मेरा नाम पूनम शर्मा है, और ये मेरी सेक्स कहानी है। मैं 30 साल की शादी-शुदा औरत हूं। मेरी शादी को 5 साल हो चुके हैं। मेरा फिगर 36-30-38 है। यूं तो मेरे पति मेरी जोरदार चुदाई करते हैं। पर सिर्फ प्यार-प्यार से। लेकिन मुझे जो थोड़ा जबर्दस्ती वाला, गालियों के साथ डर्टी सेक्स पसंद हैं। मुझे बिस्तर पर मर्द की रंडी बनना पसंद हैं। लेकिन मैं ये बात अपने पति को बोल नहीं पाती।
मेरे पति मेरी चूत और गांड दोनों मारते हैं। मुझसे अपना लंड चुसवाते भी हैं। मुझे सेक्सी-सेक्सी छोटे-छोटे कपड़े पहना कर चोदते हैं। मगर बहुत प्यार से। जानू, बेबी ही बोलते हैं, कभी गालियां नहीं देते। मगर मुझे तो सेक्स के दौरान मर्द की गुलाम बन जाना पसंद है। इसलिए मैं दूसरे मर्दों के बारे में सोचने लगी थी।
वैसे तो हम लोग गांव के रहने वाले हैं। लेकिन पति की नौकरी के कारण शहर में रहते हैं। मेरे पति फिटनेस के बहुत शौकीन है। वो हर दिन जिम जाते हैं। उनके साथ मैं भी जिम जाने लगी थी। इसी वजह से शादी के 5 साल बाद भी मेरा फिगर मेंटेन है।
जिम ट्रेनर मुझे मेरे पति के सामने ही ट्रेनिंग के बहाने मेरे बूब्स दबा देता था। मेरे चूतड़ सहला देता था। मैं समझ गयी थी कि वो मुझे चोदने के चक्कर में था। उसने कैसे मुझे अपने लंड के नीचे लाया, वो कहानी कभी और बताऊंगी।
आज मैं आपको बताउंगी कि कैसे मेरे एक रिश्तेदार की शादी में एक लड़के ने मेरी चुदाई की। 2 महीने पहले मामा ससुर के यहां उनकी बेटी की शादी थी। हम भी वहां गए। शादी से 1 दिन पहले हम वहां पहुंच गए। शादी वाले घर से कोई 200 मीटर दूर किसी का घर था। मेरे पति उनको अच्छे से जानते थे। वो भी शायद कोई रिश्तेदार ही लगे थे।
हम पहले वहां गए और सारा सामान वहीं रख दिया। मेरे पति ने कहा शादी वाले घर में काफी लोग होंगे, इसलिए सामान यहीं ठीक है। वहां हम जिनका वो घर था उनसे मिले। उन्होंने पानी वगैरा पिलाया। उनका एक लड़का भी था, जिसका नाम अंकित था। करीब 24 साल का। देखने में काफी हैंडसम था। यूं तो उसने मेरे पैर छुए, मगर नज़रें उसकी मेरे बूब्स और पिछवाड़े को ही घूर रही थी। मैंने सूट पहना था तो उसको ज़्यादा दीदार नहीं हो पा रहा था।
फिर हम एक बैग लेकर जिसमें मिठाई वगैरा सामान था, शादी वाले घर में गए। काफी देर लोगों से मिले। फिर थकावट की वजह से मेरा मन थोड़ा रेस्ट करने को हुआ। तो मैंने मेरे पति को बोला कि थोड़ी देर रेस्ट कर लेती हूं। तो उन्होंने कहा कि, “यहां तो काम की आवाज आती रहेगी, तुम ऐसा करो अंकित के घर ही चले जाओ। वहां बढ़िया से 1-2 घंटे की रेस्ट हो जाएगी।”
मैंने देखा कि अंकित और उसकी फैमिली भी वहीं आ गयी थी। मेरे पति ने अंकित को बुलाया और कहा कि, “तेरी भाभी को थोड़ी देर रेस्ट करनी है, इसलिए अपने घर ले जा।”
फिर उसने मुझे बोला: चलो भाभी।
और मैं उसके साथ चल पड़ी। उसने मुझे आगे-आगे चलने को बोला। मैं समझ गयी कि वो मेरी मटकती हुई गांड देखना चाहता था। हम उसके घर पहुंच गए।
उसने बोला: भाभी आप ऐसा करो ऊपर वाले कमरे में सो जाओ। नीचे कोई आएगा भी तो आपको डिस्टर्ब नहीं होगा।
मैंने बोला: ठीक है। पर मैं अपने कपड़े ले लेती हूं।
मैं अंदर जाकर अपने कपड़े निकालने लगी। वो भी मेरे साथ आ गया। मैंने उसके सामने ही अपने बैग से अपने सारे सेक्सी-सेक्सी अंडरगारमेंट्स बाहर निकाल दिए।
मैं एक ब्रा उठाते हुए बोली: सबसे पहले तो ब्रा चेंज करूंगी। सुबह से टाइट हो रही है।
मैं ब्रा अंकित को पकड़ाते हुए बोली: इसे पकड़ो जरा। मैं ये सब बैग में डाल लेती हूं।
मैं: अंकित! जरा डोर बंद करो। मैं ब्रा चेंज कर लेती हूं।
अंकित: रुको भाभी। मैं बाहर जाता हूं।
मैं: नहीं। तुमसे क्या शर्माना। तुम बस दरवाज़ा बंद करो।
अंकित ने दरवाजा बंद किया। मैंने कमीज उतारी।
मैं: अंकित। जरा ब्रा के हुक खोल दो ना प्लीज़।
अंकित ने ब्रा के हुक खोल दिये। मैंने ब्रा उतारी। फिर दूसरी ब्रा पहनी और अंकित को हुक लगाने को बोला। फिर मैंने दोबारा कमीज़ पहन ली। मैंने देखा अंकित का लंड खड़ा हो गया था।
मैं अंकित के लंड को छूते हुए बोली: इसको समझा दो भाभी है।
अंकित: जब भाभी आप जैसी सेक्सी हो तो कैसे समझाऊं?
मैं: तो फिर।
फिर अंकित ने हिम्मत दिखाते हुए मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रख दिये और चूसने लगा। मैंने भी अंकित का साथ दे दिया। फिर क्या था, वो तो मुझ पर टूट ही पड़ा। 5 मिनट तक उसने मेरे लिप्स, मेेेरे गाल, मेरी गर्दन को जम कर चूसा। मैं अब गर्म हो चुकी थी। मैं अंकित लंड बाहर निकालने लगी।
अंकित: भाभी यहां नहीं। ऊपर चलते हैं। यहां कोई आ जायेगा।
मैं: ओके।
फिर हम ऊपर वाले कमरे में चले गए। ऊपर जाते ही मैं जल्दी से नीचे बैठ गई, और अंकित की पैंट का बटन खोल दिया। उसका लंड लगभग मेरे पति जितना ही था। करीब 6 इंच का। मैंने जल्दी से उसका लंड मुंह में ले लिया, और चूसने लगी। मैंने देखा अंकित मजे से पागल हो रहा था। शायद ये सब उसके साथ पहली बार हो रहा था इसलिए। अब उसका लंड चूत में जाने के लिए तैयार हो चुका था।
मैं: अंकित, अब जल्दी से चोद दे यार। इससे पहले कि कोई आकर मजा खराब कर दे।
अंकित: हां भाभी।
उसने मुझे बेड पर लिटाया, और मेरी सलवार सरकाते हुए आगे से मेरी चूत में लंड घुसा दिया।
अंकित मेरी टांगे अपने कंधे पर रख कर चोद रहा था। वो जोरदार झटके मार रहा था। उसने करीब 10 मिनट तक मुझे ऐसे ही चोदा।
मैं: अंकित, अब मैं थक गई। पोजिशन चेंज कर।
अंकित: ओके भाभी।
फिर उसने मुझे घोड़ी बनाया, और मुझे चोदने लग गया। उसने फिर करीब 8-10 मिनट तक मेरी घोड़ी बना कर जोरदार चुदाई की।
अंकित: भाभी, मैं झड़ने वाला हूं। मुंह में निकालने दोगे क्या?
मैं तुरंत उठ कर घूम गई। और अंकित का लंड मुंह में ले लिया। अंकित मेरा सिर पकड़ कर मेरे मुंह में झटके मारने लगा। 8-10 झटकों में ही वो मेरे मुंह में झड़ गया। मैं सारा माल पी गई, और लंड चूस कर साफ कर दिया। फिर मैंने अपनी सलवार ठीक से पहनी और सो गई। अंकित भी नीचे चला गया।
शादी के दौरान भी मैं अंकित से कैसे और कितनी बार चुदी, वो कभी बाद में बताउंगी। मेरी चुदाई की कहानी कैसी लगी जरूर बताएं।