पिछला भाग पढ़े:- छोटी बहन सपना की चुदाई अपने जन्मदिन पर उसके दोस्त ने की-1
सपना थक हार कर उसको मिन्नते करती है कि प्लीज छोड़ दो। पर अब विनय ये मौका अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। वो मौके का फायदा उठाते हुए अपना एक हाथ सपना की कुर्ती के अन्दर डाल कर उसकी पीठ को सहलाने लगा, और एक हाथ से गांड को ऊपर से ही दबाने लगा। आग सपना की तरफ से भड़केगी तभी मजा आएगा, ये बात विनय को अच्छी तरह से पता थी।
जैसे ही विनय पीठ सहलाना शुरू किया, सपना मदहोश होने लगी, और खुद को खोने लगी। इसी बीच विनय सपना सपना के होठों को फिर से चूमने लगा, और एक हाथ पीठ पर ऊपर-नीचे कर रहा था। वो एक हाथ से सपना के बालों में, तो कभी गर्दन पर फेर रहा था, जिससे सपना एक-दम मदहोश हो गयी। फिर अचानक से एक झटके में वो विनय की तरफ झुक गयी।
विनय को ये संकेत अच्छा लगा, और ये मौका वो अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। फिर विनय तुरन्त सपना को गोद में उठा कर बेडरूम में ले गया और सपना के ऊपर चढ़ गया, और उसको किस करने लगा। तभी प्लान के मुताबिक विनय ने बगल में लगी स्विच से लाईट बन्द कर दी, और लाईट बन्द होते ही कमरे में अंधेरा हो गया।
फिर विनय सपना के साथ मस्ती करने लगा, और सपना ने अपनी आंखें मूंद ली। पर लाईट बन्द होने का मतलब सपना कुछ समझ पाती, उससे पहले शुभम जल्दी से अन्दर आया और दो दिन पहले जो चार हिडेन कैमरे अलमारी में, शीशे में, बेड के ऊपर सामने वाले दीवार पर लगाए थे, उसकी रिकार्डिंग आन करके बाहर चला गया।
जब विनय ने कैमरे की लाईट देखी कि रिकार्डिंग आन हो गयी थी, तो उसने लाईट फिर आन कर दी और फिर सपना पर टूट पड़ा। तो सपना बोली, “यही प्यार है तुम लड़को का, मुझे पता था”। तो विनय बोला, “सच में प्यार करता हूं, पर प्यार में लोग ये सब भी करते हैं तो प्यार और बढ़ता है”।
और इतना बोल कर विनय सपना के बूब्स को कपड़े के ऊपर से ही पीने लगा। सपना बोली, “कपड़े खराब हो जाएंगे”। तो विनय बोला, “तो कपड़े निकाल दो”।
तो सपना बोली, “नहीं रहने दो, बाद में कर लेना”। विनय बोला, “प्लीज, आज मेरे जन्मदिन का तोहफा तो देदो”। इतना कह कर वो सपना के कपड़े निकालने लगा। सपना बोली, “लाईट बन्द कर दो”। विनय सपना के इशारे को समझ गया, और तुरन्त लाईट बन्द करके सपना की कुर्ती को निकाल फेंका, और फिर उस पर टूट पड़ा जैसे कोई भूखा शेर किसी हिरनी पर टूट पड़ा हो। वो सपना के जिस्म को चाटने लगा, और धीरे से अपने सारे कपड़े निकाल दिए।
फिर विनय ने सपना की नाभि पर किस किया। उसके बाद तुरन्त लाईट आन कर दी तो सपना एक-दम से चौंक गयी। क्योंकि वो अचानक से विनय को बिना कपड़ों के देखी तो वो समझ गयी आज चुदना पक्का था। फिर तुरन्त अपने दोनों हाथों से ब्रा के अन्दर छुपी पपीते जैसी चूचियों को छुपाने लगी।
पर लाईट जलने से सपना का गोरा मखमली बदन साफ दिख रहा था, जिसे देख विनय कंट्रोल नहीं कर पाया और सपना के ऊपर चढ़ गया, और सपना के अंग-अंग को चूमने लगा। उसके मुंह से तारीफ ही निकल रही थी कि, “ऐसा छरहरा बदन मैंने आज तक नहीं देखा, और ये गदराई जवानी। मैं बहुत लकी हूं जो आज सबसे पहले मैं तुम्हे चोदूंगा”।
उसके मुंह से चोदने का नाम सुन कर सपना घबरा रही थी। फिर धीरे से विनय सपना के ऊपर लेट गया, और उसे पकड़ कर अपने ऊपर कर लिया और खुद नीचे हो गया। क्योंकि वो ब्रा नामक पिंजरे में फंसी पपीते जैसी चूचियों को आजाद करना चाहता था। अब विनय सपना को किस करने लगा, और धीरे से ब्रा के हुक को खोल देता है। फिर तुरन्त सपना को पलट कर नीचे कर देता है और ब्रा को सरका कर बगल कर देता है।
इससे तुरन्त 34” के साईज की चूचियां बाहर निकल कर खुशी से झूम उठती हैं। पर जब विनय सपना की चूचियों के ऊपर की हल्के गुलाबी और भूरे रंग के निप्पल को देखता है, तो उसके खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता। वो बिना कुछ सोचे समझे उसे अपने मुंह में भर लेता है और एक बार दांत से काट लेता है। इसके साथ सपना की सिसकियां निकल जाती है, और अब तक सपना भी विनय का साथ देने लगी थी।
15 मिनट तक एक के बाद एक चूचियों को चूसने के बाद वो सपना को लंड चूसने का इशारा करता है। पर सपना मना कर देती है। वो सपना को मनाता है पर वो नहीं मानती। तो विनय सपना के जिस्म को चूमते हुए नीचे जाता है और सपना की बुर को चाटना शुरू कर देता है। फिर जीभ से उसे चोदने लगता है। तब तक सपना उत्तेजित होने लगती है। तभी विनय उसके ऊपर उल्टा लेट जाता है ताकि 69 का पोजीशन बन सके।
फिर जैसे सपना झड़ने वाली होती है, वो सब कुछ भूल कर अपने स्खलन का मजा लेती रहती है। तभी विनय अपना लंड सपना के मुंह में डाल देता है, और सपना की चूत से निकले पानी को पीने लगता है। इधर अब सपना भी मस्त होकर भूल जाती है कि वो विनय का लंड चूस रही थी, और लंड को 10 मिनट चूसती है।
अब तक सपना विनय से खुल गयी थी। वो विनय से बोली, “अब चोद भी दो यार, कितना तड़पाओगे?” इतना सुनते ही तुरन्त विनय उठा और सपना के दोनों पैरों को अपने कंधे पर उठाया, और सपना की गांड के नीचे तकिया रख दिया। फिर अपने 8 इंच लम्बे और 3 इंच मोटे लंड को सपना की बुर की फांकों के बीच में सेट किया, और हल्का सा दबाया। पर लंड फिसल गया। उसने फिर से सेट करके थोड़ी तेज से दबाया और 2 इंच करीब लंड घुस गया।
सपना की आह निकल गयी और वो चिल्लाने लगी और निकालने को बोली। पर विनय अब कहां निकालने वाला था। वो कुछ महीनों से जिस छेद के लिए पागल था, उस छेद में घुसने के बाद बिना उसमें झंडा गाड़े कहां रूकने वाला था। सपना फिर रूकने को बोली, पर विनय को तो मजा आ रहा था, और वो अपनी स्पीड बढ़ाता जा रहा था। फिर अचानक से एक झटके में अपना पूरा लंड सपना की बुर में पेल दिया। वो खुश हो रहा था कि उसने शायद सील तोड़ दी। पर उसे क्या पता कि सपना की सील उसके बड़े भैया ने पिछले साल जयपुर में ही तोड़ दी थी।
जब विनय ने अपना लंड सपना की बुर से निकाला, तो उसे पता चला कि सपना की सील कोई और तोड़ चुका था। और जब विनय ने पूछा तो सपना बताई कि, “पिछले साल हम घूमने गए थे, तो वहीं पर मेरे भैया ने मेरी सील तोड़ी थी। हम दोनों बहुत रोमांस किए थे। तभी से मेरा फिगर एक-दम जबरदस्त हो गया है”।
इतना सब सुनते ही मानो जैसे विनय के शरीर में खून ही नहीं था, और वो गुस्से में अपनी स्पीड बढ़ा दिया। वो सपना को तेजी से धक्के मारना शुरू कर दिया। धक्के इतने तेज थे कि सपना की चूचियां ऊपर-नीचे बाउंस कर रही थी। फिर अचानक से विनय ने सपना को गोद में उठा लिया, और सपना को चोदना जारी रखा। पूरे कमरे में बस फच फच फच फच फचर फचर फट फट फट चट चट चट की आवाजें आ रही थी और इधर सपना भी उई आहा, उई मां मर गयी, प्लीज-प्लीज-प्लीज, फक मी फक मी फक मी ओह माई गाड फक मी प्लीज की आवाजों में चिल्ला रही थी।
करीब 20 मिनट चुदाई करने के बाद सपना झड़ गयी, और फिर कुछ मिनट बाद ही विनय ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और सपना से बिना कुछ पूंछे अपना लंड सपना की बच्चेदानी तक घुसा कर पूरा वीर्य सपना की बुर में भर दिया। जब सपना को कुछ गर्म-गर्म एहसास हुआ तो वो विनय से बोली, “ये क्या कर दिए तुम?” तो विनय बोला, “सारी यार कंट्रोल नहीं हुआ”, और फिर सपना के ऊपर ही निढाल होकर लेट गया। सपना की आंखों में आंसू थे, पर चेहरे पर संतुष्टि झलक रही थी।
कुछ देर बाद विनय का लंड फिर से तैयार हो गया। शायद अभी लंड की प्यास बुझी नहीं थी। फिर विनय ने सपना को पेट के बल लेटने को बोला, तो सपना बोली, “बाद में कर लेंगे ना, दर्द हो रहा है बहुत”। पर विनय गुस्से में था। वो तुरन्त सपना को पकड़ कर किस करने लगा, और सपना को फिर मदहोश करने लगा, तांकि सपना उसका साथ दे। क्योंकि मजा तभी आता है, जब सामने वाला साथ दे रहा हो।
दस मिनट किस करने के बाद सपना फिर खोने लगी थी। फिर विनय ने तुरन्त सपना को कुतिया बना दिया, और उसके पीछे कुत्ते की तरह चिपक गया। उसने अपना लंड सपना की चूत पर सेट करके एक जोर का धक्का दिया और लंड पकाक की आवाज करता हुआ अन्दर घुस गया।
सपना की आह निकल गयी क्योंकि लंड भी अब अपनी पहचान छोड़ रहा था, क्योंकि 8 इंच पूरा जो घुस रहा था। धीरे-धीरे विनय ने अपनी फुल स्पीड बढ़ा दी। जैसे-जैसे लंड अंदर जाता, सपना की आह निकल जाती और उहआह उहआह. उहआह उहआह की आवाज निकल जाती। सपना की गांड से जब भी विनय का जांघ टकराता और विनय का लंड चूत में घुसता तो चटचट चटचट पटपट पटपट की आवाज निकलती, और पूरे कमरे मे कामवासना से भरी आवाज गूंज रही थी।
सपना को कुतिया बना कर चोदते समय विनय सपना की गांड पर हाथ से पट पट चट चट मार भी रहा था। इससे सपना सिसक जाती। पर करती भी तो क्या? अब तो चुदना ही था, और कोई रास्ता भी तो नहीं था। विनय के आंड सपना की चूत के नीचे झूम रहे थे, और सपना की चूचियां ऐसे उछल रही थी जैसे की कोई झकझोर रहा हो। पर इन सबके पीछे विनय की चुदाई की स्पीड ही थी।
करीब 15 मिनट चोदने के बाद विनय ने फिर से एक जबरदस्त झटका दिया, और सपना फिसल कर कुतिया की पोजीशन से बिस्तर पर लेट गयी। वो फिर से अपना माल चूत में गिराकर सपना के ऊपर लेट गया। पर चूत में माल भरे होने के कारण वीर्य रिस-रिस करने लगा। वो दोनों थक गए थे, पर दोनो खुश थे।
20 मिनट बाद जब सपना उठने लगी, तो विनय ने फिर से सपना का हाथ पकड़ लिया। तो सपना बोली, “क्या हुआ, अब क्या है?”
तो विनय ने इशारे में दिखाया कि ये फिर तैयार है। तो सपना बोली, “अब नहीं होगा मुझसे”, और वो बाथरूम की तरफ जाने लगी। पर जैसे ही वो उठ कर बाथरूम का दरवाजा खोली, विनय ने तुरन्त पीछे से सपना को दबोच लिया और अपने दोनों हाथों से सपना की बड़ी-बड़ी चूचियों को मसलने लगा। वो सपना से चिपक कर पीछे से गर्दन पर किस करने लगा।
तभी सपना अचानक से मुड़ गयी और सपना अपने हाथों से विनय के लंड को मसल दी और बोली, “अगर तुम अभी भी नहीं थके हो, तो लेलो। पर एक शर्त पर, अब तुम्हें अपना हाथ नहीं लगाना है। अगर लंड को चूत चाहिए तो वो खुद ही छेद ढूंढे।क्योंकि खड़े होने पर थोड़ी मुश्किल होती है अगर लंड एक दम टाईट होकर खड़ा नहीं है”।
विनय ने शर्त मान ली। फिर विनय ने सपना को पलट कर घोड़ी बनाया, और 1 मिनट की मेहनत के बाद लंड ने अपना छेद ढूंढ कर उसमें खुदाई शुरू कर दी। अब विनय सपना के दोनों बूब्स अपने दोनों हाथों से मसल रहा था, और सपना को शीशे के सामने लाकर दस मिनट चुदाई की।
अब तक सपना की चूत एक-दम लाल हो गई थी, पर कुछ देर चुदाई करने के बाद सपना और विनय एक साथ झड़ गए। अब दोनों थक गए, और रात के 2 भी बजने वाले थे। अब सपना को उसके अपार्टमेंट तक छोड़ने भी नहीं जाना था। दोनों एक ही बेड पर सो गए।
सपना की जवानी को लूटने के चक्कर में विनय ये भी भूल गया था कि उसने मेन दरवाजा अन्दर से लाक ही नहीं किया था, शुभम ही बाहर से बन्द करके चला गया था।
जब सुबह हुई तो दोनो नंगे ही पड़े थे, और जब शुभम आया तो दोनों एक-दूसरे से चिपक कर बिना कपड़ों के सोए थे।शुभम ने मौके का फायदा उठा कर वीडियो भी बना ली और फोटो भी क्लिक कर लिया भविष्य के लिए।
फिर शुभम ने विनय को ना जगा कर पहले सपना को जगाया, तांकि सपना को पता चल जाए कि शुभम ने उसे देख लिया था।जब सपना की आंख खुली और वो अंगड़ाई लेने लगी, तो शुभम को देख कर सपना खुद को छुपाने का प्रयास करने लगी। पर शुभम ने सब कुछ देख ही लिया था। शुभम मुस्कुरा कर बोला, “रात कैसी बीती सपना रानी?” तो वो कुछ बोलती उससे पहले वो अपने कपड़े पहनी, और उसके सामने हाथ जोड़ने लगी कि किसी को बताना मत प्लीज। तो फिर शुभम ने बोला, “एक ही शर्त पर”।
तो सपना बोली, “क्या?” फिर शुभम ने बोला, “वक्त आने पर बता दूंगा”। और फिर उसने विनय को भी जगाया। फिर तीनों चाय पिए और शुभम कालेज के लिए बोला तो सपना ने मना कर दिया और विनय भी मना कर दिया। फिर शुभम अकेले कालेज गया। इधर सपना की चूत में सूजन आ गयी थी, और वो लंगड़ा कर चल रही थी।
उधर विनय अपने सपनों की रानी सपना को अपने सपनों से विस्तर पर ले आया था, और सपना को चोद कर अपने सपनों को तो पूरा ही किया ही, ऊपर से उस चुदाई की वीडियोग्राफी भी कर डाली थी।
पर वीडियोग्राफी की बात सपना को तब तक नहीं पता चल पाई, जब तक कि वो तीन-चार बार विनय से चुद नहीं गयी। उसके बाद जब शुभम ने सपना को चुपके से बताया कि विनय केवल तुम्हारा इस्तेमाल कर रहा है और जब तक सपना को पता चला कि विनय धोखा दे रहा था। तब तक शुभम ने अपनी जगह सपना के दिल में बना ली। फिर एक दिन सपना के जन्मदिन पर फिर शुभम ने भी अपनी मन की मुराद पूरी की। पर ये कहानी मेरी अगली रहेगी, कि कैसे उसने सपना को बताया कि विनय धोखा दे रहा था, और कैसे शुभम ने अपनी जगह सपना के दिल में बनाई।