पिछला भाग पढ़े:- छोटी बहन की कमरतोड़ चुदाई भाभी के भाई ने की-3
फिर तुरन्त अजय बेड से नीचे उतरा, और काजल की दोनों गोरी-गोरी टांगो को पकड़ कर बेड के कोने पर खींच लिया। फिर दोनों टांगो को चौड़ा कर दिया, और फिर बिना देर करते हुए उसने काजल की दोनों गोरी-गोरी मांसल जांघो को देख उन पर दो तीन चमाट लगाये, और फिर गांड पर दो चमाट लगाये। तो काजल की आहहहहह निकल गयी।
काजल का बदन गोरा होने की वजह से टांगों और गांड पर जहां अजय ने थप्पड़ मारा था वहां लाल हो गया। फिर अजय ने काजल के टांगो को पकड़ कर अपने कंधे पर रखा, और अपने लंड को काजल की कमसिन चूत के फांको के बीच रख कर थोड़ा सा रगड़ा। इससे काजल उत्तेजित होकर बोली, “देर मत करो, प्लीज फाड़ दो मेरी चूत”।
अजय ने ये सब बातें सुन अपने लंड के सुपाड़े को काजल की चूत पर सेट किया, और जोर का धक्का मारा। लंड 3 इंच घचाक से घुस गया। काजल का मुंह खुला रह गया और आवाज आई “उउउइइईईईई मां…… धीरे-धीरे करो”, पर अजय ने उसकी बातों को नजर अंदाज करते हुए फिर एक जोर का धक्का मारा, और हचाक से उसका आधा लंड काजल की चूत को चीरता हुआ घुस गया।
काजल चीख पड़ी और छटपटाने लगी, जैसे की कोई गर्म राड डाल दिया हो। उसकी आंखो से आंसू निकल गए, पर अजय फिर दो धक्के और जोर-जोर से मारा, तो पूरा का पूरा लंड काजल की चूत में घुस गया। काजल छटपटाने लगी और अजय को दूर करने लगी, पर अजय चार-पांच झटके में ही काजल की सील पैक चूत की झिल्ली फाड़ दिया।
झिल्ली के फटते ही काजल की चीख दो तीन गुना तेज हो गई और वो, “अरररे मम्मीईईईईई प्लीज निकालो, प्लीज छोड़ दो मुझे, प्लीज जाने दो, ओहहहहह मम्मी अहहह आह फाड़ दिया ओहहह ओहहह प्लीज छोड़ दो”, कहते हुए रो रही थी।उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे, जो काजल की आंखो पर लगे काजल को बहा कर गालों तक ले आए थे।
पर झिल्ली के फटते ही अजय को कुछ अजीब सा ठोकर लगने का एहसास हुआ था, तो वो धक्के मारना बन्द करके काजल के शान्त होने का इन्तजार कर रहा था।
उधर काजल की चूत से खून की बूंदे रिस-रिस कर बाहर आने लगी, तो अजय समझ गया कि काजल की सील टूट चुकी थी। वो मन ही मन खुश हो रहा था, क्योंकि उसने जिन्दगी की पहली चुदाई में ही सील पैक माल की चुदाई करके पहली बार सील तोड़ने का अनुभव प्राप्त किया था।
उसे खुद पर सील तोड़ने का घमंड भी होने लगा। पर खून का रिसाव बढ़ने लगा था। काजल ने चूत से जब खून निकलते देखा, तो वो और घबरा गयी और तेजी से रोने लगी और बोली, “ये क्या कर दिया तुमने?”
अजय: अरे घबराओ मत यार, आपकी चूत की सील टूटी है, इसलिए खून आ रहा है। कोई घबराने वाली बात नहीं है
काजल: नहीं छोड़ो मुझे, निकालो अपना लंड (और वो अजय को दूर करने लगी)।
अजय: अरे रूको ना।
और फिर अजय ने काजल को कस कर जकड़ लिया, और बोला, “असली मजा तो अब आएगा। सील टूटने के बाद चुदाई का असली मजा मिलता है”। और इतना कहते ही अपने लंड को थोड़ा अपनी तरफ बाहर खींच कर एक जोर का धक्का फिर से मार दिया।
अजय के लंड का आगे का हिस्सा जब काजल के चूत के हलक तक घुसा, तो अजय के टट्टे काजल की चूत के नीचे जा टकराए। लंड के घुसते ही चूत के अन्दर की लाॅक हवा निकल गई, और पुच्च की आवाज निकली तो अजय हंसने लगा। पर काजल दर्द के मारे बिन पानी के मछली की तरह तड़प रही थी, और छुड़ाने का नाकाम प्रयास कर रही थी।
फिर से तभी अजय ने एक जोर का धक्का और दिया, और फिर पुच-पुच की आवाज चूत से निकली। अजय लगातार धक्के देने लगा, तो हर झटके में चूत से पुच्च पुच्च पुच्च पुच्च फच फच फच फच की आवाज़ निकलने लगी।
कुछ ही देर में काजल का दर्द खत्म होने लगा, और वो भी अब अजय का साथ देने लगी, और सटासट-सटासट अजय का लंड अपनी चूत में लेने लगी। कुछ ही देर में दोनों की चुदाई इतनी रोमांटिक हो चुकी थी, कि उन्हें कोई आईडिया नहीं था कि दोनों कितनी आवाज निकाल रहे थे।
काजल उह आह उह आह की जोर-जोर से आवाज निकाल रही थी, और अजय का लंड काजल की चूत में जाते ही फचर फचर फचर फचर पच पच पच पच पुचपुचपुचपुच की आवाज निकाल रहा था। पूरे कमरे में मादक आवाजें निकल रही थी।
दोनों लंड और चूत देख कर ऐसे लग रहे थे कि दोनों एक-दूसरे के लिए ही बने हों, और साथ में बेड के गद्दे से हुचूर हुचुर हुचुर हुचुर की आवाज़ और अजय के हर धक्के की वजह से काजल की चूचियों का ऊपर नीचे होना अजय को और भी मस्त कर रही थी।
कुछ 10-15 मिनट में दोनों हंफर-हंफर हांफने लगे। पर दोनों खुश नजर आ रहे थे, और कुछ ही देर में अजय ने अपनी स्पीड बढ़ा दी। चूंकि दोनों पहली दफा चुदाई कर रहे थे, तो उन्हे आइडिया नहीं था कि वीर्य निकलने वाला था, और जैसा कि आपको पता है कि जब वीर्य निकलने वाला होता है तो उस वक्त मजा चरम सीमा पर होता है।
तो दोनों उस आनंद का सुख प्राप्त कर रहे थे। तभी अजय ने अपने लंड की पिचकारी काजल की चूत में छोड़ दी, और काजल के ऊपर झुक गया। पर कुछ ही सेकण्ड में अजय ने फिर दो तीन हल्के-हल्के झटके मार कर अपना पूरा गरम-गरम माल काजल की चूत में छोड़ दिया और काजल के ऊपर लेट गया। काजल को अपनी चूत में कुछ गर्म-गर्म एहसास हुआ जो कि बहुत मीठा आनन्द दे रहा था, और काजल उस आनंद का आंखे मूंद कर मजा ले रही थी।
फिर जब अजय ने अपना लंड बाहर निकाला तो उसके लंड से वीर्य की बूंदे टपक रही थी, और काजल की चूत से भी वीर्य बह रहा था। फिर कुछ ही देर में अजय का लंड फिर से तैयार हो गया, और उसने काजल को अपने ऊपर बैठने को बोला। जब काजल लंड पर अपनी चूत को सेट करके बैठी, तो दोनों एक पल के लिए अलग ही अनुभव प्राप्त कर रहे थे। फिर अजय काजल के दोनों गांड पर हाथ रख कर उसे ऊपर-नीचे करने लगा, और खुद भी धक्के देने लगा।
कुछ ही देर में रूम में फट फट फट फट की आवाज गूंजने लगी, जिसे सुन दोनों को मजा आने लगा, और कुछ ही देर में अजय थक गया तो काजल अजय के लंड पर कूद-कूद कर उछलने लगी। काजल की चूचियां बाउंसिग बाल की तरह ऊपर-नीचे उछलने लगी और तेजी से हिलोरे मारने लगी। कुछ ही देर में काजल और अजय दोनों झड़ गए, और पूरा बिस्तर दोनों को पानी से भीग गया। फिर कुछ देर बाद अजय ने काजल को कुतिया बना कर चोदा। इस दौरान दोनों पसीने से तर-बतर हो चुके थे, क्योंकि उस वक्त उन्होने ए.सी. आन नहीं किया था।
फिर उस रात दोनों ने दो बार और चुदाई की और फिर दोनों सो गए। दूसरे दिन सुबह होटल से निकलते वक्त होटल स्टाफ ने अजय को एक चिप देते हुए बोला, “वाकई सर आपने तो सच में कमर तोड़ दी चुदाई करके। खैर हमें मत भूलिएगा, और इस बार आइएगा तो मेरी भी व्यवस्था करके आइएगा”।
फिर दोनों अपने-अपने हास्टल में चले गए। काजल चलने की हालत में तो नहीं थी, इसलिए वो यही मना रही थी कि पापा आज ना आएं। और ऐसा ही हुआ, उसकी दुआ भगवान ने सुन ली, और पापा का फोन आया कि, “बेटा अगले हफ्ते आऊंगा, किसी वजह से वो काम आज नहीं हो पाएगा”। काजल भी खुश हो गई, और फिर वो अजय को फोन करके बोली कि, “मुझे बहुत दर्द हो रहा है”। तो वो शाम को दर्द की दवा और कोई क्रीम लाकर दिया चूत पर लगाने के लिए। फिर दोनों शाम को घूमने गए तो अजय ने काजल से बोला, “क्यूं ना हम दोनों लिविंग में रहें? और एक फ्लैट में साथ रहें”। तो काजल बोली कि, “सोच कर बताऊंगी”।
फिर कुछ दिनो में भैया की शादी का दिन आ गया। शादी वाले दिन उन दोनों ने प्लान बनाया, फिर दोनों ने कैसे शादी के दिन छुप कर चुदाई की, ये मेरी अगली कहानी होगी। कमेन्ट करके जरूर बताइए कि आपको स्टोरी कैसी लगी,
धन्यवाद !