दोस्तों मैं दीपक जो कि हरियाणा का रहने वाला हूं, दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर खड़ा था। तभी एक लड़की देखी जो कि लंबी सी और पतली सी थी। मैंने उनसे थोड़ा मेल-जोल बढ़ाया। फिर उस लड़की ने भी मुझे अच्छा रिस्पांस दिया। फिर हम दोनों लोग मेट्रो में बैठ गए, और हम लोग एक-दूसरे के बगल में बैठे थे।
मैं भी देखने में स्मार्ट हूं, और वह लड़की को जब मैंने देखा तो वह शादी-शुदा निकली। लेकिन फिर भी वह मुझे अच्छी लगती थी। वह लड़की भी बहुत ही स्मार्ट थी। उसके बाद हम दोनों लोग की बातें शुरू हो गई। उस लड़की का भी कोई मित्र था, जिसे वह ठीक से पहचानती नहीं थी, और वह लड़की उस मित्र को मुझे ही समझने लगी।
मैंने भी मौके का फायदा उठा कर उस लड़की को यह बताया, कि मैं ही वहीं उसका मित्र था। फिर हम दोनों लोग एक-दूसरे के बारे में जानने लगे। मैं उनके हाथों को बार-बार टच करने की कोशिश करता था, लेकिन उनका रवैया भी नरम ही था।
फिर मेरी हिम्मत धीरे-धीरे बढ़ती गई और हम लोग एक ही मुलाकात में बहुत ही अच्छे से दोस्त बन गए। इसके बाद मैंने सफर में उनका हाथ पकड़ा तो उन्होंने भी मना नहीं किया। मैं समझ गया था कि भाभी मुझे पसंद कर रही थी। वो भाभी भले ही थी, लेकिन उम्र कम थी और लड़की जैसी उनकी फिट बॉडी थी।
मैं जैसे ही उनका हाथ टच करता, तो वो थोड़ा शर्मा जाती। लेकिन वह मना नहीं करती थी। मैंने उनके हाथों को सफर के दौरान पकड़े रखा। इस तरह हम लोग एक-दूसरे से बतलाते रहे। फिर मैंने हिम्मत करके उनसे उनका फोन नंबर ले लिया, तो फिर भाभी ने भी मेरा फोन नंबर ले लिया।
मैं समझ चुका था कि अब तो फोन नंबर से ही सारी आगे की बातें होती रहेंगी। फिर मैं दिल्ली मेट्रो से उतर गया, लेकिन उतरते हुए हाथ मिला लिया, और उनके गालों से अपने गालों को भी सटा लिया। भाभी को भी किसी काम के सिलसिले में और आगे जाना था। लेकिन मैंने कहा कि वापसी में शायद मिले।
फिर भाभी ने एकाएक मुझे वापसी के लिए व्हाट्सएप संपर्क किया। मैंने भी उनसे संपर्क किया। इस तरह हम दोनों लोग मिलने लगे, और रात को व्हाट्सएप से चैट करने लगे। महिला मित्र को काफी कीमती गिफ्ट दिया, और उन्होंने यह बात अपने पति से भी नहीं बताई। तो मैं समझ चुका था कि भाभी मुझे काफी पसंद कर रही थी।
फिर मैंने 1 दिन उन्हें बुलाया और खूब उनकी शॉपिंग कराई, और अच्छे-अच्छे रेस्टोरेंट में खाना खिलाया। उसके बाद मैं उन्हें ओयो होटल लेकर गया। इसके बाद मैंने उनका चुंबन लिया। फिर जैसे-जैसे धीरे-धीरे वह भी मेरे को रोक नहीं पाई।
फिर मैं उनके धीरे-धीरे कपड़े पूरे उतार दिया, और अपना भी कपड़ा उतार दिया। मैंने सबसे पहले उनके पूरे शरीर को चुंबन किया। मैं फोरप्ले के बारे में जानता था, जिससे लड़कियां सेक्स के लिए पागल हो जाती है। मैंने उनकी कमर, उनकी गर्दन, और उनकी गांड पर खूब चुंबन दिए। फिर उनकी जांघों को चाटा, चुंबन किया, फिर उनकी योनि को सहला कर खूब चूसा।
उनकी योनि बहुत सुंदर थी, क्योंकि वह गोरी थी। वो भी मेरे पेनिस की मोटाई देख कर आश्चर्य में पड़ गई।
उन्होंने कहा: मेरे पति का तो थोड़ा काला है, तुम्हारा तो गोरा है। और आगे का टोपा भी तुम्हारा ज्यादा मोटा-मोटा है। मुझे मोटा वाला ही ज्यादा पसंद है।
इस तरह से उन्होंने मेरे लंड को खूब चूसा और काटा, और खेला। मैंने भी अपने लंड को उनको दे दिया तांकि वो जितनी देर चाहे खेलती रहे। क्योंकि मैं जल्दी गिरने वाला नहीं था। उसने 10 मिनट तक अपनी इच्छा को शांत कर लिया, तब मैंने देखा कि उनकी चूत से पानी आ रहा था।
मैं समझ चुका था कि भाभी अब एक-दम से गर्म होकर तैयार थी। फिर मैंने अपने लंड को उनकी चूत में सटा कर धीरे-धीरे डालना चालू किया। क्योंकि मेरा आगे का टोपा ज्यादा मोटा है, इसलिए भाभी को बहुत ही कसाव महसूस हो रहा था, और वह उसका कसाव और मोटाई से मस्त होते हुए धीरे-धीरे लंड अपने अंदर समा ली।
फिर मैं भी जोर-जोर के झटके देने लगा। इस तरह मैंने उनको 15 मिनट तक खूब चोदा। जब वो झड़ने लगी, तो वह मेरे ऊपर आकर बैठ गई और अपनी चूत को मेरे लंड पर डाल लिया। फिर अपनी चुचियों को मुझे पीने के लिए कहा।
इस तरह 5 मिनट तक और भी कार्य होता रहा, और फिर एकाएक वह झड़ने लगी। फिर वो हंसते हुए मेरे सीने पर पर अपना सर रखती है। फिर मैंने भी उनको कायदे से झड़वा दिया। उसी समय मैंने भी जोर के झटके देकर अपना सारा माल उनके मुंह में झाड़ दिया।
इस तरह दोस्तों एक बहुत ही बढ़िया चुदाई का आनंद लिया और भाभी भी काफी मस्त लगी, क्योंकि उनको मैंने उनके पति से ज्यादा देर तक चोदा और वह बता रही थी कि उनके पति से ज्यादा मेरा लंड अच्छा है। फिर उन्होंने अपने बच्चों को मुझसे ट्यूशन पढ़ाने के लिए कहा। मैं भी राजी हो गया।
अब जब उनके पति किसी कार्य से बाहर गए हुए होते हैं, तो उन बच्चों को अपना मोबाइल देकर हम दोनों लोग खूब सेक्स करते हैं। इस तरह भाभी भी अपनी जवानी की मौज करती है, और मैं उन्हें अच्छे-अच्छे गिफ्ट देता हूं, और हम लोगों का बहुत ही प्यार कायदे से समाज में चल रहा है। कोई शक भी नहीं करता है।
दोस्तों आज-कल जीवन में बिना सेक्स रिलेशन के अच्छा ही नहीं लगता है। चाहे शादी हुई हो या ना हुई हो। आजकल देखा जाए तो शादीशुदा लोग भी काफी सेक्स रिलेशन इधर-उधर बना रहे हैं। क्योंकि दोस्तों आप लोगों ने देखा है कि मानव का स्वभाव ही ऐसा है कि एक ही सब्जी खाते-खाते मन भर जाता है।
इसी तरह पति-पत्नी भी आपस में ही सेक्स करते करते हुए बोर हो जा रहे हैं। इसलिए जब वह बाहर रिलेशन बनाते हैं या फिर दोस्ती करते हैं, तो उनको फिर से अपनी कॉलेज लाइफ का प्यार याद आता है, और दोनों को मजा भी आता है।
इसलिए जिंदगी को मजे से ही जिया जाए और आज-कल इस तरह के संबंध में कोई खराबी नहीं। क्योंकि जब लोगों का दिल मिल रहा है तो दिक्कत ही क्या है? वैसे भी आदमी एक से अधिक सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाने के लिए ही बना हुआ है।
जैसे आप लोग विदेशियों को देखिए। केवल हमारे देश में ही सामाजिक कानूनी रूप से बाध्यता है, लेकिन वह भी देखा जाए तो ठीक ही नहीं। क्योंकि पहले के समय में देवता गण भी और ऋषि भी कई पत्नियां और संबंध रखते थे।