Aakhiri Dagar, Purane Humsafar – Episode 11
अशोक और नितिन ने मुझे फंसाने की कोशिश की। मेरी जगह पूजा ने ले ली थी और अब बारी थी एक और कड़वे सच का सामना करने की।
Hindi sex khaniya, jinka luft aap desi kahani par uthaiye. Hindi chudai stories, baap, maa, beti, gaon, khet, biwi, padosan, bhabhi sabhi indian sexy kahaniyon ka mila jula mel apko yaha milega.
अशोक और नितिन ने मुझे फंसाने की कोशिश की। मेरी जगह पूजा ने ले ली थी और अब बारी थी एक और कड़वे सच का सामना करने की।
अशोक ने पूजा को उसके पति की मौजूदगी में इंटिमेट कर चुदाई के लिए तैयार कर लिया और फिर जो नहीं सोचा था वो हो गया।
मेरी बड़ी दीदी रिया एक रात मुझे अपना हुस्न का दीदार कराई तो मेरे अंदर का जानवर जाग उठा और मै बड़ी दीदी को चोद कर रिश्ता को शर्मसार कर दिया।
मैं एक भयंकर सच से रूबरू हुयी और मेरी आजादी की नीव ही हिल गयी। एक बार फिर चुदाई का खेल शुरू हुआ।
रूबी के साथ मिलकर एक अनजाने मर्द को अपनी चूत का ताजा पानी पिलाने की शरारत को हमने अंजाम दिया। फिर मेरे पति अशोक की एक और नाजायज मांग मेरा इंतजार कर रही थी।
रूबी ने एक शरारत की और मैं शर्मिंदा हुयी। रूबी की मदद मेरे काम आयी कि मैं अपना चैलेंज पूरा कर पायी और मैंने रूबी का उसकी शरारत में साथ दिया।
एक महीने अपने पति से ना चुदवाने का अपना चैलेंज मैं पूरा नहीं कर पा रही थी और रूबी ने मेरी सहायता करने लिए एक प्लान बताया।
क्या हाल हुआ क्या बात हुई? अच्छी अच्छी मानिनीयाँ भी चुदवाने को बेताब हुई? पहले तो पति से ही चुदती थी, गैरों पर क्यों मोहताज हुई?
मुझे आईना दिखाने के लिए और भी कोई आया। पहले मुझे एक गन्दा सा टाइटल मिला और उसको हटाने के लिए एक मुश्किल चैलेंज।
पूजा ने स्वीकार किया कि वो अशोक के साथ डांस करते थोड़ा बहक गयी थी और उसको उसी स्तिथि में डाल थोड़ा कमजोर कर चुदने के लिए तैयार किया।
हम पूजा को अशोक के साथ थोड़ा और कम्फर्टेबले करते गए और फिर मैंने पूजा के मन की बात जानी और पता चला कि पूजा सच में अशोक के साथ डांस के दौरान बहक गयी थी और हमने अपना प्लान जारी रखा।
पूजा और नितिन की सालगिरह की पार्टी पर हमने अशोक और पूजा को पास लाने की कोशिश की और इसमें थोड़ी कामयाबी भी मिली, सब इस एपिसोड में जानिए!
पति ने पत्नी के सामने मांग रखी कि वो उसकी सहेली को चोदना चाहता हैं जो कि उसके खुद के दोस्त की भी बीवी हैं। पति को ये नहीं पता था कि उसकी बीवी पहले ही उसके दोस्त के साथ चुदवा चुकी हैं। अब क्या रायता फैलेगा यह इस आखिरी सफर में पढ़िए।
सुनीता अपने पति सुनीलजी और अपने प्रियतम जस्सूजी के बिच में लेटी हुई थी। एक तरफ उसके पति का खड़ा लण्ड उसकी चूत में घुस रहा था, तो पीछे जस्सूजी का मोटा घण्टा सुनीता गाँड़ की दरार में फँसा था।
सुनीता के लिए खड़े हुए जस्सूजी से उनकी बाँहों को अपनी बगल में लेकर एक फूल की तरह अपने नंगे बदन को ऊपर उठाकर अपनी चुदाई करवाने का मज़ा कुछ और ही था।
नमस्कार दोस्तों ये कहानी मेरे और एक राइटर के बीच की है। और आप इसमें पढ़ेगे की कैसे किस्मत हम को मिलाती है और हम दो से एक हो जाते है।
कुछ देर तक मैं पूजा की चूत को चाटता रहा और पूजा पलंग पर अपनी गाँड़ को मचलती हुई बिना कुछ बोले मुझे अपना लण्ड उसकी चूत में डालने का इशारा करती रही।
राज ने पूजा से और मुझ से इजाजत ली और बाहर निकल गया। पूजा ने असहायता दिखाते हुए अपने कंधे हिलाये और राज वहाँ से बाहर निकल लिया।
मैंने यह तय कर लिया था की बिना राज के जाने मैं पूजा से कोई अलग से संपर्क करने की कोशिश नहीं करूंगा। अब बस मैं राज को कोई ऐसा मौक़ा नहीं देना चाहता था।
राज ने मुझे बाद में यह सारी बात बतायी और साथ साथ में यह भी कहा की उसके बाद उन दोनों ने जमकर चुदाई की। राज की बात सुनकर मेरा लण्ड भी खड़ा हो गया।