मैं पुजा पंजाब से हूं। आज मैं अपनी ओर मौसी की लड़की रेखा की चुदाई की कहानी लेकर हाजिर हूं। रेखा के बूब्स 32″, गांड 36″ की है, और मेरे बूब्स 34″, और गांड 38″ की है। रेखा मेरे से उम्र मे एक साल छोटी है। अब कहानी पर आती हूं।
रेखा होली के लिए हमारे घर आई थी। बहुत समय बाद रेखा हमारे यहां आई थी, तो हम सब बहुत खुश थे। रेखा मेरे साथ घर के काम में हाथ बंटाने लगी। हम दोनों ने बहुत सी बातें की। रात को हम दोनों साथ ही सोई, तो बातों-बातों में मैंने रेखा से उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा। पता चला रेखा 3 बॉयफ्रेंड बना चुकी थी।
रेखा से मैं खुल कर बात करने लगी। फिर पूछा चुदाई क़िस्से की है तो रेखा बोली सब से। रेखा ने मुझे सब बता दिया और फिर बोली-
रेखा: पुजा तुम्हें देख कर लग रहा है तुम भी बहुत चुदी हो।
मैंने भी उसको सब बता दिया। फिर रात को हम दोनों नंगी हो गई और एक-दूसरे की चूत चाट कर चूत को शांत किया। फिर हम दोनों सो गई। सुबह रेखा मम्मी के साथ घर का काम कर रही थी। तभी मुझे पार्क वाले अंकल का फोन आया। मैं फोन लेकर घर की छत पर चली गई। अंकल से बात करने लगी।
अंकल बोले: बहुत समय हो गया रानी। तू तो आई नहीं अपने अंकल के पास।
मैं बोली: पेपर थे मेरे।
अंकल बोले: अब हो गए तेरे पेपर तो आजा।
फिर अंकल बोले: मेरा दोस्त भी कब से तुझे चोदने के लिए तड़प रहा है।
मैं बोली: समय मिला तो आऊंगी।
फिर मैं फोन काट कर के नीचे आ गई। जब रेखा फ्री हुई तो मैंने रेखा को बोला-
मैं: चुदाई का मन है तो बोल, चलते हैं।
रेखा बोली: मन तो है, पर घर में क्या बोल कर जाएंगे?
मैं बोली: बोल देंगे घूमने जा रहे हैं।
फिर मैंने रेखा को तैयार होने को बोला, और खुद छत पर आ कर अंकल को फोन किया और अपने और रेखा के आने के बारे मे बता दिया।
अंकल बोले: हां ले आ उसको भी। तुम दोनों पार्क में पीछे वाले बेंच पर बैठ कर मेरा इंतजार करना।
मैं बोली: ठीक है।
मैं भी फिर तैयार हुई। फिर मैं और रेखा घर पर घूमने का बोल कर पार्क मे आ गई, और अंकल के बताए हुए बेंच पर बैठ कर अंकल का इंतजार करने लगी। कुछ देर इंतजार करने के बाद अंकल हमारे पास आ गए। अंकल को देख कर रेखा थोड़ी परेशान हो गई।
अंकल मुझे बोले: चलो आ जाओ मेरे पीछे।
रेखा को भी मेरे साथ चलना पड़ा। फिर हम पार्क की दीवार के पास आ गए। फिर दीवार के छेद से हम दोनों अंदर चली गई। अंकल भी आ गए। तभी हमने देखा अंकल के साथ दो और अंकल भी अंदर बैठे हुए शराब पी रहे थे। अंकल ने भी अपना गिलास उठाया, और पी गए। रेखा यह सब देख मुझे बोलने लगी-
रेखा: पुजा मुझे नहीं करना कुछ भी, चल यहां से।
मेरी चूत तो सब को देख कर ही पानी छोड़ने लग गई थी।
तो मैं बोली: रेखा कुछ नहीं होगा।
फिर अंकल बोले: हो जाओ दोनों नंगी अब, नहीं तो फाड़ दूंगा पूरे कपड़े।
मैंने अपने सब कपड़े उतार दिये। मुझे देख कर रेखा भी नंगी हो गई। अंकल ने रेखा को अपनी गोद मे खींच लिया, और मुझे दूसरे अंकल ने। अंकल हम दोनों के बूब्स चूसने चूमने लगे और चूत मे उंगली डालने लगे। तीसरे अंकल ने भी अपने कपड़े उतार दिये।
तीसरे अंकल मेरे पास आ गए और मेरे मुंह पर लंड को रगड़ने लगे। अंकल का लंड भी मोटा और लम्बा था। मैंने मुंह खोल दिया तो अंकल ने लंड मेरे मुंह में भर दिया। मैं लंड चूसने लगी। रेखा की तरफ मैंने देखा तो रेखा के बूब्स पूरे लाल हो गए थे, और चूत में दो उंगली थी। फिर अंकल ने मुझे नीचे बिठा दिया। रेखा भी नीचे हो गई।
अब सब नंगे हो गए। मैं और रेखा नीचे बैठ कर सब के लंड बारी-बारी चूसने लगी।
तो अंकल बोले: पुजा तूने इस रंडी का नाम नहीं बताया।
तो मैंने रेखा बता दिया।
अंकल बोले: आज रेखा की रेखा पहले निकालते हैं।
अब रेखा को उठा कर वहां रखे पलंग पर डाल दिया। रेखा ने शायद कभी इतने बड़े लंड नहीं लिए थे, तो रेखा डर रही थी। अंकल रेखा की टांगो के बीच आ कर रेखा की चूत पर लंड रगड़ने लगे। तभी दूसरे अंकल ने अपना लंड रेखा के मुंह में भर दिया। फिर चूत वाले अंकल ने एक झटका मारा, और लंड रेखा की चूत चीरता हुआ अन्दर चला गया।
रेखा तड़प उठी, और उसका मुंह लाल हो गया। लंड मुंह में होने से रेखा की आवाज़ दब कर रह गई। अंकल रेखा को चोदने लग गए। तीसरे अंकल ने मुझे दीवार के साथ ही घोड़ी बना दिया, और लंड मेरी चूत मे डाल कर चुदाई शुरु कर दी। काफी देर बाद रेखा भी सब का साथ देने लगी।
मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया। कुछ देर अंकल ने भी मेरी चूत के अंदर अपना पानी छोड़ दिया। हम दोनों वैसे ही कुर्सी पर बैठ गए और रेखा को देखने लगे। तभी अंकल ने रेखा को अपने ऊपर कर लिया। अब रेखा अंकल के लंड पर कूदने लगी। रेखा चुदाई का मजा ले रही थी। तभी अंकल ने रेखा को अपनी तरफ खींच लिया। दूसरे अंकल रेखा की गांड पर थूकने लगे।
यह देख मैं बोल पड़ी: अंकल एक-एक करके चुदाई का मजा लो। एक साथ मत डालो, मर जाएगी रेखा।
अंकल बोले: चुप रंडी, आज तो सब होगा तुम दोनों के साथ।
तभी अंकल ने रेखा की गांड पर अपना लंड सटा दिया। अंकल ने रेखा की कमर को जोर से जकड़ लिया, और एक जोर का धक्का मारा। लंड रेखा की गांड चीरता हुआ अंदर चला गया। रेखा की बहुत जोर की चीख निकल गई, तो अंकल ने मुझे नीचे फेंक कर रेखा के मुंह मे अपना लंड डाल दिया। रेखा के आंसू निकल रहे थे और रेखा तड़प रही थी सब के बीच।
पूरा लंड रेखा की गांड मे चला गया था। फिर दोनों अंकल रेखा की चूत और गांड एक साथ चोदने लगे। तीसरे अंकल का लंड रेखा के मुंह को चोद रहा था। सब मिल कर रेखा का सैंडविच बनाए हुए थे। रेखा उनके बीच दबी हुई थी। मैं रेखा को देखते हुए अपनी चूत मे उंगली डालने लगी।
रेखा का दर्द कम हो गया था, तो रेखा भी चुदाई का पूरा मजा लेने लगी। कुछ देर बाद चूत वाले अंकल के लंड ने पानी छोड़ दिया, तो वो अंकल रेखा को ऊपर करके बाहर आ गए। फिर गांड वाले अंकल रेखा को घोड़ी बना कर गांड चोदते रहे, और मुंह वाले अंकल रेखा के मुंह को।
रेखा चुदाई का खुल कर मजा ले रही थी। मैं तीसरे अंकल का लंड मुंह मे लेकर चूसने लगी, और चूत मे उंगली करने लगी।
कैसी लगी हम दोनों बहनों की चुदाई की कहानी? अगली कहानी में बताऊंगी फिर कैसे सब ने मेरे साथ चुदाई का मजा किया, और रेखा को फिर से सब ने कैसे चुदाई का मजा दिया। आशा करती हूं आप सब को हमारी कहानी जरूर पसंद आई होगी। तो आप मुझे ईमेल कर के जरूर बताना
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