पत्नी की बुटीक ग्राहक को चोदा (Patni Ki Boutique Grahak Ko Choda)

मेरी हिंदी सेक्स कहानी में आप सब का हार्दिक अभिनंदन। शुरू करते है-

मेरी पत्नी रिया के बुटीक में एक ग्राहक जिसका नाम सोनम है आती रहती थी। एक दिन मैं संडे को बुटीक पर रिया को घर की चाबी देने के लिए गया। तो सोनम वहां कुछ कपड़े ले रही थी। मैंने उसे देखा, उसने मुझे देखा, और मैं वहां से निकल गया।

सोनम एक बहुत ही सुंदर फिगर वाली महिला है। उसकी उम्र लगभग तीस साल है। लेकिन अगर उसने साड़ी ना पहन कर जींस टॉप पहन रखा हो, तो वो 23 साल से उपर की ना लगे।

एक दूसरे संडे के दिन मैं बुटीक पर अकेले बैठा था। तो सोनम आ गई। मेरी उससे हाय-हेलो हुई। वो मेरे सामने बैठ गई। हम दोनों बाते करने लगे। वो साथ की सोसाइटी में ही अकेले रहती थी। उसके पति नोएडा में जॉब करते थे। और वो यहां जॉब करती थी।

उसने रिया के यहां से कोई सूट सिलवाया होगा, वहीं लेने आई थी। मैंने रिया को फोन किया और उनके सूट के बारे में पूछा तो रिया बोली उनका सूट शाम तक मिलेगा उन्हें बोल दो, हम शाम को भिजवा देंगे।

वो काफी मिलनसार लेडी थी, और कुछ टाइम मुझ से बातें करती रही। उसको यहां रहते हुए करीब दो साल हो गए थे। आज वो वैसे भी गजब लग रही थी। उसने नीचे ब्लैक जींस और उपर एक शॉर्ट स्लीवलेस टॉप पहन रखा था।

मैं उससे बोला: आप है बहुत सुंदर। लगता नहीं आप शादी-शुदा है।

वो हंस कर बोली: आप भी गजब के हैंडसम है। आपको देख कर फ्रेंडशिप करने का मन करता है। आप जैसा मेरा यहां कोई फ्रेंड नहीं है।

मैं बोला: तो बन जाइए फ्रेंड।

मैंने हाथ मिलाने के लिए हाथ उसकी तरफ बढ़ा दिया। उसने भी हाथ मिलाने के लिए बढ़ा दिया। हमने हाथ मिलाया। क्या नरम-नरम और मुलायम हाथ था उसका, छू कर मजा आ गया। मेरे बदन में करंट दौड़ गया।

वो वहां से तो चली गई, लेकिन मेरे दिमाग में बस गई। अब करीब दो घंटे बाद रिया और भाभी आ गई। उनके पास में सोनम का सूट था। बुटीक में और भी कस्टमर आ गई थी। मैं वहां से जाने लगा तो रिया बोली-

रिया: अरुण तुम जरा सोनम के कपड़े उसके घर पर देकर घर चले जाना। उसने मुझे उनका एड्रेस और कपड़े का बैग दे दिया।

मेरे तो मन में यही था, और उससे मिलने का मौका चाहिए था। और ये मौका इतना जल्दी मिलेगा सोचा नहीं था।

मैं बोला: मैं ये देकर सीधा घर चला जाऊंगा।

रिया बोली: ठीक है। मुझे शाम तक लेट ही होगा, कस्टमर की भीड़ है।

मैं सोनम के घर पहुंच गया।

वो मुझे देख कर बोली: अरे अरुण जी, आप यहां?

मैं बोला: आपके कपड़े देने आया था।

उसने मुझे घर पर बुलाया। उसने अब एक शॉर्ट्स और स्पोर्ट्स ब्रा डाल रखी ही। उसे देख कर मेरे बदन में आग लग गई। मन किया अभी पकड़ कर इसे चोद दूं। मैं अंदर गया और बैठ गया।

वो बोली: आप हिचकिए मत, ये आपका ही घर समझिए। अब हम दोस्त है।

मैं वहां बैठ गया। वो मेरे लिए पानी और शरबत ले कर आ गई। हम दोनों शरबत पीने लगे। हमने कुछ इधर-उधर की बातें की। उसकी गोरी-गोरी जांघों को देख कर मेरी नज़र वहीं टिकी थी। मेरा लंड मेरे लोअर में खड़ा हो गया था।

वो मेरे पास आकर बैठ गई। मैं उसकी जांघो को और वो मेरे लंड को देख रही थी। मैंने उसकी आंखो में देखा, वो चुदाने के लिए बेकरार थी। मैंने भी उसकी ये हालत देख कर झट से उसकी जांघो पर हाथ रख दिया। इतना करते ही वो मुझ से लिपट गई और मेरा लंड पकड़ लिया और बोली-

सोनम: अरुण आज मेरी प्यास बुझ दो। मैं बहुत दिन से प्यासी हूं, और तुम जैसे आदमी को देख कर तो मेरी हालत ही खराब हो गई है।

मैं उसकी जांघो को सहलाता रहा, और उसने मेरे लंड को पकड़े रखा। मैंने तभी उसकी चूंची को दबा दिया। अब तो वो तड़प उठी। उसकी सांसे तेज चलने लगी। मैं अपने हाथों से उसके दोनों बूब्स को दबाने लगा। वो उसका पूरा मजा आंखे बंद करके लेने लगी।

उसने अपना एक हाथ मेरे लोअर में डाल कर लंड को पकड़ लिया। हाथ में लेकर वो लंड को रगड़ने लगी, और बोलने लगी-

सोनम: आज तो मजा ही आ जायेगा।

मैंने उसके दोनों हाथ उपर करके उसकी ब्रा उतार दी। क्या गजब के बूब्स थे उसके, गोरे-गोरे, ब्राउन निप्पल के साथ। मैंने उसके निप्पल चूसने शुरू कर दिए। एक हाथ उसकी शॉर्ट्स में डाल दिया, और चूत को छेड़ा, तो उसकी चूत पूरी तरह गीली हो गई थी। मैंने एक उंगली चूत में डाली, तो वो पूरी तरह से गरम थी, और पानी छोड़ने लगी थी।

मैंने उसको अपनी गोद में उठा लिया। उसने दोनों हाथ मेरी गर्दन में डाल कर मुझे पकड़ लिया, और मुंह को चूमने लगी। मैं उसे उठा कर बेडरूम में ले गया, और बेड पर बिठा दिया। फिर मैंने अपना लोअर नीचे किया और लंड उसके हाथ में देकर चूसने को बोला। वो इतना बड़ा लंड देख कर पागल सी हो गई और उसे चूसने लगी। मैंने उसके बाल पकड़ लिए, और उसके मुंह को चोदने लगा।

करीब पंद्रह मिनट तक वो लंड चूसती रही। मैंने अपना पूरा वीर्य उसके मुंह में छोड़ कर उसके मुंह को कड़ा दबा लिया। अब कुछ देर में ही मैंने उसको बेड पर आधा लिटा कर उसकी शॉर्ट्स उतार दी। मेरे सामने उसकी एक-दम गुलाबी रंग की चूत क्लीन शेव की हुई थी। मैंने अपने हाथ से उसकी चूत को छुआ, और खोल कर देखा वो अंदर से भी गुलाबी थी। मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी। वो एक-दम सिहार उठी और तड़पने लगी।

वो बोली: मेरे यार, जल्दी से अपना हथियार इसमें डाल दो जानू।

मैं उसे जीभ से चोदता रहा। इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी। पर मैं उसे छोड़ नहीं रहा था। उसने खड़े होकर मुझे उठाया, और अपने उपर लिटा लिया। मैंने उसकी दोनों टांगो को खोल लिया, और लंड को चूत के छेद पर लगा कर एक जोर का झटका मार दिया। लंड पूरा उसकी नरम सी चूत को चीरता हुआ उसकी बच्चेदानी से जा टकराया। वो बुरी तरह चीखने लगी, और उसकी आंखो से पानी बहने लगा। मैं कुछ देर ऐसे ही रुक गया। वो अब भी मुझे चूमे जा रही थी।

करीब एक मिनिट बाद वो बोली: अब चोदो भी।

अब मैं दना-दन शुरू हो गया उसको चोदने। पूरे कमरे में चुदाई की आवाज़ आ रही थी। वो बुरी तरह सिसकारियां ले रही थी। हम दोनों पसीने में नहा चुके थे, लेकिन मैं रुकने का नाम नहीं ले रहा था। वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी, और बार-बार बोल रही थी-

सोनम: जोर से चोदो अरुण आज मुझे।

करीब बीस मिनट बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया, और अपना पूरा मॉल उसकी चूत में डाल दिया। मैं कुछ देर उसके उपर पड़ा रहा। वो मुझे चूमती ही जा रही थी। हम दोनों ऐसे ही नंगे कुछ देर बेड पर लेट गए। फिर हम खड़े हुए। वो मुझे छोड़ने को तैयार नहीं थी।

मैं बोला: जानू अब मुझे निकलना पड़ेगा। नहीं तो रिया घर पहुंच जाएगी तो मुसीबत हो जायेगी।

वो बोली: जानू मैं तुम्हे अभी नहीं छोडू़ंगी। मेरी प्यास अभी मिटी नहीं है।

मैं बोला: अब तो मुझे जाना है। किसी दिन मौका देख कर मैं आता हूं। और तुम्हें इतना रगडू़ंगा, कि तुम खुद ही मना करने लगेगी।

वो बोली: ऐसा आज ही कर दो। तुम्हारा ले कर मुझे इतना मजा लाइफ में पहली बार आया है। मेरे पति का तो बहुत छोटा है, और उनका मन ही काम करता है। और अभी तो उनसे मिले भी एक साल हो गया है। आप बोलो अब कब आओगे?

मैं बोला: एक-दो दिन में रिया कहीं बाहर जाने वाली है। तब मैं रात में आता हूं, और रात में यहीं रुक कर तुम्हारी सारी खुजली और गर्मी शांत करता हूं।

मैंने अपने कपड़े पहने और निकल गया उसे तड़पती को छोड़ कर। एक दिन रिया को बाहर जाना था। उस दिन मैंने उसे फोन करके बता दिया कि मैं आज आ रहा था। फिर पूरी रात उसे जम कर चोदा। उसकी पूरी गरमी निकाल दी। बाद में भी हम जब फ्री होते है, तो सेक्स करते रहते है।

तो दोस्तों ये थी मेरी सेक्स कहानी। आप सब को कैसी लगी बताना ज़रूर।