हेल्लो दोस्तो जैसे कि आपने पिछले पार्ट में पढा, कि उस रात सर हमारे यहाँ ही रहने वाले थे। अब हम तीनों हॉल में बैठकर टीवी देख रहे थे, टीवी पर रोमांटिक फ़िल्म चल रही थी। मम्मी और सर दोनों बहुत खुश होकर एक दूसरे के साथ बात कर रहे थे एकदूसरे को देखकर स्माइल कर रहे थे। मूवी खत्म होने के बाद मुझे नींद आ रही थी, ये देखकर मम्मी मेरे लिये दूध बनाने के किचन में गयी।
मम्मी के पीछे पीछे सर भी गये, मैं भी चुपके से उन दोनों के पीछे गया और किचन मैं में देखने लग गया। तो सर ने मम्मी को पीछे से पकड़ लिया था, और मम्मी दूध में शक्कर मिला रही थी।
सर मम्मी के गर्दन को चुम रहे थे, और पेट पर हाथ घुमा रहे थे और मम्मी सर को कह रही थी।
मम्मी – मनीष अभी जगा हुआ है।
सर – उसके सोने के बाद मेरे रूम में आ जाना।
फिर दोनों हॉल मे आ गये, मम्मी ने मुझे दूध पिलाया और सोने के लिये वो चली गयी। सर को मम्मी ने पाप मम्मी वाला बेडरूम दे दिया और मम्मी मेरे साथ मेरे बेडरूम में सोने आ गयी थी।
इन दो बेडरूम के बीच वाली दीवार पर एक दम ऊपर एक खिड़की थी। फिर मुझे नींद लग गयी और थोड़ी देर बाद मेरी नींद खुली तो मैंने देखा मम्मी सर ने ली हुई लाल सारी पहनी हुई थी।
गले मे सर का दिया हुआ नेकलेस पहना हुआ था, और उन्होंने मंगलसूत्र नही पहना था। यानी मम्मी ने आज सभी सर की दी हुई चीजें पहनी थी, मम्मी के बाल खुले हुए थे और उन्होंने थोड़ा मेकअप किया हुआ था।
उन्होंने आज रेड कलर की लिपस्टिक लगा रखी थी। मेकअप होने के बाद मम्मी ने मुझे चेक किया कि मैं जगा तो नही हूँ, मैं सोने के एक्टिंग कर रहा था। फिर मम्मी धीरे से मेरे बेडरूम से बाहर निकली और सर के बेडरूम में चली गयी।
मैं थोड़ी देर वैसा ही लेटा रहा ताकि उन दोनो को शक ना हो, फिर थोड़ी देर बाद मैं अपने रूम से बाहर निकला और मैंने देखा सर का बेडरूम लॉक था। लेकिन अंदर की लाइट चालू थी।
मैं सीडी लेकर अपने रूम में ले कर आ गया, और ऊपर चढ़कर सर के बेडरूम में झांककर देखने लग गया। अंदर का महोल एकदम रोमांटिक था बेड पर एक व्हाइट बेडशीट थी।
उस पर थोड़े गुलाब की पत्ते थे, बेड के बाजू में सेंट वाली कैंडल जल रही थी और बेड पर मम्मी और सर बैठे हुए थे। यानी सर ने एकदम सुहागरात वाला महोल बनाया हुआ था।
क्योंकि मम्मी और सर की वो पहली रात ही थी। सर और मम्मी कुछ बात कर रहे थे।
सर – रजनी डार्लिंग आखिरकार वो रात आ ही गयी, जिसका मुझे महीनों से इतंजार था।
मम्मी – महीनों से? कुछ भी राज कुमार जी। हमे मिले तो अभी महीना भी नही हुआ है।
सर – अरे मेरी रज्जो डार्लिंग जब तुम पिछले साल स्कूल में आयी थी ना मनीष के साथ तभी से मेरी नजर तुम पर थी। तभी से मैं तुम्हे पसन्द करता हूं।
मम्मी – अच्छा जी।
सर – हाँ, इसलिये तो पहले सत्र में मैंने मनीष को जान बूझकर मैंने कम मार्क्स दिये और ट्यूशन के बहाने तुमसे मिलने का प्लान बनाया।
मम्मी – ओह्ह आपने तो बहुत मेहनत की है, मुझे पाने के लिये।
सर – हाँ मेरी डार्लिंग तभी तो उस मेहनत का फल मैं लेने वाला हूं। मुझे लगा था कि तुम को पटाने मे मुझ को दो तीन महीने लगेंगे, पर तुम तो 7 दिन में ही मुझसे पट गयी।
मम्मी – हाँ जी क्योंकि मुझे भी आप पसन्द आने लगे थे, आपकी वो स्टाइल आपकी पर्सनालिटी और आपका तारीफ करने का अंदाज। आप बहुत रोमांटिक हो तो मैं भी अपने आपको रोक नही पायी।
सर – सच मेरी जान? आय लव यू।
मम्मी – आय लव यू टू राज कुमार जी।
फिर सर ने मम्मी को बेड पर लिटाया और मम्मी के उपर आकर वो मम्मी को किस कर रहे थे। मम्मी सर के बालों में हाथ डाल कर किस एन्जॉय कर रही थी, फिर सर ने मम्मी का पल्लू बाजू में किया और मम्मी के बूब्स ब्लाउज के उपर से ही दबाने लग गये।
थोडी देर बाद सर मम्मी के पेट को किस कर रहे थे. मम्मी के नाभी में वो जीभ डाल रहे थे। मम्मी आंख बन्द करके सिसकारियां ले रही थी, और बेडशीट को हाथ मे लेकर कंट्रोल कर रही थी।
फिर सर ने उनका कुर्ता और पजामा भी निकाला, उसके बाद मम्मी की साड़ी निकाल कर फेंक दी। और मम्मी के पैरों पर वो किस कर रहे थे, फिर मम्मी का ब्लाउज और पेटिकोट निकालकर उन्होंने जमीन पर फेक दिया।
अब सर सिर्फ अंडरवियर में थे और मम्मी ब्रा और पैंटी में। ये वही ब्रा पैंटी थी जो सर ने आज मम्मी को लेकर दी थी, मम्मी शरमाकर हाथों से बूब्स ढक रही थी। पर सर ने मम्मी के हाथ बाजू में किये और ब्रा उतारी और बूब्स को वो चूसने लग गये। मम्मी की हालत खराब हुये जा रही थी, क्योंकि सर मम्मी के निप्पल के बाजू में जीभ फेर रहे थे।
मम्मी आहे भर रही थी और सर मम्मी के बूब्स चूस रहे थे। फिर सर ने मम्मी की पैंटी निकाली और निचे फेक दी, मम्मी की चिकनी गुलाबी चूत सर के सामने आयी और सर ने उस पर मुँह लगा लिया।
तभी मम्मी बोली – राज कुमार जी ये आप क्या कर रहे हो?
सर – जाने मन तेरी चूत चाट रहा हूँ और क्या।
मम्मी – पर?
सर – लगता है तेरे नामर्द पती ने तुझे इसका आनन्द भी नही दिया। तू देख कैसे तुझे मजा आता है।
ऐसा कह कर सर मम्मी की चूत चाटने लग गये। मम्मी की हालत अब खराब हो रही थी, इतने में ही मम्मी झड़ गयीं और सर ने उनका सारा माल पी लिया।
सर – मजा आया? क्या मस्त चूत है यार बहुत रसीली है। कैसा लगा बता?
मम्मी ने कुछ जवाब नही दिया, पर मम्मी की मुसकुराहट से पता चल रहा था कि मम्मी को पसन्द आया। फिर सर उपर आये और मम्मी को किस करते हुए बूब्स चूसने लग गये।
वो मम्मी को फिर से गरम कर रहे थे। फिर सर ने उनकी अंडरवियर निकाली और बेड से उतर कर खड़े हुये, सर का लंड अब मम्मी के सामने था। 8 इंच लंबा काला और मजबुत लंड देखकर मम्मी सर के लंड को देखते ही रह गयी।
सर – क्या हुआ जानेमन? ऐसा क्या देख रही हो?
मम्मी – बहुत बड़ा है जी आपका!
सर – तेरे पति का कितना है?
मम्मी – आपसे छोटा ही है पर।
सर – नामर्द कही का, इसलिये तू मेरे नीचे आने के लिये तैयार हो गयी है। क्योकि वो तुझे खुश नहीं कर पाता ना सच बता?
मम्मी – जी नही। वो तो आपके मुकाबले कुछ भी नही है।
सर – तो मुँह में लेकर चमका दे इसको।
मम्मी – छि बाबा मैं नही लेने वाली।
सर ने फिर से कहा पर मम्मी नही मानी, तो सर ने मम्मी के मुँह में जबरदस्ती उनके मुँह में लंड घूसा दिया। अब वो मम्मी के बालों को पकड़कर मम्मी के मुँह में लंड को आगे पीछे करने लग गये थे।
मम्मी एक पोर्न स्टार की तरह लग रही थी, जिसके मुँह में जबरदस्ती लंड दिया जा रहा था। मम्मी का चेहरा लाल हो रहा था, सर आंखे बंद करके एन्जॉय कर रहे थे।
फिर थोड़ी देर बाद सर ने मम्मी के मुँह से लंड निकाला, और मम्मी को लंड पर कंडोम लगाने को कह कर मम्मी को बेड पर लेटा दिया। अब सर ने मम्मी की चूत पर लंड सेट किया और एक धक्का दे दिया।
सर का 2 इंच लंड अंदर जाते ही मम्मी आह करने लग गयी। फिर सर धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करने लग गये, और मम्मी आह आह कर रही थी। सर ने मम्मी से कहा।
सर – जानेमन कितनी टाइट चूत है यार तेरी जवानी को तेरा पती सही से संतुष्ट नहीं करता। अब देख तू कैसे इसके बाद मेरा लंड ही लेने को तू तैयार रहेगी।
सर मम्मी से एक रखेल की तरह बात कर रहे थे, लेकिन मम्मी को कुछ बुरा नहीं लग रहा था। शायद मम्मी अब सर को अपना दूसरा पति मान चुकी थी। फिर सर ने मम्मी के चूत के अंदर जोर से झटका दिया।
सर का लंड पूरा अंदर घुस गया, तो मम्मी ने बहुत जोर से आवाज करी पर सर ने मम्मी के मुँह पर हाथ रख दिया और वो बोले।
सर – अपने बेटे को बताना चाहती है क्या, कि उसकी माँ किसी गैर मर्द से चुद रही है।
और अब सर मम्मी के चूत के अंदर लंड से धक्के मार रहे थे, मम्मी भी अब एन्जॉय करने लग गयी थी। करीब 10 मिनट के धक्कों के बाद सर झड़ गये, और मम्मी के बाजू में बेड पर लेट गये।
उन्होंने मम्मी को उनकी बाहों में लिया, मम्मी का सिर सर की छाती पर था। मम्मी सर के छाती के बाल सहला रही थी।
सर – कैसा रहा जानेमन? मजा आया ना?
मम्मी – हाँ जी बहुत अच्छा लगा।
सर – अब तो और मजे देने है तुझे। अलग अलग स्टाइल से तुझे ऐसे चोदूगां की तेरी चूत की आग शांत हो जायेगी।
मम्मी – जी।
सर – आय लव यू जानू।
मम्मी – लव यू टू राज कुमार जी।
फिर मैं नीचे आकर सो गया, उस रात पता नही सर ने मम्मी को कितनी बार चोदा। फिर पापा आने तक 4-5 दिन सर मम्मी को दिन रात चोद रहे थे। मैं स्कूल जाता था, तो उन दोनों की दिन की चुदाई मैं नही देख पाया।
पर सर अलग अलग स्टाइल मे पोर्न वीडियो दिखाकर मम्मी को चोद रहे थे। पापा के आने के बाद जब भी मौका मिलता, तो सर मम्मी को चोद देते थे। मम्मी भी अब बहुत चुदक्कड़ हो गयी थी।
मम्मी के जिंदगी में सर के आने के बाद बहुत बदलाव आया, अब मम्मी हमेशा ट्रांसपरेंट सारी डिप नेक ब्लाउज पहन रही थी। मम्मी को देखकर ही पता चल रहा था, कि ये एक चुदाउ औरत है।
मैं मम्मी के साथ बाजार जाता था, तो सब मर्द मम्मी को देखकर लंड पर हाथ रखते कोई जोर से बोलता “क्या कड़क माल है यार” तो कोई बोलता “यार ये आयटम अपने नीचे आ जाये तो मजा आयेगा” ।
पर मम्मी ने किसी और के साथ संबन्ध नही बनाये। मम्मी और सर का ये चुदाई अफेयर मेरी 2-3 साल तक चला, फिर उसके बाद मैं दूसरे शहर चला गया।
तो मम्मी भी मेरे साथ आ गयी, सर वहाँ कभी कभी आते और मम्मी को चोदकर चले जाते थे। आज भी जब मौका मिलता है तो मम्मी सर को कॉल करके घर बुलाती है और चुदवाती है।
दोस्तों ये कहानी यही ख़त्म होती है, अगर आपको मेरी ये कहानी पसन्द आयी हो तो प्लीज इसे लाइक जरूर कीजिये।
अगली कहानी में मैं आपको बताऊंगा, कि कैसे हम हमारे रिश्तेदार की शादी के लिये एक गांव में गये और उस गाँव में मम्मी किससे चुदी।