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भाई की शादी में भाभी के भाईयों ने रंडी बना कर चोदा (Bhai Ki Shaadi Mein Bhabhi Ke Bhaiyon Ne Randi Bana Kar Choda)

मैं आज आप सब के सामने फिर से अपनी चुदाई की कहानी लेकर हाजिर हूं। यह कहानी मेरे चाचा के बेटे राजेश की शादी की है। अब कहानी को शुरू करती हूं।

राजेश की शादी के लिए मैं, मम्मी, और पापा चाचा जी के घर 2 दिन पहले ही पहुंच गए थे। सब बहुत खुश थे। सभी शादी के काम में लग गए। अब शादी वाला दिन आ गया। शादी रात की थी, तो बारात शाम को ही जाने वाली थी। मैं भी ब्यूटी पार्लर जा कर घाघरा चोली पहन कर मेकप करवा कर तैयार हो गई थी।

शाम को बारात लड़की वालों के घर पहुंच गई। हमारा गेट पर बहुत अच्छा स्वागत किया। तब मैंने देखा कुछ लड़के बारात को ना देख कर मुझे ही देखे जा रहे थे। उनमें से एक ने मुझे देखते हुए स्माईल की, तो मैंने भी उसको स्माईल कर दी। अब हम गेट से अंदर आ गए।

लड़की वालों का घर काफी बड़ा था। उन्होने अपने घर के बाहर बने लॉन में ही शादी का पूरा प्रबंध किया हुआ था। हम सब अब डीजे पर डांस करने लगे। काफी देर बाद मैं थक गई तो स्टेज के सामने कुर्सी पर जा कर बैठ गई। तभी वो लड़का एक कोल्ड ड्रिंक का गिलास लेकर मेरे पास आया, और मुझे देते हुए बोला, “बहुत अच्छा डांस करती हो आप।” तो मैंने उसको धन्यवाद किया।

फिर उसने मेरे से मेरा नाम पूछा तो मैंने उसको अपना नाम पुजा शर्मा बता दिया। मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने रमन कपुर अपना नाम बताया। तभी स्टेज शुरु हो गया, तो मैं उठ कर भाई के पास चली गई। स्टेज का प्रोग्राम काफी देर तक चला। फिर मैं फिर से डीजे पर डांस करने लग गई।

रमन भी डांस कर रहा था, और डांस करते हुए मेरे पास आ गया, और मेरे साथ डांस करने लगा। बीच-बीच में रमन मेरी कमर, तो कभी मेरी पीठ पर अपना हाथ लगा देता। फिर एक मिनट के लिए लाईट बंद हो गई, तो रमन ने मुझे अपनी बाहों में लेकर बोला, “पुजा यू आर सो सेक्सी।” और यह बोल कर रमन ने मेरे गालों को चूम लिया। मैं कुछ बोल सकती तभी लाईट आ गई, और रमन वहां से चला गया।

सब खाना खाने लग गए। तब मैंने पापा से पूछा, “हम घर कब वापिस जाएंगे?” तो पापा बोले, “अब हम सब सुबह ही घर जाएंगे। यहां हमारे ठहरने का इंतजाम है।” मैं बोली ठीक है। अब सब खाना खा कर मंडप के पास बैठ गए। मुझे बाथरूम जाना था, तो मैं मंडप से बाहर आ गई। तभी मुझे रमन दिखाई दिया तो मैंने रमन से पूछा, “मुझे बाथरूम जाना है। आप बता सकते हो बाथरूम कहां है?”

रमन के चेहरे पर एक अजीब सी स्माईल थी। रमन बोला, “चलो पुजा, मैं ले चलता हूं।” रमन मुझे एक कमरे में लेकर आ गया, और इशारा करके मुझे बाथरूम दिखा दिया। मैं बाथरूम के अंदर चली गई और दरवाजा बंद करने लगी तो देखा बाथरूम की कुंडी टूटी हुई थी। मैं रमन से बोली, “दरवाजे की कुंडी टूटी हुई है।” तो रमन बोला, “रुको मैं देखता हूं।”

रमन तो मेरी चुदाई के मूड में ही था। तो उसने अंदर आकर मुझे बोला, “दरवाजे के उपर की कुंडी ठीक है, इसको लगा लो।” मेरी हाईट छोटी थी, तो मैं रमन को बोली, “मेरे से नही पहुंचा जाएगा।” तो रमन मेरे पास आया और रमन ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया, और बोला, “अब कुंडी लगा लो।” मैं कुछ बोल सकती, उससे पहले ही रमन ने फव्वारा चला दिया, और मैं और रमन दोनों भीग गए।

मैं रमन की गोद से उतर गई, और फव्वारा बंद कर दी। पर तब तक मैं पूरी भीग चुकी थी, और मुझे बाथरूम भी बहुत जोर से आ रहा था। तो मैंने जल्दी से अपना घाघरा उठाया, और पेंटी नीचे करके मूतने लगी। रमन वहीं खड़े मुझे देख रहा था। फिर मैं उठी, और रमन को बहुत गालियां देने लगी। रमन मुझे देख कर हंसने लगा। यह देख कर मुझे गुस्सा आ गया, और मैंने रमन के मुंह पर थप्पड़ मार दिया।

फिर मैं फिसल बाथरूम के अंदर ही गिर पड़ी, और रमन गुस्से से बाहर निकल गया। मैं वहीं पड़ी रही। फिर कुछ देर बाद हिम्मत करके उठी, और बाहर निकल आई। रमन के साथ उसके 3 भाई और वहां खड़े थे। सब के सब एक अंडरवियर में वहां खड़े हुए थे।

रमन मेरे पास आया और बोला, “साली तू तो एक रंड निकली। अब तेरा भाई हमारी बहन की चुदाई करेगा, और हम सब भाई मिल कर तेरी कुतिया।” ये सुन कर मैं भी उत्तेजित हो गई। यह बोल कर सब मेरे पास आ गए और मुझे मसलने और मेरे बदन से खेलने लगे। कुछ ही देर में उन सब ने मुझे पूरी नंगी कर दिया।

फिर सब ने अपने अंडरवियर उतार दिये। उन सब के लंड भी 6-7″ के उपर के थे। सब अपने लंड हिला रहे थे। तभी रमन बोला, “रंडी, सब के लंड मुंह में लेकर चूस।” रमन और उसके भाईयों को यह नहीं पता था कि मैं असल में कितनी बड़ी रंड हूं।

मैंने झट से मुंह खोला, तो वैसे ही एक ने अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया और मेरे मुंह को चोदने लगा। फिर वैसे ही सब ने बारी-बारी मेरे मुंह में लंड डाला, और मेरे मुंह की चुदाई की। फिर मुझे उठा कर बैड पर ले गए। अब सब मुझ पर टूट पड़े। कोई मेरी चूत चाटने लगा, तो कोई गांड। और मेरे दोनों बूब्स भी उनके मुंह में थे। मुझे भी मजा आ रहा था।

फिर सब मेरे से हट गए। रमन मेरे ऊपर आ गया और मेरी चूत में लंड डाल कर मेरी चुदाई करने लगा। शायद रमन को मेरी चूत मारने में मजा आ रहा था। रमन जोर-जोर से मेरी चूत चोदे जा रहा था। काफी देर तक मेरी चूत चोदने के बाद मेरी चूत के ऊपर ही उसने अपना पानी निकाल दिया, और साइड में लेट गया। अब रमन की तरह ही सब ने मेरी चूत की चुदाई की।

मैं अंदर से बहुत खुश थी कि आज भाई की शादी में मेरी भी चुदाई हुई। तभी रमन मेरे पास आया और मुझे बोला, “रंडी चल घोड़ी बन। अब तेरी गांड मारूंगा।” पर तभी एक बोला, “रमन भाई, अब साली रंडी की एक साथ चुदाई होगी।” उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया, और मेरी चूत में लंड डाल दिया। फिर मुझे अपने से लिटा कर रमन को बोला, “भाई अब डाल दे साली रंडी की गांड में।”

उसने अपने दोनों हाथों से मेरे दोनों चूतड़ों को खोल दिया। अब मेरी गांड का छेद रमन के सामने आ गया। रमन ने देर ना करते हुए अपना लंड मेरी गांड के छेद में डाल दिया। मैं दर्द का नाटक करने लगी। अब दोनों के लंड मेरे पेट में रगड़ खाने लगे। तभी एक और मेरे सामने आ गया। मैंने उसका लंड अपने मुंह में भर लिया। अब मैं 3 लंड से मजा लेने लगी।

तभी चौथे वाला भी मेरे सामने आकर खड़ा हो गया। मैं उसका लंड हाथ से हिलाने लगी। अब सब मेरे साथ बहुत खुश लग रहे थे। इस बार मेरी चूत 2 बार पानी छोड़ चुकी थी, पर उनका होने को नहीं हो रहा था। तभी सब ने मुझे छोड़ दिया और मुझे उठा कर बाथरूम के अंदर ले गए। फिर मुझे नीचे बैठा कर सब मेरे उपर लंड हिलाने लगे। फिर सब के लंड से उनका पानी मेरे मुंह और बदन पर गिरने लगा।

अब वो सब मुझे अपने पेशाब से नहलाने लगे। फिर अब रमन और उसके साथ दो और बाहर चले गए। अब मेरे पास एक रह गया। मैंने उस से उसका नाम पूछा तो उसने सुरेश बताया। मैंने सुरेश को बोला, “मेरे कपड़ों को सुखा दो, और मुझे नहाने के लिए शैंपू और साबुन ला दो।”

सुरेश ने मेरे बाल पकड़े और बोला, “मैं क्या तेरी मां का यार हूं, जो मुझे हुक्म दे रही है?” मैंने उसकी थोड़ी मिन्नतें की तो वो मान गया। फिर मैं नहा कर बाहर आई, और ऐसे दिखाने लगी जैसे कुछ हुआ ही ना हो। कहानी कैसी लगी जरूर बताएं।

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