दोस्तो मेरा नाम इलियास है मै अक्सर सफर करता रहता हूँ मेरी उम्र 36 है साँवला रंग है और हष्ट पुष्ट शरीर है मै हमेशा से ही किसी शादी शुदा आँटी को चोदने की फिराक मै रहता हूँ क्यों की 36 की उम्र मै शायद ही कोई लड़की मुझसे अपनी चुत की सील तुड़वाये इसलिये आँटी को चोदने का बड़ा मन करता है।
अब मै स्टोरी पर आता हूँ मेरे दोस्त के घरवाली हज पर जा रहे थे तो उनको छोड़ने के लिये जयपुर जाना था तो मुझे दिल्ली कोई काम था तो मैने अपने दोस्त को कहा की मै सीधे ही जयपुर पहुँच जाऊँगा और मै पहुँच भी गया 1 दिन रुककर मैने रात ही मै जोधपुर जाने का मन बनाया
और मैने अपने दोस्त को बोल दिया और जयपुर बस स्टेंड आ गया रात के 12 बजे की बस थी और मै 11 बजे ही बस स्टेंड पहुँच गया था।
बस वौल्वौ थी तो मै ऐसी बस वेटिंग हॉल मै बस का वेट करने लगा लेकिन मै जैसे ही वेटिंग हॉल मै घुसा तो सामने एक हसीन आँटी बैठी उसको देखकर मेरी आँखे फटी के फटी रह गयी उसकी उम्र लगभग 30 होगी उसके फिगर लगभग 36 होंगे और वो टाइट जिन्स और हाफ बाजू का टी शर्ट पहनी हुई थी उस T शर्ट मै उसके बूब्स जैसे बाहर आने के लिये तरस रहे थे।
मै तो उसको देखते ही मेरा 8 इंच का लंड 10 इंच का हो गया और मै उसके सामने बैठा था उसकी नज़र भी मेरे ऊपर पड़ी थी जब मै उसे बार बार देख रहा था तो उसने भी देखना शुरू किया उसकी मेरा लंड मानो पेंट को फाड़कर बाहर आने लगा उसकी नज़र भी मेरे लंड पर पड़ी।
जब मैने देखा की उसने मेरे लंड को ध्यान लगाकर देखा है तो मै मचल उठा और मन किया की अभी इसको यहीं मसल दूँ मै कंट्रोल से बाहर हो गया था तो मैने अपना वेग रखकर उसको बोला की आप थोड़ा ध्यान रखना मै टॉइलेट जाकर आता हूँ। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
उसने ओके किया और पास ही मै टॉइलेट था वहाँ जाकर मुठ मारकर अपने आप को कंट्रोल किया और वापस आया और मैने उसे थेंक्स बोला लेकिन मुठ मारते समय वीर्य की एक बूँद मेरी पेंट पर भी लग गयी थी और उसने मेरे लंड की तरफ़ देखा शायद अब उसे पता चल गया था की मै मुठ मारकर आया हूँ और मेरी नज़र पेंट पर लगे वीर्य पर गयी तो मै हैरान रह गया।
मैने चुपके से हाथ से साफ करने लगा और उसने देख लिया और उसने हल्की सी सेक्सी मुस्कान दी मेरे तो होश उड़ गये लगा की काम बन सकता है मैने हिम्मत करके पूछा की आप कहा जायेगी तो उसने भी जोधपुर जाने का कहा फिर मैने भी कहा की मै भी जोधपुर जा रहा हूँ मुठ मारने के बाद भी मेरा लंड खड़ा हो रहा था बस आ गयी थी।
और हम भी बस की और बढे।
अंदर जाकर देखा तो वाह रे मेरी किस्मत वो मेरी पास वाली सीट ही उसकी थी।
और वो मुस्कुरा कर मेरे पास बैठ गयी फिर हमने थोड़ी बाते स्टार्ट की।
उसने अपना नाम निशा बताया मैने भी अपना परिचय दिया।
बरसात के कारण पूरी रोड पर गड्ढे ही गड्ढे थे इस कारण कभी वो मेरी तरफ़ आ रही थी कभी मै उसकी तरफ़ मेरा हाथ उसकी मुलायम कंधो और हाथ पर टच हो रहा था उसे भी शयद मजा आ रहा था तभी एक और बड़ा गडढा आया और मै सीधा उसकी गोद गिरा मेर मुँह उसके फिगर के पास था और फिगर दब गया उसे भी मजा आया और बातो ही बातो मै उसने मेरा हाथ पकड़ लिया लेकिन बस मै और भी यात्री बैठे थे इस कारण हम मौका देखकर एक दूसरे को टच कर रहे थे।
लेकिन जैसे ही लाइट बँद हुई मैने अपना हाथ पीछे से उसकी कमर को छूते हुवे उसकी गांड पर गया वो मजे लेने लगी और उसके भी सब्र टूट गया और सीधा उसने मेरे खड़े लंड को पेंट के ऊपर से दबा दिया मेरा तो इतना मन कर रहा था की अभी इसी चोद दूँ।फिर हमने धीरे धीरे एक दूसरे के बदन पर हाथ फेर रहे थे।
लेकिन अब मैने धीरे से उसकी पेंट का हुक खोला और उसकी चूत मै हाथ डाल दिया उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी और वो कह रही थी की अब मै और बर्दाश्त नही कर सकती मुझे तो अभी चुदना है फिर हमने रास्ते मै दूदू मै गाड़ी रुकवाई और वहीँ उतर गये।
बड़ा हाइवे हनी के कारण वहाँ रोड पर खूब होटल थी हमने वहीँ पर एक होटल मै बात की होटल मै रूम लिया।
जैसे ही हम रूम मै घुसे उसने गेट बँद किया और मुझ पर किस की बारिश करनी शुरू करदी मैने भी उसके होंठ से होंठ मिलाकर उसके होठो को जबरदस्त चूसा।
फिर उसने कहा की प्लीज पहले मेरी चूत की आग को शांत करो बाकी सब के लिये पूरी रात पड़ी है फिर मैने उसके सारे कपड़े खोल दिये और अपने भी मेर लड़ देखकर उसकी आँखो मै चमक आ गयी और सीधे ही मेरे ऊपर आकर अपना लंड अंदर लिया लेकिन उसकी चूत बहुत टाइट थी थोड़ा मुश्किल से अंदर गया था वो खुद उछल उछल कर चुद रही थी।
मैने भी उसके बूब्स चूसने शरू कर दिये पाँच मिनट की चुदाई के बाद उसकी चूत मै लगी आग शांत हुई अब मुझे भी अपना वीर्य छोड़ना था और जोर जोर से झटके देकर उसे चोद रहा था वो आआआआ आआआआ करके मजे ले रही थी और मै भी झड़ गया फिर हमने थोड़ी देर आराम किया फिर मैने वेटर को बुलाया और नीचे मिठाई की दूकान भी थी।
उससे रस वाली मिठाई मंगवाई उसने पूछा ये क्यों मै मिठाई मै नही खाऊंगी फिर मैने कहा जानेमन मै आज तुमको सातवें आसमान की सेर कराऊंगा फिर मिठाई आने के बाद मैने निशा को फिर से नंगा किया और पूरा रस उसके बदन पर डाल दिया और उस रस को धीरे धीरे चाटने लगा निशा तो जैसे पागल हो गयी बोली आज तक मै इतने मजे से नही चुदी हूँ।
और पूरे रूम मै आआहा आहाह आआआआ की आवाजे गूँज रही थी फिर मैने उसकी चूत मै रस डाला और जीभ डाली और चाटने लगा निशा के तो जैसे लॉटरी लग गयी वो बड़े मजे से चूत चटवा रही थी और वो झड़ गयी मैने उसका सारा पानी पी लिया फिर उसने भी मेरे लंड पर रस डाला और उसको लॉलीपॉप की तरह से मजे लेकर चूसने लगी और मुझे कहा की तुम्हारा वीर्य मै पीने चाहती हूँ।
लेकिन मै एक बार और उसकी चूत मारना चहता था उसने कहा जान फाड़ दे मेरी चूत ये अब सिर्फ तेरी है मेने फिर उसकी चूत मै लंड डाला और घोड़ी बनाकर उसे खूब जोर जोर से चोदा और मैने अपना वीर्य उसकी चूत मै ही खली कर दिया।
फिर हम ऐसे ही नंगे लेटे लेटे बाते करने लगे फिर मैने पूछा की तुम्हारी चूत अभी भी इतनी टाइट कैसे है तो उसने बताया की मेरा पति तो मीठा लंड है जब भी मूड होता है तो सीधा नंगा करके अपना लंड अंदर डालता ही और 30 सेकेंड मै ही झाड़कर सो जाता मै मादर चोद का लंड भी 5 इंच का है और उससे मै झडति भी नही हूँ और वो लंड बाहर निकाल देता है फिर मुझे अकेले मै मोमबत्ती ड्ड।
डालकर अपनी आग बुझानी पड़ती ही सही मायने मै मै तो आज ही चुदी हूँ मैने बस स्टेंड पर तुम्हारा लंड देखकर ही चुदने का प्लान बना लिया था और जब तुम मुठ मारकर आये तो पेंट पर लगे वीर्य को देखकर मै और उत्तेजित हो गयी थी।
फिर हमने बस पकड़ि और जोधपुर आ गये। तो दोस्तो मेरी ये स्टोरी कैसी लगी प्लीज मुझे बताये मेरी मेल आई डी है “[email protected]” इसका अगला भाग फिर कभी बताऊँगा, मस्तराम.