This story is part of the Meri Didi Ki Garam Jawani series
हैलो दोस्तों, शनिवार के सुबह ही मेरी दीदी रिया की चिकनी चूत खुजलाने लगी, तो मेरे दिल में भी उनको चोदने की इच्छा थी। बस मै शर्त हारना नहीं चाहता था, एक २२-२३ साल की कुंवारी लड़की अपने जिस्म की आग को कैसे शांत करती है।
वो तो मुझे नहीं पता लेकिन रिया की लंड के लिए तड़प हमेशा उसे मेरे करीब खींच लाती थी। रविवार के सुबह घर के सभी सदस्य साथ बैठकर चाय पी रहे थे, तो मेरी नजर कभी रिया के स्तन पर जाती तो कभी उसके जांघों की ओर जाती।
वो सलवार कमीज़ पहन कर बैठी हुई थी। उसका गोरा मुखड़ा, सुराही नुमा गर्दन, टेनिस बॉल समान चूची तो सपाट पेट लेकिन मेरी बहन के बदन का निचला भाग अधिक भारी और सेक्सी था।
उसकी गोल गुंबदाकार चूतड़ और मोटे चिकने जांघों के साथ उसके बीच में बुर, दोनों फांक गद्देदार और दरार काफी कसी हुई है। तो रिया बुर को काफी हद तक बाल रहित रखती थी।
चाय पीने के बाद, रिया वहां से उठकर चली गई तो मम्मी बोली -रिया को लेकर ब्यूटी पार्लर जाऊंगी, तुम स्नान करके नाश्ता कर लेना।
मैं – कोई खास बात।
मम्मी – हां, कल उसे देखने के लिए लड़के वाले आ रहे है।
तो अब मै क्या बोलत, खैर मै उठकर अपने कमरे में चला गया। फिर वाशरूम घुसा, स्नान करते वक़्त सिर्फ रिया को सोच रहा था। लेकिन उसकी शादी होने पर मुझे ही परेशानी थी, खैर स्नान करके डायनिंग हाल में घुसा और फिर नाश्ता लेने के लिए किचन चला गया।
नाशता कर ही रहा था कि रिया और मम्मी दोनों अपने अपने कमरे से बाहर निकले और फिर मम्मी बोली।
मम्मी – बेटा मै एक घंटे में आ जाऊंगी।
मै रिया को घूरता हुआ बोला – ठीक है।
वो काले रंग की स्कर्ट और टॉप पहने हुए थी, उनके जाने के बाद मेरा नाश्ता खत्म होते ही मैने घर का दरवाजा बंद कर दिया। पापा भी किसी दोस्त के घर गए हुए थे, तो अकेले में मैने अपना मोबाइल लिया और बेड पर लेटकर एक पोर्न वीडियो देखने लग गया।
रिया की शादी उसको कुछ खास परेशान नहीं करती, आखिर हर लड़की का ये एक सपना होता है। और २२-२३ साल की लड़की के लिए अपनी जवानी को संभालना काफी कठिन भी होता है और वो भी बिना किसी बॉयफ्रेंड के।
खैर मै पोर्न वीडियो देखने में मशगूल था। पोर्न वीडियो देख मेरा लन्ड टाईट हो गया और मै एक नग्न महिला को दो लड़कों के साथ मजे लेते देख अपने लंड को बरमूडा से बाहर निकाल कर उसे धीरे धीरे हिलाने लग गया। महिला एक लड़के के लंड को चूसते हुए दूसरे से चूद रही थी, वो बिस्तर पर घोड़ी बनकर गान्ड की ओर से लंड लिए दूसरा लंड मुंह में भर मुखमैथुन करने में मस्त थी।
तो उसके दोनों स्तन सीने से लटक रहे थे जिसे एक लड़का पकड़कर दबा रहा था। तभी मैने वाशरूम जाकर पिसाब किया और फिर बेड पर आकर लेट गया। अब आराम फरमाते हुए मैं लंड को ठंडा कर रहा था।
रिया के रहते मुठ मारकर लंड को ठंडा करना बेवकूफी था और फिर मेरी आंख लग गई। मेरी नींद मोबाइल की घंटी बजने से टूटी, तो मै मम्मी का नंबर देख कर थोड़ा हैरान रह गया। फिर मैंने मोबाइल पर कॉल रिसीव किया और मैं बोला. ।
मैं – हां मम्मी, बोलो?
मम्मी – दरवाजे के बाहर खड़ी हूं।
फिर मैंने जाकर दरवाजा खोला, मुझे देख कर मम्मी गुस्से में थी और वो बोली – इतनी देर से दरवाजा खटखटाया और तुम कहाँ थे?
मैं – मेरी आंखें लग गई थी।
फिर मम्मी अपने कमरे में चली गई और रिया अपने कमरे की ओर चली गयी। मै कुछ देर रुककर रिया के कमरे में घुसा तो उसको देख दिमाग सन्न रह गया। वो अपने स्कर्ट और टॉप्स को उतारकर सिर्फ पेंटी और ब्रा में खड़ी थी।
लेकिन उसका चेहरा दीवार की ओर था तो मै हल्के कदम से उसके करीब पहुंचा और पीछे से दबोच लिया। रिया मेरे छुअन से डर गई, पीछे देखते हुए बोली।
रिया – पता है ना, कल मुझे लड़के वाला देखने आयेगें।
मै रिया की गोलाई को दबाने लग गया और मैं बोला – तो क्या हुआ बेबी, उसको जों देखना है वो तो ऊपर से ही दिख जाएगा।
रिया – क्यों शादी के बाद क्या वो अंदर का हिस्सा नहीं देखेंगे?
मै रिया के गर्दन को चूमने लग गया और बोला – वो तो तुम्हारे पति देखेंगे, नाकि उनके मम्मी और पापा।
रिया मुझे पीछे की ओर धकेलने का प्रयास कर रही थी और बोली – चुपकर साले कुत्ते, जब देखो मुझे देख मुंह से लार टपकाने लगता है।
दीपक अपनी दीदी की चूची को जोर जोर से मसलता हुआ अपने लंड को उसके चूतड़ पर गड़ा रहा था। तभी कमरे से बाहर पैर की आहट सुनाई दी, तो मै डर सा गया। मैंने तभी रिया को छोड़ा और वो अपना नाइटी लिए वाशरूम घुस गई।
मैं दीदी के बेड पर लेटकर एक किताब उठा कर और उसे पढ़ने लग गया। पल भर बाद मै दीदी के कमरे से बाहर गया, तो मम्मी किचन में थी। फिर मैं सीधे अपने कमरे में घुसा और बेड पर लेटकर सोचने लग गया कि किस तरह से रिया को अपने खड़े लंड से जल्दी चोदा जाये।
खैर वक़्त दोपहर के १२:३० हो रहे थे, तो मुझे पता था कि मम्मी खाना बनाकर मार्केट निकलेगी और शायद वो कुछ देर आराम करे। फिर हम सब ने एक साथ खाना खाया। तभी मै डायनिंग रूम गया, तो मम्मी किचन में ही थी और मै एक ग्लास पानी लेने के लिए रेफ्रिजरेटर के पास गया।
तो मम्मी पीछे देखते हुए बोली – मै अब आराम करने जा रही हूं, अगर नींद लग जाय तो एक घंटे बाद उठा देना।
फिर मम्मी अपने रूम चली गई और में मौका पाते ही रिया के कमरे में चला गया। वो बेड पर लेटकर एक किताब पढ़ रही थी, मुझे देख का वो उठकर बैठ गई और मै उसके सामने बैठकर बोला।
मैं – एक तो तुम शर्त मुझसे हार चुकी हो, उस पर से इतना नखरा।
रिया मुस्कुराने लगी और बोली – चल बोल जल्दी से, अभी यहां तेरा क्या काम है।
तो मै झट से उसके गर्दन के पीछे हाथ लगा कर उसके होंठो को चूमने लग गया। चूमते चूमते मैं उसके रसीले होठो को अपने मुंह में भरकर चूसने लग गया।
रिया नाइटी में मस्त माल लग रही थी, और वो धीरे से मेरे गोद में बैठकर अपने दोनों पैर को मेरे कमर से लपेटने लग गयी। उसकी गद्देदार गान्ड को जांघों पर रख मै काम की दुनिया में खो गया।
अब उसका स्तन मेरे छाती से चिपक रहे थे, जैसे हि मैंने उसके होंठो को चुसना बंद किया, तभी उसने अपनी लम्बी जीभ बहार निकल कर मेरे मुंह में डाल दी। अब रिया को मै अपने आगोश में कर चुका था और दोनों के लिए एक घंटे का वक़्त काफी था।
रिया की जीभ को चूसते हुए मै उसके चूतड़ को सहला रहा था, तो वो कामुकता की आग में जल रही थी। मैंने रिया की नाइटी को कमर तक कर उपर कर दी, अब तो उसका नग्न चूतड़ मेरे जांघों को सुखद अहसास दे रहे थे।
मैं उसको सहलाता हुआ, दीदी की जीभ को चूस रहा था। लेकिन वो ३-४ मिनट में ही मेरा चेहरा पीछे की ओर करके अपना जीभ मुंह से निकालने लग गयी। दी। मेरा हाथ उसकी पीठ को सहला रहा था, तो रिया मेरे गर्दन और चेहरा को चूमने में लीन थी।
फिर रिया मुझे बेड पर धकेलने लग गयी, अब मै लेटा हुआ था तो बरमूडा के ऊपर से ही मेरे टाईट लंड का उभार स्पस्ट था। रिया उसको थामकर बरमूडा को नीचे करने लगी और मेरे नग्न लंड को पकड़ अपना चेहरा उस पर लगाने लग गयी।
मेरा लन्ड काफी गरम हो चुका था, जो पोर्न वीडियो देख पहले से ही खड़ा हो चुका था। शायद उसकी मुखमैथुन की कला ही उसके वीर्य को निकाल देती बांकी रिया उसके चमड़े को नीचे करके सुपाड़ा को अपने होठों पर रगड़ने लगी। अब रिया मेरा लन्ड मुंह में भरकर चुभलाने लगी तो मै सिसक रहा था ।
मैं – उई आह जरा सर का तो झटका दे साली।
और रिया अब अपने सर का झटका देते हुए मेरा लन्ड का हाल खराब कर रही थी, तभी मै बोला – बेबी जरा रुकना।
रिया – क्या हुआ साले, सुबह से ही मेरे गान्ड के पीछे घूम रहे हो और इतने में हालत खस्ता हो गयी?
मैं – जरा ६९ आसन में हो जाओ।
फिर दीपक लेटा हुआ था और रिया को अपने बदन पर लेटने को बोला। दीदी मेरे मुंह के ऊपर अपने चूतड़ को कर दी तो उसकी दोनों टांगें दो दिशा में थी, और उसका चेहरा मेरे लंड के पास था।
अब रिया के नाइटी को कमर तक करके उसकी पेंटी को खोल फेंका तो बुर देवी का दर्शन हुआ। रिया मेरे लंड को मुंह में लेकर मुखमैथुन करने लगी, तो मै उसके बुर की फांक को अलग करके जीभ से चाटने लग गया।
उसकी कसी हुई चूत में जीभ घुसाकर कुत्ते की भांति चाटने लग गया, और मेरा लंड तो आग का गोला बन चुका था। रिया मेरा लन्ड मुंह से निकालकर उसको चाटने लग गयी, और मै अब बुर में उंगली घुसाकर कुरेदने लग गया।
तो रिया मेरे लंड को फिर से मुंह में भरकर चूसने लगी और उसका स्थिर मुंह मेरे लंड का हाल खराब कर रहा था। तभी रिया की बुर से पानी निकलने लग गया, मै उंगली निकाल अब जीभ से बुर चाटता हुआ मस्त हो रहा था।
तो रिया अब तेजी से सर का झटका देते हुए मेरे गरम लंड का रस निकालने में लीन थी। तभी मुझे रस निकलने का एहसास हुआ और मैने नीचे से कमर उठा पूरा लंड उसके मुंह में घुसा दिया। मेरा सुपाड़ा उसके गले में अटक गया, और लंड पिचकारी की भांति उसके मुंह में वीर्यपात करा दिया। फिर दोनों अलग होकर फ्रेश हुए और मै अपना कमरा चला गया।