फीमेल बेस्टी की जबरदस्त चुदाई-1 (Female Bestie Ki Zabardast Chudai-1)

नमस्कार दोस्तों, मैं राजा बाबू लखनऊ उत्तर प्रदेश से। ये सेक्स कहानी मेरे और मेरी फीमेल बेस्टी मुस्कान (बदला हुआ नाम) की है, जिसकी चुदाई मैंने उसके एग्जाम की रात को होटल में की। आते हैं कहानी पर।

मैं राजा बाबू। मेरी उम्र 24 साल है। मैं लखनऊ में एक सरकारी नौकरी में कार्यरत हूं। ये कहानी आज से 3 साल पहले की है। मेरी एक बेस्ट फ्रेंड जिसका नाम मुस्कान है, हम दोनों कॉलेज में मिले थे, और दोनों की अच्छी दोस्ती हो गयी थी। मैंने उसकी कई बार मदद भी की थी, जिससे हमारी अच्छी बनती थी। मुस्कान बहुत ही सुंदर थी। पतली कमर थी, 30″ के उसके बूब्स थे। कुल मिला कर बहुत ही मस्त और हॉट लगती थी।

एक बार दिसंबर के महीने में उसका एक पेपर था, जो दिल्ली में था। उसने मुझसे बोला कि पेपर दिला लाओ। क्योंकि मैं कार से ही ज्यादातर चलता था, तो उसे कार से लेकर चलने की बात हो गयी। एग्जाम के 2 दिन पहले निकलना था हम लोगों को। मैंने उसको घर से पिक किया।

जैसे ही वो कार में आई, उस दिन क्या कमाल लग रही थी। उसने टीशर्ट और जीन्स पहना था। क्योंकि दिसंबर था, तो ठंड बहुत थी। तो उसने जैकेट भी पहन रखा था। उसके 30″ के साइज के बूब्स गुलाब की पंखुड़ी जैसे थे। उसके मस्त होंठ जिन पर हल्की लाल लिपस्टिक एक-दम कयामत लग रही थी। उसको देखते ही मन किया कि किस्स कर लूं। लेकिन खुद को संभाला। फिर उसे आगे बगल में बिठा कर निकल गए दिल्ली के लिए।

उसको देख-देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था। वो भी अपने होंठों को जीभ से चाट कर उकसाने का काम कर रही थी। वो बार-बार ऐसा कर रही थी, जिससे मेरा लंड खड़ा हो चुका था, और मेरी नज़र बार-बार उसके होंठो पर और उसके बूब्स पर जा रही थी। मुझे बार-बार अपने लंड को एडजस्ट करना पड़ रहा था। मेरे लंड की लंबाई 8 इंच और मोटाई 3 इंच है। बार-बार एडजस्ट करने से उसे इस बात का अंदाजा हो गया था। फिर उसने उकसाने के लिए अपने बाल भी खोल लिए, जिसमें वो और भी कमाल लग रही थी।

उसने जैकेट पहन रखा था‌। अचानक मुझे एक आईडिया आया, और मैंने कार के हीटर का तापमान बढ़ा दिया। उसको गर्मी लगी, तो थोड़ी देर बाद उसने अपने जैकेट को निकाल दिया। अब उसके बूब्स टीशर्ट के ऊपर से दिख रहे थे, और बार-बार मेरी नजर जा रही थी। ये बात उसने नोटिस की और पूछी, “क्या देख रहे हो?” मैंने कहा, “आज तो तुम बहुत मस्त लग रही हो।” वो थोड़ा शर्मा गयी और हंसते हुए बोली, “मैं तो हमेशा से ऐसी थी, तुमने ही पहली बार देखा लगता है।”

क्योंकि हम दोनों अच्छे दोस्त थे, तो एक-दूसरे से फ़्लर्ट करते रहते थे। कार चलाते-चलाते बहुत टाईम हो गया, और रात के 8 बजने को हुए। हम लोग मेरठ के थोड़ा आगे थे। कोहरा पड़ने की वजह से कार चलाने में दिक्कत हो रही थी, तो मैंने कहा, “क्यों ना आज मेरठ में ही रुक जाते हैं?” वो भी राजी हो गयी। करीब 9 बजे हम लोग मेरठ पहुंचे। हम एक होटल पर गए रूम के लिए। मैंने 2 रूम की बात की, लेकिन मुस्कान बोली, “मुझे डर लगता है, तो 1 ही रूम लेते हैं।”

हम दोनों बेस्ट फ्रेंड थे, तो कोई दिक्कत ना थी। हमने 1 ही रूम बुक किया। फिर अपने बैग रूम में रख कर डिनर बाहर जाकर किया। क्योंकि दोनों दोस्त थे हम, तो एक-दूसरे को पसंद करते थे। लेकिन कभी कहा नहीं था।

डिनर करके हम दोनों रूम में आ गए। क्योंकि‌ सिंगल रूम था, तो दोनों को एक ही बेड पर सोना था, और सोने से दोनों को आपत्ति नहीं थी। मुस्कान ने अपनी ड्रेस चेंज की, और हाफ टीशर्ट और हाफ लोअर में हो गयी। बाथरूम में जाकर जैसे ही निकली, उस ड्रेस में एक-दम हॉट और मस्त लग रही थी। उसने शायद ब्रा भी उतार दी थी, क्योंकि टीशर्ट के ऊपर ही उसके निप्पल्स दिख रहे थे, एक-दम टाइट।

उसको देख कर मेरा लंड टाइट होने लगा। मैंने भी लोअर और टीशर्ट पहन लिया, जिसमें से मेरा तना हुआ लंद शायद उसे दिख गया। उसने एक हल्की सी मुस्कान दी और मजाक करते हुए कहा, “आज तुम्हारे इरादे कुछ ठीक ना लग रहे।” और हंस दी। मैंने भी मजाक में कहा, “जब ठंडी में अकेले एक रूम में तुम जैसी हॉट लड़की हो तो किसके इरादे सही रहेंगे?” फिर दोनों हंस दिए और बेड पर सोने के लिए आ गए। एक ही कम्बल था, तो दोनों उसमें ही घुस कर लेट गए। हमारे पैर एक-दूसरे के पैरों पर ही थे। हम दोनों मोबाइल देख रहे थे।

तभी मुस्कान बोली कि उसे नींद आ रही थी, और वो सोने जा रही थी। मैंने भी बोला कि सो जाओ, और वो मोबाइल बन्द करके लेट गयी। लाइट ऑफ थी, बस एक धीमी लाइट जल रही थी। मुस्कान ने गर्दन तक चादर ओढ़ रखी थी, बाकी उसका चेहरा बाहर था। अंदर मेरे पैर पर उसका पैर था।

वो बहुत ही हॉट और खूबसूरत लग रही थी। मन तो कर रहा था अभी उसे चोद दूं। लेकिन डर रहा था। तभी उसने करवट बदली, और हाथ मेरे सीने पर रख कर चेहरे को मेरे एक-दम करीब करके सो रही थी। उसका बूब्स मेरे हाथ से टकरा रहा था, जिसे मैं फील कर सकता था।

मेरा लंड टाइट होने लगा था उसकी सांसो की गर्मी से। मन तो कर रहा था उसके होंठों को किस्स कर लूं। लेकिन पहले जानना था कि वो कहीं गुस्सा ना हो जाये। मैंने बहाने से उठ कर दो बार आवाज दी, लेकिन उसने कुछ नहीं बोला। अब मुझे यकीन हो गया कि वो सो रही थी।

मैंने हिम्मत करके उसके दूध पर अपना एक हाथ रख दिया। फिर कुछ देर शांत रहा। जब वो नहीं हिली, तो उसके बूब्स को हल्के-हल्के दबाना स्टार्ट कर दिए। वाह! क्या मस्त बूब्स थे, हल्के-हल्के टाइट और मुलायम एक-दम। उसने ब्रा नहीं पहनी थी, जो कि ऊपर से ही पता चल रहा था। मैं हल्का-हल्का उसके बूब्स को दबाने लगा। उसकी तरफ से कोई रेस्पॉन्स ना आया।

फिर मैं और तेज-तेज दबाने लगा, जिससे वो थोड़ा कसमसाई। तो मैंने हाथ हटा लिया। थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद मैंने उसके होंठो को छुआ। आह, बहुत ही नरम होंठ थे उसके, गरम और नरम एक-दम।” धीरे से मैंने उसके टीशर्ट में अपना हाथ आराम से डाल दिया। फिर उसके दूध पर हाथ रख दिया, और आराम-आराम से सहलाने लगा।

उसके छोटे छोटे निप्पल मैं मसल रहा था धीरे-धीरे।‌ फिर वो थोड़ा हिली तो मैंने हाथ निकाल लिया। थोड़ी देर बाद फिर मैंने उसके लिप्स को छुआ, और उन्हें हल्के हाथ से सहलाने लगा। कभी ऊपर के कभी नीचे के लिप्स, दोनों बारी-बारी से सहलाने लगा। मैं एक हाथ से अपना लंड सहला रहा था। मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था।

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था। मैंने भी धीरे से उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिये, और एक किस्स करके तुरंत हटा लिये। पास में एक 21 साल की मस्त लड़की लेटी हो, जिसके बूब्स अभी-अभी मैंने दबाये, फिर क्या हाल होगा? वहीं हाल मेरा था।

मैंने फिर हिम्मत करके अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिये, और उसके नीचे के लिप्स को अपने लिप्स से दबा कर हल्के-हल्के किस्स करने लगा, और चूसने लगा।‌ अभी भी वो सो ही रही थी। फिर मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ गयी, तो मैंने उसके दोनों लिप्स को जोर-जोर से किस्स करने लगा।

वाह! क्या मस्त,‌ नरम और गरम लिप्स थे उसके। अभी-अभी हमने डिनर में रसगुल्ला भी खाया था, तो एक-दम मीठा-मीठा लग रहा था। मैं जोर-जोर से उसको किस्स करने लगा। थोड़ी देर किस्स करने के बाद मुझे ऐसा लगा कि वो भी किस्स में साथ दे रही थी। फिर क्या था, मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया, और मैं जोर-जोर से किस्स करने लगा। वो भी किस्स कर रही थी।

फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुंह मे डाल दी। वो भी जबरदस्त किस्स कर रही थी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं कर रही थी। फिर 5 मिनट किस्स करने के बाद मैं उसके ऊपर आ गया। उसने मुझे कस कर पकड़ लिया, और हम लगातार किस्स करते जा रहे थे। उसने बहुत तेज से मुझे कस कर पकड़ कर खुद से चिपका लिया। फिर उसके हाथ मेरी पीठ को सहलाने लगे। वो मेरे सिर को पकड़ कर किस्स कर रही थी।

अब मैंने भी अपना एक हाथ उसके एक बूब्स पर रख दिया। मेरे हाथ रखते ही वो कांप गयी। मैं बूब्स को दबाते हुए अब किस्स कर रहा था,‌ और बूब्स जोर से दबा रहा था। वो भी किस्स करने में जबरदस्त साथ दे रही थी। किस्स करते हमें 10 मिनट हो गए थे, अब तक वो पूरी गरम हो चुकी थी। अब मैंने अपने होंठ को उसके होंठ से अलग किया, और उसका चेहरा देखना लगा।

उसकी सांसे बहुत तेज चल रही थी। होंठ उसके एक-दम लाल हो गए थे। वो एक-दम से गरम हो चुकी थी। उसने भी आंखे खोली और बिना कुछ बोले आंखों में देखने लगी। फिर अचानक से उसने मेरे सिर को पकड़ कर अपने होंठो पर दिया, और फिर किस्स करने लगे हम दोनों। करीब 5 मिनट किस्स करने के बाद मैं उसकी गर्दन पर किस्स करने के लिए नीचे आया। उसके गर्दन पर होंठ रखते ही उसकी सिसकी निकल गयी।

उसकी आवाज सुन कर और भी लंड टाइट हो गया। अब उसके ऊपर मेरा लंड उसे महसूस होने लगा था। फिर मैंने उसे बिठाया। बिना कुछ बोले वो बैठ गयी। उसके बाल खुले हुए थे, और लाल होंठ थे। वो नीचे देख रही थी और बैठी थी। एक-दम मस्त लग रही थी।

फिर मैंने लाइट जला दी। लाइट जलते ही वो शर्मा गयी, और नीचे देखती रही। फिर मैंने आगे बढ़ कर उसको गले से लगाया, और उसने भी बहुत तेज से मुझे हग किया, जिससे मुझे पता चल गया कि वो भी पूरी तरह से गरम थी। फिर मैंने उसकी कमर से उसका टीशर्ट पकड़ कर उतारने के लिए ऊपर किया। उसने भी बिना कुछ बोले हाथ ढीले कर दिए, और मैंने उसके टीशर्ट को निकाल दिया।

क्योंकि हीटर रूम था तो ठंडी उतनी नहीं थी। टीशर्ट के निकलते ही वो शर्मा गयी, और अब मेरे सामने उसके 30″ साइज के दोनों बूब्स थे, एक-दम अनछुए से। अब मैंने उसे अपने पास खींचा, और अपना एक हाथ उसके एक दूध पर रख दिया। दूध को छूते ही उसे जैसे झटका लगा। पहली बार कोई उसके दूध को छुआ था उसके मुंह से सिसकारी निकलने लगी।

मैंने फिर उसके लिप्स पर अपने होंठ रख दिये, और उसे किस्स करते हुए लिटा दिया। वो भी लेट गयी और मुझे पकड़ कर जबरदस्त किस्स करने लगी। कभी वो मेरे मुंह मे जीभ डाल देती, कभी मैं उसके मुंह में। किस्स करते समय एक बार मैं उसके होंठ को चूसता, फिर मुस्कान मेरे लिप्स को, जब कि दोनों का ये फर्स्ट टाइम था।

वो अब बस नीचे लोअर में रह गयी थी। मैंने उसके होंठो से अब मुंह हटाया, और उसका चेहरा देखा। एक-दम उसके होंठ लाल हो गए थे, और वो आंखे बंद किये बस तेज-तेज सांसे ले रही थी। मैं अब उसकी गर्दन पर किस करने लगा। वो भी मुझे जोर-जोर से पकड़ कर किस्स कर रही थी और सिसकी निकाल रही थी।

अब मैंने अपने मुंह को उसके एक बूब्स पर रखने के लिए नीचे झुकाया, वो इतनी गरम हो चुकी थी कि बार-बार अपने कमर और सीने को ऊपर उठा रही थी। जैसे ही मैंने उसके निप्पल्स को छुआ, उसके मुंह से सिसकारी निकल गयी। मैंने उसके एक निप्पल्स को मुंह में पकड़ा और दूसरे को हाथ से मसलने लगा उसके दूध एक-दम टाइट हो चुके थे। निप्पल्स एक-दम कड़क हो गया था। उसके मुंह से लगातार सिसकी निकल रही थी।

ऐसे करते-करते मैं उसके पेट पर भी किस्स करने लगा। वो बस तड़प रही थी, और मुंह को कभी-कभी खुद के हाथ से बंद करके आवाज निकाल रही थी। बार-बार वो अपने पेट और सीने को ऊपर उठा-उठा कर मुंह को हाथ से दबा कर सिसकियां लेती।

इसके आगे की कहानी अगले पार्ट में।

अगला भाग पढ़े:- फीमेल बेस्टी की जबरदस्त चुदाई-2