This story is part of the Sanjha Bistar, Sanjhi Biwiyan series
उस रात जब राज और रानी की चुदाई ख़तम हुई, तब कुछ समय बाद धीरे से रानी ने राज से पुछा, “सच सच बताओ, कहीं यह आइडीया भी कमल का तो नहीं?”
राज ने हिचकिचाते हुए कहा, “हाँ आईडिया तो कमल का ही है, पर उसने अपना नाम लेने के लिए नहीं कहा था। वह आईडिया मेरा था। बाकी सारे आइडियाज कमल के ही थे।”
“फिर तो वह ब्लू फिल्म वाला आईडिया भी कमल का ही होगा?” रानी ने पूछा। राज क्या बोलता? उसने सर निचा करके मुंडी हिला करके “हाँ” कहा।
रानी ने अपने सर पे हाथ रख कर कहा, “है भगवान! तुम कैसे पति हो? अपनी बीबी को किसी गैर मर्द के सामने नंगी करोगे क्या?”
“मैं तुम्हें कोई गैर मर्द के सामने थोड़े ही नंगी कर रहा हूँ? कमल कोई गैर मर्द थोड़े ही है? वह तो अपना है। है की नहीं?” राज ने पूछा।
उसने सोचा देखूं तो सही की किसी गैर मर्द के सामने नंगी होने के लिए तैयार ना होने वाली उसकी बीबी कमल की बात आती है तो क्या कहती है।
रानी चुप हो गयी। फिर थोड़ी देर बाद बोली, “वह तो ठीक है। पर फिर भी तुम्हें हमारी गुप्त बातें उनको नहीं बतानी चाहिए थी। क्या तुमने कमल को हमारी सारी बातें बता दीं?”
राज समझ गया की “वह तो ठीक है”बोलते ही उसकी बीबी पकड़ी गयी थी। दूसरों के सामने नंगी न होने वाली बीबी कमल का नाम सुन कर चुप हो गयी थी।
राज का माथा ठनक गया। किसी गैरमर्द के सामने नंगी ना होने वाली उसकी बीबी को क्या कमल के सामने नंगी होने में कोई एतराज नहीं था?
राज ने रानी से कहा, “जब वह अपना है तो उससे क्या छुपाना। मैं तो उसको सब बता देता हूँ। कमल चाहता है तुम भी उससे खुलकर बात करो।” रानी चुप होकर सुनती रही। उसने राज की बात का कोई जवाब नहीं दिया।
दूसरे दिन जब राज ने कमल को अपनी बीबी के साथ हुई बातें बतायीं, तो कमल बोला, “राज तुम पहला सोपान (स्टेप) पार करने में सफल रहे हो।”
राज , “अब दुसरा सोपान क्या है?”
कमल: “दूसरे सोपान की भूमिका बन चुकी है। मुझे जो कुछ करना था वह मैंने कर दिया है। अब तुम्हें जो करना है वह तुम करो।”
कमल ने फिर राज को दूसरे सोपान में क्या करना है उसकी जानकारी दी और कमल खुद क्या करेगा वह भी बताया।
उस रात राज को बड़ा आश्चर्य हुआ, जब रानी ने ही कोई भी पूर्व भूमिका के बगैर बिस्तरे में लेटे हुए राज से कमल के बारे में पूछा, की वह क्या बात थी जिसके बारे में कमल रानी से बात करना चाहता था।
राज ने कहा, “कमल तुमसे अकेले में बात करना चाहता था। दर असल बात कुछ नाजुक भी है और गंभीर भी। कमल की अपनी कुछ समस्या है। वह तुमसे कुमुद के बारे में कुछ बात करना चाहता है। पर थोड़ा सा हिचकिचाता है। वह डरता है की तुम कहीं बुरा न मान जाओ। बात कुछ कमल और कुमुद के बिच में सेक्स को लेकर है। पता नहीं क्यों, पर दर असल इस बात के बारे में कमल मुझसे भी खुलकर बात नहीं करना चाहता। तुम औरत हो और कमल मानता है की तुम बड़ी सुलझी हुई हो, इस लिए औरत की साइड बेहतर समझ सकती हो। इस लिए कमल तुम्हारी राय लेना चाहता है। कमल कहता है उसको पूरा भरोसा है की अगर तुम मान जाओगी तो तुम्हारी सोच समझ से कमल की समस्या मात्र तुम ही हल कर सकती हो। उसके पास तुमसे बात करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।”
अपनी तारीफ़ सुन कर रानी थोड़ी खुश हुई। रानी ने कहा, “ऑह तो यह बात है! खैर, अगर मामला ऐसा है तो फिर बात तो करनी ही पड़ेगी। इसमें बुरा मानने से काम नहीं चलेगा। ठीक है। मेरी बात करा देना।”
दूसरे दिन राज ने कमल को फ़ोन पर रानी से हुए बात के बारे में बताया।
कमल ने राज की पूरी बातें सुनकर कहा, “देखो भाई, अब बात थोड़ी गंभीर हो रही है। अब जब रानी मुझसे बात करेगी और मैं उससे बात करूंगा तो उसमें सेक्स के बारे में खुली बात होगी। तुम्हें कोई आपत्ति तो नहीं है न?”
राज ने उसकी बात को बिच में काट कर बोला, “भैया तुम भी कमाल करते हो। सारी बातें सेक्स की ही तो हो रही हैं। अब तक हम क्या कोई हिस्ट्री ज्योग्राफी की बात थोड़े ही कर रहे थे? जब मैं सामने चलकर तुम्हें कह रहा हूँ की तुम मेरी बीबी से बात करो तो फिर तुम्हें ऐसे विचार क्यों आते हैं? अब आगे बढ़ना है। आगे तुम जानो की रानी से क्या बात करनी है।”
कमल ने कहा, “ठीक है।”
दूसरे दिन सुबह राजने कमल का नंबर मिलाकर अपनी बीबी रानी से कहा, “लो, कमल से बात करो। मैं दूसरे कमरे में जाता हूँ, क्यूंकि कमल नहीं चाहता की तुम्हारे अलावा कोई और उस बात को जाने। बेशक, तुम मुझे बाद में सब कुछ बता देना पर कमल को पता न लगे की मुझे सब मालुम है।“
खुद को जब इतनी अहमियत मिलती है तो भला कौन खुश नहीं होगा? रानी बोली, “लाइए मैं बात करती हूँ।”
राज ने जब रानी को लाइन दी, तो कमल ने रानी से पूछा, “रानी, राज है की चला गया?” रानी ने कहा की उसने अपने पति को दूसरे कमरे में भेज दिया था।
तब कमल ने रानी से कहा, “रानी, बात कुछ नाजुक है। बात कुछ सेक्स के बारे में है। मैंने राज से पूछा था, तो उसने कहा की उसने तुमसे बात की है और मैं तुमसे सेक्स के बारे में खुल्लम खुल्ला बात कर सकता हूँ। तो क्या मैं तुमसे बात करूँ? तुम्हें कोई आपत्ति तो नहीं हैं ना? मैं नहीं चाहता की तुम इस बारे में राज से और ना तो मेरी बीबी कुमुद से बात करो। यह बात हमारे दोनों के बिच में होनी चाहिए। ठीक है?”
रानी: “ठीक है, आप बे झिझक बात कर सकते हो।”
कमल: “पिछले कुछ दिनों से पता नहीं क्या हुआ है की मेरी बीबी कुमुद मेरे साथ सेक्स करने से मना कर रही है। आज तक उसने ऐसा कभी नहीं किया। पता नहीं अब क्या हो गया है। मैं बहुत परेशान हूँ और मैं देख रहा हूँ की कुमुद भी परेशान है, मैं बहुत मनाने की कोशिश करता हूँ पर वह है की मानती ही नहीं। पहले हम रात को एक दुसरे से लिपट कर बिना कपड़ा पहने ही सोते थे और सेक्स करते थे। पर अब वह रात भर मुझसे दूर पलंग के दूसरे छोर पर एक कोने में कर सो जाती है और रात को हाथ भी लगाने नहीं देती। हमारी जिंदगी वीरान हो रही है। मुझे समझ नहीं आता मैं क्या करूँ।”
कमल की बात सुनकर रानी सोच में पड़ गयी। रानी ने कमल से कुछ सवाल पूछे जैसे, “आपके ख्याल से क्या कारण हो सकता है? क्या आप दोनों में कुछ झगड़ा तो नहीं हुआ? क्या रानी की तबियत तो ठीक है? उसे माहवारी तो नहीं है?” इत्यादि।
कमल ने उन सब उन सब का सही उत्तर दिया।
तब रानी बोली, “कमल, मुझे सोचने दो। मैं तुम्हें आजकल में सोचकर फ़ोन करुँगी।”
फ़ोन काट कर रानी सोचने लगी की क्या किया जाए, जिससे कमल और कुमुद में जो मन मुटाव है उसे मिटाया जा सकता है।
रानी ने अपने पति राज से इसके बारे में बात करना ठीक समझा, हालाँकि कमल ने मना किया था। रानी ने अपने पति राज को सारी कहानी सुनाई और पूछा की राज की क्या राय है।
राज ने रानी से कहा, “मुझे ऐसा लगता है की कमल भैया और कुमुद के बिच कोई ख़ास बात को लेकर यह मन मुटाव हुआ है। इस मसले को हल करने के लिए इसकी जड़ में जाना बहुत जरुरी है। तुमको यह जानना पड़ेगा की आखिर कमल और कुमुद के बिच यह मनमुटाव हुआ क्यों? वह क्या बात थी जिससे कुमुद इतनी नाराज हो गयी की सेक्स की बात तो दूर, वह अपने पति को पास फटकने तक नहीं देती? शायद कमल तुमसे सारी बातें साफ़ साफ़ करने में हिचकिचा रहा है। उसे कहो की किसी भी तरह की झिझक के बगैर वह तुमसे खुल्लम खुल्ला बात करे।”