मेरा नाम सोना है। मेरी उम्र 35 साल है, और मेरी 36 की छाती और 40 की गांड हैं। मेरी शादी को तीन साल हो गए है, मेरी अरेंज मैरेज हुई थी।
मेरे पति राज की उम्र 32 साल हैं। वो मुझ से पूरे दो साल छोटे है, इस बात से हमारे घर वालों को कभी कोई दिक्कत नहीं हुई।
शुरू के डेढ़ साल हमने खूब चुदाई कि, पर अब हम कभी कभार ही कर पाते है। लेकिन इस से मुझे कोई दिक्कत नहीं, क्योंकि जब भी मेरे चुत में आग लगती है। तो मेरा बॉयफ्रेंड रोकी अपना लंड उठा कर मुझे चोदने के लिये आ जाता है।
हमारे घर के पिछे जो स्टोर रूम है, पर कुछ महीनों पहले वो मेरे बेडरूम तक आ गया था और मुझको उसने मेरे पति के बिस्तर पर ही चोद डाला।
वो तो उस दिन मेरे पति घर पर नहीं थे, और मेरे सास ससूर सो गए थे। असल में हम दोनों कॉलेज में मिले थे, एक दूसरे से प्यार करने लगे थे और दस साल तक साथ थे।
मगर वो कोई काम नहीं करना चाहता थ, और वो साला मेरे कमाई के पैसे भी ले जाता था। इसलिए मैंने उससे पिछा छुड़ाने के लिए कहा कि, ‘घर वाले मेरे लिए लड़का देख चुके हैं। और मेरी शादी जबरदस्ती हो रही है, तो तुम मुझे भुल जाओ’।
मैंने शादी कर ली, लेकिन सुहाग रात के समय मेरा पति मुझे ठीक से चोद नहीं सका। मुझे चुदना था तो मैंने रोकी को बुलाया और उसके लंड से अपनी चुत की आग शांत करवाई।
तब से ये सिलसिला शुरू हुआ था, पर मुझे नहीं पता था कि रोकी हरामी निकलेगा। मुझे चोदता भी है और वो कुत्ता मुझसे पैसे भी ले लेता था।
मेरे घर में हमारे अलावा सांस ससूर हैं। ससूर जी पिछले साल ही रिटायर हो चुके हैं, और मेरी सास हाऊस वायफ है। उनकी उम्र लगभग 55 की है, पर दोनों अपने उम्र से जवान दिखतें हैं क्योंकि वे रोज योगा करते हैं।
तो दोस्तों ये बात है उस रात की जब राज जल्दी सो गए थे, मैं फ्रिज में सारा समान रख कर सोने जा ही रही थी। कि तभी किचन की खिड़की से मेरा बॉयफ्रेंड रोकी मेरे घर मे आ गया।
मैं उसे देखकर मैं घबरा गई, कहीं किसी ने देख लिया तो गडबड़ हो जाएगी। रोकी का लंड खड़ा था, वो मुझे पागलों की तरह चोदकर मेरे चुत का भोसड़ा करना चाहता था।
मैंनें तुरंत किचन का दरवाजा बंद किया। जैसे ही मैंनें दरवाजा बंद किया, रोकी पिछे से आकर मेरी मैक्सी खोल दी। मैंने ब्रा नहीं पहना था, केवल पैंटी ही पहनी थी, जिसे रोकी ने फाड़ डाला।
वो मेरे बालों को दबोचकर वो मुझे निचे झुकाया और मेरे मुँह में अपना पुरा लंड उसने डाल दिया। मैं घुटने में आकर उसका लंड मुँह में लेने लग गयी। फिर उसने मेरे गले तक अपना लंड डाल दिया और वो जोर जोर से चोदने लग गया।
मेरी साँस फुलने लगी, तो मैंने उसे छुड़ाने की कोशिश करने कि लेकिन मैं अपने आप को उससे छुड़ा नहीं पाई। फिर मैंने उसे जोर का धक्का दिया, और मैं अलग हो गई।
मैं जोर जोर से हांफ रही थी और उसका लंड मेरे थुक से पूरा गिला हो गया था। वो मुझे बालों से खिंचकर फ्रिज के बगल में टेबल के पास ले गया, और मुझे उस पर बैठा कर वो मेरी चुत को चाटने लग गया।
पुरे कमरे में ‘चप चप’ की आवाज सुनाई दे रही थी, मेरी चुत के दाने को वो अपने दाँत से खिंचने लगा। फिर मुझे टेबल से उतारा और उसने मुझे मेरे दोनों हाथों और सर को जमीन पर रखवाया।
इससे मेरी गांड पूरी खुल कर ऊपर की और उठ गई थी। फिर उसने मेरी गांड के छेद पर थुक लगा कर उसमे अपनी एक उँगली अंदर बाहर करने लग गया।
थोड़ी देर में उसने अपनी दूसरी ऊँगली भी डाली और तेजी से अंदर बाहर करने लग गया। जब मेरा गांड लंड लेने के लिए तैयार हो गयी, तो उसने एक ही बार में अपना पुरा लंड मेरी गांड के छोटे से छेद में पूरा डाल दिया।
फिर उसने मेरी कमर पर हाथ रख कर मुझे कस कर पकड़ा और वो मुझे चोदने लग गया। पुरा किचन ‘थप थप’ और ‘आंह आंह, ऊई माँ, ऊह ऊह’ कि आवाज से गुंज रहा था।
उसने पिछे से मेरे कंधे पर एक हाथ रखा और दूसरे हाथ से मेरे बालों को खिंचकर अपनी पूरी ताकत से गांड मारने लग गया।
आधे घंटे बाद जैसे ही वो झड़ने लगा, तो उसने अपना लंड मेरी गांड से निकाल कर सिधा मेरे मुँह में डाल दिया। और मुझे अपना सारा माल जबरदस्ती पिला दिया।
मुझे बहुत ही मजा आया, और फिर मैंने अपनी मैक्सी पहन ली। गांड गीली होने की वजह से मैक्सी गांड से चिपक गई।
फिर मैं वैसे ही सोने चली गई। रोकी किचन कि खिड़की से बाहर चला गया। जब मैं सिड़ी चड़ रही थी, तो सास ससूर के कमरे से आवाज आई।
मैं उनके दरवाजे के पास गई और की (Key) होल में से अंदर देखेने लग गयी। पर में अंदर का नजारा देख कर मैं चौंक गई।
क्योंकि मैंने देखा कि मेरे सास ससेर पूरे नंगे थे, मेरी सास के मेरे से भी बड़ी 45 की गांड थी। और उनकी चुच्ची सिर्फ 32 की थी, लेकिन उनका निप्पल काफी बड़ा था।
ससूर जी का लंड देखकर मुझे अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था। उनका लंड पूरा 10 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था।
जिस तरह से रोकी मेरे को मुँह चोद रहा था, वैसे ही ससूर जी भी मेरी सासू माँ का मुंह चोद रहे थे। लेकिन ससूर जी का लंड सास के मुँह में आधा ही घुस रहा था।
ससूर ने फिर सास को बेड पर उल्टा लेटाया, और मेरी सास की गांड ऐसी लग रही थी, मानो कोई बड़ा पहाड़ हो। ससूर ने सास कि गांड पर जोर जोर से थप्पड़ मारने शुरू कर दिए।
और उन्होंने सास की गांड को पूरा लाल कर दिया। जब ससूर ने थप्पड़ मारना बंद किया तो सास के गोरे गोरे गांड का पहाड़ लाल हो गया था।
ससूर ने सास को पलटा और उसकी चुच्ची चुसने लग गया। सास के निप्पल को जब ससूर ने अपने दाँतों से काटने लग गया। मेरी सास बहुत ही मजे ले रही थी।
ससूर ने सास के चुच्ची को ऐसे दबाया कि उसका निप्पल दिख रहा था। फिर ससूर ने कुछ ऐसा किया जिसे देख कर मैं भी हैरान रह गई।
जैसे ही ससूर सास कि निप्पल को सेफ्टी पीन चुभोया, सास जोर से चिल्लाई – ‘आंहहहह’ और उसके निप्पल से दुध का एक फव्वारा निकल गयी।
ससूर ने दो तीन बार ऐसे ही किया, फिर सास के चुच्ची से दुध पीने लगा। ये सब देखकर मेरे चुत से पानी निकालने लग गया।
और मेरी मैक्सी पूरी गिली हो गई। अब ससूर ने सास को चारों पैरों में लाकर कुत्तिया बनाया और उसके बड़े से गांड को हाथों से अलग किया, और फिर सास के गांड को चाट चाट कर गिला करने लग गया।
ससूर का पूरा चेहरा सास के गांड में छुप गया था। अब ससूर जोश में आ चुका थे, उसने सास कि गांड में धिरे से अपना पुरा लंड डाल दिया और सास कि गांड जोर जोर से मारने लग गया।
कमरे में ‘चट चट चट, थप थप थप और आंह आंहह’ कि आवाज गूँज रही थी। गांड चोदते चोदते ससूर ने सास का सर निचे झुका कर बेड पर रखा और अपना एक पैर सास के सर पर रखकर और तेजी से गांड मारने लगा।
ऐसा लग रहा था कि दुनिया का सारा सुख मेरी सास ही ले रही है। सास के बडी सी गांड पर ससूर बैठ गया और अपना दूसरा पैर भी सास के सर पर रख दिया।
ये सब देख कर मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था। ऐसा लगता रहा था, जैसे ससूर किसी कुर्सी पर बैठा हो। ससूर अब अपनी कमर आगे पिछे कर के चोदने लग गए, सास भी इस दर्द में मजे ले रही थी।
मुझे पता नहीं था कि मेरी सास इतनी मजबूत औरत है। 10 मिनट ऐसे ही चोदने के बाद जब ससूर सास के ऊपर से हटे तो सास का चेहरा पूरी तरह से लाल हो गया था।
सास ने ससूर का लंड पकड़ कर चूसने लगी, चूस चूसकर लंड पूरा गिला कर दिया। अब सास बेड पर लेट गई और ससूर ने चुत में जैसे ही लंड डाला, चुत में से फचचच करके आवाज आई।
ससूर ने अपने 10 इंच के लंड से चोदने लग गये, और सास मजे लेने लगी। आधे घंटे बाद ससूर ने लंड निकाल कर सास के मुँह में अपना सारा माल गिरा दिया। सास कि चुत ससूर कि चुदाई से बहुत फैल गईं थी।
मैं सोने चली गई मगर मेरे मन में सास-ससूर की चुदाई का ख्याल बार बार आ रहा था। अगले दिन राज को अपने अॉफिस के सिलसिले में एक महिने के लिए कहीं जाना था, तो वो एअरपोर्ट के लिए निकल गए।
दोस्तों इस कहानी के अगले भाग में मैं आप को बताऊँगी कि कैसे ससूर ने मेरी चुत का भोसड़ा बना दिया।
धन्यवाद।