राज मेरी बात सुनकर किचन की और देखने लगा पर कुछ बोला नहीं। मैंने मेरी बात जारी रखते हुए कहा, ” कुछ ऐसी सिचुएशन भी आती है जिसमें मॉडल को सारे कपडे निकालने पड़ते हैं। कई बार बड़े ही उत्तेजक या उन्मादक पोज़ देने पड़ते हैं। कई बार अपने ख़ास अंगों के जैसे अपने स्तनोँ को या फिर अपने कूल्हों को इत्यादि इत्यादि अंगों को काफी हद तक दिखाना पड़ता है।
हरेक प्रोडूसर के अपने ख़ास मॉडल होते हैं, जिन्हें वह लॉन्च करता है। मॉडल और प्रोडूसर के बिच में अंडरस्टैंडिंग होती है। जब कोई भी काम आता है तो वह प्रोडूसर अपने ही मॉडल को वह काम में इस्तेमाल करने की कोशिश करता है। इससे मॉडल को काफी काम मिलता है और प्रोडूसर का खर्च भी कम होता है।
अगर प्रोडूसर दूसरे प्रोडूसर के मॉडल इस्तेमाल करता है तो उसे काफी ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं। इसी लिए अगर आप मॉडल बनते हैं तो आपको सब तरह के पोज़ देने पड़ते हैं।”
मॉडल बनने की करियर स्वीकार की हुई लड़कियों के सोचने का तरिका ही अलग होता है। जैसे एक एक्ट्रेस किसी हीरो को किस करती है या उसके साथ सम्भोग करने का सीन देती है तो कई बार उसका असल में हीरो के साथ सम्भोग हो जाता है। सीन में वास्तविकता लाने के लिए नायक और नायिकाओं को असल में सम्भोग करना पड़ता है चाहे वह चद्दर के अंदर ही क्यों ना हो। और ख़ास बात यह है की यह सम्भोग कोई चार दीवारी में नहीं, सब शूटिंग में शामिल लोगों की आँखों के सामने कैमरा रिकॉर्डिंग करते हुए होता है। पर जैसे ही बाहर निकले और कपडे पहने की बस। तू कौन और मैं कौन?
जब वह वास्तव में सम्भोग करते हैं तो उनके सही हाव भाव दिखाई पड़ते हैं जो सम्भोग किये बिना दिखाना नामुमकिन है। एक एक्ट्रेस को ऐसे सीन करने के लिए तैयार रहना पड़ता है अगर वह एक्टिंग में अपनी करियर बनाना चाहती हो तो। आजकल सारे जाने माने हीरो और हीरोइन वास्तव में सम्भोग करने के लिये भी तैयार होते हैं। ऐसा हमारी लेडीज नहीं कर सकतीं।”
मैं जानता था की पूजा रसोई में से मेरी बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी। पर वह कुछ ना बोलते हुए दिखावा कर रही थी की जैसे वह अपने काम में मशगूल है और कुछ सुन नहीं रही। मैंने बात जारी रखते हुए कहा, “देखो राज, एक महिला के लिए एक सफल एक्ट्रेस या मॉडल बनने के लिए चार चीज़ें चाहिए। पहली लगन या पक्का इरादा की मुझे मॉडल या एक्ट्रेस बनना ही है। दूसरी काबिलियत माने टैलंट। तीसरा तक़दीर और चौथी हिम्मत।”
राज ने पूछा, “हिम्मत का क्या मतलब?”
मैंने कहा, “जो मैंने पहले बताया। हिम्मत होनी चाहिए की वक्त आने पर या मौक़ा मिलने पर वह स्त्री कोई भी काम करने से झिझकनी नहीं चाहिए। उसस्के दिमाग में यह नहीं होना चाहिए की मैं कोई पराये मर्द के सामने कपडे नहीं निकाल सकती या संभोग नहीं कर सकती।”
पूजा ने किचन के अंदर से ही मेरी बात सुनकर बोला, “यह सब बातें मुझे मत सुनाओ। मुझे कोई एक्ट्रेस नहीं बनना। बात सिर्फ मॉडलिंग तक ही है तो ठीक है।”
पूजा की बात सुनकर मैं मन ही मन मुस्कुराया। मेरा पहला तीर बिलकुल सही निशाने पर लगा था।
किचन से बाहर हाथ में ट्रे लेकर कुछ नाश्ते का सामान टेबल पर रखती हुई पूजा अपनी कमर और हाथ नचाती हुई बोली, “मॉडलिंग का शौक मुझे है। और मुझमें वह हिम्मत भी है की मैं कई तरीके के पोज़ भी दे सकती हूँ। पर क्या मेरा मियाँ उसके लिए तैयार है? कहीं ऐसा ना हो की मेरा पोज़ देखकर या मेरी कोई ऐसी हरकत देख कर उसके पाँव से जमीन खिसक ना जाये?”
मैंने राज की और देखा। राज बिंदास हँस रहा था। मैंने राज से पूछा, “क्या बात है? तुम हँस क्यों रहे हो?”
राज ने कहा, “देखो यार अब हम एक दूसरे से काफी खुल्लम खुल्ला बात कर रहे हैं ना? तो अगर मैं खुला बोलूंगा तो तुम बुरा तो नहीं मानोगे ना? मैं इस लिए हँस रहा हूँ क्योंकी पूजा को पता है की मैं इस मामले में एकदम बिंदास हूँ। मैं कब से उससे छानबीन करने की कोशीश कर रहा हूँ की क्या उसका शादी के पहले किसीके साथ अफेयर था और क्या उसने किसी लड़के से चुदाई की थी या नहीं? मुझे कोई फर्क नहीं पडेगा अगर पूजा ने कुछ ऐसा वैसा कर भी लिया होता तो।”
मुझे एकदम स्तब्ध देख कर राज हँस कर बोला, “इसमें हैरान होने की क्या बात है? आज तुम मिले हो जिससे पूजा का अफेयर हो सकता था। पर तुम दोनों कहते हो की तुम दोनों ने कॉलेज में कुछ किया ही नहीं? यार यह तो गलत है। तुम दोनों ने तो मुझे निराश कर दिया। मैं दिल फेंक आदमी हूँ। अगर तुम दोनों ने कॉलेज में सेक्स किया होता तो मेरे लिए तो यह बड़ी ही उत्तेजक बात होती। मैं मेरी बीबी की दोषी नहीं ठहराता उलटा तारीफ़ करता। मेरी पूजा मेरी ही है और रहेगी। अगर इसने पहले किसीसे सेक्स किया था या आगे चल के कभी कर ले तो मुझे कोई फर्क नहीं पडेगा अगर वह मुझसे छिपाए बिना करे तो।”
पूजा ने अपने पति को कोहनी मारकर कहा, “राज बस भी करो यार। यह तुमने क्या राग छेड़ दिया है? एक मेहमान के सामने तुम क्या बक बक कर रहे हो?”
राज ने कहा, “अनूप सिर्फ एक मेहमान नहीं तुम्हारा पुराना दोस्त भी है। खैर चलो और कुछ बात करते हैं।”
वैसे ही कुछ पंद्रह मिनट मैं वहाँ बैठा और हम इधरउधर की बातें करते रहे। मैंने राज और पूजा को मेरी पत्नी नीना के बारे में बताया और उन्हें घर आने का आमंत्रण दिया।
वैसे ही कुछ दिन बीत गए पर ना ही हम मिल पाए ना ही बात कुछ आगे बढ़ी।
मेरी पुरानी दोस्त पूजा से मिलकर मेरे दिल में अजीब सी टीस उठ रही थी। सच्ची हकीकत यह थी की पूजा और मैं, हम दोनों कॉलेज में काफी करीब थे। हमारी मुलाक़ात कॉलेज मैं कुछ ऐसे हुई।
मैं उसे पढ़ाई में काफी मदद करता था। मुझ में आर्ट के मामले में कुछ भगवान् की दी हुई देन थी। मैं किसीका भी चित्र बड़ी ही आसानी से बना लेता था। मैंने मजाक मजाक में ही पूजा के कई स्केच बनाये जिसे देख कर वह मुझ पर फ़िदा थी। उसके साइंस के और दूसरे विषयों के जर्नल में जो भी डायाग्राम होते थे वह मैं ही उसे बना दीया करता था। ऐसा करते करते हम एक दूसरे के काफी करीब आ गये थे। पूजा को मैं बहुत पसंद था। हमारी जोड़ी कॉलेज में मशहूर थी।
मैंने पूजा की चुदाई तो नहीं की थी पर पूजा ने कई बार मेरी पतलून पहने हुए ज़िप में हाथ डाल कर मेरा लण्ड हिला कर मेरा माल निकलवा दिया था। पूजा को मेरा लण्ड बहुत पसंद था। वह कहती थी “अनूप, यह तुम्हारा नहीं, मेरा है।” वह काफी शरारती लड़की थी। जब वह मेरा लण्ड हिलाकर मेरा माल निकाल देती थी तो मैं भी उसकी चूत में हाथ डाल कर उसको गरम करके चोदने के लिए आमादा हो जाता था।
पहली बार शुरू शुरू में जब उसने मेरा लण्ड हिला कर उसमें से माल निकाल दिया था, और साथ साथ में जब मैंने उसकी चूत में उंगली डाल कर उसे ढेर कर दिया था तो पहले तो वह डर गयी।
उसे यह डर था की कहीं उसे बच्चा तो नहीं हो जाएगा? पर सहेलियों से पूछने के बाद वह एक बार तैयार हो गयी। मैंने उसे समझा बूझा कर उसकी चूत में उंगलियां डाल कर उसका पानी छुड़वाया था। उसके बूब्स को कई बार नंगा करके मैंने चूसे थे। यूँ कहिये की चुदाई के अलावा हम सब कुछ कर चुके थे।
मुझे यह भी शक था की मेरे अलावा शायद कुछ और लड़कों से भी उसने वह किया होगा। मुझे पक्का पता तो नहीं पर मेरा यह शक था। हालांकि पूजा मुझे हर बार भरोसा दिलाती थी की उसे सिर्फ मेरे साथ ही यह सम्बन्ध था।
एक बार जब मैंने उसे काफी गरम किया तब आवेश में पूजा चुदाई करवाने के लिए भी तैयार हो गयी थी पर मैंने ही उसे रोका था क्यूंकि उस समय मेरे पास कोई प्रोटेक्शन (माने कंडोम) नहीं था और मैं उसे कुंवारी गर्भवती नहीं बनाना चाहता था। इस बात को लेकर पूजा के मन में मेरे लिए अत्यंत कृतज्ञता का भाव था और वह मुझे बड़े सम्मान से देखती थी।
पर हमारी कहानी आगे नहीं बढ़ पायी क्यूंकि पूजा के पिता को हमारे बारे में किसीने बता दिया। पूजा के पिता बहोत गुस्सा हो गए। उनके अहम को चोट पहुंची और उन्होंने पूजा को लताड़ दिया। पूजा बेचारी कुछ बोल ना सकी और उसने मुझसे मिलना बंद कर दिया। मेरे कोई मैसेज का वह जवाब नहीं देती थी और कॉलेज में मुझसे मिलना नहीं चाहती थी। कई बार मैं उससे मिलने गया तो उसने मुझसे मिलने से मना कर दिया।
पढ़ते रहिएगा.. क्योकि यह कहानी आगे जारी रहेगी!