जीजू से पहली चुदाई-2

मैं जीजू के ऑफिस में उनका इंतज़ार कर रही थी। पढ़िए कैसे उन्होंने आके मेरी कुंवारी चूत की सील तोड़ी और मुझे रंडी बना कर चोदा।

जीजू से पहली चुदाई-1

मेरी दीदी-जीजू हमारे घर आए थे, और मैंने उनकी चुदाई देखी। पढ़िए कैसे मैंने दोबारा उनकी चुदाई देख कर जीजू से चुदने का फैंसला किया

परिवार में चुदाई का मज़ा-1

राजिंदर ने अपनी बहन को किसी लड़के के साथ देखा, और उसको डांटने आया। पढ़िए कैसे सोई हुई बहन को देख कर उसका मन मचला और उसने बहन को चोद डाला।

मौसी की चुदाई

थोड़ी देर में खाने के बाद सब सोने की तैयारी में लग गए। उस समय मौसी ने काले कलर का टाइट सलवार सूट पहनी थी जिसमे से ऊपर से उनके 32 की सुडौल दूध दिख रहे थे।

पुरानी पड़ोसन की पलंगतोड़ ठुकाई–2

तूफान शांत होने के बाद मेरा लण्ड फिर से हलचल करने लगा। अब मै आँटी के रसीले होंठो पर फिर से टूट पड़ा। आँटी भी मेरा साथ देते हुए मेरे होठो को खाने लगी।

पुरानी पड़ोसन की पलंगतोड़ ठुकाई–1

अब मैने आँटी की चिकनी टांगो को फैला दिया और मैं आँटी के भोसड़े पर टूट पड़ा। अब मै भूखे कुत्ते की तरह आँटी के भोसड़े को चाटने लगा।

बीबी की चुदाई

इस कहानी में पढ़िए कैसे मैंने मेरी बीवी की इच्छा पूरी की उसको उसके यार के साथ चुदाई करवा के और अपनी बीवी को दूसरे मर्द से चुदते देखा।

पुरानी पड़ोसन को जमकर बजाया-2

कहानी के पहले भाग में आपने पढ़ा की किस तरह से मैंने ऋतू आंटी को पटाया और फिर किस तरह से मैंने उनको बजाया। अब कहानी आगे…

पुरानी पड़ोसन को जमकर बजाया

मैं मौके की नजाकत को समझते हुए आंटी की गांड के पीछे खड़ा हो गया।अब मैं आंटी की रोटी बनाने में हेल्प करने का नाटक करने लगा।

पड़ोसन बनी दुल्हन-50

संजयजी सेक्स के मामले में बड़े ही उदार दिल के हैं। वह मुझे कई बार उनके दोस्तों से जबरदस्ती मिलाते थे और उनके साथ मेलजोल बढ़ाने के लिए उकसाते रहते थे।

पड़ोसन बनी दुल्हन-48

जेठजी माया को अपनी दो टांगों के बिच रख कर माया के बदन पर उसे चोदने के लिए तैयार हो गए। जेठजी ने माया की चूत की पंखुड़ियों अपने लण्ड से रगड़ कर खोला।

पड़ोसन बनी दुल्हन-46

जब माया कमरे में दाखिल हुई तो जेठजी बिकुल नंगे पलंग पर बैठे हुए थे। उनके पलंग पर उनके बाजू में एक किताब पड़ी थी। ऊपर पंखे के चलते हुए किताब के पन्ने फरफरा रहे थे।

पड़ोसन बनी दुल्हन-45

अब आगे की कहानी अंजू की जुबानी, कैसे उसके जेठजी को माया ने अपना जिस्म सौंप दिया, अब एहसान के तले या प्यार की वजह से ये पढ़िए।

पड़ोसन बनी दुल्हन-44

अब आगे की कहानी अंजू की जुबानी, कैसे उसके जेठजी को माया ने अपना जिस्म सौंप दिया, अब एहसान के तले या प्यार की वजह से ये पढ़िए।

पड़ोसन बनी दुल्हन-43

जब एक दुसरे के लिए भरसक प्यार हो और समर्पण का भाव हो तो एक दूसरे को चुदाई का आनंद देने और लेने में जीवन सफल हो जाता है।

पड़ोसन बनी दुल्हन-41

वहाँ सेठी साहब अगर टीना और अंजू की चुदाई कर रहे थे तो उनके ही घरमें उनकी बीबी उनके ही दोस्त से चुद रही थी। उतना ही नहीं वह दो दो मर्दों से चुदवाना चाह रही थी।