नवम्बर का महीना था और शाम को काफी ठंड हो रही थी। उस समय सूरज अपने मोबाइल में फेसबुक चलाने में बिजी था, उसकी फेसबुक पर दीपिका नाम से फ्रेंड रेकेस्ट्स आयी थी।
उसने उस टाइम उस पर ध्यान नही दिया, वैसे तो सूरज काफी खुश मिजाज लड़का था। उसकी उम्र करीब 26 साल थी, और उसके घर में वो और उसकी मम्मी थी।
उसके पापा उसकी मम्मी को बचपन में ही छोड़ कर चले गए थे, उसकी एक बहन भी थी जिसकी अब शादी हो चुकी थी। वो कहते है ना जब किसी की जिंदगी में कुछ बड़ा होने वाला होता है, तो उससे पहले उसकी जिंदगी बड़ी शांत हो जाती है।
यही सूरज के साथ हुआ, सूरज की जिंदगी काफी अच्छी थी सूरज पुलिस में सरकारी नॉकरी पर था।
अब मैं कहानी पर आता हूँ, सूरज ने दीपिका की फ्रेंड रेकएस्टेड को कंफर्म कर दिया। फिर पता नही सूरज को क्या हुआ, उसके बाद उसने तुरंत ही दीपिका को हेलो का मेसेज कर दिया।
उधर से भी तुरंत हेलो का जवाब आया और कुछ दिन ये सब चलता रहा। फिर पता नही क्यों सूरज को दीपिका को बिना देखे ही उससे प्यार हो गया।
अब जब तक वो दीपिका से बात नही कर लेता था, तब तक उसका मन किसी काम में नही लगता था। एक दिन सूरज ने अपने दिल की बात दीपिका को बता दी, अपनी बात बताने के बाद दीपिका ने जो बताया उससे सूरज पूरा हिल गया।
दीपिका ने बताया कि उसकी शादी हो चुकी है, और उसके एक 4 साल का लड़का भी है। ये सुन कर सूरज को विश्वास नही हुआ, उसके बाद से सूरज काफी परेशान रहने लग गया।
अब उसने दीपिका से बात करना काम कर दिया, एक दिन दीपिका ने सूरज से पूछा, कि अब तुम मुझसे कम बात क्यों करते हो?
तो सूरज बोला – मुझे तुमसे प्यार हो गया है, और वो भी बिना देखे। ये मेरा सच्चा पयार है, दीपिका अब मैं तुम्हारे बिना नही रह सकता। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, क्या तुम मेरे प्यार को कबूल करोगी?
उस समय दीपिका कुछ नही बोली, और उसने बाय बोल कर फ़ोन रख दिया। फिर 3 दिन तक उसका कोई फ़ोन नही आया, और तीसरे दिन दीपिका के फ़ोन आया तो सूरज खुश हो गया।
दीपिका – सूरज मेरी शादी हो चुकी है, लेकिन मुझे भी तुमसे तुम्हारी बातो से मुझको पयार हो गया है। शायद मैं भी अब तुम्हारे बिना नही रह पाउंगी। तुम कितने सच्चे हो, कि तुमने मुझे आज तक नही देखा और मुझसे प्यार कर लिया।
मै आज तुमको अपनी पिक्चर सेंड कर रही हूँ, मुझे देख कर बताओ कि तुम्हारी दीपिका कैसी है?
फिर थोड़ी देर बाद दीपिका ने अपनी फ़ोटो सूरज को सेंड कर दी। सूरज उसको देखते ही रह गया, उसका गोल चेहरा एक दम गोरा रंग जैसे अभी दूध से नहाकर आयी हो।
उसकी बड़ी बड़ी हिरण जैसी आंखे, मानो सूरज को तो सब कुछ मिल गया था। अब बात करते करते काफी टाइम हो गया था, तो सूरज ने दीपिका से कहा।
सूरज – मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ।
दीपिका – मिलना तो मैं भी तुमसे चाहती हूँ, पर कैसे हम दोनो कितनी दूर रहते है।
फिर दोने ने निर्णय लिया कि सूरज दीपिका के शहर आ जायेगा, और वहाँ उससे मिलकर वो आ जायेगा। सूरज अब अपनी मेहबूबा से मिलने अपनी कार में निकल पड़ा।
उसने दीपिका के शहर में जाकर कार रोकी और दीपिका को फ़ोन कर बताया कि वो उस जगह आ जाये। थोड़ी देर में दीपिका आयी और वो दीपिका को देखता ही रह गया।
वो गुलाबी रंग की साड़ी पहन कर आई थी, जब बार बार उसके बाल हवा से उड़ते हुए उसके सामने आ रहे थे। तब वो स्वर्ग की अप्सरा को भी फैल कर रही थी।
वो जल्दी से आई और कार में बैठ गयी, फिर सूरज ने कार चला दी। दोनो को अब बस एक ऐसी जगह चाहिए थी, जहाँ उन दोनों के अलावा और कोई न हो।
और ऐसी जगह उस छोटे शहर में कहीं नही थी। वो दोनों पास में ही दूसरे शहर में गए, और सूरज दीपिका से बोला – चलो होटल में चलते है वहाँ हम दोनो अकेले में रह सकते है।
पहले तो दीपिका इस बात के लिए तैयार नही हुई, पर सूरज की जिद के आगे उसकी एक न चली। फिर वो दोनों कालड़ी से एक बड़े होटल में गए, और एक रूम ले लिया।
वहाँ सूरज ने होटल वालो को दीपिका को अपनी वाइफ बताया, तो उन्हें रूम मिलने में कोई दिक्कत नही हुई, दोनो रूम में गए रूम का गेट लॉक कर दिया।
सूरज ने तुरंत दीपिका को अपने गले लगा लिया, इसके लिए दीपिका तैयार नही थी और वो सूरज से बोली – क्या कर रहे हो?
सूरज – अपनी जान को गले लगा रहा हूँ।
दीपिका – नही ये सब ठीक नही है, तुम जानते हो कि मेरी शादी हो चुकी है।
सूरज – ठीक है मैं आज तुमसे अभी और इसी टाइम शादी करूँगा।
इतना बोलकर उसने अपने अंगूठे को चाकू से काट कर, दीपिका की मांग को अपने खून से भर दिया। ये देख कर दीपिका एक दम चौक गयी, और सूरज के गाल पर उसने एक झापड़ मार दिया।
दीपिका – ये तुमने क्या किया, कितना खून निकल रहा है।
सूरज – ये दर्द उस दर्द के सामने कुछ भी नही है, जो तुमसे दूर रहने का है।
ये सुन कर दीपिका सूरज से कसकर लिपट गयी, और वो रोने लग गयी। सूरज ने उसको शांत किया, और उसे अपने पास बैठा लिया। वो घंटो एक दूसरे की बाहों में प्यार भरी बातें करते रहे।
फिर पता नही सूरज को क्या हुआ, या ये कहिये कि काम शक्ति सूरज पर हावी हो गयी थी। उसने दीपिका के गाल पर किस कर दिया, दीपिका कुछ नही बोली।
सूरज ने उसको सोफे पर से अपनी गोद में उठाया, और बैड पर लेटा दिया। वो खुद उसके पास आकर बैठ गया, और दीपिका से बोला।
सूरज – जान मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, और तुम्हारे बिना नही रह सकूँगा।
इससे आगे की कहानी आपको मैं इस कहानी के अगले भाग में बतुंगा।