीम को खाता ही गया।
मैं बोली – अच्छा, तो अब हमारी बारी है वो एक्स्ट्रा टेस्टी आइस-क्रीम खाने की।
मेरे इतना बोलते ही वो खड़ा हुआ। उसने अपने लौंड पर आइस-क्रीम डाली।
और कहने लगा – तो पहले कोण टेस्ट करना चाहेगा।
स्वरा बोली – प्राची पहला हक़ तुम्हारा है। इसलिए पहले तुम इसे टेस्ट करो।
उसके इस बात पर मुझे बहोत आनंद हुआ।
मैंने उससे कहा – चलो हम दोनों एक साथ आइस-क्रीम टेस्ट करते है।
स्वरा को बहोत खुश हुई।
तभी शुभम कहने लगा – अरे जल्दी करो। नहीतो ये आइस-क्रीम पिघल जाएगी।
हम दोनों हसने लगी और एक उसके लौंड पे लगी आइस-क्रीम को खाने लगी यूँ कहु तो हम दोनों उसके लौंड पे टूट पड़ी। हम दोनों के द्वारा उसके लौंड पे किए गए इस हमले से वो सेहर गया। उसने आंखे बंद कर ली थी और उसके मुँह से कामुक आवाज़ें आने लगी।
हमे भी काफी जोश आगया था। हमने उसे बेड पे लिटाया। मैं और स्वरा बारी बारी उसके अंडकोष को भी चूसती। अब उसका लौंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था। स्वरा उठी और टेबल पड़ा कंडोम का पैकेट लायी और उसे लौंड पे चढ़ा दिया। उसने मुझे लौंड़ पे बैठने को कहा।
मैं बहोत देर से प्यासी थी। मेरी चुत लौंड मांग रही थी। ये बात स्वरा समझ गयी थी। इसे कहते सच्ची दोस्ती। मैंने स्वरा के माथे पे किस किया और शुभम के लौंड पे बैठ गयी। मेरी चुत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी जिसकी वजह से मेरी चुत ने आसानी से लौंड को निगल लिया।
मैं अब लौंड के ऊपर निचे होकर खुद चुदने लगी। स्वरा और शुभम एक दूसरे के होंठोंको चूस रहे थे। कुछ देर होठ चूसने के बाद स्वरा शुभम के ऊपर चढ़ी और अपने चुत को उसके मुँह पे रख दिया।
स्वरा ने अपना मुँह मेरी तरफ किया था। हम दोनों एक दूसरे को देखने लगी। स्वरा काफी खुश नजर आरही थी। शुभम अपनी जीभ से उसकी चुत को बुरी तरह से चाट रहा था। कमरे में फिरसे मेरी और स्वरा की मादक आवाज़ें गूंज रही थी।
मैं तो अब जोर जोर से उछल कर लौंड को अपनी चुत के अंदर लेनी लगी थी। तभी अचानक शुभम निचे से अपनी गांड उठा कर जोर जोर से चुत में धक्के मरने लगा। उसके इस अंदाज़ से मुझे काफी मजा आने लगा।
वो इतनी जोर से धक्के मार रहा था की मैं अपने आपको संभाल नहीं पा रही थी। मैं थोड़ा आगे झुकी और अपने हाथोंको उसकी छाती पे रखा। मेरे आगे झुकते ही स्वरा ने मुझे चूमना चालू किया। वो मेरी जीभ को अपने मुँह में लेकर मादक तरीकेसे चूसने लगी।
कुछ देर होंठों को चूसने के बाद वो मेरे स्तनों की ओर बढ़ी। वो मेरे एक स्तन को चूसने लगी और दूसरे को अपने हाथों से दबाने लगी। कभी कभी वो बिच में मेरे चूची को अपने दांतो से हल्का सा काँटती।
लेकिन उसके ऐसा करने से मेरे मुँह से आअह्ह्ह्ह की आवाज़ निकलती। मेरी मुँह से निकली ये आवाज़ उसे ऐसा करने के लिए और प्रोत्साहित करती। शुभम पुरे जोश में धक्के मार रहा था।
मगर मेरा जोश चरमोत्कर्ष पर था। मुझे लगा जैसे मेरा पानी निकलने वाला है। और वही हुआ। मैं थोड़ा ऊपर उठी और पूरा पानी शुभम के लौंड पे छोड़ दिया। मैं खुश हुई। काफी दिनों बाद मेरे चुत ने इतना पानी छोड़ा था।
अब शुभम ने स्वरा को बेड पे लेटने को कहा। स्वरा झट से शुभम के ऊपर से हटी और बेड पे लेट गयी। शुभम ने अपने लौंड पे दूसरा कंडोम डाला और स्वरा की चुत पे सेट किया और उसे अंदर डालने लगा।
स्वरा की चुत शुभम के चाटने से गीली हो चुकी थी। जिसकी वजह से शुभम का लौंड आसानी से उसकी चुत के अंदर चला गया। शुभम स्वरा को किस करते हुए लौंड को अंदर बहार करने लगा। स्वरा भी उसका पूरी तरह से साथ दे रही थी।
फिर शुभम ने अपनी गति तेज़ की और जोर जोर से उसकी चुत को चोदने लगा। अब स्वरा तो जैसे सातवे आसमान पे थी। मैं बाजु में बैठ कर सब देख रही थी। पता नहीं क्यों मेरी चुत में फिरसे हलचल मचने लगी। मैंने अपना हाथ चुत पे रखा।
शुभम ने मेरी ओर देखा। मेरा हाथ चुत पे देख वो समझ गया। उसने मुझे अपनी ओर खिंचा और मुझे स्वरा के ऊपर लिटाया। स्वरा के ऊपर लेट कर मैं स्वरा को चूमने लगी। अब असली मजा था।
शुभम ने अपना लौंड स्वरा की चुत से बहार निकला और एकही झटके में पूरा लौंड मेरी चुत में डाल दिया। उसके इस हमले मेरी आंखे तो जैसे बहार ही आगई।
मैं चीखना चाहती थी लेकिन स्वरा ने मुझे जोरसे पकड़ा और अपने होंठों से मेरा मुँह बंद कर दिया। मगर उसे क्या पता था की अगला नंबर उसका था।
उस एक धक्के के बाद शुभम ने अपना लौंड मेरी छूट से बहार निकला और स्वरा की चुत में एक ही झटके में पूरा पेल दिया। इस बार मैंने स्वरा को चीखने नहीं दिया। शुभम कुछ देर ऐसी ही हमारी दोनों की चुत चोदता रहा।
फिर मैं स्वरा के ऊपर से हटी। मेरे हट जाने के बाद शुभम ज़मीन पर खड़ा हुआ और स्वरा को अपने गोद में लेकर उसके चुत में लौंड डाला और चुदाई करने लगा। 5 मिनट वो ऐसे ही स्वरा को गोद में लिए चोदता रहा।
उसके बाद उसने स्वरा को निचे उतरा। स्वरा अभी भी झड़ने का नाम नहीं ले रही थी। लेकिन शुभम का जोश अब काम होता जा रहा था। अब मेरी उत्सुकता बढ़ गयी। मैं देखना चाहती थी की अब शुभम क्या करता है।
शुभम ने स्वरा को बेड पे बिठाया और उसकी चुत को चाटने लगा। 1-2 मिनट चुत को चाटने के बाद उसने अपनी दो उँगलियाँ स्वरा की चुत में डाली और जोर जोर से उंगलियोंको चुत में हिलाने लगा। वो उँगलियों को इतनी जोर से हिला रहा था की स्वरा झटपटाने लगी। उसे काफी मजा आरहा था।
फिर शुभम ने 1 मिनट तक ऐसेही उँगलियों से स्वरा को चोदा। उसके बाद उसने स्वरा को ज़मीन पर घोड़ी बनाया। उसके पीछे जाकर लौंड को उसकी चुत में डाल दिया। चुत गीली होने की वजह से लौंड एक ही झटके में पूरा अंदर चला गया। इस बार स्वरा की चीख निकली।
शुभम ने उसके बालोंको पकड़कर खिंचा और अपनी घुडसवारी करनी चालू की। वो बड़े तेजी से लौंड को स्वरा की चुत में अंदर बहार करने लगा। स्वरा की मुँह से अब जोर जोर से आवाज़ें आने लगी। जिसकी वजह से शुभम की गति पहले से और भी तेज़ हो गयी।
मानो ऐसा लग रहा था की उसने अपनी पूरी ताकद लगा दी हो। अब शुभम स्वरा के ऊपर झुक गया और उसके चूची जो जोर से मसलने लगा। लौंड की गति तेज़ होना चूची का यूँ मसलना, अब स्वरा को सहन नहीं हुआ और वो आख़िरकार झड़ गयी।
उसके झड़ने के बाद शुभम ने झट से लौंड पर से कंडोम हटाया और मुझे खिंच कर लौंड को मेरे मुँह डाल दिया। मैं उसका लौंड चूसने लगी। स्वरा भी जल्दी से मुड़ी और शुभम के अंडकोष को चूसने लगी।
कुछ ही देर में शुभम ने लौंड को मेरी मुँह से बहार निकला और हम दोनों के चेहरे पे जोर से पिचकारी छोड़ी। उसका काफी रस निकला। मैंने और स्वरा ने एक दूसरे को चूमकर उस रस का स्वाद चखा।
इन सबके बाद हम तीनो काफी थक चुके थे। स्वरा तो काफी थक चुकी थी। वो सीधा बेड पे लेट गयी। मैं स्वरा के बाएं और शुभम स्वरा के दाएं लेट गया। हम दोनों थक तो गए थे लेकिन फिर भी हम स्वरा के जिस्म से खेलने लगे।
शुभम स्वरा के स्तनोंको मसलने लगा था। स्वरा के स्तन बड़े होने के कारण शुभम को उसके स्तनोंके साथ खेलने में काफी मजा आ रहा था।
मैंने स्वरा से पूछा – क्यों स्वरा कैसा लग रहा है अपनी सील तुड़वाकर?
स्वरा बोली – लव यू प्राची बहोत मजा आया। आज तो तूने मुझे जन्नत की सैर करा दी।
मैंने उसके होठों को चूमना चालू किया। शुभम बिच बिच में स्वरा के चूची को जोर से खींचता जिससे स्वरा को चीखने का मन करता। लेकिन मेरे चूमने की वजह से वो चीख नहीं पाती। तो वो मेरे होठोंको कांटने लगी। मैंने दर्द के मारे उसे चूमना छोड़ दिया।
मैंने शुभम को पूछा – शुभम तुम्हे मजा आया ?
शुभम कहने लगा – बहोत मजा आया मेरी जान। आज तुमने मुझे काफी अच्छा सरप्राइज दिया है।
इतना कहकर वो फिरसे स्वरा के स्तनों के साथ खेलने लगा।
ये देख मैं बोली – हा वो तो दिख रहा है। काफी मजे ले रहे हो।
मेरी इस बात पर हम तीनों हसने लगे। कुछ देर खेलने के बाद हम उसी तरह नंगे बेड पे सो गए। तकरीबन आधे घंटे बाद हमारी नींद खुली। फिर हम तीनों ने मिलकर रूम साफ किया और एक साथ नहाने के लिए बाथरूम गए। बाथरूम में शुभम ने अपनी उँगलियों के जादू से फिरसे मेरा पानी निकाला और सारा पानी पी गया।
15 मिनट बाद हम फ्रेश होकर बहार आये। हमारे कपडे हॉल में थे तो हम हॉल में गए और अपने कपडे पेहेन लिए। मैंने घडी देखि तो 4:20 हो चुके थे। हमारे ऊपर चुदाई का इतना भूत सवार था की हम दोपहर का भोजन लेना ही भूल गए।
शुभम ने कहा – एक काम करते है पिज़्ज़ा या सैंडविच आर्डर करते है।
हमे भी ये ठीक लगा। उसने मोबाइल से आर्डर दिया और हम सोफे पे बैठ कर बातें करने लगे। आधे घंटे बाद हमारा आर्डर आगया। हम तीनो डाइनिंग टेबल पे बैठ कर उसे एन्जॉय करके खाने लगे।
खाना ख़तम होते ही स्वरा घर जाने के लिए उठी। वो सबसे पहले शुभम के पास गयी उसे गले लगाया और उसके लौंड़ को पैंट के ऊपर से ही मसला और थैंक यू कहा।
बादमे उसने मुझे गले लगाया और मेरे चुत पे हाथ फेरा और मुझे भी थैंक यू कहकर वो अपने घर जाने लगी। फिर शुभम ने घर का दरवाजा बंद किया और मेरे पास आया। उसने मुझे बड़े प्यार से चूमा और मेरी आँखों में देख कर कहा – आय लव यू प्राची।
हम दोनों ही कुछ देर के लिए एक दूसरे की आँखों में खो गए। उस दिन के बाद ना स्वरा ने मुझे दोबारा थ्रीसम के लिए जिद की और ना ही शुभम ने।
दोस्तों मेरी कहानी पढ़ने के लिए आपका बहोत बहोत शुक्रिया। आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना!
itspd@mail.com