हेल्लो दोस्तों मेरा नाम राज है मे इंदौर का रहने बाला हु मेरी हाइट 5 फिट 11 इंच है रंग थोड़ा सांवला है, लेकिन मेरे लंड का साइज 7 इंच लम्बाई मे और 3 इंच मोटाई मे है.
वैसे तो मे सेक्स स्टोरीज बहुत टाइम से पड़ते हुए आरहा हु.. लेकिन कभी अपनी लाइफ का कोई एक्सप्रिएंस मेने कभी किसी के साथ शेयर नहीं किया.
लेकिन पहेली बार मे अपनी लाइफ का एक बहुत ही मजेदार और जिंदगी मे कभी ना भूलने बाला एक्सपीरियंस आपके साथ शेयर करने जा रहा हु.
वैसे तो मेने मेरी लाइफ कई लड़कियों को अपने लंड का स्वाद चखाया है, लेकिन शुरू से ही मुझे सादी सुधा औरतों के साथ सेक्स करने का शौक है. मुझे भरी हुई औरते बहुत पसंद है जिनके बूब्स का साइज बड़ा हो जिनकी गांड को देख कर पहेली बार मे ही चोदने का मन हो जाए!
आप सब का जायदा वक़्त ना लेते हुए मे अपनी कहाँनी पर आता हु. बात आज से एक महीने पहले की है, मे जिस कंपनी मे काम करता हु. बही पर मेरे साथ मेरा दोस्त अभिशेख भी काम करता है.
बो मेरे साथ इंदौर मे ही काम करता है, लेकिन बो प्रॉपर भोपाल के पास के एक गाओं मे रहता है पिछले महीने उसकी सादी थी. उसने सभी लोगो को सादी मे बुलाया था, लेकिन सिर्फ और मेरा एक फ्रेंड ही उसकी सादी मे जा पाए थे.
क्युकी अभिशेख मेरा अच्छा दोस्त है, तो उसने मुझे सादी के एक हफ्ते पहले ही बुला लिया था. घर के काम करने मे उसकी मदत करने के लिए, क्युकी बो अकेला सादी के सारे काम नहीं कर पर रहा था.
मे भी उसकी मदत करने के लिए सादी से पहले ही पहुंच गया था. जाने से पहले ट्रैन मे बैठे बैठे मे यही सोच रहा था की उसके गाओं मे सभी लड़किया गवार होंगी, क्या पता बहा कोई मेरे लायक कोई मिलेगी या नहीं.
यही सोचते सोचते मे उसके घर तक पहुंच गया, फिर उसके साथ उसके काम मे लग गया. कुछ टाइम बाद उसके घर पर मेहमान आने लगे उसके सभी रिस्तेदार आने लगे.
लेकिन उनमे से कोई भी ऐसी नहीं थी जिसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो, लेकिन कहते है ना किसी चीज को सच्चे मन से याद करो तो बो मिल ही जाती है, मेरे साथ भी वैसा ही हुआ.
इतने इंतजार के बाद अभिशेख के घर मे ऐसे अप्सरा आयी, जिसे देख कर मेरा लंड इक्कीस तोपों की सलामी देने लगा, गोरा दूध जैसा बदन 38 के बोबे जो की मानो उसके ब्लाउज़ को फाड़कर कर बाहर निकलने को बेक़रार हो. उसकी उभरी ही गांड जिसे देख कर मुझे सेक्स का नशा चढ़ने लगा था.
खेर समय की नजाकत को समझते हुए मेने अपने आप को कंट्रोल किया और बहा से अपने दोस्त के साथ बाजार चला गया. सामान लेने के लिए, लेकिन रास्ते मे भी मे उसकी की गांड के बारे मे सोच रहा था.
रास्ते मे जाते जाते मेने अभिशेख से पूछा की जो लास्ट मे आये है बो कौन है. तो उसने बताया की बो उसके बड़े मामा के लड़के संजय की वाइफ है, जो अभीइंदौर मे एक ऑटो मोबाइल कंपनी मे जॉब करता है, उसने उसका नाम रानी बताया.
फिर हम दोनों बाजार से सामान लेकर घर आगये, लेकिन मेरी नजरें तो सिर्फ रानी को ही ढूंढ रही थी उस रात मे रानी के नाम से मुठ मारी और सो गया.
उसके बाद कई बार मेने उसे पटाने कीकोसिस करी लेकिन कोई रिजल्ट नहीं मिला या हो सकता है, सब लोगो के सामने बो मुझे कोई भी रिएक्शन नहीं देना चाहती हो.
इसे दौरान अभिशेख की शादी बाली रात भी आ गयी, अभिशेखकी सादी गाओं मे खेत मे ही टेंट लगाकर करी थी. जब मे उसकी शादी मे सभी लोगो को खाना परोस रहा था, तब मुझे उस लाइन मे खाना खाते हुए रानी भी दिखाई दी और सोचा की अगर आज कुछ नहीं कर पाया तो जिंदगी भर अफ़सोस रहेगा की इतना तगड़ा माल चोद नहीं पाया.
तो मे भी उसी लाइन मे परोसते हुए उसके पास जाकर उसको परोसने लगा, और जान बुझ कर थोड़ी सी सब्जी उसकी साडी पर ढ़ोल दी और सबको ये दर्शाया की गलती से डुली है, और उसे सादी साफ करने के बहाने उसे बाहर लगाया और उसको खेत के पास जहा बोरिनग थी बहा लेजाकर उसकी साडी को साफ करने लगा.
आपको तो पता ही होगा खेत मे जो बोरिंग्स होते है, उनमे कितनी स्पीड से पानी आता है. मेने जैसे ही बोरिंग स्टार्ट करी तो प्रेशर से पानी आने की बजह से उसकी पूरी साडी गीली हो गई. मेने जल्दी से बोरिंग को बंद किया और उसके पास गया.
जब उसके बदन पर गीली साडी देखि तो मेरे लंड नेसलामी देना शुरू कर दी, लेकिन कुछ गलत हरकत उसके साथ जबरदस्ती कर भी नहीं सकता था. मेने अपने आप को कंट्रोल किया और उसके पास गया.
तो बो बोली ये क्या कर दिया अपने मेरी पूरी साडी गीली कर दी अब इसे पहनकर मे अंदर भी नहीं जा सकती, क्युकी सर्दी का टाइम था गीली साडी मे तो बीमार हो जाती.
तो मेने उससे कहा कोई बात नहीं एक बात कहु आप बुरा ना मानो तो आप आपकी साडी यही पर खुले मे हबा मे डाल दो. थोड़ी देर मे सुख जाएगी तब तक आप मेरा ब्लेसर पहन लीजिये.
थोड़ा सोचने के बाद उसने हा बोल दी और सादी निजाल कर सूखने डाल दी और ब्लेसरे पहन लिया. लेकिन उसके चुचे इतने बड़े थे की बो ब्लाउज़ से बाहर निकल कर आधे दिख रहे थे और मे उन्हें ही देख रहा था.
उसने मिझे देखते हुए देख लिया और थोड़ा सा कवर करने लगी, लेकिन तबतक मेरे ऊपर सेक्स का नशा चढ़ चुका था और मेने सोचा इससे अच्छा मौका फिर कभी नहीं मिलेगा.
तो मेने हिम्मत करके उसके पास गया और उसे एक जोर दार किस कर लिया, उसने पहेली बार तो मुझे अलग कर दिया. लेकिन मेने एक बार और उसे एक लम्बी किश करना शुरू किया तो कुछ टाइम बाद उसने भी मेरा बिरोध करना बंद कर दिया, और धीरे धीरे मेरा साथ देने लगी.
मेने उसे खेत मे ही उसकी की साडी पर उसे लेटाया और उसके बदन से मेरा ब्लूसर उतरा और फिर उसका ब्लाउज और फिर उसका पेटीकोट निकल कर रख दिए.
इसके बाद उसके दोनों बॉबे को जब मे अपने मुँह मे लेकर चूस रहा था. तो रानी एक आग की भट्टी की तरह गरम हो रही थी. जब मे उसके बूबे चूसते हुए.
धीरे धीरे उसकी चुत की तरफ गया, तो उसकी चुत से जो खुसबू आरही थी उसने मुझे और पागल कर दिया और मे उसकी चुत को अपनी जबान से पागलो की तरह चाटने लगा, और उसकी हलकी हलकी सिसकारियां उस खेत मे आने लगी थी जो की और भी उत्तेजना को वादा रहा था.
फिर उसने मेरे लंड को पकड़ा और और उसे चूसने के लिए जैसे ही उसने अपने मुँह मे लिया, तो बो देख कर डर गई बोली इतना बड़ा लंड.
तो मेने आज तक नहीं लिया मेने कहा कोई बात नहीं आज लेलो फिर उसने हिम्मत करके उसे चूसना शुरू किया उसके चूसने से ऐसा लग रहा था, मानो मे स्वर्ग मे घूम रहा हु.
इसके बाद जब मेने अपना लंड उसकी चुत मे जैसे ही डालना शुरू किया, तो मेरा लंड उसकी चुत मे जाने का नाम ही नहीं लेरहा था. इसमे मे समझ चूका था की इसकी अभी ठीक से चुदाई नहीं हुई है, इसके पति के लंड मे दम नहीं है.
फिर मेने उसकी चुत पर अपना लंड रख कर एक धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उसकी चुत मे घुश गया, जैसे ही आधा लुंड उसकी चुत मे गया तो इतनी तेज आवाज निकली उसने मुझे लगा कोई आना जाये.
इसलिए मेने उसके मुँह पर हाथ रख कर फिर अपने लंड को धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा, और कुछ टाइम के बाद मेने पूरा लंड उसकी मे जब डाला तो उसकी आंख मे से आँशु आ गये और बो तिलमिलाने लगी मे थोड़ा रुका.
जैसे ही उसका दर्द थोड़ा कम हुआ, उसके बाद मेने फिर से धक्के मरना चालू कर दिया और फिर उसकी चीखे धीरे धीरे सिदकारिंयो मे बदनले लगी.
फिर उसे भी धीरे धीरे मजा आने लगा और बो भी अब गाड़ उठा उठा कर मेरे लंड को पूरा अपनी चुत मे डालने लगी, और पागलो की तरह किश करते हुए बोलती है…
आई लव यू राज्ज्ज उम्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह राज और तेज करो राज और तेज आज से पहले इतना मजा मुझे कभी नहीं मिला अह्ह्ह्ह राजजज तेज आआह्ह्हह्ह्ह्ह उम्मंहहहहहह.
मैंने भी उसकी उत्तेजना को समझते हुए अपनी स्पीड बड़ा डी और कुछ धक्को के बाद उसका पानी निकल गया, और उसके थोड़ी देर बाद मैंने भी अपना सार माल उसकी चुत मे ही निकल दिया और उसके ऊपर ही गिर गया.
कुछ टाइम बाद हम उठे और अपने अपने कपडे पहने एक दूसरे को किश किया और नंबर एक्सचेंज किये और सादी मे लौट आये, उसके बाद हम इंदौर मे भी कई वार मिले और जमकर सेक्स भी किया.
तो दोस्तों ये है मेरी कहानी उम्मीद है आपको पसंद आयी होंगी और अगर आपको कोई सुझाब देना है ईमेल लिख कर अपने सुझाब दे सकते है क्युकी ये मेरी पहेली कहानी जिसे मैंने यहाँ लिखा है!