जब रात हुयी तो मैं चाची के कमरे में गया, चाची ने चिपली गुलाबी रंग की पारदर्शी नाईटी पहनी है जिसमे से उसके काले दूध मे 4 चाँद लगाते हुए काले निप्पल दिख रहे हैं..
अब आगे..
चाची- हाँ बेटा बोल, क्या काम है? तू सोया नहीं अभी तक?
मैं- नही चाची, नींद नही आ रही है, अरे
झिलमिल से बात करनी है, दिन में कहा था ना, तू भूल गयी शायद.
चाची- हाय दय्या, मैं तो भूल ही गयी, चल मैं उसे यहीं बुलाती हूँ.
(फिर चाची झिलमिल को ले आयी और कमरे को अंदर से बंद कर दिया ताकि ताई और पंखू हमारी बातों में दखल न दे सकें)
झिलमिल- क्या हुआ माँ, भाई दरवाजा क्यों बंद किया?
मैं- धीरे धीरे बोल झिलमिल, ताई और पंखू सुन लेंगे.
झिलमिल- लेकिन बात क्या है?
चाची- चुप कर तू लड़की, भाई बतायेगा उसे ध्यान से सुनना, तेरे भले की ही बात है, अब तू जवान हो गयी है, बाहर पंखू की तरह कोई गलती न करे इसलिए समझ बात को.
झिलमिल- पंखू दीदी ने क्या किया?
मैं- वो बहुत गन्दी है, हमारे परिवार का नाम ख़राब कर दिया उसने, सुन अब जो मैं बता रहा हूँ या कुछ पूछुंगा तो मुझे सच सच बताना, और अगर कुछ समझ न आये तो मुझे पूछना, ठीक है?
झिलमिल- हाँ भाई. बता.
मैं- तेरा कोई दोस्त है सकूल में, कोई लड़का दोस्त,बॉयफ्रेंड?
झिलमिल- ना भाई, कोई नहीं है.
मैं- अब तू बड़ी हो गयी है, सम्भल कर रहना, लोग गलत फायदा उठाते हैं, पंखू को देख, उसका बच्चा होने वाला है.
झिलमिल- बच्चा कैसे होता है भाई?
मैं- कितनी भोली है तू बहन, चूत और लण्ड जब आपस में मिलते हैं तो बच्चा होता है भोली.
झिलमिल- चूत लण्ड क्या होता है भाई?
मैं- अरे मेरी जान, मेरी भोली सिस्टर, लण्ड लड़कों का होता है और चूत लड़कियों की, जहाँ से तू पेशाब करती है उसे चूत बोलते हैं और जहाँ से मैं पिशाब करता हूँ इसे लण्ड बोलते हैं, लेकिन इस लण्ड से पिशाब के अलावा सफ़ेद गाढ़ा पानी भी निकलता है, जब वो चूत के अंदर जाता है तो बच्चा होता है.
झिलमिल- तो आपके लण्ड से भी वो सफेद पानी निकलता है?
चाची- बस राहुल बेटा, आज के लिए काफी है इतना ज्ञान, छि…..कितने गंदे शब्द सीखा रहा है तू मेरी बच्ची को.
मैं- तो ना सिखाऊं चाची, फिर पंखू की तरह एक दिन पेट लेकर आ जायेगी फिर खुश होना तू.
चाची- हाये दय्या… शुभ शुभ बोल बेटा.
मैं- तो सुन झिलमिल, जैसे तेरे बोब्बे बड़े बड़े हैं चाची के जैसे और तेरी गांड भी बड़ी है तो इसे देखकर बाहर सबके लण्ड खड़े होते होंगे, और तेरी चूत में डालने की सोचते होंगे, तो कभी भी किसी का भी लण्ड अपनी चूत में मत डलवाना वरना बच्चा हो जायेगा, समझी?
झिलमिल- तो जैसे अभी आपका भी लण्ड खड़ा है भाई, तो अगर इसे मेरी चूत में डालेंगे तो बच्चा होगा?
चाची- चुप पगली, वो तेरा भाई है, ऐसे बोलते हैं भाई को?
मैं- मैं तेरी चूत में कभी लण्ड नही डाल सकता पगली, तू मेरी बहन है, भाई बहन ऐसा नहीं करते, केवल पति पत्नी करते हैं, हाँ लेकिन मैं किसी और की चूत में लण्ड डालूंगा तो पक्का बच्चा होगा.
झिलमिल- तो पापा ने माँ की चूत में लण्ड डाला था? तभी मैं हुयी.
मैं- हा हा हा … हाँ पगली??
मैं- जब चूत में लण्ड जाता है तो इस प्रक्रिया को चुदाई, या चुद्दम चुदाई बोलते हैं.
चाची- बस आज के लिए बहुत है.
झिलमिल- 1 मिनट मम्मी, भाई आपका लण्ड क्यों खड़ा है अभी?
चाची- हाय दय्या, राहुल क्या है ये, पैजामे में इतना उभार, किसे देखकर, तू शादी करले बेटा अब.
मैं- हा हा हा…. झिलमिल बहन, जब बड़े बडे दूध सामने होते हैं तो किसी का भी लण्ड खड़ा हो जाता है यह स्वभाविक है, परंतु हमे मर्यादा में रहकर अपने पवित्र रिश्तों को भूलना नहीं चाहिए.
चाची- बिलकुल सही कहा बेटा, भाई से कुछ सीखो झिलमिल.
झिलमिल- भाई, अपना लण्ड दिखाओ, मेने आजतक लण्ड नही देखा.
चाची- चुप कर पागल लड़की, ऐसे नही देखते.
मैं- देखने में कुछ दिक्कत नहीं है चाची, बस चूत में नही डाल सकते.
चाची- नहीं मत दिखाना राहुल, झिलमिल अब सो जा तू बच्ची.
मैं- अरे चाची, आपने तो चाचा का देख रखा है, अब बच्ची जिद कर रही है तो उसका मन तो रखना पड़ेगा.
(और मैने झट से पैजामा अपने शरीर से अलग कर दिया और मेरा हिचकोले और झटके मारता हुआ लण्ड चाची और झिलमिल की आँखों के सामने आ गया और दोनों माँ बेटी का मुख खुला का खुला रह गया, दोनों मेरे 6.5 इंच के खड़े लण्ड को देखकर आश्चर्यचकित रह गयी)
चाची- हाय दय्या, राहुल बेटा पैजामा पहन ले बेशर्म, उफ्फ्फ्फ इतना बड़ा है.
झिलमिल- हाये माँ, ये तो डंडा है, ये ऐसा ही बड़ा होता है क्या सबका?
चाची- नही झिलमिल, ये किस्मत वालों को मिलता है, सबका ऐसा नहीं होता.
झिलमिल- भाई, मैं छू कर देख सकती हूँ इसे?
मैं- हाँ हाँ बहन, छूने में कोई परेशानी नहीं है, बस चूत के अंदर इसे नहीं डालना चाहिए वरना बच्चा हो जाता है.
चाची- नहीं झिलमिल छूना मत, गन्दी बात होती है, जब तेरी शादी होगी तब अपने पति का छूना, चूसना, या चूत में डालना जो मर्जी.
मैं- अरे चाची, जब उसकी इच्छा है छूने की तो इसमें दिक्कत क्या है?
झिलमिल- हां माँ, मैं तो छू कर देखूंगी.
(और फिर झिलमिल ने मेरे खड़े लण्ड को अपने हाथ से पकड़ लिया जिसके फलस्वरूप मेने लण्ड ने जोरदार झटका मारा, और झिलमिल हंसने लगी, मेरी तो हालत स्थिर नही थी, मैं दूसरी दुनिया में था, नाईटी पहने हुए चाची, नेकर और टाइट टॉप पहने हुए झिलमिल, दोनों माँ बेटी मेरी आँखों के सामने अर्धनंगन थे)
झिलमिल- भाई इससे सफ़ेद पानी निकाल के दिखा.
चाची- गन्दी बात झिलमिल, ऐसा सिर्फ राहुल अपनी पत्नी के साथ करेगा, उसका पानी केवल उसकी पत्नी देखेगी.
मैं- झिलमिल, मेरी प्यारी बहन, सफ़ेद पानी निकलने में टाइम लगता है, उसके लिए लण्ड को जोर जोर से आगे पीछे करना पड़ता है.
झिलमिल- भाई आपका लण्ड, इतने झटके क्यों मार रहा है?
मैं- बहन तेरे हाथों के स्पर्श से ये झटके मार रहा है, अगर तू कुछ देर ऐसे ही पकड़े रहेगी तो क्या पता इससे सफ़ेद पानी निकल जाये.
चाची- नहीं ऐसा कुछ नहीं होगा, अब सो जा झिलमिल, राहुल तू भी सो जा और अपना पानी निकालना है तो बाथरूम में निकाल दे.
(फिर झिलमिल मेरे खड़े लण्ड को तेज़ तेज़ हिलाने लगी, आगे पीछे करने लगी)
चाची- ये क्या कर रही है, मेने कहा न सोजा तू, समझ नहीं आती बात.
झिलमिल- नहीं सोऊंगी, जब तक भाई का पानी नहीं निकला.
(और झिलमिल जबर्दस्ती मेरे लण्ड का मुठ मारने लगी, चाची उसे जबरन अलग करने लगी लेकिन वो जिद्दी कहाँ मानने वाले थी)
मैं- अह्ह्ह्ह्ह्ह… झिलमिल मेरी बहन अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ऐसे ही.. ऐसे ही मेरी प्यारी बहन… चाची करने दे झिलमिल को, अह्ह्हह्ह्ह्ह….
(10 मिनट माँ बेटी की झड़प और झिलमिल द्वारा मेरी मुठक्रिया के चलते मेरा सफ़ेद, हल्का पीला, गाढ़ा वीर्य झिलमिल और चाची के चेहरे पर छूट गया, और दोनों घबरा गयी, मैं आहें भरता रहा)
मैं- अह्ह्ह्ह चाची, झिलमिल, अह्ह्ह्हह्ह.. उफ्फ्फ्फ्फ.. मजा आ गया.. ये होता है बहन सफ़ेद पानी.
झिलमिल- वाह भाई, ये तो गर्म है.
चाची- चल राहुल, अब पूरा गन्दा कर दिया तूने यहाँ, बदबू भी आने लगी, अब सफाई करनी होगी, बहुत बिगड़ा हुआ है तू कसम से.
मैं- चाची, मजा आ गया, अच्छी नींद आएगी अब तो. मैं तेरे साथ ही सो जाऊं आज?
चाची- ठीक है सो जा, लेकिन और कोई शरारत मत करन, झिलमिल जा तू मुह हाथ धुलकर अपने कमरे में सो जा.
(झिलमिल सोने चली जाती है, चाची भी सफाई करके सोने आ जाती है, चाची और मैं एक ही बिस्तर पर लेट जाते हैं)
दोस्तों कहानी अभी जारी है, कृपया कमेन्ट करें और अपनी प्रतिक्रिया दें..