नमस्ते दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है, आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आये इसकी आशा करता हू।
ये कहानी मेरी और मेरी मामी की हैं, मेरा स्कूल गांव में हुआ था, कॉलेज की पढ़ाई के लिए सिटी मैं अपने मामा के घर रहने के लिए आया था। मेरे मामा जॉब करते थे और मामी एक हाउस वाइफ थी। मेरी मामी से बहुत पटती थी, मैं उनसे अपनी हर बात शेयर करता था।
वो थी भी बहुत खूबसूरत, गुलाबी होंठ, काले बाल, उसपर से गौरा बदन। कोई भी उन्हें देखकर फिदा हो जाए। बिल्कुल अप्सरा जैसी, उनका बदन हमेशा गुलाब सा महक करते रहता हैं।
मेरे कॉलेज शुरू हुआ, कॉलेज मैं मुझे एक लड़की बहुत पसंद थी, मे उसे अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहता था, पर हिम्मत ही नहीं होती थी, मेरे सब दोस्तों की गर्लफ्रेंड थी, बस मैं ही अकेला रह गया था। मुझे कुछ पता भी नहीं था कि कैसे गर्लफ्रेंड बनाऊँ। मैंने कोशिश करने की सोची पर सभी दोस्त अपनी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बिजी रहते थे। मुझे लगने लगा अब मैं सिंगल ही रह जाऊँगा।
मेने ये बात अपनी मामी को भी बतायी, उन्होंने मेरी हेल्प करने का बोला, मुझे कई तरीके बताये, फिर मैंने बहुत हिम्मत करके एक दिन उस लड़की को बोलने का सोच लिया। पर वही हुआ जिसका मुझे डर था, उस लड़की ने मेरी बहुत बेज्जती कर दी, और मुझे मना कर दिया। उस दिन मेरा बहुत मूड खराब हुआ। मैं घर आकर रोने लगा। कई दिनों तक मैं कॉलेज भी नहीं गया। मेरी पढ़ाई भी खराब होने लगी।
मेरे मामा मामी दोनों चिंता करने लगे मामा भी पूछने लगे कि क्या हुआ, मैंने कुछ नहीं बोला, तो मामी, मेरे मामा से बोली की आप चिंता मत कीजिए में इसको पूछती हू, करती हू कुछ, फिर मामाजी अपने काम पर चले गए। मामी मेरे रूम में खाना लेकर आयी और पूछा क्या हुआ?
मैंने बोला कुछ नहीं, और मुझे खाना भी नहीं खाना हैं। वो मेरी चिंता करने लगी, मेरी पढ़ाई का पूछने लगी। मैंने पढ़ाई भी छोड़ देने का सोचने लगा। वो मुझे मनाने लगी, मुझे गुदगुदी करती पर मुझे कुछ अच्छा नहीं लाग रहा था। मैंने बोला मुझे अकेला छोड़ दो।
वो बोली कि मुझे नहीं बतायेगा तो किसे बताएगा, मे तेरी दोस्त नहीं हू क्या, फिर वो मुझे मनाने लगी। वो रोने लगी ये कह्ते कह्ते। फिर मे उनके पास गया उनके आंसू पोंछ कर फिर मैंने उन्हें सब कुछ बताया। वो कहने लगी अरे, ऐसा थोड़ी होता हैं, एक लड़की के मना करने से, और भी हैं कोई ना कोई तेरी गर्लफ्रेंड बन जाएगी।
मैंने बोला कौन बनेगा।
वो बोली तुझे गर्लफ्रेंड ही चहिये ना, मैं बन जाऊँगी तेरी गर्लफ्रेंड आज से अब तो खुश हो जा।
मैंने बोला ऐसा थोड़ी ना होता है, गर्लफ्रेंड तो साथ मैं घूमती हैं, मूवी देखती हैं, खाना खाने जाती हैं, और फिर वो भी करते हैं। ऐसा बोलकर मैं रुक गया।
मामी बोली अरे रुक क्यू गया, बोल ना क्या करते है।
फिर मैंने बोला कुछ नहीं, वो बोली मुझसे मत छुपा कुछ भी, चल बता। मैंने कहा ठीक है, फिर सेक्स करते हैं।
वो बोली अछा जी अब आप इतने बड़े हो गए।
मैं शर्मा गया।
वो बोली तेरी शादी ही करवा देते हैं ऐसा हैं तो।
फिर मैंने बोला मामी मज़ाक मत करो, अच्छा अब मुझे बताओ आप अभी भी मेरी गर्लफ्रेंड बनेगी?
मामी बोली ठीक है, पर तेरे मामा घर पर नहीं होंगे तभी। और किसी को इस बारे में बताना मत। और सबसे जरूरी।
मैंने बोला क्या?
वो बोली, ईन सब चीजों मैं अपनी पढ़ाई मत खराब कर लेना।
मैंने हाँ बोला, और उनको गले लगा लिया, मैं बहुत खुश था और उनके गाल पर एक चुंबन कर दिया।
वो बोली बस अभी कुछ नहीं अभी मुझे काम हैं, चलिए आप भी खाना खा लीजिए और पढ़ाई कीजिए।
मैंने बोला ठीक हैं मेरी गर्लफ्रेंड जी। जो हुकुम, वो हंस कर चली गई।
शाम को मामा का कॉल आया, उनको ऑफिस के काम से एक हफ्ते बाहर जाना पड़ा। वो घर आए, खाना खाकर और सामान पैक कर जाने लगे, मैंने उनको स्टेशन पर छोड़ दिया। और फिर कुछ तैयारी करने चला गया । दूसरे दिन जब मामी उठी तो मैंने उनके लिए उनका पसंद का नाश्ता बनाया, वो बहुत खुश हो हुई, और पूछा ये सब किसलिए किया।
मैंने बोला आज से एक हफ्ते तक आप मेरी गर्लफ्रेंड है, चलिए अब तैयार हो जाइए, हम दोनों मूवी देखने जाएंगे।
मामी हसने लगी, मैंने बोला चलिए चलिए नाश्ता कर लो मामी।
वो बोली मामी नहीं अपनी गर्लफ्रेंड को प्रिया बोलो। मैंने खुश होकर उनके सिर पर एक चुंबन दिया। फिर हम मूवी देखने गए, वो बहुत ही रोमांटिक मूवी थी।
उसके बाद मामी को मैं बाइक पर घुमाने ले गया। वो आज मेरी बाइक पर मुझसे बिल्कुल चिपककर बैठी थी। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। उसके बाद मैंने मामी को खाना खिलाया होटल ले जाकर। हमने एक दूसरे को आईस क्रीम भी खिलाई।
फिर वो बोली अब क्या करने का मन है मेरे बॉयफ्रेंड जी।
मैने फिर उनको बोला वो तो सरप्राइज़ हैं, उसके लिए ये पट्टी बाँधनी पडेगी, वो कहने लगी अछा ठीक है खुद ही बाँध दो पट्टी। फिर मैंने उनके आँखों पर पट्टी बांध दी, और उसी होटल के एक रूम मैं उनको ले गया जो मैंने पिछली रात आकर बुक किया था।
वहां पहुंचकर मैंने उनकी पट्टी खोल दी। वो एक हनीमून सूट था। वो देखकर मामी चौक गई, और पूछा ये सब कब किया?
मैंने बोला कल मामा के जाने के बाद में। फिर मैंने म्यूजिक लगा दिया और उनके साथ डांस किया। वो थक गई, मैंने उन्हें गले लगा लिया, और उनके कपड़े निकलने लगा उनकी नीले रंग की सारी, नीला ब्लाउज, उनका पेटी कोट , उनकी पेंटी और ब्रा भी निकल दिए, वो बहुत शर्मा रही थी, मैंने अपने कपड़े भी निकाल दिए, और उनको गोद मैं उठा कर, रूम के बाथरूम मैं ले गया, वहाँ पर टब पहले से पानी और गुलाब से भरा हुआ था, मैंने उनको धीरे से टब मैं डाल दिया, फिर मैं भी उनके साथ बैठ गया। हम दोनों साथ मैं पानी से मस्ती करने लगे और एक दूसरे को चूमने लगे।
थोड़ी देर बाद जब मामी कम्फर्ट होने लगी, मैंने उन्हें बाथरूम के बाहर बेड के पास ले गया, और आईने के सामने खड़ा करके उनके बदन का पानी पोछने लगा, और साथ मैं उनको हर जगह चूमने लगा।
मैंने उन्हें बेड पर लेटा दिया,और उनके ऊपर आ गया, मै उनको चूमने लगा, होंठ पर, कभी उनके गाल पर, कभी उनके कान, मैंने उनके होंठ पर काट भी लिया, वो कहने लगी आराम से करो ना बहुत मज़ा आ रहा हैं।
फिर मैंने अपने कपड़ों मैं से एक कंडोम का पैकेट निकाला, मामी ने मेरे हाथ से उसे ले लिया, और मेरे लंड पर उसे लगा दिया, और फिर अपनी टांग खोलकर लेट गई। मैंने उनकी चूत पर अपने हाथ से आराम से टच किया, फिर उधर किस किया, और उंगली अंदर बाहर करने लगा, मामी तड़पने लगी। आह आह आह आह की अवाज निकलने लगी।
तभी मैंने उनके चूत मैं अपना लंड दिया, वो जोर से चिल्लाने लगी। आह आह आह।
मैं लंड आराम से निकल कर उनके ऊपर लेट गया, और फिर से जोर से अंदर डाल दिया, इस बार पूरा अंदर तक डाल दिया। उनके हॉट बदन को किस करने लगा, होठों पर चुंबन करने लगा, मम्मे दबाने लगा, मामी मेरा पूरा साथ दे रही थी।
मैं ऐसे ही चोदता रहा, पर पांच मिनट मैं ही मेरा पानी निकल गया, मामी कहने लगी कोई बात नहीं। मामी उठी और मेरा लंड चूसने लगी, चूस कर उन्होंने उसे फिर खड़ा कर दिया और फिर मैंने उनको पकड़ कर ऊपर कर लिया।
मैंने उनको होठों पर चूमने लगा उनको अपनी बाहों मे बांध लिया। मामी मेरा साथ देती रही, फिर मामी उठी और मेरे लंड पर बैठ गई और जोर से उछालने लगी।
थोड़ी देर बाद मैंने उनको अपने नीचे फिर कर लिया और उनकी चूत मारने लगा वो बस आह आह आह आह आह आह कर रही थी, मेरे हर शॉट पर वो चिल्ला देती आह आह आह, येस मेरे जान, और और और, आह आह आआआआआह।
मैंने पास मैं रखा तकिया लिया और उनकी गांड की नीचे रखा, और जोर से उनकी चूत मैं शॉट मरने लगा, उनकी चूत की वो गहराई मेरे लंड के लिए और गहरी होने लगी।
फिर ऐसे ही हम दोनों साथ में झड़ गए, मैं उनके पास मैं लेट गया और उनके सिर को अपने से लगा लिया, उनके माथे पर चुंबन करने लगा, मामी मेरा हाथ पकड़ कर मुझे किस देने लगे।
मैंने पूछा कैसा लगा उन्होंने कुछ नहीं बोला, मेरे ऊपर आ गई और मेरे होंठ पर होंठ रखकर चुंबन करने लगी । मैं उनकी गांड भी मरना चाहता था, पर वो मना करने लगी।
फिर मैंने उनको मनाया, मैंने उनको आराम से लेटा दिया, और उनके पीछे लंड डालने लगा।
वो चिल्लाने लगी, निकालो बाहर.. पर मैंने धीरे अंदर डालता रहा, फिर उनको किस करने लगा जब उनको अछा लगने लगा फिर मैंने उनको अछे से चोदा गांड मैं।
उसके बाद हम सो गए, सुबह उठे और घर चले गए। मामी कहने लगी उनको दर्द तो हुआ पर ऐसा बॉयफ्रैंड पाकर वो खुश भी बहुत हुई, मेरा हाल भी वही था, ऐसी गर्लफ्रेंड पाकर मैं तो दीवाना हो गया।
घर आकर शाम को हमने घर पर ही कैंडल लाइट डिनर किया, मामी ने अपने शादी का जोड़ा पहना मेरे लिए और रात को एक बार फिर सेक्स किया, इसबार हमने सुहागरात जैसे सेक्स किया जैसे पहली बार कर रहे हों।
हम हफ्ते भर पति पत्नी बनकर रहे, जब तक मामा नहीं आए, और घूमने भी गए हनीमून पर, दो दिन के लिए। मामाजी आ गए एक हफ्ते बाद। उसके बाद मैं और मामी अभी भी गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड बनकर रहे।
उम्मीद करता हू आपको कहानी पसंद आए, आगे क्या हुआ, हम हनीमून बना ने कहा गए, वहाँ कितना सेक्स किया, मजे किए, अगर मौका मिला तो जरूर बताऊँगा।
धन्यवाद।