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तीन हसीनाओं को चोदा एक साथ (Teen Haseenao Ko Choda Ek Sath)

दोस्तों अपनी अगली हिंदी सेक्स कहानी शुरू कर रहा हूं।

मेरी पत्नी रिया कुछ दिनों के लिए दिल्ली अपने मायके गई हुई थी। मैं हमारी सोसाइटी की मीना को लगभग रोज उसके घर पर जाकर चोद रहा था। कई बार बातों-बातों में मैं मीना को अपने नई-नई चूत लेने के शौंक के बार में बताता था।

एक दिन मीना ने दिन के टाइम ही फोन किया और बोली: अरुण जी, आज रात का डिनर हम लोग साथ में करेंगे?

मैं बोला: क्या बात है! आज कुछ खास बनाया है क्या?

वो बोली: आप आ जाना, मैंने बोल दिया है बस।

मैं बोला: ठीक है, आज शनिवार है, थोड़ी देर हो जाएगी। शाम को मेरी टीम के साथ एक नए प्रोजेक्ट पर मीटिंग है।

वो बोली: कोई बात नहीं, मैं इंतेज़ार करूंगी।

रात में करीब नौ बजे मैंने अपने घर जा कर चेंज किया, और मीना के घर आ गया। जैसे ही मैं मीना के घर पहुंचा, वहां माहौल कुछ रंगीन था। मीना एक लाल रंग के गाऊन में थी। उसकी कामवाली प्रीति एक व्हाइट सूट में थी। और एक और लड़की थी, जो शॉर्ट स्कर्ट और स्पोर्ट्स ब्रा पहने थी। मीना का घर एक दम महक रहा था। डाइनिंग टेबल पर कैंडल लाइट डिनर जैसा गेटअप था।

मैं अंदर घुसते ही बोला: क्या बात है, आज कोई पार्टी है क्या?

मीना बोली: पार्टी का क्या है, जब मर्ज़ी मना लो।

मैं बोला: अगर तुम पार्टी का बोलती तो मैं तैयार हो कर आता। मैं तो ऐसे ही शॉर्ट्स और बनियान में चला आया।

वो बोली: तुम जैसे हो ठीक है।

मीना और प्रीति को तो मैं जनता था ही। उसने तीसरी लड़की जिसका नाम नहीं पता था, मुझसे मिलवाया, और बताया: ये मेरी ऑफिस की फ्रेंड है, और आज शनिवार है। तो रात में यहीं रुकने वाली है।

मैं प्रीति को बोला: तुम भी आज यहीं रुकी हो क्या?

वो बोली: मैं मैडम के साथ डिनर बनवा रही थी। और मेरा पति भी गांव गया है। इसलिए आज मैडम ने यहीं रोक लिया है।

रूम में गुलाबों की बड़ी अच्छी खुशबू आ रही थी। मीना ने एक हल्का सा सॉन्ग लगा रखा था। जिससे रूम का माहौल एक-दम मदमस्त हो रखा था। मैं सोफे पर बैठ गया, प्रीति ने मुझे पानी सर्व किया। मीना और नेहा मेरे सामने बैठी थी। मीना बड़ी कातिल निगाहों से मुझे देख रही थी। नेहा भी मेरी तरफ देखे जा रही थी।

मैं मीना को बोला: आज तो अप्सरा सी लग रही हो। आज तुम्हारी नियत तो ठीक है ना?

वो बोली: आज नियत बिलकुल ठीक नहीं है। बस तुम्हे खाने का मन है।

मैं बोला: बड़ी बेशर्म हो रही हो। तुम्हारी फ्रेंड नेहा बैठी है, और तुम ऐसी बात कर रही हो।

मीना बोली: क्या नेहा, कुछ गलत बोला क्या मैंने?

नेहा बोली: अरुण जी, आप तो हो ही खाने लायक चीज।

उसके इतना बोलते ही मैं समझ गया था आज मेरी खैर नहीं। लगता था ये तीनों मुझे चूस कर छोड़ेंगे। मैं आज तीन हसीनाओं के बीच में फंस गया था। एक तरफ मन खुश था। आज नेहा जैसे एक नई लड़की मेरे सामने थी।

एक साइड में प्रीति ने स्माइल करते हुए मुझे आंख मारी। मैं पक्का समझ गया आज इन तीनों ने पहले से ही चुदाई का प्लान बना रखा था। मैं खड़ा हो कर वाशबेसिन में हाथ धो कर डाइनिंग टेबल पर आ गया।

फिर मीना को बोला: अब बातों से ही पेट भरोगी या खाना भी खिलाओगी?

तभी नेहा और मीना भी डाइनिंग टेबल पर आ गई, और प्रीति हमें डिनर सर्व करने लगी। मैंने प्रीति को भी वहीं बिठा लिया। वो मना करती रही लेकिन मैं बोला-

मैं: सभी चीज तो यहीं है। तुम भी बैठो और खाना खाओ।

हम चारों ने बाते करते हुए अपना डिनर लगभग आधे घंटे में खत्म किया।

बातों में मीना ने बताया: नेहा मेरी ऑफिस की अच्छी फ्रेंड है। ये कोलकाता से है और पिछले साल ही इसकी शादी हुई है। इसके पति नोएडा में जॉब करते है। ये भी करीब दो महीने पहले ही यहां आई है।

मीना ने आगे बताया: इसको भी सेक्स किए हुए दो तीन महीने हो गए है। आज इसकी ये इच्छा पूरी करने के लिए यहां अपने साथ ही ले आई हूं।

मैं डाइनिंग टेबल से उठ कर हाथ धोते हुए बोला: क्या नेहा, तुम भी यही चाहती हो?

नेहा बोली: अब मीना ने आपकी इतनी तारीफ की है, तो एक बार चेक करना तो बनता है ना।

अब हम डाइनिंग से उठ कर सोफे पर आकर बैठ गए। प्रीति टेबल साफ करके किचेन में काम करने लगी। तभी मीना सामने से उठ कर मेरे पास आकर बैठ गई, और उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने कंधे पर रख लिया। फिर मेरे गालों पर एक किस्स किया। मैंने भी उसे किस्स किया।

मैं बोला: मीना वैसे तो तुम सेक्सी हो ही। लेकिन आज तो तुम्हारा कोई जवाब नहीं। लेकिन आज नेहा तुम्हारी मेहमान है, उसकी खातिरदारी पहले बनती है।

मीना नेहा को बोली: आ तू भी हमें ज्वाइन कर ले।

तभी नेहा उठी और मेरे दूसरी तरफ आ कर बैठ गई। उसने भी मेरा एक हाथ अपने कंधे पर रख लिया, और मेरे दूसरे गाल पर किस्स कर लिया। उन दोनों ने बहुत ही बढ़िया परफ्यूम लगा रखा था। जिसकी महक से मैं मदहोश हो गया, और बारी-बारी मैंने भी दोनो को किस्स किया। मैंने नेहा के लिप्स पर भी किस्स किया। इस बीच मेरा लंड शॉर्ट्स में खड़ा हुआ दिखाई देने लगा।

तभी प्रीति ने आवाज लगाई: अभी आइस-क्रीम भी खानी बाकी है। फिर आप लोग शुरू हो जाओ।

मीना बोली: तू आईस-क्रीम लेकर यहीं आजा। यहीं खा लेंगे।

तब तक नेहा मेरे लंड को शॉर्ट्स के ऊपर से पकड़ कर रगड़ने लगी थी। मैं उसे पकड़ कर उसके लिप्स को चूसने लगा। वो कई दिनों की भूखी थी। तो एक हाथ से लंड को रगड़ती रही और किस्स में मेरा साथ देने लगी। उसकी सांसे बहुत तेज चल रही थी, और शरीर एक-दम गर्म हो चुका था।

तभी प्रीति आईस-क्रीम लेकर आ गई। मीना ने अपना कप लेकर उसमें से मुझे खिलाने लगी। तभी नेहा ने मेरा शॉर्ट्स नीचे किया और मेरे लंड को पकड़ कर आईस-क्रीम के कप में डाल दिया, और लंड को पूरा आइस क्रीम में लपेट दिया। फिर मेरी टांगों के बीच में बैठ कर लंड को चाटने लगी। इस तरह का एहसास मेरे लिए पहला था।

नेहा भी सेक्स के मामले में कुछ अलग ही किस्म की खिलाड़ी थी। वो नए-नए एक्सपीरियंस करने वाली लड़की लग रही थी। अब जैसा उसने किया, पहले मीना ने, और फिर प्रीति ने भी बिल्कुल वैसा ही किया।

मीना बोली: नेहा तू तो अलग ही किस्म की खिलाड़ी है यार। ये सब तो हमें पता ही नहीं था।

जब तक मीना और प्रीति ये सब कर रही थी, नेहा एक-दम नंगी हो चुकी थी। उसका गोरा बदन, 30″ साइज के बूब्स, और एक दम गोरी चूत थी। उसने आईस-क्रीम को अपनी चूत के चारों तरफ लगा लिया, और दोनों टांगे चौड़ी करके सोफे पर चूत को मेरे मुंह पर लगा कर खड़ी हो गई, और मुझे चाटने को बोल दिया।

मैं भी उसकी चूत पर लगी आईस-क्रीम को चाटने लगा। वो मस्ती में आह आह की आवाज निकाल रही थी। तब तक मीना और प्रीति भी नंगी हो चुकी थी। अब तीन नंगी हसीनाएं मेरे सामने थी।

नेहा सोफे से उतर कर हल्के बज रहे म्यूजिक पर नंगी ही डांस करने लगी। तब तक प्रीति ने मेरी शॉर्ट्स और बनियान दोनों उतार दी थी, और मुझे भी नंगा कर लिया। मैं ऐसे ही सोफे पर बैठा रहा। वो तीनों नंगी ही मेरे सामने डांस करने लगी।

मीना बोली: कॉम ऑन अरुण, ज्वाइन करो हमें।

मैं खड़ा हुआ और उन तीनों के बीच में आकर डांस करने लगा। नेहा ने मेरी तरफ मुंह किया, और किस्स करते हुए अपने बूब्स मेरी छाती पर रगड़ने लगी। मीना अपने बूब्स मेरी पीठ पर रगड़ने लगी। वो तीनों ये सब बारी-बारी से करने लगी। हम चोरों मदमस्त हो कर करीब 10 मिनट तक डांस करते रहे।

तभी नेहा मुझे पकड़ कर बेडरूम में ले गई। वो मेरे सामने ही पैर लटका कर बेड पर लेट गई। ऐसे ही मीना और प्रीति ने किया। अब वो तीनों एक लाइन में मेरे सामने नंगी लेट गई। नेहा ने मुझे खींच कर अपने ऊपर पटक लिया, और अपने होठों से मेरे लिप्स लॉक कर लिए। तभी मीना मेरे ऊपर आ गई और अपने बूबा मेरे ऊपर से नीचे तक रगड़ने लगी। प्रीति ने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी।

मैंने तीनों की चूत और गांड बारी-बारी से मारी। उस दिन पूरी रात में तीनों ने मुझे निचोड़ कर रख दिया। दूसरे दिन रविवार था, तो पूरे दिन तीनों को कई बार दिन में भी चोद दिया। नेहा ने तो कमाल ही कर दिया। उसने नए-नए तरीके से अपनी चुदाई करवाई।

अब नेहा भी कई बार मीना के घर आ जाती है चुदने के लिए। तो दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी बताना जरूर।

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