This story is part of the मम्मी को चोदा दुकान वाले ने series
हैलो दोस्तों कैसे हो? मैं आज फिर एक नई कहानी लेकर आया हूं। जो कि मेरी मम्मी के उपर है। जैसा कि आपको पता है, कि मेरी मम्मी का नाम रेखा है, और उनका फिगर बहुत ही ज्यादा मस्त है, और बहुत ही गोरी चिट्टी है।
आपने पिछले भाग में पढ़ा था कि कैसे मम्मी ने मेरा लन्ड चूसा, और बुड्ढे के घर जाकर चुदी थी। उसके बाद हम घर आए और खाना बना कर सो गए। सुबह उठ कर हम दोनों तैयार हुए। पापा कुछ दिनों के लिए बाहर चले गए। उन्हें कुछ काम आ गया था।
फिर मैंने मम्मी को बोला: आज रात एक क्लब में चलेंगे, जहा सब कुछ होता हो।
तो मम्मी ने बोला: कही कोई दिक्कत ना हो जाए। बाहर सही नहीं रहेगा।
तो मैंने बोला: कुछ नहीं होगा।
फिर उन्होंने ओके बोला और मैं बाहर निकल गया। दोपहर को वापिस आया और खाना खाया। फिर मोबाइल पर कुछ क्लब सर्च किए जिसमें से एक क्लब ब्लू-बर्ड के नाम से आया जिसमें सब कुछ होता था। तो मैंने दो लोगों की बुकिंग कर दी।
कुछ डिटेल मांगी गई जैसे कि “आपके साथ जो आयेगी वो कोन है आपकी वाइफ या गर्लफ्रेंड, या कोई और?” तो मैंने लिख दिया “मम्मी है” फिर कुछ और मम्मी की डिटेल मांगी गई, और एक फोटो दोनों की साथ-साथ।
उस फोटो में मुझे मम्मी के दूध पकड़ने थे। मैंने अपलोड कर दी फोटो और सब कुछ। फिर हमारी फैंटेसी पूछी गई जैसे “क्या-क्या करवाना है?” मैंने लिख दिया “सब कुछ”। फिर हमारी बुकिंग ओके हो गई, और पास मिल गया। पंद्रह सौ रुपए लिए ऑनलाइन ही।
फिर मैंने मम्मी को बता दिया: रात को नौ बजे चलना है, आप मेकअप करवा लो, और तैयार हो जाओ।
उन्होंने ओके कहा और चली गई मार्केट। शाम को आई तो क्या गज़ब लग रही थी। मैंने बोला: आज तो कतई मार ही डालोगे लोगों को।
फिर वो हंस कर रूम में चली गयी। मैं भी अपने रूम में तैयार होने लगा। रात के आठ बज गए थे। मैंने टैक्सी बुक की, और मम्मी के कमरे में गया तो दंग रह गया। उन्होंने सिर्फ टॉप पहना था। क्या गजब लग रही थी वो। मैं उनके पास गया, और उनका फेस अपनी तरफ करते हुए देखा कितनी बड़ी रण्डी लग रही थीं।
मेरा मन हुआ किया कि अभी मुंह में लोड़ा देकर चोद दूं। फिर मैंने सोचा कि रात बहुत बड़ी है और कहां ही भागेगी वो।
मैंने बोला: टैक्सी आ गई है आप ड्राइवर के पास बैठना, और उसे पूरे मजे देना। जिससे कीहमारा किराया ना लगे।
फिर मैंने उन्हे एक शाल ओढ़ाई, जिससे कि पड़ोस वाले ना देखें। फिर हम घर बंद करके बाहर रोड पर आ गए जहां हमारी टैक्सी खड़ी थी। टैक्सी ड्राइवर का नाम सकील था। मम्मी को मैंने सकील के पास बिठाया, और खुद पीछे बैठ गया।
सकील ने जब मम्मी को देखा तो उसे सब कुछ नॉर्मल लगा क्योंकि मम्मी ने शाल ओढ़ रखी थी। फिर हम चल दिए हमे जहां जाना था। हमारे घर से एक घंटे का रास्ता था। दो-तीन किलोमीटर निकलने के बाद मम्मी ने जैसे ही शाल हटाई, सकील का लोड़ा खडा हो गया, और वो मेरी तरफ देखने लगा। मैंने उसकी तरफ आंख मार दी। लेकिन वो कुछ समझा नहीं।
फिर मम्मी ने मुझे बोला: गर्मी बहुत है।
तो मैंने कहा: इतने कम कपड़े है, फिर भी आपको गर्मी लग रही है?
सकील समझ गया कि मम्मी एक रण्डी थी।
और उसने मुझे बोला: ये आपकी कोन लगती है?
तो मैंने बोला: मम्मी।
तो वो बोला: ये तो एक…
फिर मैंने बोला: बता ना क्या?
वो बोला: रण्डी।
तो मैंने बोला: वही है। ये तुझे चाहिए क्या?
तो बोला: हां।
तो मैंने बोला: किराया नहीं दूंगा, और ना ही चूत मिलेगी। बस मुंह में करने को दे सकता हूं।
तो वह बोला: ठीक है, लेकिन इस साली के कम से कम दूध तो पकड़ने दोगे?
मैंने कहा: ठीक है।
फिर उसने गाड़ी रोड की साइड में लगाई, और मम्मी के थन पकड़ लिए।
मैं बोला: आराम से कपड़े और मेकअप ना खराब हो। इसकी बुकिंग है रात को कई लोगों के साथ।
तो उसने बोला: ठीक है।
और हम तीनों गाड़ी से बाहर आए। उसने मम्मी को नीचे बिठाया, और मम्मी के मुंह में लोड़ा दे दिया। उसके लोड़े के ऊपर खाल नहीं थी। कम से कम नौ इंच का होगा। उसने पूरा भर दिया मुंह में और अंदर बाहर करने लगा। फिर वो मम्मी के थन के साथ खेलता रहा, और जब उसका निकलने को हुआ तो मैंने उसको बोला-
मैं: मुंह में मत निकालना, गाड़ी के बोनट पर निकाल दो। ये कुत्ते तरह चाटेगी।
फिर उसने बाहर निकला और मम्मी से ही मुठ मरवाई और बोनट पर निकाल दिया। उसका वीर्य बहुत ज्यादा निकला, और मम्मी को जीभ निकाल कर चाटना पड़ा एक-एक बूंद। शायद मम्मी की चूत में भी पानी आ गया था कुछ बूंद, जो कि साफ चमक रहा था।
फिर मम्मी ने अपनी चूत का पानी भी हाथ में लेकर चाट लिया, और फिर गाड़ी में बैठ गई। हम सब फिर निकले क्लब के लिए। क्लब के गेट पर पहुंच कर हमने ड्राइवर का नंबर लिया, और बोला कि “अगर कभी आगे आना हो, तो बता देना। या तुम्हारे कोई दोस्त हो तो ले आना।”
नंबर लेकर वो चला गया। फिर हमने एंट्री की क्लब में। सबकी नजर मम्मी पर ही थी। कोई बोल रहा था नया माल आया है, तो कोई रण्डी बोल रहा था। शायद मम्मी की थोड़ी चूत दिख रही थी, क्योंकि उन्होंने सिर्फ टॉप पहना था। नीचे हाय हील थी।
हम गेट पर पहुंचे तो वहां पर बाउंसर खड़े थे चार-पांच। उन्होंने हमे रोका और पास मांगा जो कि मेरे फोन में था। तो मैंने दिखा दिया। फिर उन्होंने मेरी तलाशी ली, और फिर मम्मी का भी पास मांगा। मैंने उनका भी दिखा दिया, तो वो उनकी तलाशी के लिए अंदर एक कमरे में ले गए।
मैं भी चल दिया उनके पीछे-पीछे, तो एक गार्ड ने मुझे रोक कर कहा: उस तरफ सिर्फ लेडीज की ही तलाशी होती है।
तो मैंने बोला: फिर ये चार जेंट्स गार्ड क्यों गए?
तो वो कुछ नहीं बोला।
मम्मी ने बोला: कोई बात नहीं, तुम रुको, मैं तलाशी देकर आती हूं।
फिर उन्होंने मेरी तरफ आंख मारी, और चली गई। आधे घण्टे बाद बाहर आई मुंह साफ करते हुये, और वो सब गार्ड खुश थे। मैंने देखा तो मुझे थोड़ा गुस्सा आया। फिर मम्मी मेरे पास आईं तो मैं बोला-
मैं: क्या हुआ अंदर?
तो मम्मी ने मुंह खोल कर दिखाया। उसमे वीर्य भरा हुआ था।
तो मैंने बोला: थोड़ा कुछ अंदर के लिए भी बचा कर रखो। अभी पूरी रात बाकी है।
अंदर पहुंच कर हमने देखा कि काफी भीड़ थी, और अंधेरा भी। वहां पर लेडीज कम ही थी। सिर्फ मम्मी ही दिख रही थी, तो सब मम्मी के पास ही नाचने लगे, और मैं भी मम्मी के पास ही नाचने लगा।
कम से कम दस पन्द्रह लोग होंगे। सब लोग मम्मी के बदन को छू रहे थे, और सबके लन्ड खड़े हो चुके थे। फिर मम्मी का टॉप उतारा गया। मम्मी कताई नंगी हो चुकी थी, और उनकी चूत से पानी आ रहा था।
मम्मी को वही स्टेज पर लिटाया और सब लोग उनके बदन से खेलने लगे। कोई दूध दबा रहा था, कोई चूत चाट रहा था, कोई लन्ड चुसा रहा था। फिर सबने बारी-बारी से मम्मी को चोदा, और सुबह तक सारा माल गले में उतार दिया।