दोस्तो मैं रॉनी 28 साल का नौजवान हूँ। मेरा लंड ६ इंच लंबा और मोटाई ३ इंच की अच्छी ख़ासी है जो किसी की लड़की या औरत को सन्तुस्ट कर सकता है।
अब तक मैं ४ चुतो की सील खोल चुका हूँ और वर्जिन लड़किया मुझसे बहुत खुश रही क्यूंकी मैं बहुत प्यार से उनको समझते हुए संबंध बनाना पसंद करता हूँ। जो भी मुझसे एक बार चुद्वा लेती है उसे बार बार चुद्वाने का मन करता है, क्यूंकी स्त्री को खुशी देने मे ही मेरी खुशी रहती है।
खैर अब मैं आज आपको अपनी हिन्दी सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ। ये मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड सोनी की पहली चुदाई की कहानी है। सोनी और मैं साथ पढ़ते थे और धीरे धीरे हमारी दोस्ती हो गयी। सोनी ३६-२८-३६ के मस्त हॉट फिगर की मालकिन थी।
दोस्ती कब प्यार मे बदल गयी ये पता ही नही चला। मैं और वो कभी कभी पार्क मे जाके एक दूसरे एक साथ समय बीतते थे एक दिन बातो बातो मे ही मैने उसे “आई लव यू” बोल दिया और उसने भी हा कर दिया…
फिर मैं उसे किस करने लगा। उसके होटबहुत ही रसीले थे किस करते करते मैं धीरे से उसके बूब्स पर हाथ रख दिया। पहले तो उसे माना किया पर मैने जब प्यार से मनाया तो मान गयी।
हम इसी तरह अक्सर मिलते रहे और 1 महीने ऐसे चलने के बाद मैं उसे चोद्ने के मौके देखने लगा। बड़ी मुश्किल से एक दोस्त से कमरे का जुगाड़ हुआ। फिर मैंने दिन सोनी के साथ मूवी देखने जाने का प्लान बनाया।
मैंने एक अंग्रेजी हॉट मूवी के लिए कार्नर की दो सीट का टिकट ले लिया। हम मूवी एन्जॉय ही कर रहे थे की बीच में कुछ किसिंग सीन्स आये जिसको देख कर हम दोनों का ही किसिंग का मैं होने लगा। मैंने उसको अपनी बाहों में जकड़ लिया और लिपलॉक करने लगा।
वो किसिंग में मदहोश होगयी और मैंने मौका का फ़ायदा उठाते हुए करते करते उसकी चूत कपड़ो के ऊपर से ही सहलाने लगा। उसको बहुत अच्छा लगा और मुझसे चिपक गयी।
फिर मैंने धीरे से उसकी सलवार में हाथ डालना चाहा तो उसने हाथ पकड़ लिया और मना करने लगी। पर तब तक वो बहुत गरम हो चुकी थी तो मैंने कहा की चलो रूम चलते है। उसने तुरंत मना कर दिया फिर मैंने उसे गुस्से का दिखावा करते हुए कहा कि तुम मूवी देखो मैं जा रहा हूँ।
वो समझ गयी की मुझे अच्छा नहीं लगा तो वो साथ चलने को मान गयी। मैं तुरंत उसको बाइक पर लेके दोस्त के रूम पर ले गया। आपको बता दूँ की दोस्त से चाभी मैंने पहले ही ले लिया था और उसको बोल दिया था की आज वो कहीं बाहर चला जाये और शाम से पहले न आये।
फिर हम कमरे पर पहुंचे और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। क्यूंकि मुझे पहले से पता था की वो सील बंद चूत वाली लड़की है इसलिए मैंने कोई जल्दबाजी नहीं किया और उसके पास बैठ के थोड़ी देर प्यार भरी बाते किया, उसको फूल और चॉक्लेट गिफ्ट किया और गले लगा कर लव यू कहा।
वो भी धीरे धीरे सहज होके मुझसे चिपक गयी। मैं उसकी पीठ सहलाने लगा और धीरे धीरे गले पर किस करने लगा। गले पर किस करते हुए मैं धीरे धीरे हाथो से उसके चूतड़ों को सहलाने लगा।
कभी उसके कानों पर किस कभी गालो पर। कभी माथे पर किस और हाथो को चूतड़ों से लेकर पूरी पीठ सहलता रहा। धीरे धीरे उसे बहुत अच्छा लगने लगा। उसके होठो को मैंने २-३ मिनट लगातार किस किया मुआअह्ह्ह्हह्ह्ह्हह मुआअह्ह्ह्हह।
वो उस टाइम सलवार कुर्ते में थी और मैंने आहिस्ता आहिस्ता उसके कुर्ते को ऊपर उठाया , उसने भी हाथ ऊपर उठा कर मेरा सहयोग किया। कुर्ते के उतारते ही मैं उसे देखते ही पागल सा होगया। उसके गोर जिस्म पर काली ब्रा कहर धा रही थी और वो बिलकुल क़यामत लग रही थी।
उसने जैसे अपने दोनों हाथो से ब्रा को छुपाने का प्रयास किया तो मैंने उसको गले लगा लिया और हाथो से पीठ सहला कानो पर किस किया….. कानो को बहुत देर चूसा और गर्दन के पास किस की बौछार कर दिया। उसको पलट कर पीठ पर किस किया खूब।
वो गरम होने लगी तो हम दोनों बिस्तर पर लेट और एक दूसरे से चिपक लगे। मैंने उसके होंठो को चूसते हुए उसकी सलवार में हाथ डाल के चूत के आसपास सहलाने लगा। उसकी साँसे तेज होने लगी और आंखे बंद करके आआह्ह्ह्हह आअह्ह्ह्हह करने लगी।
उसी टाइम मैंने किस करते हुए पेट पर आ गया और फिर धीरे से उसकी सलवार के ऊपर से ही चुत पर किस कर किया। उसे बहुत अच्छा लग रहा था और इसी माहौल में मैंने उसकी सलवार निकल के अलग कर दिया।
उसके गोरे जिस्म पर काली ब्रा और पैंटी किसी को भी पागल कर दे,,,, मैं तुरंत उसके ऊपर आ गया और किस करने लगा कभी होंटो पर कभी गालो पर मुआअह्हह्ह्ह्ह मउऊउउआहहहहहह। वो भी गरम हो गयी थी और किस करने लगी मेरे बालो को सहलाने लगी और इसी बीच मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और अलग फेक दिया।
वो शर्म के मारे अपने बूब्स को छुपाने लगी तो मैंने हाथ पकड़ के उसके बूब्स को चूसने लगा कभी दाया तो कभी बायां। उसके मस्त बूब्स को चूसते हुए मेरा लौड़ा खड़ा होगया और मैं उसको सर से लेके पाँव तक चूम रहा था।
उसके पेट से चूमते हुए जैसे मैं पैंटी के ऊपर से उसकी चुत को चुंबा वो सीत्कार मारने लगी। आअह्ह्ह्हह्हह जल्दी करो कुछ हो रहा है मुझे आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह्ह मैंने धीरे से उसकी पैंटी टांगो से निकाल दिया।
अब वो पूरी नंगी लेती थी और मैं उसकी जांघो को चूमने लगा। चूमते और चाटते हुए उसके बुर के आसपास जाता और उसकी आहे तेज होती जाती। मेरा लौड़ा पत्थर होगया था इसलिए मैंने तुरंत अपने टी शर्ट, जीन्स, अंडरवियर सब उतार के फेक दिया और कभी उसके बूब्स चूसता कभी पेट कभी जाँघे कभी पीठ।
वो बहुत ही गर्म हो गयी थी फिर भी में उसकी चुत नहीं चूसी। वो कहने लगी रॉनी जल्दी से कुछ करो रहा नहीं जाता। मैंने अपना लंड चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया पर थोड़ा मनाने पर मान गयी।
मैंने अपना ६ इंच का लौड़ा उसके मुँह में दिया। आअह्हह्ह्ह्ह जो आनंद मिला वो बताया नहीं जा सकता।। फिर हम दोनों ६९ पोजीशन में आ गए मैं उसकी चुत चाट रहा था और वो मेरा लंड। चुत मैं तेजी से चाटते हुए क्लाइटोरिस को भी सहला रहा था जिससे उसकी आहे बढ़ती जा रही थी। आअह्ह्ह्ह आअह्हह्ह्ह्ह पूरा चुदाईमय माहौल हो गया।
जब लगा की अब कण्ट्रोल करना मुश्किल हो गया तो मैं उसके ऊपर आ गया और पूछा- जानेमन कुछ करे। .. तो उसने कहा की मुझे डर लग रहा दर्द होगा बहुत। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
तो मैंने उसके माथे पर चूमते हुए कहा की अरे जब मैं हूँ तो काहे का डर है, बहुत आराम से करूँगा लव यू बेबी। उसने आखों से सहमति दिखाई। मैंने लंड से उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया कभी क्लाइटोरिस को सहलाता तो कभी चुत के मुँह पर सुपारे से ऊपर निचे करता।
उससे रहा नहीं गया और गुस्से में बोली की जल्दी से घुसा दो अब क्या कल का इंतजार कर रहे। उसकी बात सुनते ही मुझे हंसी आयी और मैं कमर पकड़ के एक जोरदार धक्का दे दिया और मेरा आधा लंड उसकी बुर के अंदर घुसा गया।
वो अचानक हुए इस काम से जोर से चिल्लाने लगी हाय मार डाला। प्लीज निकाल लो बहुत दर्द हो रहा, मैंने उसी जगह रुक के प्यार से उसको किस किया और होठों को चूसने लगा और बूब्स दबाने लगा।
धीरे धीरे उसका दर्द काम हुआ तो मैंने एक झटके में पूरा लंड उसकी बुर के अंदर डाल दिया तो पकककक की आवाज लंड सील तोड़ता हुआ अंदर घुस गया।
वो तड़प उठी और छटपटाने लगी, मैंने भी उसका ध्यान बताने के लिए एक हाथ से बूब्स को कसकर सहलाना शुरू कर दिया और होठो को तेजिब से चूसने लगा और दूसरे हाथ से क्लाइटोरिस को धीरे धीरे सहलाता रहा।
२-३ मिनट में उसका दर्द काम हो गया और उसे अच्छा लगने लगा। मैं भी धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करने लगा और दोनों को आनंद की असीम अनुभूति होने लगी।
पहले धीरे धीरे धक्के लगायें फिर जब वो निचे से कमर हिला के मेरा साथ देने लगी तो मैं समझ गया की अब मस्त होने लगी है। मैंने स्पीड बड़ा दिया और तेजी से लंड बुर के अंदर बाहर करने लगा।
वो तेज तेज सिसकारियाँ लेने लगी – आआअह्हह्ह्ह्ह आआअह्हह्ह्ह्हह रॉनी और तेज आआह्ह्ह्हह्ह। उसकी बुर पानी छोड रही थी बहुत तो लंड सटा सट अंदर बाहर होने लगा। मैं उसके ऊपर लेट के तेजी से धक्के मारता रहा और साथ में उसकी क्लाइटोरिस को सहलाता रहा।
दोस्तों लड़की को चोदते समय उसकी क्लाइटोरिस को सहलाते रहना चाहिए उससे उसको बहुत ज्यादा मजा आता है। आअह्हह्ह्ह्ह आअह्हह्ह्ह्ह आअह्हह्ह्ह्ह आआअह्हह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह्ह उसकी आंहे तेज होती जा रही थी और मेरी स्पीड।
मुझे लगा की मैं झड़ सकता हूँ तो मैंने लंड को बुर से निकाल लिया। उस पर थोड़ा खून लगा था जो सील खोलने की निशानी बयां कर रहा था। फिर मैं नीचे आ गया और उसको लंड के ऊपर बैठे को कहा। वो भी कामुकता के रस में डूबी हुई झट्ट से ऊपर आकर बैठ गयी और लंड अंदर बाहर होने लगा।
१०-१२ मिनट ऐसे ही चलता रहा। उसके उछलते हुए बूब्स बहुत ही आकर्षक लग रहे थे। फिर मैंने उसको डॉगी स्टाइल में करके पीछे से लंड उसकी बुर में डाल दिया और सटा सट अंदर बाहर करने लगा।
वो आआअह्ह्ह्हह आआह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह्हह आआह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह कर रही थी और उसकी बुर के पानी छोड़ने की वजह से चट चट पट पट चट चट पट पट चट चट पट पट चट चट पट पट चट चट पट पट की आवाजे आ रही थी।
मैं पुरे जोश में उसकी बुर बजा रहा था ऐसा लग रहा था मानो लंड हमेशा खड़ा रहे और मैं उसकी कोमल रस भरी बुर बजाता रहूं। आअह्ह्ह्हह आह्ह्ह्हह्ह आअह्ह्ह्हह आअह्ह्ह्हह चट चट पट पट चट चट पट पट चट चट पट चट चट पट पट चट चट पट पट का मधुर संगीत में मंत्रमुग्ध दोनों लोग मस्ती में झूमते हुए वो झड़ गयी।
मैं भी तुरंत उसको नीचे लेता के ऊपर आ गया और आंधी की तरह तेजी से चोदने लगा। उसकी बुर चटा चट बज रही थी और मैं धक्के लगाते लगाते उसकी बुर में ही झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया। आअह्ह्ह्हह्हह आह्ह्ह्हह मैंने उसके होठो को चूमा और उसको धन्यवाद् दिया।
उसने कहा – ” रॉनी मजा गया , तुम बहुत ही मस्त चोदते हो। थैंक यू वैरी मच फॉर ब्यूटीफुल मोमेंट्स।
हम एक दूसरे से चिपके रहे थोड़ी देर और १ घंटे की मस्ती की थकान से नींद आ गयी और लंड को बुर में डालें हुए ही सो गया। फिर थोड़ी देर में उठे और फिर एक दूसरे के लंड बुर को साफ़ किया। मैंने बुर को किस करके धन्यवाद् दिया और फिर सोनी को गले लगाया।
फिर हम दोनों की चुदाई का ये सिलसिला अक्सर होने लगा और वो भी मेरे लंड की दीवानी हो गयी और अक्सर लंड बुर का खेल होने लगा। उसकी बुर को चोद चोद मैंने भोसड़ा बना दिया और उसके बूब्स को और तंदुरस्त कर दिया ।
आशा करता हूँ आपको कहानी पसंद आयी होगी। आप अपने विचार मेल करे। मेरी मेल आई डी है “whynojob@gmail.com”. लड़कियों, और औरतों से अनुरोध है की आप मेल करके अपने विचार दे इस कहानी पर, जिन्हे मुझसे दोस्ती करना हो वो भी संपर्क करे, गोपनीयता का मैं विश्वास दिलाता हूँ आप सभी को, इसलिए सेवा का अवसर प्रदान करके अनुग्रहित करे। धन्यवाद्।