अगले दिन जब मैं उठा तो मेरा लन्ड मेरे हाथ मे था। और मेरा कपड़ा नीचे गिरा पड़ा था। साला सपना देख लिया का हम? समय देखा तो 8 बज रहा था। हम अपना कपड़ा उठाया और नहाने चला गया साला हम कभी टब में नही नहाया था। मज़े से नहाया और ब्रुस किया।
हमारी इतना खातिर तो कभी भी नही हुआ था। हम नाहा के कमरे के बाहर निकले तो ऑन्टी, इशिता और आभा टेबल पर बैठे थे। उपे इतना चीज़ रखी थी थी मानो की किसी की बारात हो। हम गये और आभा के बगल बैठ गये।
ऑन्टी हमे गुड मॉर्निंग विश की और नौकर से मेरी थाली लगाने को बोला। इशिता हमे देखी पर कुछ नही बोली बस मुस्कुरा दी। साला दुनिया मे एक खूबसूरत लड़की की मुस्कुराहट से अच्छा कुछ नही है देखने को।
ऑन्टी ने बोला कि संतरे का जूस पियो हैंगओवर के लिए अच्छा होता है। हम आभा का हाथ टेबल के नीचे से पकड़े कोसिस किये तो उसने अपना हाथ खींच लिया। साला काल सपना ही देखे होंगे हम नशे में।
खेर मैंने नाश्ता किया और इशिता बोली कि वो हमें कैंपस छोड़ने जाएगी। इशिता अपने कमरे मे गाड़ी की चाभी लेने चली गयी उसने बोला कि हम उसे नीचे मिले। जैसे ही मैं लिफ्ट से उतरा आभा ने मुझे किस किया।
“हे लास्ट नाईट वास् फन”
“ह्म्म्मम्म”
“लव्ड योर कॉक इन मी” साला वो सपना नही था मुझे तो भरोसा ही नही हो रहा था। उसने अपने पर्स से मेरा सडका भरा कंडोम निकाला और मुझे पकड़ाया।
“पकड़ो इसे और दुस्तबिन मिले तो फेक देना”
“आभा ये क्या है? इशिता के घर मे दुस्तबिन नही था क्या?”
“सीरियसली रोहन? उन्हें पता चलेगा तो कैसा लगेगा?”
बात सही थी। मैंने उस कंडोम को चुप चाप पार्किंग के एक गमले में दाल दिया। इशिता हम दोनों को कॉलेज ड्राप किया। उसने हमें बहुत शुक्रिया करा। आभा और मैं जाने लगे ही थे कि इशिता ने मुझे आवाज़ दी। मैं गया तो उसने मुझे ज़ोर से पकड़ कर गाल पे किस कर दिया। मेरी गंड फट गई मेने पीछे देखा तो आभा किसी से फ़ोन पे बात कर रही थी।
“थैंक यू सो मच रोहन। योर सो स्वीट।”
“मैंने कुछ नही किया वो तो आभा….”
उसने मेरे होठ पर उंगली रख दिया। इतनी मुलायम उंगली मन किया चूस लू।
“आभा टोल्ड मी बट आई डोंट बिलीव हर, तुमने ही किया होगा सब”
“इशिता नही वो…”
“तुम बहुत अचे लड़के हो रोहन। काश मैं तुम्हारा शुक्रिया कर पाती।”
“इसकी कोई ज़रूरत नही है इशिता”
“अच्छा exams आने वाले है। कैन यु टीच मी एट मय प्लेस?”
“हा बिल्कुल तुम्हारे लिये कुछ भी इशिता”
“ओके अगले हफ्ते देन”
“बये”
“बये”
मैं पीछे मुड़ा तो आभा ने मुझे पूछा कि क्या बात हुई? मैंने उसे बताया उसे एग्जाम के लिये पढ़ना था। आभा ने मेरा हाथ अपने हाथ मे लिया।
“पढ़ा लो उसे लईकिन हर साल की तरह इस साल भी टॉप तो मैं ही करूँगी”
“मैं तुम्हे इस साल पढ़ने का समय ही नही दूंगा”
“हाहा लव यू बेब”
“लव यू टू। मतलब अब हम बॉयफ्रेंड गर्लफ्रैंड है?”
“हा हा हा। बिल्कुल हा हा।”
फिर तो जो चोदमपट्टी मचाई है हम लोगो ने वो तो किसी और समय बताएंगे हम। आप ईमेल करके पोछना कभी। तो खैर अगले हफ्ते – हफ्ते हम एक दिन इशिता को पढ़ने जाते थे।
कभी कभी हमारी प्रेमिका भी चली जाती थी हमारे साथ उसे पढ़ने। मैं इशिता और ऑन्टी को हर बार अपनी आँखों से नापता और मुठ मरता वापिस आ के। एक दिन हुआ यूं कि हफ्ते के अंत मे इशिता ने गाड़ी भेज दी मेरे लिए क्योंकि वो कही खरीदारी मे व्यस्त थी।
आभा भी अपनी लड़की दोस्तो के साथ थी तो मैं आज अकेले गया। लिफ्ट उसके फ्लैट में खुलती थी ये मेरे लिए अभी तक आश्चर्य का कराड था। ऑन्टी सोफे पे बैठी वाइन पी रही थी और समुन्दर का नज़ारा ले रही थी। उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया।
“रोहन हाऊ अरे यू?”
“अच्छा हु ऑन्टी”
“तुम मुझे आंटी आंटी बोलते रहते हो। मैं तुम्हे आंटी दिखाई देती हूं?”
“नही ऑन्टी… मतलब सुमन सॉरी”
“कुछ लोगे? इशी के आने में अभी टाइम है।”
“नही ऑन्टी.. सुमन मैं ठीक हु”
मैं भी सोफे पे बैठा गया। वो उठी और मेरे पास आके बैठ गयी।
“मैंने कभी तुम्हे इशिता के लिये शुक्रिया नही किया”
“नही वो…”
उन्होंने अपने पैर उठा के अपनी एड़ी मेरे लन्ड पर रख दी और अपनी वाइन पाइन लगी
“तुमने इशी को घर लेके आये। अभी उसे पढ़ा भी रहे हो।”
“जी वो…”
वो मेरे पास आई और मेरा लन्ड पकड़ लिया।
“आज तुम्हे शुक्रिया करने का मौका मिल ही गया मुझे।”
सुमन मेरा लन्ड निकलने लगी
“वाह आभा ने भी सही लन्ड चुना है।”
“नही ऑन्टी वो..मेरा आभा का कुछ नही है।”
“अच्छा ? मेरे घर मे आके चुदाई मचाओगे और मुझे पता ही नही चलेगा?”
सुमन मेरे कान में अपनी जीभ डाल दी और मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी। मैं भी उनको किस करने लगा। और उनके बोबे दबाने लगा। कभी एक बार गांव में गाय का दूध निकाला था।
सुमन के बोबे तो उसे भी बड़े थे। सुमन का सीना 34 इंच का होगा उसके बोबे F कप थे उसकी कमर 30 और गंड 38 थी। उसने एक आफिस ब्लाउज़ पहना था और उसके अंदर कुछ नही। शायद ऐसी कोई ब्रा ही नही बानी थी जो उसके बबलो को कैद कर पाए। नीचे उसने एक लेग्गिंग पहनी थी। मेरा हाथ उसके ब्लाउज के अंदर जा के उसके बबले दबा रहे थे।
आह… आभा के बबले D कप थे जो कि बहुत बड़े होते है पर कहा D और कहा F? आभा कर सिर से भी बड़े सुमन के दोनों बबले थे। मेने तो सुमन का ब्लाउज खोल डाला और उसके बबले लेके चूसने लगा। उसमे से दूध रिस रहा था।
मैं तो पागल ही हो गया था। मैंने सुमन को अपने बिठाया और उसके मम्मे चूसने लगा और दूध पीने लगा। सुमन ज़ोर ज़ोर से सिसकिया ले रही थी। मेरी उंगलिया और हथेली उसकी चुत में थे और ज़ोर ज़ोर से उसे रगड़ रहे थे। सुमन की चूत तुरंत ही गीली हो गई। मेरे से रहा नही जा रहा था मुझे अपना सूखा लन्ड उसकी गीली चुत में डालना था।
मैंने इसकी योगा पैंट उसकी थइस तक कि ताकि वो मेरा लंड ले सके। क्या चुत थी एक भी बाल नही और गोरी के साथ साथ गुलाबी भी। उसने मेरा लंड अपने चुत के उपर रखा और एक बार मे अंदर ले लिया।
आआआआह क्या चुत थी। एकदम गरम। गीली और पागल कर देने वाली। आभा हमेशा मुझे कंडोम पहना के चुद्वती थी। लेकिन सुमन ने तो पूरा लन्ड ऐसे ही ले लिया। मैं उसका दूध पी रहा था। वो इतना गर्म था और गाढ़ा था। मेरे मुंह मे वो पूरा घुल रहा था और मेरे गले मे जा रहा था।
तभी लगा जैसे सुमन की चूत फट गई और पानी की बाढ़ आ गयी। मेरा लंड अंदर ही था और वो पूरा भीग गया। मेरे टट्टे भी भीग गए थे। सुमन का पानी मेरी जांघो पर बह रहा था। वो थोड़ा उठी और मेरा लंड अपनी गंड के छेद पे सैट करने लगी।
“आभा तुम्हे सही सिखा रही है। वरना अभी तक किसी और लड़के का पानी निकाल जाता”
वो बैठने लगी। आह कितना सकरा होता है गंड का छेद। मुझे लग रहा था मेरे लन्ड से ही मेरी जान निकल जायेगी। सुमन भी चिल्ला रही थी। “इतना मोटा लंड। आह आह आह” और मेरा पूरा लंड उनके अंदर चला गया। उफ गंड का बिल तो चुत से भी अच्छा निकला।
हये सुमन साली रंडी चोद मुझे आज तेरी गंड का भोसड़ा फाड् दूंगा। इशिता तेरी माकी गंड में मेरा लन्ड।
तभी लिफ्ट की आवाज़ आयी। वो नीचे जाने लगी। सुमन पैनिकया गयी और अपने कपड़े लेके मेरे सामने ही पहनने लगी। मैने भी अपना लंड अंदर किया और सुमन को उसके बबले ढकते देखने लगा। वो मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गयी। उतने में लिफ्ट खुली और..
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