नमस्ते दोस्तों में राज शर्मा में रतलाम में रहता हूँ.. मेरे उम्र 22 साल है आज अन्तर्वासना पर अपनी पहली कहानी लिख रहा हूँ.. कोई गलती हो तो माफ़ करना।
ये बात जब की है जब मेरी उम्र 19 की थी। तब मेरे घर के पास एक आंटी रहती थी उनका नाम गौरी था उनके नाम के जेसे ही बहुत गोरी थी।उनका फिगर 32-30-36 का था और में हमेशा उनके गौरे रंग को निहारता रहता था।और उनका मेरे घर आना जाना लगा रहता था और इनके पति कोई मार्केटिंग जॉब्स काम करते थे जिससे बो घर पर कम ही रहते थे।
इसलिए आंटी के घर के सारे काम में ही करता था। जिससे में आंटी के बूब्स के दर्शन हो जाते थे।मगर एक दिन ऐसे ही आंटी के घर किसी काम से में गया और आंटी को आवाज लगाई कहा हो आंटी मगर आंटी ने जब कोई जबाब नहीं दिया तो में आंटी के कमरे में गया तो मुझे बाथरूम से कुछ आवाज आई मेने सोचा शायद आंटी नहा रही होगी।
थीरे से दरवाजे के पास गया और छेद में से देखा तो आंटी पूरी नगी नहा रही थी और उनके सफ़ेद दूध जेसे बूब्स और मस्तचिकनी चूत देखकर मेरे पजामे में मेरा लंड तम्बू बन गया आंटी अपनी चूत में ऊगली कर रही थी और हा ऊऊऊऊ स्स्स्स्स्.कुछ आवाज निकाल रही थी।
में ये देख कर ना जाने मुझे क्या हुआ की मेरा हाथ मेरे लंड पर चला गया और में उससे दबाने की कोशिश करने लगा मगर वो और दर्द करने लगा मेने एक बार एक पोर्न वीडियो में देखा था की आदमी अपने लंड को आगे पीछे कर के फिर चूत में लंड डालता है मगर में मेरे पास तो चूत नहीं थी।
फिर मेने लंड की चमड़ी को आगे पीछे करने लगा तो कुछ सफ़ेद सा झाग जैसा मेरे लंड से निकल ने लगा उस के बाद मुझे आराम मिला इतने में आंटी भी नहा कर बहार आने वाली थी तो जल्दी से में निचे भाग गया मगर मुझे याद आया की में वो सफ़ेद झाग साफ करना भूल गया कही आंटी ने देख लिया तो और घर पर बोल दिया तो खूब मार परेगी मगर क्या करू समझ नहीं आ रहा था मुझे में डर के अपने घर चला गया।
और थोरे दिन आंटी के घर नहीं गया एक दिन आंटी घर पर आई किसी काम से और गलती से में उनके सामने आगया उन्होंने कहा क्या बात है राज आज कल घर नहीं आते। मेने कहा ऐसी बात नहीं है पढाई का बोझ जयादा था तो आ नहीं सका फिर उन्होंने मां को कहा मुझे कुछ सामान मंगाना है तो राज को मेरे साथ भेज दो मेरी माँ ने हा कर दिया में डरते हुए आंटी के साथ उनके घर गया तो उन्होंने कहा तुम यही रुको में अभी आई जब आंटी निचे आई तो में उन्हें देखता ही रह गया लाल साडी और नीला ब्लाउज क्या मस्त लग रही थी।
आंटी और मेरे पास आकर कहा चलो मगर में तो उनमे इतना खो गया की ये धयान ही नहीं रहा की आंटी कब मेरे पास आगई और उन्होंने मेरा कधा पकर कर हिलाया तब होश आया मुझे मेने उनको सॉरी कहा उन्होंने कहा चले फिर हम एक बड़े शॉपिंग हॉल गए वहा उन्होंने कुछ साडी ली और फिर ब्रा पेन्टी के स्टोर में गयी और वो अपने लिये ब्रा लेने आई थी फिर मुझे दिखा कर पूछा ये केसी है मगर मेने मन में सोचा ये मुझ से क्यों पूछ रही है।
मुझे कुछ समझ नहीं आरहा था उन्होंने फिर पूछा मेने कहा ये अछि नहीं है मेने कहा में निकाल के बताता हूँ मेने उनसे उनका साइज़ पूछा तो उन्होंने बिना शरमाये कह दिया 32 की है.. तो मेने उनके साइज़ की ब्लैक रंग की ब्रा और सफ़ेद रंग की पेंटी निकाली जो उन्हें भी बहुत पसंद आई फिर हम शॉपिंग कर के घर आगये शाम को माँ ने कहा आज रात आंटी के घर ही रुक जाना मेंने पूछा क्यों माँ ने कहा कल रात गली में जो चोरी हुई थी।
उससे गोरी डर गई है उसने तुम्हे आज रात रुकने के लिए बोला था मेने सोचा कही वो झाग वाली बात आंटी को मालूम हो और मुझे रात को मारेगी तो नहीं ये सोच कर में में डरते हुए उनके घर गया मगर आंटी के चेहरा देखने के बाद ऐसा कुछ नहीं लगा फिर में भी वो बात भूल गया आंटी ने कहा राज खाना खा लिया तुमने मेने कहा हा आंटी थोरी देर में खाने के बाद आंटी बोली राज तुम मेरे रूम में ही सोजाना में ने कहा ठीक है।
में और आंटी रूम में गए और टीवी देख रहे थे आंटी सास बहु के नाटक देख रही थी। मेने कहा आंटी को कोई फ़िल्म लगाओ आंटी ने मना कर दिया तो मेने फिर से कहा तो उन्होने कहा तुम्हे सोना हो तो सो जाओ मगर मुझे इतना जल्दी नींद नहीं आती है में ने आंटी से रिमोट छीनने की कोसिस की और उनको ठका मारकर उनके ऊपर चरकर उनके हाथ से रिमोट छीनने की कोशिश में गलती से मेरे हाथ से उनका बूब्स दब गया उनके मुख से एक आह्ह्ह निकल गयी।
मेने पूछा क्या हुआ आंटी आंटी ने कहा कुछ नहीं फिर थोरी देर टीवी देखने के बाद में वही उनके साथ सोगया अचानक रात को मुझे लगा की कोई मेरे लंड को हिला रहा है में जेसे ही उठा सामने आंटी मेरे लंड को मुँह में लेकर चूस रही है मेने कहा आंटी ये क्या कर रहे हो आंटी बोली पानी पी रही हूँ मगर ये गन्दा काम है आंटी चुप-चाप मजे लो नहीं आंटी ये गन्दा काम है।
ये बात माँ को कह दूँगा आंटी कहती है जब बाथरूम में झाक कर मुझे नगा नहाते हुए देख रहे थे वो गन्दा काम नहीं कर रहे थे मेने कहा वो तो गलती से होगया अब आप मेरे साथ ये गन्दा काम ना करे नहीं तो में सब को बता दूँगा आंटी ने मुझे छोर दिया फिर अंदर से रस्सी लेकर आई और मेरे हाथ बाधने लग गई मेंने कहा ये क्या कर रही आंटी तू सीथीं तरह से मानेगा नहीं इसलिए आज तेरा रेप करुँगी और तुझे पूरा खाजाउगी मेने कहा आंटी ऐसा मत करो छोर दो मगर आंटी नहीं मानी..
उन्होंने पहले मेरा शर्ट फार दिया और मेरे सीने पर किस करने लगी जिससे मुझे कुछ होने लगा मेने फिर उन्हें कहा मुझे छोर दे मगर अब की बार आंटी होटो पर किश करने लगी और मेरा मुँह को दबाकर मेरी जीभ को चूसने लगी जिससे मुझे भी मस्ती आने लगी और फिर सेऊपर से किश करते हुए निचे लण्ड पर आकर उससे मुह में लेकर चूसने लगी घप्प्पप्पप्प की आवाज आने लगी में आँख बद कर सिफ मजा ले रहा था फिर आंटी ने अपनी नाइटी खोली उन्होंने अंदर कुछ कुछ नहीं पहना उनके सफ़ेद बोब्स में भूरे रंग का दाना और भी मस्त लग रहा था।
फिर आंटी ने वापिस मेरा लंड मुह में लेकर चूसने लगी और जिससे मुझे मजा आरहा था अब मेरे मन में भी आंटी के साथ ये खेल खेलना चाहता था मगर मेरे हाथ बधे हुए थे कुछ कर नहीं सकता था इतने में आंटी लंड को चूत पर सेट कर के ऊपर बेठ गई और उनके मुह से एक अह्ह्ह निकली और मेरे मुह से भी फिर आंटी ऊपर निचे होने लगी और हस्सस्साआआ करने लगी और में भी निचे से धगे मार रहा तो आंटी समझ गयी की में अब तैयार हूँ उनके साथ इस खेल में..
तो उन्होंने मेरे हाथ खोल दिये मेने गुस्से में आंटी को पकर उनके अपने निचे लिटाकर जोरो से होठो पर किस करना चालू कर दिया आंटी भी मेरे किस का जबाब मेरे लंड को आगे पीछे कर के कर रही थी फिर में निचे उनके बूब्स चूसने लगा और आंटी मेरे सर पर हाथ फेर रही थी मेने एक ऊगली उनके चूत में डाल कर आगे पीछे कर रहा था साथ ही उनका मीठा दुथ दबाकर पिने में जो जो मजा आरहा उसका आनंद ही अलग था आंटी आआस्सस्ड्डसदास कर रही थी।
और कह रही थी और जोर से राज आज इनका सारा दूध पिजाओ खजाओ इनको ये आज से तेरे लिए ही है जब तेरी इच्छा हो जब आजाना फिर मेने निचे किस्स करते हूँ चूत पर आया और चूत चाटने लगा आंटी मेरा सर पकर कर चूत पर दबा रही थी। चूत का भी चाटने का मजा आरहा था फिर थोरी देर में आंटी झर गई और उनका पूरा रस मेरे मुह में चला गया जो नमकीन और टेस्टी था मेने आंटी से कहा आंटी अब आप की चूत मारूँगा आप तैयार है।
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।
आंटी बोली वो तो बस तेरे लंड के लीये ही बनी है घुसा दे और मेरे इतने दिनों की प्यास भी। मेने चूत के मुह में लंड सेट किया और अपनी फूल ताकत से एक ही बार में लंड चूत में डाल दिया जिससे आंटी और मुझे थोड़ा दर्द हुआ और आंटी मादरचोद आराम से कर राज जल्दी नहीं है मुझे फिर मेने आंटी की चोदना चालू किया और साथ-साथ उनके बॉब्स दबरहा था।
किस्स करते हुए ऊऊऊऊम्मम्मम इतने में आंटी फिर झर गयी आंटी ने कहा राज अब होगया मुझे दर्द हो रहा है मगर में नहीं माना और उनको और जोर से चोदने लगा धौरी देर में मेरा भी मॉल उनकी चूत में निकल गया और आंटी बहुत ख़ुश थी। फिर किस्स किया और एक दूसरे से चिपकर सोगये आगे क्या हुऑ ये बाद में बताऊगा जबतक आप को मेरी ये पहली कहानी केसी लगी मुझे मेल कर के बताना जरूर.. मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.
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