This story is part of the Meri Didi Ki Garam Jawani series
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे भाई और बहन अपने मम्मी पापा की गैरहाजिरी में मजे कर रहे थे, सुबह तो नहीं दोपहर से दोनों एक दूसरे से लिपट कर मजे करने लगे ,बियर पीते ही रिया मेरे साथ चुंबन क्रिया करने लगी तो मै उसकी चूत को प्यार करने लगा..
फिर क्या हुआ पढ़िए…
दोस्तों, रिया की चूची चूसकर मै उसकी बुर को कुरेद रहा था, कि तभी रिया फिर से बुर चाटने की मांग कर बैठी। और दीपक अब रिया की पैरों के सामने जमीन कर बैठा गया, और रिया का चेहरा लाल हो चुका था।
उसकी दोनों चूची चुस्वाकर मानो स्ट्रीट की भेपर लाईट हो चुकी थी, तभी उसने दीदी की चूतड़ को सोफ़ा के किनारे किया, और उसके दोनों पैर को सोफ़ा पर रख दिया।
रिया दोनों पैर रिया फैलाकर बैठी हुई थी, तो मै जमीन पर बैठकर उसके मोटे जांघों के बीच अपना चेहरा लगा कर उसकी बुर को चूमने लग गया। फिर रिया ने बुर का द्वार खोल दिया, अब दीदी की चूत को मैं लपा लप कुत्ते की तरह चाटने लग गया।
रिया का हाल खराब था, उसकी चूत गरम और सुखी हुई थी। तो मै बुर के मानसल हिस्से को मुंह में लेकर चूसने लग गया, वो भी कुछ देर के बाद अपने चूतड़ को ऊपर की ओर करने लगी।
फिर दीदी कि चूत ने रस फेंक दिया, मै रस का स्वाद लेकर बुर को छोड़ा और फिर जीभ घुसा कार रस को चाटने लग गया। फिर अंत में एक उंगली उसकी बुर में डालकर रस से उंगली को गीला किया, फिर मैं उस उंगली को दीदी के मुंह में डालकर बोला।
मैं – चख साली अपनी चूत के रस का स्वाद।
मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा था, लेकिन आज का दिन और रात सिर्फ मुख से प्यार करने का तय हुआ था। चुदाई रहित काम वासना आज होने वाली थी, और वो हि हो रहा था।
तभी रिया मेरे पैर के पास बैठी और उसने मेरे लंड को थाम लिया। लंड का चमड़ा टाईट होने की वजह से वो खुद नीचे आ चुका था, और रिया मेरे लंड पर होंठ सटाकर चुम्बन देने लगी।
तो मै अपना हाथ दीदी के गोलाई पर लगाकर चूची दबाने लग गया, और वो लंड का सुपाड़ा अपने चेहरे पर घुमाने लग गयी। तो मेरा हाल खराब होने लग गया, फिर वो मेरे लंड को मुंह में भरकर चूसने लग गयी।
फिलहाल स्थिर मुख से लंड को चूसा जा रहा था और मै सिसक ले कर बोल रहा था।
मैं – अबे साली अपने सर का झटका दे ना आह।
मेरा लंड उसके मुंह में लंबा और कड़ा होने लग गया। तो रिया कुछ देर के बाद मेरे लंड को सर का झटका देते हुए मेरे झांट में उंगली घुमा रही थी। और उसके मुखमैथुन की क्रिया से मेरा लंड अब गरम हो चुका था। रिया तेजी से मुख का झटका लंड पर दे रही थी। तो मै भी उसकी चूची को दबा कर मजा ले रहा था, पल भर बाद रिया लंड को मुंह से बाहर निकल कर उसे अपनी लम्बी जीभ से चाटने लग गयी।
मेरा जी कर रहा था कि अभी इस साली चूद्दक्कर को चोद डालूं, लेकिन ये संभव नहीं था। तो रिया मेरे लंड को छोड़कर वाशरूम चली गई और मै ग्लास में बियर भरने लग गया।
उस वक़्त १२:४० दोपहर का हो रहा था और तभी रिया नग्न अवस्था में कमर बलखाते हुए मेरे पास आई, और वो मेरे जांघ पर अपना चूतड़ रख कर मेरे गले में बाहों का हार पहनाने लग गयी।
रिया के मांस्ल चूतड़ का एहसास मेरी जांघों को मिल रहा था, तो दीदी कि बाईं चूची मेरे सीने से चिपकी हुई थी। तभी रिया मेरे होंठो पर अपना होंठ रखकर चूमने लग गयी।
मै उसकी पीठ को सहला रहा था, रिया की तेज सांसें मेरी सांसों से टकरा कर हम दोनों कि कामुकता को बढ़ा रही थी। अब रिया मेरे होंठो को अपनी जीभ से चाटने लग गयी।
तो मेरा मुंह खुलने लगा और उसकी लम्बी सी जीभ मेरे मुह में आ गयी, मैं उसकी जीभ को चूसते हुए रिया के पीठ से लेकर उसके चूतड़ को सहला रहा था।
मेरा लंड गरम हो चूका था, पल भर बाद रिया जीभ निकाल कर होंठ को चूमने लग गयी और वो बोली।
रिया – अब मैं तेरे लंड का वीर्य पियूंगी।
दीपक – निकलेगा तब तो पियोगी साली।
रिया – जरूर, एक बात पूछूं?
दीपक – जरूर जानेमन।
रिया – कोई गेर तेरी बहन को चोदेगा तो तुझे कैसा लगेगा?
दीपक – जानू कल तेरी शादी होगी, तो तू अपने पति से ही चुदेगी, तो मुझे उससे क्या दिक्कत होगी भला?
रिया – अरे सीधे ये बता, अगर मेरे साथ तेरे अलावा एक और लड़का होगा और।
दीपक – तू पागल हो गई है क्या, किसी लड़के के साथ मजे लेना है तूने तो तेरी मर्जी, लेकिन मै भी रहूं तो वो लड़का क्या सोचेगा?
रिया – ये तो है?
मै सोफ़ा पर बैठा हुआ था तभी रिया मेरे सामने बैठी और मेरे लंड को पकड़कर अपने मुंह में भरने लग गयी। फिर सर का तेज झटके देते हुए वो मुखमैथुन करने लग गयी।
तो मै रिया की पीठ को सहलाने लग गया, उसकी एक चूची को मसलता हुआ मैं मस्त था और मुझे पता था कि जल्द ही मेरे लंड का रस उसकी मुंह में झड़ेगा।
और रिया उसको पीयेगी, इसलिए दीपक उसके बाल को कसकर पकड़ कर उसे नीचे से जोर जोर से लंड का झटका उसके मुंह में देने लग गया। दीदी की मुख चुदाई का आनन्द लेता हुआ सब कुछ भुला चुका था।
रिया के मुंह से कुछ ऐसे स्वर निकल रहे थे – उह ऊं आह।
और मेरे लंड से थोड़ा सा वीर्य निकल गया तो मैने अब दीदी की मुख चुदाई बंद कर दी, और रिया अब लंड को मुंह में लेकर तेजी से मुखमैथुन करने लग गयी।
तो मै सिसक लेते हुए बोला – आह उह और तेज बे रण्डी चूस ना आज तेरी मुंह में मूतुंगा।
और फिर कुछ देर के बाद मेरे लंड ने उसके मुंह में अपना दम तोड़ दिया, रिया लंड से निकले वीर्य को पीकर मस्त हो गई। और वो फिर लंड के सुपाड़ा को चाटने लग गयी।
मै थक चुका था और दीदी मेरे लंड पर लगे वीर्य को चाट कर ही मुझे छोड़ कर लेट गयी। फिर दोनों थककर लेट गए और फिर क्या हुआ, ये मैं आपको अगले भाग में बताऊंगा।