This story is part of the Chacheri Behan Ke Jism Ka Deewana series
मित्रो, २२ साल की नग्न लड़की का नंगा बदन झरना के नीचे देख कल्पना लोक में मैं खो चुका था, और कामना की मांस्ल चुत जिस पर हल्के बाल थे। उसे देख मेरे मुंह में पानी भर आया था, उसकी चिकनी केले के थंब समान जांघों को देख लंड टाईट हो गया।
उसकी मध्यम आकार की चूची को देख कर मेरे लंड का वीर्यपात हो गया था। कामना मेरी चोरी पकड़ चुकी थी और मुझे डर था कि कहीं वो मेरी शिकायत मम्मी से ना कर दे।
उधर मम्मी के वाशरूम का पानी सप्लाई बंद था, तो अब एक और मौका मेरे पास था। मैं एक ४० साल की औरत को नंगा देख सकता था लेकिन वो मेरी मां है। तो क्या उनके नग्न बदन को देखना ये मेरे लिए सही होगा?
मै सोच में था और फिर स्नान और नाश्ता करके मैं बागान कि और गया, और मैंने पानी का चाभी खोल दिया। फिर मैं अपने रूम में आराम करता हुआ कामना कि जिस्म को याद कर रहा था, और फिर थकावट की वजह से मुझे नींद आ गई।
तो मै सो गया और फिर मेरी आंखें खुली लेकिन मै क्या कोई सपना देख रहा था, या फिर हकीकत में कोई मेरे बदन पर हाथ फेर रही थी। लेकिन गहरी निंद्रा से आंखें खुली तो मेरे छाती पर हाथ फेरते हुए मेरे कमर की ओर हाथ कामना कर रखी थी।
वो मुझसे नजर मिलाते हुए झेंप गई और भागने लगी। मैने कामना के हाथ को कसकर थामा और अपनी ओर खींच लिया, तो कामना मेरे पर गिर गई और मेरा हाथ उसके पीठ पर था।
तो उसके मुलायम स्तन मेरे छाती से चिपक रहे थे और दोनों की आंखें चार हो गई थी। मैने कामना के गाल को किस्स करके अपने प्यार का इजहार किया, तो वो मेरे से हटने कि जगह मेरे पर ठीक से सवार हो गई।
और मेरी उम्मीद के विपरीत वो मेरे गाल को चूमने लग गयी। दीपक के बदन पर कामना का चिकना जिस्म था, तो वो बहन के चूतड़ को सहलाता हुआ उसके लंबे बाल को कसकर पकड कर उसके रसीले होंठो को चूसने लग गया।
अब आग दोनो के बदन में लगी हुई थी, तो कामना मेरे होंठ को चूमते हुए मुंह में भरकर चूसने लग गयी। कामना के गोल आकार के मानंसल चूतड़ को सहलाता हुआ, अब मेरा लंड थोड़ा टाईट होने लगा था।
उसके गुदाज चूची सीने को सुखद एहसास दे रहे थे, पल भर बाद कामना मुझसे अलग होकर बेड पर लेट गई। तो मै उठकर मम्मी के रूम की ओर गया।
वो गहरी निंद्रा में थी और दोपहर के खाने के वक़्त में सभी एक घंटा निश्चिंत होकर सोते थे। अब मुझे कोई फिक्र नही थी, और मै कामना के पास आया और उसकी बगल में लेटकर उसके बूब्स को दबाने लग गया।
अब वो सिसकने लगी और बोली – आह उह इतनी जोर से प्लीज़ मत दबाओ।
लेकिन मै कामना की चूची को दबाता हुआ उसकी स्कर्ट को कसकर पकड़ कर कमर की ओर करने लग गया। वो थोड़ा शरमा रही थी और विरोध भी कर रही थी, लेकिन मै उसके चिकने जांघों को नग्न रूप में सहलाता हुआ उसके चूची को मसलता रहा।
कुछ पल में मेरा हाथ उसके पैंटी पर था, तो मैने कामना की चूची को छोड़ उसके दोनों जांघों को हवा में कर दिया। फिर मैं उसकी पैंटी पर नाक रगड़ने लग गया।
लड़कियों को कामुक करने की कला से मैं वाकिफ था, और मैंने तभी कामना की पैंटी के हुक को खोल दिया। लेकिन कामना अपने चुत को छिपाने के लिए अपने दोनों जांघों को सटाने की कोशिश करने लगी।
लेकिन मेरा चेहरा उसके जांघें के बीच फंसा हुआ था, और तभी मैंने उसकी दोनों जांघें पकड़कर दो दिशा में कर दी। अब दीपक का मुंह उसकी चचेरी बहन कि चुत पर था और मै किस्स करता हुआ चुत की सुगंध पा रहा था।
कामना सिसकने लगी और बोली – उई मां इतनी गुदगुदी अंदर कभी नहीं हुई थी उह।
और तभी चुत को चूमकर उसके दरार में मैं जीभ फेरने लग गया। तो कामना कामुकता वश अपनी उंगली चुत पर लगाकर फैला दी और दीपक अपनी लंबी सी जीभ से चुत की गहराई को चाटने लग गया।
अब कामना सेक्सी आवाज में बोली – ओह उह उम् दीपक प्लीज़ जल्दी चूसो उह आह हहह।
मै कामना की चुत की दोनों फांक को मुंह में लेकर चूसने लग गया, मेरा लन्ड बरमूडा के भीतर पूरी तरह से टाईट हो चुका था। मै चुत को चूसता हुआ उसके नितम्ब पर हाथ फेर रहा था। पल भर की शांति के बाद कामना चिनख उठी और बोली।
कामना – उई मेरे अंदर का रस निकल गया आह।
अब मैं कामना की चुत का रस पीकर मै मदहोश हो गया। मैं भाग कर वाशरूम गया और मैंने पेशाब किया, और मैं लंड को धोकर वापस आया।
तो कामना स्कर्ट नीचे करके चुत को ढक चुकी थी, और मै उसके सीने के पास बैठकर उसके बूब्स पर हाथ फेरने लग गया। कामना की कामुकता जाग उठी और वो खुद ही अपने टॉप्स को गले तक करके अपने नग्न स्तन मुझे दिखाने लगी।
लेकिन काले रंग का ब्रा उसके गोरे गोरे स्तन को कैद करे हुई थी। मै झुककर उसके बूब्स के नग्न भाग को चूमने लग गया, और उसके दूसरे स्तन को मैं दबा रहा था।
तो वो आंखें बंद करके सिसक रही थी और बोली – उह इतनी खुजली पहले मुझे कभी नहीं हुई थी, उह अब चूसो बे साले।
मैने कामना के पीठ पर हाथ लगाकर ब्रा की डोरी को खोल दिया। अब उसके नग्न स्तन देख मुंह में पानी भर गया और मै एक चूची को मुंह में भरकर चूसता हुआ दूसरा स्तन दबाने लग गया।
कामना अपने दोनों पैर को बिस्तर पर रगड़ने लगी, तो मै उसकी चुत पर उंगली रगड़ने लग गया। वो मेरे कलाई को थाम कर मेरी एक उंगली को चुत में घुसाने लग गयी।
तो मैं भी उसकी चुत को कुरेदता हुआ, उसके दूध पीने लग गया। कामना मेरे बाल पर हाथ फेरते हुए मुझे छाती से लगाकर मुझे दूध पिलाने लग गयी।
मेरा लन्ड खंबा हो चुका था और में अब उसकी दूसरी चूची चूसता हुआ काम की दुनिया में खो गया। अब वो सिसकने लगी और बोली – दीपक अब प्लीज़ छोड़ दो ना मेरी चुत भी लहर रही है।
दीपक अपनी चचेरी बहन कि चुत से उंगली निकालकर चूची चूसना छोड़ा और अब सीधा बैठकर अपना बरमूडा उतारने लग गया।
अब मेरा ६-७ इंच लंबा लंड पूरी तरह से टाईट हो चुका था, और कामना उसे देख शरमाने लग गयी। लेकिन मै उसके मुंह के पास घुटने के बल बैठ कर उसके होठो पर लंड का सुपाड़ा रगड़ने लग गया।
तो कामना सर को हटाकर उठी और फिर दीपक बेड पर लेटा हुआ था। अब कामना दीपक के लंड को पकड़कर उसका चमड़ा नीचे करके उसके सुपाड़ा को मुहन में भरकर चूसने लग गयी। उसके हरकत से लग रहा था कि वो खेली खाई लड़की है।
वो अपना मुंह खोलकर पूरा लंड अंदर लेकर चूसने लग गयी। अब मेरा हाल खराब होने लग गया, और फिर कामना मेरे लंड को मुंह में लिए सर का झटका तेजी से देते हुए मुखमैथुन करने लग गयी।
मै अब चिंखने लगा और बोला – उह आह और तेज साली चूस ना आज तुझे लौड़ा का रस भी पिलाता हूं।
कामना मेरे लंड को मुंह में लिए चूसती रही और मेरा लंड पूरी तरह से गरम हो चुका था, कुछ पल बाद वो मुंह से लंड को बाहर करके जीभ से उसको चाटने लग गयी।
कामना लंड को चाटते हुए अपनी झांट में उंगली फेरने लग गयी। फिर वो मुझे देख मुस्कुराई, उसका मुंह फिर से खुला और उसने लंड को पकड़ अंदर ले लिया।
तो मै उसके मुंह में नीचे से ही जोर का धक्का देकर उसका मुंह चोदने लग गया। २२ साल की देहाती लड़की काम कल्स में निपुण थी, लेकिन उसकी चुत को चाटते हुए समझ गया था कि उसकी सील अभी टूटी नहीं है।
खैर ३-४ मिनट तक मुखमैथुन किया और मेरा लन्ड उसके मुंह में ही वीर्यपात कर दिया। लेकिन उसने तुरंत ही लंड को मुंह से बाहर निकाल दिया।
फिर हम दोनों फ्रेश हुए और आराम करने लग गए।