Site icon Desi Kahani

Paison Ke Liye Randi Bankar Chudi

हैलो दोस्तो मेरा नाम सीमा है, और मै एक हाउसवाइफ हूं।

मेरी उम्र 38 है, और मेरा फिगर 38-34-38 है। अब तक मै कितने लोगों से चूद्वा चुकी हूं, ये मुझे खुद भी याद नहीं है।

अब ज्यादा टाइम ना लेते हुए मैं सीधा स्टोरी पर आती हूं, बात आज से 10 साल पहले की है। मै अपने पति के साथ उनके फ्रेंड की शादी में मुंबई गई थी। शादी के बाद जब हमे वापिस आना था, तो मेरे पति को किसी काम की वजह से वही रूकना पड़ गया।

और मुझे अकेले वापिस आना पड़ा, जब मै वापसी के लिए रेलवे स्टेशन पहुंची तो पता चला मेरी ट्रेन लेट है। तो मै पास ही एक रेस्टरेंट में चली गई, और थोड़ी देर बाद वहाँ एक आदमी आया और वो मुझसे बोला।

आदमी – मैडम मेरा नाम राम सिंह है, मै यहां तक पार्टी मीटिंग के लिए आया हूं। मै एक नेता जी का पी ए और मैंने जिसे आज के लिए बुक किया था वो आज नहीं आ रही है। तो क्या आप आज के लिए उनके साथ रह सकती हो, इसके बदले मै आपको 50 हजार रूपए दूंगा।

मै – अपने मुझे क्या समझ रखा है, मै कोई ऐसी वैसी दिखती हूं। मै एक हाउसवाइफ हूं, और मुझे अभी दिल्ली की ट्रेन पकड़नी है।

राम सिंह – देखिये मैडम प्लीज आजायिए 50 हजार कम नहीं होते, और दिल्ली की फ्लाईट की टिकट मेरी तरफ से फ्री।
मै भी सोची एक रात की बात है और 50 हजार कम नहीं होते, कुछ देर बाद मै बोली – ठीक है पर पैसे पहले।

राम सिंह – अरे वाह तुम तो बहुत चालू हो कोई कोई बात नही ये लो।

उसने बैग से 50 हजार का एक बंडल निकल के मुझे दिया, जिसे मैंने अपने बैग में डाल लिया।

राम सिंह- चले मेरे साथ अब।

मैं उसके साथ चल दी, वो मुझे एक 5 स्टार होटल में ले गया और एक रूम में बैठा कर बोला।

राम सिंह- सर अभी आएंगे उनको पूरी तरह से खुश कर देना।

मैने बस हा में सिर हिला दिया और वो चला गया, पर मेरा दिल बहुत जोर से धड़क रहा था। क्योकि मैं पहली बार किसी अनजान आदमी के साथ ये सब करने जा रही थी, और वो भी एक रण्डी बन कर।

मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि अब मैं क्या करू। मैं बस यही सब सोच रही थी कि तभी गेट खुला और एक आदमी अंदर आया।

वो करीब 50 साल का था और उसकी हाइट 6 फीट और चौरी छाती थी। वो आते ही मेरे पास बैठ गया, मै थोड़ी सी डर गई। तो वो मेरे हाथ को पकड़ के बोला।

आदमी – क्या हुआ जानेमन शर्मा क्यू रही हो, पहली बार तो चुदने नहीं ना आई हो। मै बस सर को हिलाया और वो आदमी बोला – जाने मन तो मज़े करवाओ मुझे अपनी जवानी के जलवे तो दिखाओ।

इतना बोल कर उसने मेरी चूची दबा दी, और मेरे मुंह से बस एक आह सी निकल गई। फिर उसने मेरी साड़ी को खींच कर मेरे बदन से अलग कर दिया, अब मै सिर्फ ब्लाउस और पेटीकोट में उसके सामने खड़ी थी।

फिर उसने मुझे खींच कर अपनी गोद में बिठा लिया. और वो मेरी चूचियों को दबाने लग गया। मेरे मुंह से एक आह सी निकल गई, और फिर वो बोला – साली क्या टाइट चूचे है तेरे तू तो एक मस्त माल है।

फिर उसने मेरा ब्लाउज भी निकल दिया, अब मै सिर्फ एक पेटीकोट और ब्रा में थी। उसने मुझे धक्का दे कर बेड पर लेटा दिया, और वो मेरे ऊपर आ कर मेरे होंठो को चूसने लग गया।

कुछ देर में मुझे भी अच्छा लगने लग गया, और मै भी उसका साथ देने लग गयी। वो ब्रा के ऊपर से ही मेरी चूचियों को दबाने लग गया, और वो मेरे होंठो को भी चुसने लग गया।
कुछ देर बाद उसने मेरी ब्रा भी उतार दी, अब मेरे चूचे एक दम नंगे हो चुके थे। वो मेरी चूचियों को देख कर बोला – वाह क्या चूचे है तेरे, तू तो एक मस्त रण्डी है लगता है बहुत कम चुदी है।

मै – सच कहूं नेता जी मै अपने पति अलावा आज तक किसी के साथ नहीं सोई हूँ। वो तो आपको पी ए ने रिक्वेस्ट किया और 50 हजार के लिए मै रेड हो गयी हूं।

नेता जी – ओह तो ये बात है, तो मै आज एक रण्डी को नहीं बल्कि एक घरेलू औरत को चोदने वाला हूं। आज तो मज़ा आएगा साली।

इतना बोल कर नेता जी ने मेरी पेटीकोट उतार दिया, और पैंटी मैने खुद ही उतार दी। फिर नेता जी ने मुझे बोला – चल रण्डी आज तुझे भी पूरा मज़ा देता हूं।

फिर नेता जी ने मेरी टांगे फैला कर मेरी चूत को सहलाने लग गये। मेरी सिसकियां निकलने लग गयी, फिर नेता जी ने अपने सारे कपड़े निकाल दिए। और मै अपनी आंखे बंद किए पड़ी रही।

अचानक ही मुझे अपनी चूत पे कुछ गीला महसूस हुआ, जब मै आंखे खोल कर देखी तो नेता जी मेरी चूत को चाट रहे थे। मै तो बस एक अलग ही दुनिया में खो सी गई, क्योकि मेरे पति ने कभी मेरी चूत नहीं चाटी।

मुझे पता नहीं क्या हो गया मै एकदम मद होश होने लग गयी, मेरे मुंह से अचानक ही सिसकारियां निकलने लग गयी। मैं अपने आप एक नई दुनिया में चली गई, मेरे मुंह से बस अःह्ह आह्ह की आवाजें निकल रही थीं।

मै खुद को रोक नहीं पा रही थी, मैं बस अपनी गान्ड उठा उठा कर नेता जी से अपनी चूत चटवा रही थी। कुछ देर में ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, पर नेता जी ने अपना मुंह मेरी चूत से नहीं हटाया और उन्होंने मेरी चूत को पूरी तरह से चाट के साफ़ कर दिया।

फिर वो मेरे ऊपर आ पर मेरी चूचियों को अपने दोनो हाथो से मसलते हुए मुझे किस्स करने लग गये। करीब 5 मिनट तक मेरी चूची दबा कर और मेरे होठं चूस कर उन्होंने लाल कर दिए थे।

अब मै भी एक दम बेशरम रण्डी बन गई थी, फिर नेता जी बेड पर ही घुठने पर खड़े हो गए। तब मैंने उनका 7 इंच का लंड देखा जो एक दम टाइट खड़ा था।

नेता जी – आजा मेरी रण्डी चूस ले इसे।

मै भी बिना कुछ बोले उनके लंड को अपने हाथो में पकड़ कर अपने मुंह में ले कर चूसने लग गयी। मुझे उस टाइम खुद नहीं पता था, कि मै क्या हूं आज मेरे अंदर की रण्डी जग गई थी।

मैं बस आख्ने बंद कर के नेता जी का लंड चूस रही थीं, नेता जी मेरे सर को पकड़ कर मेरा मुंह को चोद रहे थे। तो कभी मेरी गान्ड को सहला रहे थे। करीब 5 मिनट लंड चूसने के बाद नेता जी ने मुझे बेड पर लिटाया, और मेरी गान्ड में नीचे एक तकिया लगा दिया।

जिससे मेरे दोनों पैर ऊपर हो गये, और फिर वो मेरी चूत में लंड डालने लग गये। मेरी चूत पहले से ही गरम और गीली थी, लंड जाते ही मेरे मुंह से एक जोर से आह्ह निकल गई।

नेता जी – लगता है बहुत दिनों से चुदी नहीं है मेरी रण्डी।

मै बस आह कर के रह गई, फिर नेता जी ने जोर जोर दे धक्के लगाने शुरू कर दिए। मै बस आह आह्ह आह्ह उफ़ करने लग गयी, करीब 5 मिनट में ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।

कुछ देर बद नेता जी ने फिर से चोदना चालू कर दिया, अब तो पुरे कमरे में फच फ़्च की आवाज आने लगी। 5 मिनट बाद नेता जी ने कहा – चल अब घोड़ी बना जा मेरी रण्डी।

मै भी बिना कुछ बोले उनके आगे घोड़ी बन गई, वो मेरे पिछे से मेरी चूत में लंड डालने लग गये। आह क्या बताऊं आपको उस वक्त मुझे कितना मज़ा आ रहा था, मैं बस मै आह आह आह ही कर रही थी।

नेता जी ने मेरी गान्ड पर भी थप्पड़ जड़ा, आह सी कर गई पर मैं कुछ नही बोली। फिर तो नेता जी ने थप्पड़ मर मर कर मुझे चोदा। काफी देर बाद नेता जी ने अपना पानी मेरी चूत में छोड़ दिया, और वो मेरे उपर ही लेट गए।

हम दोनों की सासे तेज होने लगी। 10 मिनट के बाद नेता जी मेरे ऊपर से उतर कर साइड में लेट गए, जब हम शांत हुए तो नेता जी बोले।

नेता जी – तेरी जैसी रण्डी बहुत कम मिलती हैं।

मै – मै कोई रण्डी नहीं हूं वो तो आपके पी ए ने बताया कि अगर मै आज आपके साथ ना आई। तो उसकी नौकरी चली जाएगी, इसलिए मै त्यार हुई थी।

नेता जी- कोई बात नहीं तू दिल्ली की है तो कभी मिल दिल्ली में।

मै – ऐसा कभी नहीं करूंगी ये आखिरी बार है।

नेता जी – कोई बात नहीं अगर तेरा कोई काम हो तो बताना मुझे।

और नेता जी ने मुझे अपना एक कार्ड दिया और बोले – ले ये रख ले कभी काम आएगा।

मैने बिना कुछ बोले वो कार्ड अपने पास रख लिया। उसके बाद नेता जी ने मुझे 2 बार और चोदा। अगले दिन पी ए ने मुझे फ्लाइट की टिकट दी, और मै भी अपने घर आ गई।

तो दोस्तो कैसी लगी मेरी ये पहली स्टोरी। प्लीज मुझे मेल कर के बताना।

आपके लिए आगे और भी बहुत सारी स्टोरी है, जो मैं आपको आने वाले टाइम में बताऊंगी।

seemaforu69@gmail.com

Exit mobile version